नूंह में राष्ट्रीय पक्षी मोर के मिले अवशेष:कट्टे में भरकर फेंका, पुलिस को हत्या की आशंका; हिंदू संगठनों ने की कार्रवाई की मांग

नूंह में राष्ट्रीय पक्षी मोर के मिले अवशेष:कट्टे में भरकर फेंका, पुलिस को हत्या की आशंका; हिंदू संगठनों ने की कार्रवाई की मांग

नूंह जिले के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत सूड़ाका–बेंसी रोड़ पर राष्ट्रीय पक्षी मोर के कटे हुए अवशेष मिलने से हड़कंप मच गया। कोई अज्ञात व्यक्ति मोर के कटे हुए पैर और पंख को एक कट्टे में भरकर खेतों में डालकर चला गया। वहां से निकलने वाले राहगीरों को जब मोर की पंख दिखाई दिए, तो उन्होंने इसकी सूचना डायल 112 पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद सदर थाना प्रभारी कुलदीप सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और वन विभाग को सूचित किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग के अधिकारी भी मौके पहुंच गए और मोर के अवशेषों को पोस्टमॉर्टम के लिए अपने साथ ले गए। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है। लेकिन प्रथम जांच में यह सामने आया है कि किसी ने मोर की हत्या कर अवशेषों को यहां फेंक दिया है। राष्ट्रीय पक्षी का मांस मौके पर नहीं मिला वन विभाग के कर्मचारी मुबीन खान के मुताबिक वह सूचना के बाद मौके पर पहुंचे, जहां एक कट्टे में राष्ट्रीय पक्षी मोर के अवशेष पड़े हुए थे। मौके पर मोर की कटी हुई गर्दन, पैर और पंख मिले। अंदर मांस नहीं था। जिससे यह साफ है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने मोर की हत्या कर अवशेषों को खेत में फेंक दिया है। फिलहाल राष्ट्रीय पक्षी मोर का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। जिससे इसकी मौत के कारणों का पता लग सके। इस मामले में पुलिस को भी शिकायत दी जाएगी। मोर की हत्या में किसी की संलिप्तता मिलती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई वन विभाग द्वारा करवाई जाएगी। वन विभाग के कर्मचारी ने किया राष्ट्रीय पक्षी का अपमान राष्ट्रीय पक्षी मोर को मरने के बाद यूं ही नहीं लेकर जाते हैं, बल्कि उसका एक प्रोटोकॉल होता है। वन विभाग के कर्मचारियों ने यहां मोर का अपमान किया है। प्रोटोकॉल के मुताबिक मोर को राष्ट्रीय ध्वज में लेकर जाना था, लेकिन कर्मचारी मृत मोर के अवशेष एक कट्टे में डालकर ले गए। जब वन विभाग के कर्मचारी मुबीन खान से राष्ट्रीय पक्षी का अपमान होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसमें मोर के केवल पंख और पैर हैं, इसलिए कट्टे में डालकर पोस्टमॉर्टम के लिए लेकर जा रहे हैं। हिंदू संगठनों ने की जांच की मांग विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता धर्मवीर सैनी, सामाजिक समरसता प्रमुख लालाराम भारद्वाज, बजरंग दल जिला संयोजक डब्बू पंडित, विश्व हिंदू परिषद जिला मंत्री खिलौनी राम सहित अन्य हिंदू संगठनों के लोगों ने मोर की हत्या पर कड़ी निंदा करते हुए इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि आसपास के ही किसी व्यक्ति ने राष्ट्रीय पक्षी मोर का शिकार किया है। जिसका पता पुलिस और वन विभाग की टीम को लगाना चाहिए है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द मोर का शिकार करने वाले आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की है। नूंह जिले के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत सूड़ाका–बेंसी रोड़ पर राष्ट्रीय पक्षी मोर के कटे हुए अवशेष मिलने से हड़कंप मच गया। कोई अज्ञात व्यक्ति मोर के कटे हुए पैर और पंख को एक कट्टे में भरकर खेतों में डालकर चला गया। वहां से निकलने वाले राहगीरों को जब मोर की पंख दिखाई दिए, तो उन्होंने इसकी सूचना डायल 112 पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद सदर थाना प्रभारी कुलदीप सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और वन विभाग को सूचित किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग के अधिकारी भी मौके पहुंच गए और मोर के अवशेषों को पोस्टमॉर्टम के लिए अपने साथ ले गए। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है। लेकिन प्रथम जांच में यह सामने आया है कि किसी ने मोर की हत्या कर अवशेषों को यहां फेंक दिया है। राष्ट्रीय पक्षी का मांस मौके पर नहीं मिला वन विभाग के कर्मचारी मुबीन खान के मुताबिक वह सूचना के बाद मौके पर पहुंचे, जहां एक कट्टे में राष्ट्रीय पक्षी मोर के अवशेष पड़े हुए थे। मौके पर मोर की कटी हुई गर्दन, पैर और पंख मिले। अंदर मांस नहीं था। जिससे यह साफ है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने मोर की हत्या कर अवशेषों को खेत में फेंक दिया है। फिलहाल राष्ट्रीय पक्षी मोर का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। जिससे इसकी मौत के कारणों का पता लग सके। इस मामले में पुलिस को भी शिकायत दी जाएगी। मोर की हत्या में किसी की संलिप्तता मिलती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई वन विभाग द्वारा करवाई जाएगी। वन विभाग के कर्मचारी ने किया राष्ट्रीय पक्षी का अपमान राष्ट्रीय पक्षी मोर को मरने के बाद यूं ही नहीं लेकर जाते हैं, बल्कि उसका एक प्रोटोकॉल होता है। वन विभाग के कर्मचारियों ने यहां मोर का अपमान किया है। प्रोटोकॉल के मुताबिक मोर को राष्ट्रीय ध्वज में लेकर जाना था, लेकिन कर्मचारी मृत मोर के अवशेष एक कट्टे में डालकर ले गए। जब वन विभाग के कर्मचारी मुबीन खान से राष्ट्रीय पक्षी का अपमान होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसमें मोर के केवल पंख और पैर हैं, इसलिए कट्टे में डालकर पोस्टमॉर्टम के लिए लेकर जा रहे हैं। हिंदू संगठनों ने की जांच की मांग विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता धर्मवीर सैनी, सामाजिक समरसता प्रमुख लालाराम भारद्वाज, बजरंग दल जिला संयोजक डब्बू पंडित, विश्व हिंदू परिषद जिला मंत्री खिलौनी राम सहित अन्य हिंदू संगठनों के लोगों ने मोर की हत्या पर कड़ी निंदा करते हुए इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि आसपास के ही किसी व्यक्ति ने राष्ट्रीय पक्षी मोर का शिकार किया है। जिसका पता पुलिस और वन विभाग की टीम को लगाना चाहिए है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द मोर का शिकार करने वाले आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर