पंचकूला के सेक्टर-20 पार्ट-2 के एक घर में 21 वर्षीय युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हाल ही में छठ पूजा मनाने अपने माता-पिता के साथ छपरा गई थी। पूजा के बाद वह अकेली पंचकूला लौट आई थी, जबकि उसके माता-पिता वहीं रुके हुए थे। घटना बुधवार रात की की है। मृतका की पहचान पिंकी के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के छपरा जिले की निवासी थी। पिंकी अपने घर में अकेली रहती थी और उसके मामा पास के मकान में ही रहते थे। फोन नहीं उठाया तो पता चला सोमवार सुबह जब पिंकी ने परिवार वालों का फोन नहीं उठाया, तो चिंतित परिवार ने उसके मामा को जानकारी दी। मामा ने जब पिंकी के घर जाकर दरवाजा खटखटाया, तो कोई जवाब नहीं मिला। दरवाजा तोड़ने पर देखा गया कि पिंकी ने फांसी लगा ली थी। मामले की जांच कर रही पुलिस घटना की सूचना मिलते ही सेक्टर 20 थाना प्रभारी सुखबीर सिंह और जांच अधिकारी संजीव मौके पर पहुंचे। साथ ही सीन ऑफ क्राइम टीम ने घटनास्थल से जरूरी साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। शुरुआती जांच में किसी सुसाइड नोट का पता नहीं चला है। मामले में मृतका के परिजनों और पड़ोसियों से पूछताछ जारी है। पंचकूला के सेक्टर-20 पार्ट-2 के एक घर में 21 वर्षीय युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हाल ही में छठ पूजा मनाने अपने माता-पिता के साथ छपरा गई थी। पूजा के बाद वह अकेली पंचकूला लौट आई थी, जबकि उसके माता-पिता वहीं रुके हुए थे। घटना बुधवार रात की की है। मृतका की पहचान पिंकी के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के छपरा जिले की निवासी थी। पिंकी अपने घर में अकेली रहती थी और उसके मामा पास के मकान में ही रहते थे। फोन नहीं उठाया तो पता चला सोमवार सुबह जब पिंकी ने परिवार वालों का फोन नहीं उठाया, तो चिंतित परिवार ने उसके मामा को जानकारी दी। मामा ने जब पिंकी के घर जाकर दरवाजा खटखटाया, तो कोई जवाब नहीं मिला। दरवाजा तोड़ने पर देखा गया कि पिंकी ने फांसी लगा ली थी। मामले की जांच कर रही पुलिस घटना की सूचना मिलते ही सेक्टर 20 थाना प्रभारी सुखबीर सिंह और जांच अधिकारी संजीव मौके पर पहुंचे। साथ ही सीन ऑफ क्राइम टीम ने घटनास्थल से जरूरी साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। शुरुआती जांच में किसी सुसाइड नोट का पता नहीं चला है। मामले में मृतका के परिजनों और पड़ोसियों से पूछताछ जारी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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स्वास्थ्य मंत्री आरती बोलीं- HMPV वायरस से घबराएं नहीं:कोविड जैसी महामारी से जीत चुके, सामूहिक विवाह में शिरकत करने पहुंची थी रेवाड़ी रेवाड़ी में श्री श्याम समिति ट्रस्ट द्वारा 22वां सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राज्य स्वास्थ्य मंत्री आरती राव शिरकत करने पहुंची। मंत्री आरती सिंह राव ने HMPV वायरस को लेकर लोगों को आश्वस्त किया है। उन्होंने कहा कि इस वायरस से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। आरती राव ने बताया कि राज्य सरकार ने सभी जिलों के उपायुक्तों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (CMO) को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सर्दी के मौसम में खांसी-जुकाम आम बात है और हरियाणा एचएमटी वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने याद दिलाया कि राज्य कोविड जैसी गंभीर महामारी से भी सफलतापूर्वक लड़ चुका है। सभी अस्पतालों में आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। दवाओं की उपलब्धता के बारे में बोलते हुए मंत्री ने बताया कि निजी अस्पतालों में पेरासिटामोल सहित अन्य आवश्यक दवाओं की कमी नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए अस्पतालों में अधिक इस्तेमाल होने वाली दवाओं की सूची तैयार की जा रही है। कार्यक्रम में श्री श्याम सेवा समिति ट्रस्ट के 22वें सामूहिक विवाह सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंची आरती राव ने संस्था को 15 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने रेवाड़ी के माजरा में निर्माणाधीन एम्स के बारे में भी जानकारी दी और कहा कि जल्द ही वहां ओपीडी सेवाएं शुरू की जाएंगी।
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जींद में दिल्ली हाई कोर्ट के वकील ने आत्महत्या:पत्नी की प्रताड़ना से परेशान था, 3 साल पहले हुआ था प्रेम विवाह दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत करने वाले जीन्द के वकील ने पत्नी और उसके मायका पक्ष के लोगों की प्रताड़ना से आहत होकर घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत पर पत्नी प्रांजली, इंदु बत्रा, दीपक बत्रा, विनोद बत्रा, दर्शन बत्रा और भीम सिंह के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साल 2020 में हुई थी शादी शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में बसंत बिहार कालोनी निवासी सुरजमल ने बताया कि उसकी बेटा पुष्पेंद्र दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत करता था। उसके बेटे ने वर्ष 2020 में गांधी नगर निवासी प्रांजली से लव मेरिज की थी। उनकी शादी के बाद दोनों को एक लडका भी हुआ, जो अभी तीन वर्ष का है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्राजंली वर्ष 2016 में राजस्थान में जीएसटी विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी लगी थी। उनकी नौकरी के बाद दोनों ने शादी की थी। प्रांजली की ड्यूटी गंगानगर में थी। शादी के बाद लडका होने पर प्रांजली कुछ दिन उनके घर पर भी रही। इस दौरान दोनों पति पत्नी में कई बार विवाद हुआ। तो वह अपने बेटे को लेकर गांधी नगर में अपने माता पिता के पास चली गई। पैसे मांगने का दबाव बनाती थी पत्नी इस दौरान प्रांजली अपने परिजनों को लेकर उनके घर आती और पुष्पेंद्र पर रुपए मांगकर नाजायज दबाव बनाती थी। इसको लेकर वह पुष्पेंद्र के साथ मारपीट भी करती थी। प्रांजली की छुट्टी समाप्त होने पर वह अपनी ड्यूटी के दौरान घर पर अकेली रहने लगी। जब पुष्पेंद्र उनके पास जाता तो उसके साथ रुपयों की मांग कर झगड़ा करती थी। लेकिन अपने वेतन से पुष्पेंद्र को रुपए नहीं देती थी। घर के कमरे में लगाई फांसी उन्होंने आरोप लगाया कि 23 जुलाई 2022 को जब पुष्पेंद्र विवान बेटे से मिलने गंगानगर गया तो उसके साले दीपक बत्रा ने फोन कर जानकारी दी कि उसके बेटे की तबीयत खराब है। जब वह वहां गए तो उसने ससुराल पक्ष के लोगों पर जहरीला पदार्थ देने का आरोप लगाया। इसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया था। पत्नी और ससुराल पक्ष के लोगों की प्रताड़ना से परेशान होकर उसके बेटे ने सोमवार रात को घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शहर थाना पुलिस ने पत्नी समेत उसके मायका पक्ष के छह लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
राव इंद्रजीत की नजर हरियाणा की 7 विधानसभा सीटों पर:बेटी को एडजस्ट करेंगे; अहीरवाल में अपने समर्थकों को टिकट दिलाने की तैयारी
राव इंद्रजीत की नजर हरियाणा की 7 विधानसभा सीटों पर:बेटी को एडजस्ट करेंगे; अहीरवाल में अपने समर्थकों को टिकट दिलाने की तैयारी हरियाणा में अहीरवाल बेल्ट की राजनीति को अपने हिसाब से चलाने वाले गुरुग्राम से मौजूदा सांसद व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह सधी हुई राजनीति के तहत प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं। शुक्रवार को वह रेवाड़ी के डहीना पहुंचे। यहां जनसभा में उन्होंने कहा, ‘मैं कई बार MLA और MP बन चुका हूं। महेंद्रगढ़ से भी जीता और गुरुग्राम से भी। अब मैं नई पीढ़ी को आगे लाना चाहते हूं।’ राजनीतिज्ञ बताते हैं कि राव का इशारा उनकी बेटी आरती राव की ओर है। वह इस विधानसभा चुनाव में न सिर्फ बेटी को पूरी तरह राजनीति में एडजस्ट करेंगे, बल्कि अपने समर्थकों को भी अहीरवाल बेल्ट के 3 जिलों रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम में ज्यादा से ज्यादा टिकट दिलाने की कोशिश करेंगे, ताकि रामपुरा हाउस का दबदबा बना रहे। गृहमंत्री शाह ओलसोल ठीक कर गए
राव इंद्रजीत इस समय केंद्र सरकार की तारीफ और प्रदेश सरकार की मुखलफ़त करने से नहीं चूक रहे। 16 जुलाई को जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह महेंद्रगढ़ आए थे तो उन्हीं के मंच से राव ने क्रीमीलेयर की वार्षिक आय सीमा बढ़ाने वाले फैसले पर हरियाणा सरकार पर कटाक्ष किया। शुक्रवार को भी डहीना के मंच से भी राव ने इसी तरह का तंज फिर से कसा। उन्होंने यहां पर कहा कि 2 सप्ताह पहले अमित शाह जब आए तो यहां जो ओलसोल (गड़बड़) हुई उसे ठीक कर गए। 7 सीटों पर राव की नजर
अहीरवाल में विधानसभा की 11 सीटें है, जिन्हें यादव बाहुल्य कहा जाता है। इनमें गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ की 4-4 और रेवाड़ी जिले की 3 विधानसभा सीटें शामिल हैं। राव की कोशिश है कि महेंद्रगढ़ जिले की अटेली और नारनौल के अलावा, रेवाड़ी की तीनों सीटें बावल, कोसली और रेवाड़ी के साथ गुरुग्राम जिले में बादशाहपुर और पटौदी सीटों पर अपने नेताओं को टिकट दिलाई जाए। इन सीटों पर राव विरोधी नेताओं ने भी पूरा जोर लगाया हुआ है। फिर भी राव ने इस दावेदारी को शुक्रवार को भी मजबूती देने की कोशिश की। डहीना में उन्होंने कहा, ‘मेरी टिकट कटवाने वाले इस बार भी काफी घूम रहे थे।’ राव ने इस बयान से अपने विरोधियों को संदेश दिया कि उनकी पकड़ अब भी मजबूत है। मेरे से छोटे बना दिए कैबिनेट मंत्री, मैं नहीं
राव इंद्रजीत ने इस बार गुरुग्राम से ही लोकसभा चुनाव लड़े। उन्होंने चुनाव में कांग्रेस नेता राज बब्बर को मात दी। इसके बाद राव इंद्रजीत को केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया है। इससे राव इंद्रजीत खुश नजर नहीं आते। करीब 10 दिन पहले महेंद्रगढ़ के सेहलंग गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राव इंद्रजीत ने कहा कि वह लगातार छठी बार सांसद बने हैं। वर्ष 2004 में भी वह राज्यमंत्री थे और अब 2024 में भी राज्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरे से छोटे पहली बार जीतकर आए लोगों को कैबिनेट में शामिल कर लिया गया। हमारी अनदेखी की गई।’ 2019 में राव की सिफारिश पर मिले टिकट
महेंद्रगढ़ जिले की नांगल चौधरी सीट की बात करें तो यहां राव इंद्रजीत के धुर विरोधी डॉ. अभय सिंह 2 बार से MLA और वर्तमान प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री हैं। उन्हें मनोहर लाल खट्टर का खास माना जाता है। ऐसे में उनकी टिकट कटने की संभावनाएं कम हैं। जबकि, महेंद्रगढ़ सीट पर BJP के पुराने नेता पंडित राम बिलास शर्मा दावेदार हैं। राम बिलास और राव इंद्रजीत के बीच किसी तरह का मनमुटाव नहीं है। ऐसे में महेंद्रगढ़ सीट पर राव की दावेदारी की कोई गुजाइंश नहीं है। 2019 के विधानसभा चुनाव में रेवाड़ी, बावल, कोसली, अटेली, नारनौल और बादशाहपुर सीट पर राव की सिफारिश पर ही पार्टी ने टिकट बांटे थे। इस बार राव पटौदी सीट भी अपने समर्थित नेता को ही दिलवाना चाहते हैं। पिछली बार भितरघात के चलते कुछ सीटें हारी थी BJP
5 साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में BJP इन 11 सीटों में से कुछ सीटें भितरघात के चलते हार गई थी। इनमें महेंद्रगढ़, रेवाड़ी और बादशाहपुर सीटें शामिल हैं। रेवाड़ी में पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास तो बादशाहपुर में उस वक्त के सीटिंग MLA और कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह की टिकट कट गई थी। रणधीर सिंह कापड़ीवास ने बागी होकर चुनाव लड़ा, जिसकी वजह से BJP उम्मीदवार सुनील मुसेपुर चुनाव हार गए। इसी तरह बादशाहपुर में निर्दलीय प्रत्याशी राकेश दौलताबाद और महेंद्रगढ़ सीट पर कांग्रेस के राव दान सिंह ने जीत दर्ज की थी। अहीरवाल में राव इंद्रजीत परिवार का दबदबा
बता दें कि अहीरवाल में गुरुग्राम से लेकर नांगल चौधरी तक राव इंद्रजीत सिंह के परिवार रामपुरा हाउस का दबदबा है। राव इंद्रजीत सिंह खुद 5 बार सांसद और 4 बार MLA बन चुके हैं। उनके पिता राव वीरेंद्र सिंह प्रदेश के दूसरे मुख्यमंत्री बने थे। राव इंद्रजीत सिंह का परिवार गुरुग्राम से लेकर महेंद्रगढ़ जिले की अलग-अलग सीटों पर चुनाव लड़ता रहा है। इस बार राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव अटेली या फिर बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ सकती हैं।