पंचकूला में उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। अब लाभार्थियों को विवाह के ऑनलाइन पंजीकरण करवाने के उपरान्त ही योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए लाभपात्र विवाहिता की शादी का ई-दिशा पोर्टल पर पंजीकरण होना अत्यंत आवश्यक है। 6 माह पहले करवाना होगा ऑनलाइन पंजीकरण उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना का लाभ लेने वाले परिवार को अपनी बेटी की शादी के 6 महीने पूरे होने से पहले ऑनलाइन पंजीकरण करवाना होगा। पंजीकरण करने उपरान्त ही विवाहित कन्या के माता-पिता को उक्त योजना का अनुदान दिया जाएगा। 71 हजार का मिलेगा लाभ उन्होंने बताया कि अनुसूचित एवं विमुक्त जाति के परिवार का नाम बीपीएल सूची में है, तो उसको कन्या विवाह शगुन योजना के अंतर्गत 71 हजार रुपए का लाभ दिया जाएगा। सभी वर्गों की विधवा, बेसहारा महिला, अनाथ बच्चे, बीपीएल सूची में है या उनकी आय एक लाख 80 हजार रुपए से कम है, तो उनको इस योजना में 51 हजार रुपए का अनुदान दिया जाएगा। वार्षिक आय 1.80 लाख से होनी चाहिए कम उपायुक्त ने बताया कि बीपीएल सूची में सामान्य या पिछड़े वर्ग के परिवार को 31 हजार रुपए का अनुदान मिलेगा। इसी तरह अनुसूचित वर्ग या विमुक्त जाति का परिवार बीपीएल सूची में नही है और जिनकी वार्षिक आय एक लाख 80 हजार रुपए से कम है, उनको 31 हजार रुपए का अनुदान दिया जाएगा। विवाहित युगल 40 प्रतिशत या इससे ज्यादा दिव्यांग है, तो उन्हें 51 हजार रुपए और पति-पत्नी में से एक जन 40 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांग है, तो उसको 31 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। पंचकूला में उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। अब लाभार्थियों को विवाह के ऑनलाइन पंजीकरण करवाने के उपरान्त ही योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए लाभपात्र विवाहिता की शादी का ई-दिशा पोर्टल पर पंजीकरण होना अत्यंत आवश्यक है। 6 माह पहले करवाना होगा ऑनलाइन पंजीकरण उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना का लाभ लेने वाले परिवार को अपनी बेटी की शादी के 6 महीने पूरे होने से पहले ऑनलाइन पंजीकरण करवाना होगा। पंजीकरण करने उपरान्त ही विवाहित कन्या के माता-पिता को उक्त योजना का अनुदान दिया जाएगा। 71 हजार का मिलेगा लाभ उन्होंने बताया कि अनुसूचित एवं विमुक्त जाति के परिवार का नाम बीपीएल सूची में है, तो उसको कन्या विवाह शगुन योजना के अंतर्गत 71 हजार रुपए का लाभ दिया जाएगा। सभी वर्गों की विधवा, बेसहारा महिला, अनाथ बच्चे, बीपीएल सूची में है या उनकी आय एक लाख 80 हजार रुपए से कम है, तो उनको इस योजना में 51 हजार रुपए का अनुदान दिया जाएगा। वार्षिक आय 1.80 लाख से होनी चाहिए कम उपायुक्त ने बताया कि बीपीएल सूची में सामान्य या पिछड़े वर्ग के परिवार को 31 हजार रुपए का अनुदान मिलेगा। इसी तरह अनुसूचित वर्ग या विमुक्त जाति का परिवार बीपीएल सूची में नही है और जिनकी वार्षिक आय एक लाख 80 हजार रुपए से कम है, उनको 31 हजार रुपए का अनुदान दिया जाएगा। विवाहित युगल 40 प्रतिशत या इससे ज्यादा दिव्यांग है, तो उन्हें 51 हजार रुपए और पति-पत्नी में से एक जन 40 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांग है, तो उसको 31 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने OBC कार्ड खेला:हुड्डा बोले- सरकार बनी तो जातिगत जनगणना कराएंगे; भाजपा CM बना क्रीमीलेयर सीमा बढ़ा चुकी
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने OBC कार्ड खेला:हुड्डा बोले- सरकार बनी तो जातिगत जनगणना कराएंगे; भाजपा CM बना क्रीमीलेयर सीमा बढ़ा चुकी हरियाणा में 3 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले OBC वोटर्स को रिझाने के लिए कांग्रेस ने जातीय जनगणना का दांव खेल दिया है। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा- ”हमारी सरकार अगर प्रदेश में आई तो हम जातिगत जनगणना कराएंगे। हमने पहले भी 15% आरक्षण बढ़ाया था और उसी अनुसार आगे भी संवैधानिक आधार पर OBC समाज के लिए बढ़ाने का काम करेंगे।” हालांकि BJP केंद्रीय स्तर पर भी इसके पक्ष में नहीं है। ऐसे में जातीय जनगणना के दांव से जहां कांग्रेस OBC और SC वोट बैंक को साधने की कोशिश में है। वहीं भाजपा के लिए यह चुनावी मुसीबत बन सकता है। हालांकि OBC वर्ग से नायब सैनी को मुख्यमंत्री बना भाजपा जरूर कांग्रेस के दांव को फेल करने की कोशिश कर रही है। जातीय जनगणना में हर जाति की आबादी की गिनती की जाएगी। उसके हिसाब से आरक्षण की स्थिति तय की जा सकती है। सबसे पहले 5 पॉइंट में जातीय जनगणना और आरक्षण के बारे में जानिए .. 1. जातीय जनगणना का इतिहास क्या है?
देश में 1881 में पहली बार जातीय जनगणना हुई। तब देश की आबादी करीब 23.58 करोड़ थी। इसके बाद 1931 तक जातीय जनगणना होती रही। हालांकि इसके आंकड़े 1941 में भी जुटाए गए लेकिन इन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया। देश के आजाद होने के बाद 1951 में भी जातीय जनगणना हुई लेकिन उस वक्त सिर्फ अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) की ही गणना हुई। 2. जातीय जनगणना बड़ा मुद्दा क्यों है?
जानकारों की मानें तो आरक्षण की सीमा निर्धारित होने की वजह से यह बड़ा मुद्दा है। चूंकि 1951 से सिर्फ SC और ST का ही आंकड़ा जारी होता है। ऐसे में OBC का अनुमान लगाना आसान नहीं है। 1990 में जब देश में मंडल आयोग की सिफारिशें लागू की गई तो उन्होंने OBC की आबादी 52% होने का अनुमान लगाया। हालांकि OBC वर्ग को जो 27% आरक्षण दिया गया, वह 1931 की जनगणना के आधार पर ही दिया गया था। जानकार कहते हैं कि SC/ST को तो आबादी के आधार पर आरक्षण मिलता है लेकिन OBC के आरक्षण का यह आधार नहीं है। 3. देश में जातिगत आरक्षण की व्यवस्था क्या है?
शुरुआत में आरक्षण सिर्फ 10 साल के लिए था लेकिन अब इसे हर 10 साल बाद आगे बढ़ा दिया जाता है। 1992 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सरकारी नौकरियों समेत अन्य जगहों पर आरक्षण की मियाद 50% से ज्यादा नहीं हो सकती। जिसके बाद SC, ST और OBC को इसी सीमा के भीतर आरक्षण मिलता है। देश में अभी जातिगत आरक्षण 49.5% है। जिसमें OBC को 27%, SC को 15% और ST को 7.5% आरक्षण मिलता है। इसके अलावा सवर्ण वर्ग के आर्थिक रूप से पिछड़े (EWS) कैटेगरी में 10% आरक्षण दिया जा रहा है। इसके बाद आरक्षण 50% पार जरूर हुआ लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने माना कि EWS को आरक्षण का फैसला सही है। 4. जातिगत जनगणना बड़ा मुद्दा कैसे बनी?
इसकी शुरुआत राहुल गांधी ने की। उन्होंने कहा कि UPA सरकार ने 2011 में जातिगत जनगणना कराई थी, केंद्र सरकार उसके आंकड़े सार्वजनिक करे। हालांकि 2016 में मोदी सरकार ने जातिगत छोड़ इसके बाकी आंकड़े जारी कर दिए। राहुल गांधी की मांग पर NDA सरकार का कहना है कि उस जातिगत जनगणना में खामियां हैं, इसलिए उसे सार्वजनिक नहीं कर सकते। 5. जातिगत जनगणना हुई तो आरक्षण पर क्या असर पड़ेगा
जानकार बताते हैं कि अभी OBC को अनुमान के आधार पर आरक्षण है। अगर जातिगत जनगणना में उनकी आबादी ज्यादा निकली तो आरक्षण बढ़ाना पड़ सकता है। वहीं SC वर्ग को अभी 15% आरक्षण मिलता है। अगर उनकी आबादी ज्यादा निकली तो फिर वह आरक्षण बढ़ाने की मांग कर सकते हैं। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के तय किए 50% के आरक्षण के फैसले से आंकड़ा बढ़ सकता है। जातिगत जनगणना का हरियाणा की राजनीति में क्या असर… 1. राज्य में OBC वर्ग की कितनी आबादी?
हरियाणा में OBC वर्ग की करीब 40% आबादी है। इसमें 78 जातियां आती हैं। जातिगत वोट बैंक के लिहाज से देखें तो करीब 21% वोटर्स OBC वर्ग से हैं। जातिगत जनगणना हुई तो सबसे बड़ा फायदा OBC वर्ग का ही माना जा रहा है। जिन्हें अभी आबादी के लिहाज से आरक्षण में हिस्सेदारी नहीं मिलती। 2. कांग्रेस इसमें क्या फायदा देख रही?
कांग्रेस इसी OBC वोट बैंक को रिझाने की कोशिश में है। जातिगत जनगणना होने से OBC वर्ग को ज्यादा आरक्षण मिल सकता है, ऐसे में यह वोटर्स कांग्रेस की तरफ आ सकते हैं। वहीं आबादी ज्यादा होने पर SC वर्ग को भी आरक्षण की लिमिट बढ़ने की उम्मीद होगी। ऐसे में कांग्रेस को इसका भी फायदा हो सकता है। इसके अलावा हरियाणा में भाजपा की नॉन जाट पॉलिटिक्स और किसान आंदोलन की वजह से सबसे ज्यादा 22.2% जाट वोटर BJP से नाराज हैं। लोकसभा चुनाव में SC वोटर भी भाजपा से छिटक गए। ऐसे में जाट, SC के बाद OBC ने भी कांग्रेस को वोट दिया तो फिर विधानसभा चुनाव में फायदा हो सकता है। 3. BJP ने इसका क्या तोड़ निकाला?
साढ़े 9 साल सरकार चलाने के बाद BJP ने अचानक पंजाबी समुदाय से आते मनोहर लाल खट्टर को सीएम कुर्सी से हटा दिया। उनकी जगह नायब सैनी को CM बना दिया। सैनी OBC वर्ग से आते हैं। इसके अलावा OBC वर्ग के लिए आरक्षण की क्रीमीलेयर की सीमा की सालाना इनकम 6 लाख से बढ़ा 8 लाख कर दी। महेंद्रगढ़ में हुए पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने यह भी घोषणा की कि OBC-B बी वर्ग के लिए 5% आरक्षण, OBC-A वर्ग के लिए पहले से लागू 8% कोटे के अतिरिक्त होगा।
रोहतक में फाइनेंसर रवि हत्याकांड में 4 गिरफ्तार:पैसों के लेनदेन का था विवाद; फोन करके बुला कर मारा, पंजाब में छुपे थे बदमाश
रोहतक में फाइनेंसर रवि हत्याकांड में 4 गिरफ्तार:पैसों के लेनदेन का था विवाद; फोन करके बुला कर मारा, पंजाब में छुपे थे बदमाश हरियाणा के रोहतक के सीआईए-2 पुलिस टीम ने गांव सुनारियां कलां निवासी रवि के ब्लाइंड मर्डर के मामले में मुख्य दो आरोपियों सहित चार को गिरफ्तार किया है। इनको कोर्ट में पेश करके तीन को 8 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। वहीं एक को जेल भेज दिया। खुलासा हुआ है कि हत्या पैसों के लेनेदेन के विवाद में की गई है। रवि को फोन करके बुलाया और फिर उसका मर्डर कर दिया। सीआईए-2 इंचार्ज आजाद कुमार ने बताया कि 8 जुलाई को पुलिस को सूचना मिली कि अग्रसेन बैकेंट हॉल के पीछे एक लाश पड़ी है। पुलिस को मौके से 6 खोल, खून से सनी ईंट, मोटरसाइकिल बरामद हुई। युवक के शरीर पर गोलियों के निशान मिले। मृतक की पहचान गांव सुनारिया कलां निवासी रवि के रुप में हुई। रवि के पिता देवेंद्र की शिकायत के आधार पर थाना शिवाजी कॉलोनी में केस दर्ज किया गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि रवि फाइनेंस का काम करता था। 8 जुलाई को दोपहर करीब 2 बजे रवि अपनी मोटरसाइकिल लेकर घर से निकला था। करीब साढ़े 5 बजे देवेंद्र को सूचना मिली की उसके बेटे रवि की लाश खून से लथपथ अग्रसेन बैंकेट हॉल के पीछे खाली प्लाट मे पड़ी हुई है। आरोपियों का पुराना आपराधिक रिकार्ड
सीआईए-2 के एएसआई दिनेश कुमार व एएसआई संत कुमार की टीम ने आरोपी रोहतक की श्री नगर कॉलोनी निवासी प्रह्लाद व उसके भाई कृष्ण, उत्तर प्रदेश के बागपत हाल जनता कॉलोनी निवासी नवीन उर्फ चढ्ढा व पंजाब के होशियारपुर निवासी ध्रुव को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया कि आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद ध्रुव के पास होशियारपुर में रह रहे थे। आरोपी कृष्ण का पुराना आपराधिक रिकार्ड रहा है। आरोपी ने वर्ष 2016 मे लाढोत रोड पर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। जिसमें आरोपी गिरफ्तार हो चुका है। आरोपी अदालत के आदेश पर वर्ष 2022 मे जमानत पर जेल से बाहर आया। इसके अलावा आरोपी कृष्ण पर वर्ष 2023 में थाना शिवाजी कॉलोनी मे मारपीट व अन्य धाराओं के तहत एक मामला दर्ज है। आरोपी प्रह्लाद व नवीन पर अलग-अलग धाराओं के तहत जिला रोहतक मे दो-दो मामले दर्ज है। इसलिए किया मर्डर
आरोपी प्रह्लाद व नवीन ने अपने साथी सिद्धार्थ व अमित के साथ मिलकर रवि की गोली व ईंटों से हमला कर हत्या करने की वारदात को अंजाम दिया है। आरोपी प्रह्लाद, कृष्ण व नवीन फाइनेंस का काम करते है। रवि के साथ प्रह्लाद व कृष्ण का पैसे के लेने देन था। प्रह्लाद ने फोन करके रवि को बुलाया था। जिसके बाद आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया। वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपी फरार चल रहे है, जिन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
हरियाणा में पुलिस ने किया बदमाश का एनकाउंटर:गाड़ी से पीछा किया, क्रॉस फायरिंग में पैर में गोली लगी; फरीदाबाद-गुरुग्राम में 12 मामले दर्ज
हरियाणा में पुलिस ने किया बदमाश का एनकाउंटर:गाड़ी से पीछा किया, क्रॉस फायरिंग में पैर में गोली लगी; फरीदाबाद-गुरुग्राम में 12 मामले दर्ज हरियाणा के फरीदाबाद में पुलिस की एक बदमाश के साथ मुठभेड़ हो गई। इसमें पुलिस ने बदमाश को दबोच लिया है। क्रॉस फायरिंग के दौरान आरोपी के पैर पर गोली लगी है। उसका उपचार फरीदाबाद के अस्पताल में चल रहा है। बदमाश का नाम विपिन है। वह मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि आरोपी अंतरराज्यीय लूट और चोरी के गिरोह का सदस्य है। वह जेल में था और पिछले महीने ही जमानत पर बाहर आया है। उस पर 12 मामले फरीदाबाद में और एक मामला गुरुग्राम में पहले से ही दर्ज हैं। गुप्ता सूचना पर आरोपी को घेरा
पुलिस के अनुसार, 4 दिसंबर (बुधवार) की रात को फरीदाबाद क्राइम ब्रांच सेक्टर-85 की टीम गश्त पर थी। इसी दौरान टीम को गुप्त सूत्रों से सूचना मिली कि अंतरराज्यीय लूट व चोरी के गिरोह का एक सदस्य विपिन चंदीला चौक पर आएगा। विपिन अपनी गैंग के साथ फरीदाबाद में लगातार आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहा है। इसलिए, गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम चंदीला चौक पर पहुंची। टीम का नेतृत्व क्राइम ब्रांच सेक्टर-85 के प्रभारी SI महेंद्र सिंह कर रहे थे। उनके साथ हेड कॉन्स्टेबल संदीप, सिपाही हरकेश, सिकंदर, संजय और ड्राइवर नवनीत थे। क्रॉस फायरिंग में आरोपी के पैर में गोली लगी
इसी दौरान आरोपी विपिन XUV 500 गाड़ी में सवार होकर आया। उसने जैसे ही पुलिस टीम को देखा तो अपनी गाड़ी भाग ली। क्राइम ब्रांच की टीम ने उसका पीछा किया। कुछ दूरी पर जाकर आरोपी ने अपनी गाड़ी रोकी और गाड़ी से उतरकर पुलिस टीम पर फायरिंग करने लगा। इस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने भी गोलियां चलाईं। इसमें एक गोली आरोपी के पैर पर जाकर लगी। गोली लगते ही पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया और इलाज के लिए BK अस्पताल में भर्ती कराया। आरोपी विपिन बिहार के गांव राज सिनोरासा का रहने वाला है। इस समय वह फरीदाबाद के बीपीटीपी सेक्टर-77 की KLJ सोसाइटी में रह रहा था। आरोपी ने 10 चोरियों की बात कबूली
पुलिस ने विपिन पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, जान से मारने की नीयत से पुलिस पर फायर करने की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत थाना BPTP में मामला दर्ज किया है। पूछताछ में पता चला है कि जमानत से आने के बाद आरोपी ने अपनी गैंग के साथ मिलकर फरीदाबाद में 7, नोएडा में 2 और गुरुग्राम में 1, कुल 10 चोरियां की हैं। 3 दिसंबर की रात को NIT क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक की दुकानों में अपनी गैंग के साथ की गई चोरी को भी उसने कबूल किया गया है। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ पुलिस एनकाउंटर की यह खबर भी पढ़ें… हरियाणा में पुलिस-बदमाशों में मुठभेड़, एक की मौत:बुलेटप्रूफ जैकेट से SI की जान बची; ट्रिपल मर्डर के मास्टरमाइंड को भी गोली लगी हरियाणा के रोहतक में मंगलवार रात पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ हो गई। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में गैंगस्टर राहुल उर्फ बाबा व उसका एक साथी घायल हो गया, जबकि 50 हजार के इनामी बदमाश की मौत हो गई। घायलों को रोहतक PGI में भर्ती कराया गया है। बुलेटप्रूफ जैकेट के कारण सब इंस्पेक्टर की जान बच गई। पूरी खबर पढ़ें…