नूंह जिले के पिनगवां थाने के अन्तर्गत गांव शाह चौखा में व्यक्ति को घर में बंधक बनाकर मारपीट करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर घर के सामने रोक कर व घर में बंधक बनाकर मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया है, जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। जानकारी के अनुसार मौसिम निवासी शाह चौखा ने पिनगवां थाने में शिकायती दी कि 18 जून को रात 12 बजे उनके पड़ोस में एक लड़के की शादी थी, जिसमें कासम ,हाफिज और वह खुद वहां पर बज रहे डीजे को देखने गए थे। तभी वहां पर अक्की पुत्र मुदस्सर व उसका भाई जुबेर और अन्य लोग मौजूद थे, जो हमें देखकर गालियां देने लगे। जब हफीज़ ने उनकी गलियों का विरोध किया तो अक्की, जुबेर और अन्य लोगों ने अपने हाथ में ली हुई लाठी से उनके साथ मारपीट शुरू कर दी और हफीज के सर में लाठी मार दी। जैसे ही हफीज को लाठी लगी तो वो जमीन पर गिरकर बेहोश हो गया। लाठी डंडों से बेरहमी से मारा पीटा मौसम ने बताया कि जब हफीज को उपचार कराने के लिए हम अस्पताल ले जाने लगे तो तभी गुलाम नबी सहित अन्य लोग अपने घर के सामने खड़े थे और उन्होंने हमें रास्ते में रोक कर हमारे साथ मारपीट शुरू कर दी। इतना ही नहीं इस दौरान कासम को जबर्दस्ती अपने घर में ले जाकर कमरे में बंद कर लाठी डंडों से बेरहमी से मारा पीटा। जिसकी सूचना उन्होंने 112 नंबर पुलिस को दी तो मौके पर पुलिस पहुंची ,जहां पर काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने आरोपियों का घर का मैन गेट खुलवाया और बंद कमरे से बंधक बनाकर रखा कासम को आरोपियों से छुड़वाया। 112 नंबर पुलिस ने कासम को गंभीर हालत में आरोपियों के बंधन से छुड़वाकर उपचार के लिए भिजवाया। इस दौरान आरोपियों ने कहा कि आज तो तुम्हें पुलिस ने बचा लिया है बाकी फिर किसी दिन तुम्हें जान से मारा जाएगा। घायल की हालत गंभीर, रेफर किया पीड़ित ने बताया कि इस मौके पर अब्दुल गनी, नसरुद्दीन व गांव के अन्य दर्जन भर लोग मौजूद थे। इस दौरान कासम और हफीज को गहरी चोट आई और उन्हें मांड़ी खेड़ा के सरकारी अस्पताल ले गया, जहां पर उनका प्राथमिक उपचार करने के बाद उनकी गंभीर चोटें देखते हुए उन्हें नूंह के मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया और मेडिकल कॉलेज से उन्हें रोहतक पीजीआई के लिए रेफर कर दिया। लाठी डंडों से हमला किया इस दौरान पीड़ित कासम और हफीज ने बताया कि आरोपी दबंग लड़ाकू किस्म के व्यक्ति हैं, जो पापड़ा गांव से आकर पिछले 6-7 सालों से शाह चोखा गांव में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि पापड़ा गांव में भी उक्त आरोपियों ने लड़ाई झगड़े में एक व्यक्ति को लाठी डंडों से मारकर गांव शाह चोखा में आकर बसे हैं ,जो दबंग किस्म के व्यक्ति हैं। पड़ोसी के घर शादी का माहौल इस दौरान गांव के अब्दुल गनी, नसरुद्दीन ,उमर मोहम्मद,अमीर, शाहिद सहित अन्य लोगों ने बताया कि जब एक पड़ोसी के घर शादी का माहौल था तो वहां पर डीजे चल रहा था, जहां पर खड़े हुए हफीज को बगैर किसी बात के लाठी मार कर इन लोगों ने घायल कर दिया था। उन्होंने बताया कि इन लोगों ने पापड़ा गांव में भी पहले एक व्यक्ति की लड़ाई झगड़े में हत्या कर दी थी और गांव शाह चोखा में भी बार-बार इसी बात को दोहराते हैं कि हम पापड़ा गांव से भी आदमी मारकर आए हैं और यहां भी दबंगई दिखाते हैं। पुलिस ने मामला किया दर्ज इस मामले में पुलिस का कहना है कि अक्की, शकील, वकील, गुलाम नबी, जुबेर ,अकरम ,जाहिर, साजिद, धोली अर्शिदा और शहरूणा के खिलाफ बंधक बनाकर मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और इस मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है। नूंह जिले के पिनगवां थाने के अन्तर्गत गांव शाह चौखा में व्यक्ति को घर में बंधक बनाकर मारपीट करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर घर के सामने रोक कर व घर में बंधक बनाकर मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया है, जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। जानकारी के अनुसार मौसिम निवासी शाह चौखा ने पिनगवां थाने में शिकायती दी कि 18 जून को रात 12 बजे उनके पड़ोस में एक लड़के की शादी थी, जिसमें कासम ,हाफिज और वह खुद वहां पर बज रहे डीजे को देखने गए थे। तभी वहां पर अक्की पुत्र मुदस्सर व उसका भाई जुबेर और अन्य लोग मौजूद थे, जो हमें देखकर गालियां देने लगे। जब हफीज़ ने उनकी गलियों का विरोध किया तो अक्की, जुबेर और अन्य लोगों ने अपने हाथ में ली हुई लाठी से उनके साथ मारपीट शुरू कर दी और हफीज के सर में लाठी मार दी। जैसे ही हफीज को लाठी लगी तो वो जमीन पर गिरकर बेहोश हो गया। लाठी डंडों से बेरहमी से मारा पीटा मौसम ने बताया कि जब हफीज को उपचार कराने के लिए हम अस्पताल ले जाने लगे तो तभी गुलाम नबी सहित अन्य लोग अपने घर के सामने खड़े थे और उन्होंने हमें रास्ते में रोक कर हमारे साथ मारपीट शुरू कर दी। इतना ही नहीं इस दौरान कासम को जबर्दस्ती अपने घर में ले जाकर कमरे में बंद कर लाठी डंडों से बेरहमी से मारा पीटा। जिसकी सूचना उन्होंने 112 नंबर पुलिस को दी तो मौके पर पुलिस पहुंची ,जहां पर काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने आरोपियों का घर का मैन गेट खुलवाया और बंद कमरे से बंधक बनाकर रखा कासम को आरोपियों से छुड़वाया। 112 नंबर पुलिस ने कासम को गंभीर हालत में आरोपियों के बंधन से छुड़वाकर उपचार के लिए भिजवाया। इस दौरान आरोपियों ने कहा कि आज तो तुम्हें पुलिस ने बचा लिया है बाकी फिर किसी दिन तुम्हें जान से मारा जाएगा। घायल की हालत गंभीर, रेफर किया पीड़ित ने बताया कि इस मौके पर अब्दुल गनी, नसरुद्दीन व गांव के अन्य दर्जन भर लोग मौजूद थे। इस दौरान कासम और हफीज को गहरी चोट आई और उन्हें मांड़ी खेड़ा के सरकारी अस्पताल ले गया, जहां पर उनका प्राथमिक उपचार करने के बाद उनकी गंभीर चोटें देखते हुए उन्हें नूंह के मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया और मेडिकल कॉलेज से उन्हें रोहतक पीजीआई के लिए रेफर कर दिया। लाठी डंडों से हमला किया इस दौरान पीड़ित कासम और हफीज ने बताया कि आरोपी दबंग लड़ाकू किस्म के व्यक्ति हैं, जो पापड़ा गांव से आकर पिछले 6-7 सालों से शाह चोखा गांव में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि पापड़ा गांव में भी उक्त आरोपियों ने लड़ाई झगड़े में एक व्यक्ति को लाठी डंडों से मारकर गांव शाह चोखा में आकर बसे हैं ,जो दबंग किस्म के व्यक्ति हैं। पड़ोसी के घर शादी का माहौल इस दौरान गांव के अब्दुल गनी, नसरुद्दीन ,उमर मोहम्मद,अमीर, शाहिद सहित अन्य लोगों ने बताया कि जब एक पड़ोसी के घर शादी का माहौल था तो वहां पर डीजे चल रहा था, जहां पर खड़े हुए हफीज को बगैर किसी बात के लाठी मार कर इन लोगों ने घायल कर दिया था। उन्होंने बताया कि इन लोगों ने पापड़ा गांव में भी पहले एक व्यक्ति की लड़ाई झगड़े में हत्या कर दी थी और गांव शाह चोखा में भी बार-बार इसी बात को दोहराते हैं कि हम पापड़ा गांव से भी आदमी मारकर आए हैं और यहां भी दबंगई दिखाते हैं। पुलिस ने मामला किया दर्ज इस मामले में पुलिस का कहना है कि अक्की, शकील, वकील, गुलाम नबी, जुबेर ,अकरम ,जाहिर, साजिद, धोली अर्शिदा और शहरूणा के खिलाफ बंधक बनाकर मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और इस मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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ओपी चौटाला की रस्म पगड़ी देवीलाल स्टेडियम में:कल दोनों बेटों ने मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी, उपराष्ट्रपति धनखड़ ने भी श्रद्धांजलि दी
ओपी चौटाला की रस्म पगड़ी देवीलाल स्टेडियम में:कल दोनों बेटों ने मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी, उपराष्ट्रपति धनखड़ ने भी श्रद्धांजलि दी हरियाणा के 5 बार मुख्यमंत्री रहे ओमप्रकाश चौटाला की रस्म पगड़ी और श्रद्धांजलि सभा 31 दिसंबर को होगी। सिरसा के चौधरी देवीलाल स्टेडियम में यह सभा सुबह 11 बजे शुरू होगी। कल (21 दिसंबर) शनिवार को ओपी चौटाला का सिरसा के तेजा खेड़ा गांव स्थित फार्म हाउस में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। चौटाला के दोनों बेटों अजय चौटाला और अभय चौटाला ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनके 4 पोतों दुष्यंत चौटाला, दिग्विजय चौटाला, कर्ण और अर्जुन चौटाला ने अंतिम रस्में निभाईं। इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, सीएम नायब सैनी, पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने चौटाला को श्रद्धांजलि दी। ओपी चौटाला का शुक्रवार (20 दिसंबर) को दिल का दौरा पड़ने के बाद 89 साल की उम्र में गुरुग्राम में निधन हो गया था। ओपी चौटाला के अंतिम संस्कार से जुडी 4 अहम बातें… 1. पार्थिव देह तिरंगे से लपेटी, हरी तुर्रा पगड़ी–चश्मा पहनाया
ओपी चौटाला की पार्थिव देह शनिवार को अंतिम दर्शन के लिए तेजा खेड़ा स्थित फार्म हाउस में रखी गई। इस दौरान उनकी पार्थिव देह तिरंगे में लपेटी गई। इसके अलावा उनके सिर पर हरे रंग की तुर्रा पगड़ी और चश्मा पहनाया गया। हरी तुर्रा पगड़ी इनेलो की पहचान और चश्मा चुनाव चिन्ह है। सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक समर्थकों ने उनके अंतिम दर्शन किए। 2. 12 क्विंटल फूलों से सजा समाधि स्थल, चिता के लिए चंदन की लकड़ी
ओपी चौटाला के अंतिम संस्कार के लिए फार्म हाउस में ही समाधि स्थल बनाया गया। जिसे 12 क्विंटल फूलों से सजाया गया। इनमें 8 क्विंटल गेंदा और 2–2 क्विंटल गुलाब व गुलदाउदी के फूल थे। यह फूल कोलकाता से मंगाए गए थे। इसके अलावा चिता के लिए लाल चंदन की लकड़ियां मंगाई गईं थी। 3. दोनों बेटों–पोतों, भाईयों ने अर्थी को कंधा दिया
ओपी चौटाला की पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के बाद समाधि स्थल के लिए ले जाया गया तो सबसे आगे उनके दोनों बेटों अजय चौटाला और अभय चौटाला ने अर्थी को कंधा दिया। इसके बाद उनके पोतों दुष्यंत चौटाला, दिग्विजय चौटाला, कर्ण चौटाला, अर्जुन चौटाला के अलावा भाई रणजीत चौटाला और भतीजे आदित्य चौटाला ने अंतिम यात्रा में अर्थी के साथ रहे। 4. समर्थकों ने फूल बरसाए, नारे लगाए
ओपी चौटाला की पार्थिव देह को समाधि स्थल की तरफ ले जाया गया तो समर्थकों की भारी भीड़ उनके साथ रही। इस दौरान करीब 200 मीटर के रास्ते भर में समर्थक उनकी पार्थिव देह पर फूल बरसाते रहे। उन्होंने ‘ओपी चौटाला–अमर रहे’ के नारे लगाए। अंतिम संस्कार के मौके एकजुट दिखा चौटाला परिवार
ओपी चौटाला के अंतिम संस्कार के मौके पर पूरा चौटाला परिवार एकजुट दिखा। ओपी के बेटे अजय और अभय के साथ पूर्व सीएम के पूर्व मंत्री भाई रणजीत चौटाला भी मौजूद रहे। वे श्रद्धांजलि देने आए लोगों का आभार व्यक्त करते रहे। राजनीतिक तौर पर अभय इनेलो के प्रधान महासचिव हैं। अजय और उनके बेटों दुष्यंत–दिग्विजय को ओपी चौटाला के इनेलो से निकालने के बाद उन्होंने JJP बना ली। वहीं रणजीत लोकसभा चुनाव के वक्त भाजपा में गए थे लेकिन अब निर्दलीय राजनीति कर रहे हैं। इनके अलावा चौटाला फैमिली की बहुएं भी एक साथ बैठी दिखीं। इनमें हिसार से एक–दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली नैना चौटाला और सुनैना चौटाला भी शामिल हैं। ओपी चौटाला से जुड़ी 5 खास बातें 1. पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 5 संतानों में सबसे बड़े थे। उनका जन्म 1 जनवरी, 1935 को हुआ। वे 5 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। 2. पिता से ज्यादा न पढ़ जाएं, इसके लिए शुरुआती शिक्षा के बाद ही चौटाला ने पढ़ाई छोड़ दी थी। जब वे टीचर घोटाले में जेल गए तो 2017 से 2021 के बीच उन्होंने 10वीं और 12वीं की पढ़ाई की। 3. 1968 में ओपी चौटाला ने ऐलानाबाद से पहला चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। बाद में हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक जाकर उन्होंने चुनाव रद्द करा दिया। 2 साल बाद 1970 में हुए उपचुनाव में वह इसी सीट से जीते। 4. ओपी चौटाला के CM रहते 2 कांड बड़े मशहूर हुए। पहला महम कांड, जिसमें उन्होंने महम सीट से चुनाव लड़ा लेकिन हिंसा और बूथ कैप्चरिंग के बाद चुनाव रद्द हो गया। पुलिस की गोलियों से 10 लोगों की मौत हुई। दूसरा कंडेला कांड, जिसमें फ्री बिजली और कर्ज माफी वादा पूरा न होने पर किसानों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान गोलियों से 9 किसानों की मौत हुई। 5. ओपी चौटाला के 1999–2000 के सीएम कार्यकाल के दौरान टीचर भर्ती घोटाला हुआ। जिसमें उन्हें व उनके बड़े बेटे अजय चौटाला को 10 साल कैद हुई। वे तिहाड़ जेल में रहे लेकिन बाद में 60 से ज्यादा उम्र और आधी सजा पूरी होने की वजह से केंद्र की माफी स्कीम के तहत उन्हें 2 साल पहले रिहा कर दिया गया। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ ओपी चौटाला से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा के पूर्व CM ओपी चौटाला का निधन:रात 10 बजे पार्थिव शरीर फार्म हाउस पहुंचा, कल सुबह 8 बजे से लोग अंतिम दर्शन कर सकेंगे हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला का निधन हो गया है। वे 89 साल के थे। शुक्रवार को वे गुरुग्राम में अपने घर पर थे। उन्हें दिल का दौरा पड़ा। जिसके बाद साढ़े 11 बजे उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में लाया गया। करीब आधे घंटे बाद दोपहर 12 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। पूरी खबर पढ़ें… 5 बार के CM ओपी चौटाला पंचतत्व में विलीन:दोनों बेटों ने मिलकर दी मुखाग्नि, चारों पोतों ने अंतिम रस्में निभाईं; समर्थकों ने फूल बरसाए हरियाणा के 5 बार मुख्यमंत्री रहे ओपी चौटाला शनिवार (21 दिसंबर) शाम करीब 4 बजे पंचतत्व में विलीन हो गए। सिरसा के गांव तेजा खेड़ा स्थित फार्म हाउस में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। पूरी खबर पढ़ें… ओपी चौटाला की अंतिम विदाई के PHOTOS:तिरंगे में लिपटी पार्थिव देह, हरी पगड़ी-चश्मा पहनाया; उपराष्ट्रपति धनखड़ ने दी श्रद्धांजलि हरियाणा के पूर्व CM ओम प्रकाश चौटाला शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। सिरसा के गांव तेजा खेड़ा स्थित फार्म हाउस में ही उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। दोनों बेटों अजय और अभय चौटाला ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनकी अंतिम विदाई में जनसैलाब उमड़ा। पूरी खबर पढ़ें…
नारनौल में बहू ने सास और पति को पीटा:महेंद्रगढ़ जाते समय 6 लोगों ने की वारदात, महिला बोली- सोने की चेन भी छीनी
नारनौल में बहू ने सास और पति को पीटा:महेंद्रगढ़ जाते समय 6 लोगों ने की वारदात, महिला बोली- सोने की चेन भी छीनी नारनौल में एक युवक व उसकी मां को रास्ते में रोककर उसकी पत्नी व ससुराल पक्ष के अन्य लोगों द्वारा मारपीट करने का मामला सामने आया है। पति-पत्नी के बीच विवाद चल रहा है। महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को दी शिकायत में महेंद्रगढ़ की कर्मचारी कॉलोनी निवासी रानी देवी ने बताया कि उसके बेटे सुनील की शादी गांव स्याना निवासी निशा के साथ हुई थी। पति-पत्नी के बीच कुछ विवाद चल रहा था। इस विवाद को सुलझाने के लिए उन्हें नारनौल स्थित एडीआर सेंटर में काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है। कल भी उन्हें नारनौल स्थित एडीआर सेंटर में काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। महिला बेटे के साथ महेंद्रगढ़ जा रही थी काउंसलिंग के बाद वह अपने बेटे के साथ बाइक पर महेंद्रगढ़ वापस जा रही थी। इस दौरान गांव लहरोदा के पास उसके ससुराल वालों ने बाइक के आगे अपनी कार अड़ा दी। इसके बाद कार से उसकी पुत्रवधू निशा, उसके पिता सुनील, उसकी मां सरोज और मायके वाले सतीश भुवनेश और सुनीता उतरे। सभी ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने इसकी सूचना डायल 112 पर दी और मौके पर पहुंची। पुलिस ने उन्हें नारनौल के सरकारी अस्पताल पहुंचाया। लोगों ने बड़ी मुश्किल से उसे बचाया शिकायत में रानी ने कहा है कि जब मारपीट हुई तो वहां काफी लोग जमा हो गए थे। लोगों ने बड़ी मुश्किल से उसे बचाया। जिसके बाद पुलिस आई। उससे पहले ही सभी लोग कार लेकर वहां से भाग गए। सोने की चेन भी छीनने का आरोप पुलिस को दी गई शिकायत में महिला रानी ने आरोप लगाया है कि मारपीट करने वाले लोगों ने उसकी सोने की चेन और कान के टॉप्स भी छीन लिए। अस्पताल में भर्ती होने के बाद उसकी बहू के चाचा जितेंद्र ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी।
रेवाड़ी में गर्मी ने तोड़ा 20 साल का रिकार्ड:तापमान 44 डिग्री; सड़कों पर सन्नाटा, डॉक्टर बोले-बेवजह बाहर ना निकले
रेवाड़ी में गर्मी ने तोड़ा 20 साल का रिकार्ड:तापमान 44 डिग्री; सड़कों पर सन्नाटा, डॉक्टर बोले-बेवजह बाहर ना निकले हरियाणा के रेवाड़ी जिले में गर्मी ने 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया हैं। सोमवार को एक बार फिर चिलचिलाती गर्मी ने लोगों का हाल-बेहाल कर दिया। सुबह 11 बजे से ही सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिखाई देने लगा। दोपहर 12 बजे ही तापमान 44 डिग्री पर पहुंच गया। हालात ये हैं कि लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ डॉक्टर भी बेवजह दोपहर के समय घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दे रहे हैं। दूसरी तरफ जबरदस्त गर्मी के चलते पेदार्थों जूस-शिकंजी की दुकानों पर अच्छी खासी भीड़ दिखाई दे रही हैं। लू के थपेड़े तपा रहे बता दें कि, एक दिन पहले अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दोपहर के समय तेज धूप व लू के थपेड़े लोगों को खूब तपा रहे हैं। बाहर निकलते ही कुछ देर में ही गर्मी असहनीय हो जाती है। गर्म लू तो ऐसे लगती है, जैसे आग की लपटें आ रही हो। इसी तरह रात का पारा भी 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ हैं। मौसम पर नजर रखने वाले विशेषज्ञ की मानें तो मई माह में इस तरह की गर्मी 2004 में दिखाई दी थी। 20 साल बाद इस बार मई के 27 दिनों की बात करें तो हर दिन तापमान 40 डिग्री के पार ही बना रहा। सब्जी की फसल को नुकसान पिछले 11 दिनों से रेवाड़ी की धरती तप रही है, जिससे सब्जियों पर भी संकट छा गया है। बेलवर्गीय सब्जियों में बड़ा नुकसान होने की आशंका है, क्योंकि इस समय टमाटर, घीया, तोरई व अन्य सब्जियां लगी है। लेकिन अब ये लू व गर्मी के कारण झुलसने लगी हैं। इस कारण सब्जियों का उत्पादन घट सकता है। एकदम से सब्जियां पकाव पर आ जाएंगी। इससे कुछ समय बाद भाव में तेजी और उत्पादन कम होने की भी संभावना है। बेलवर्गीय सब्जियों में फूलों का परागण कम हो जाएगा। बरसात के बाद ही परागण क्रिया शुरू होगी। कुछ दिन और सताएगी भीषण गर्मी और लू मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार, मौसम अभी शुष्क ही रहने की संभावना है। क्योंकि गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाएं चल रही है। जो सीधी सिंध, ब्लूचिस्तान और थार मरुस्थलीय जैसे क्षेत्रों से आगाज कर रही है। इसलिए अभी आने वाले कुछ दिन और भीषण गर्मी व लू सताएगी। लू के कारण घर से बाहर निकलना मुश्किल पिछले एक सप्ताह की बात करें तो दोपहर 12 बजे से ही लू का कहर दिखाई दे रहा है। दोपहर तक आलम यह रहा है कि शहर की जो सड़कें या तो ट्रैफिक की वजह से या फिर लोगों की भीड़ की वजह से खचाखच भरी नजर आती थी, वहां कर्फ्यू जैसा आलम दिखाई दिया। ठीक इसी तरह की स्थिति रविवार और सोमवार को भी दिखाई दी। सोमवार को अक्सर बाजार में भीड़ काफी दिखाई देती है, लेकिन आज भीड़ की बजाए सड़कों पर सन्नाटा दिखाई दे रहा हैं। 4 हजार एकड़ में उगी है सब्जियां जिले में लगभग 4 हजार एकड़ में सब्जियां उगी हैं। पिछले 11 दिन से धरती खूब तप रही है। इस समय टमाटर, खरबूजा, तरबूज जैसी फसलें एक साथ तैयार हो जाएगी। इस कारण बाजार में मंदी देखने को रहेगी। वहीं, बेलवर्गीय सब्जियों में गर्म हवाओं के चलते परागण प्रक्रिया कम होने के कारण फल कम सेट हो पाएगा व आने वाले कुछ दिन में पैदावार घटती जाएगी। वहीं सिंचाई की अत्यधिक आवश्यकता भी रहेगी। इसलिए किसानों को सावधानी बरतने की जरूरत है। बेवजह बाहर ना निकले; डा. पूनम बाल रोग विशेषज्ञ डा. पूनम यादव ने कहा कि इस टाइम के अंदर क्योंकि तापमान बहुत ज्यादा बढ़ रहा। बेवजह घर से बाहर ना निकले। घर के ऊपर अपने आप को तरोताजा रखें। ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। खीरे और फ्रूट का प्रयोग करें। कपड़े में कोटन का इस्तेमाल करें। बाहर जा रहे हैं तो कुछ खाकर जरूर निकले और पानी की बोतल भी साथ रखें। अपने आप को सूर्यदेव की तपीश से बचाकर रखे। छाता लेकर जा सकते हैं। अगर आप छोटे बच्चे के साथ बाहर जा रहे और गर्भवती हैं तो दोपहर के समय बिल्कुल भी ना निकले।