नूंह में 6 करोड़ की सड़क में दरारें आईं:2 महीने पहले बनी थी, लोग बोले- जमकर धांधली हुई, ठेकेदार को मरम्मत के निर्देश

नूंह में 6 करोड़ की सड़क में दरारें आईं:2 महीने पहले बनी थी, लोग बोले- जमकर धांधली हुई, ठेकेदार को मरम्मत के निर्देश

हरियाणा के नूंह में 6 करोड़ रुपए की लागत से बनी सड़क महज 2 महीने में ही दरारें आ गईं। इस सड़क का निर्माण कार्य 2024 की शुरुआत में शुरू हुआ था। नूंह PWD विभाग ने राजस्थान सीमा से पलवल जिले की सीमा तक का निर्माण कार्य करवाया था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। उनका कहना है कि इतनी जल्दी सड़क में दरारें आना निर्माण में हुई धांधली को दर्शाता है। PWD विभाग के जूनियर इंजीनियर परीक्षित ने बताया कि शिकायत पर सड़क का निरीक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार को क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही नालों में पाई गई कमियों की जांच कर उन्हें दुरुस्त कराया जाएगा। घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया
गांव बिछौर के प्रकाश, डॉ. असफाक, हकमुद्दीन, रमेश, दयाराम, शीशराम नंबरदार और हेतराम सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव से होकर प्राचीन ऐतिहासिक ब्रज 84 कोस परिक्रमा रास्ता गुजरती है। यह रास्ता पिछले कई वर्षों से जर्जर था, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था। विधानसभा में कई बार यह मुद्दा उठने के बाद सरकार ने रास्ता के सुधार के लिए राशि स्वीकृत की। लेकिन निर्माण में मानकों की अनदेखी की गई। घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया और क्रेशर, गिट्टी व सीमेंट का अनुपात भी सही नहीं रखा गया, जिससे सड़क जर्जर हो गई। नाले कहीं ऊंचे तो कहीं नीचे बनाए
ग्रामीणों के अनुसार सड़क के साथ नालों के निर्माण में भी धांधली की गई। नाले कहीं ऊंचे तो कहीं नीचे बनाए गए, जिनमें पानी जमा रहता है। इससे बच्चे गिरकर चोटिल हो जाते हैं। नालों को बिना मापदंड के बनाया गया है, जिससे पानी का निकास नहीं हो पा रहा। परिक्रमा शुरू होने से पहले टूटी सड़क
ग्रामीणों ने बताया कि 2026 में ब्रज-84 कोस परिक्रमा शुरू हो जाएगी। लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस मार्ग से गुजरेंगे। अभी से सड़क टूटने लगी है। जब तक श्रद्धालु यहां आयेंगे तब तक सड़क पूरी तरह से जर्जर हो जाएगी। सड़क निर्माण के बाद विभाग और ठेकदारों ने तो अपना पैसा ले लिया, लेकिन परेशानी राहगीरों और श्रद्धालुओं को झेलनी पड़ेगी। उन्होंने इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। सड़क की मरम्मत के निर्देश दिए
PWD विभाग के कनिष्ठ अभियंता परीक्षित ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर सड़क का निरीक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार को क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही नालों में पाई गई कमियों की जांच कर उन्हें दुरुस्त कराया जाएगा। हरियाणा के नूंह में 6 करोड़ रुपए की लागत से बनी सड़क महज 2 महीने में ही दरारें आ गईं। इस सड़क का निर्माण कार्य 2024 की शुरुआत में शुरू हुआ था। नूंह PWD विभाग ने राजस्थान सीमा से पलवल जिले की सीमा तक का निर्माण कार्य करवाया था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। उनका कहना है कि इतनी जल्दी सड़क में दरारें आना निर्माण में हुई धांधली को दर्शाता है। PWD विभाग के जूनियर इंजीनियर परीक्षित ने बताया कि शिकायत पर सड़क का निरीक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार को क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही नालों में पाई गई कमियों की जांच कर उन्हें दुरुस्त कराया जाएगा। घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया
गांव बिछौर के प्रकाश, डॉ. असफाक, हकमुद्दीन, रमेश, दयाराम, शीशराम नंबरदार और हेतराम सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव से होकर प्राचीन ऐतिहासिक ब्रज 84 कोस परिक्रमा रास्ता गुजरती है। यह रास्ता पिछले कई वर्षों से जर्जर था, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था। विधानसभा में कई बार यह मुद्दा उठने के बाद सरकार ने रास्ता के सुधार के लिए राशि स्वीकृत की। लेकिन निर्माण में मानकों की अनदेखी की गई। घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया और क्रेशर, गिट्टी व सीमेंट का अनुपात भी सही नहीं रखा गया, जिससे सड़क जर्जर हो गई। नाले कहीं ऊंचे तो कहीं नीचे बनाए
ग्रामीणों के अनुसार सड़क के साथ नालों के निर्माण में भी धांधली की गई। नाले कहीं ऊंचे तो कहीं नीचे बनाए गए, जिनमें पानी जमा रहता है। इससे बच्चे गिरकर चोटिल हो जाते हैं। नालों को बिना मापदंड के बनाया गया है, जिससे पानी का निकास नहीं हो पा रहा। परिक्रमा शुरू होने से पहले टूटी सड़क
ग्रामीणों ने बताया कि 2026 में ब्रज-84 कोस परिक्रमा शुरू हो जाएगी। लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस मार्ग से गुजरेंगे। अभी से सड़क टूटने लगी है। जब तक श्रद्धालु यहां आयेंगे तब तक सड़क पूरी तरह से जर्जर हो जाएगी। सड़क निर्माण के बाद विभाग और ठेकदारों ने तो अपना पैसा ले लिया, लेकिन परेशानी राहगीरों और श्रद्धालुओं को झेलनी पड़ेगी। उन्होंने इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। सड़क की मरम्मत के निर्देश दिए
PWD विभाग के कनिष्ठ अभियंता परीक्षित ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर सड़क का निरीक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार को क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही नालों में पाई गई कमियों की जांच कर उन्हें दुरुस्त कराया जाएगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर