पंचकूला जिले में पुलिस और वाहन चोरी करने वाले बदमाशों के बीच बुधवार सुबह मुठभेड़ हुई है। एनकाउंटर की यह कार्रवाई तब हुई, जब बदमाश पंचकूला के रायपुर-रानी मट्टा वाला मार्ग पर भागने का प्रयास कर रहे थे और पुलिस उनका पीछा कर रही थी। इस दौरान भागने के चक्कर में बदमाशों ने पुलिस के बैरिकेड्स और कर्मियों को टक्कर मारने की भी कोशिश की। साथ ही पुलिस पर गोलियां भी चलाईं। 2 बदमाशों को किया काबू बदमाशों की गोलीबारी में किसी पुलिसकर्मी को नुकसान नहीं पहुंचा। वहीं अपने बचाव और बदमाशों को पकड़ने के लिए जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 2 बदमाश काबू कर लिए। कुछ बदमाश इस दौरान फरार हुए बताए जा रहे हैं। जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस दबिश दे रही है। नाकेबंदी कर पंचकूला किया सील बताया जाता है कि बुधवार तड़के पुलिस का डीटैक्टिव स्टाफ गुप्त सूचना पाकर वाहन चोरी करने वाले इन बदमाशों की गाड़ी का पीछा कर रहा था। पुलिस को सूचना मिली थी कि बादमाश चोरी की गाड़ी में सवार हैं। सूचना के बाद पूरे पंचकूला को नाकेबंदी कर सील कर दिया गया। वहीं पुलिस नारायणगढ़, अंबाला और यमुनानगर पुलिस को बदमाशों की सूचना देकर ठिकानों पर दबिश दे रही थी। बदमाशों को लेकर पूछताछ के लिए पुलिस रवाना इस बीच जब पुलिस कर्मियों ने बदमाशों की घेरा बंदी की, तो उन्होंने गाड़ी से बैरिकेड्स तोड़ कर्मियों को टक्कर मारने की भी कोशिश की। बदमाशों ने भागने के लिए पुलिस पर फायरिंग तक कर दी। पुलिस ने भी डट कर बदमाशों की फायरिंग के जवाब में अपनी कार्रवाई की और दो बदमाशों को धर दबोचा। बदमाशों को लेकर पुलिस पूछताछ के लिए रवाना हो गई है। पंचकूला जिले में पुलिस और वाहन चोरी करने वाले बदमाशों के बीच बुधवार सुबह मुठभेड़ हुई है। एनकाउंटर की यह कार्रवाई तब हुई, जब बदमाश पंचकूला के रायपुर-रानी मट्टा वाला मार्ग पर भागने का प्रयास कर रहे थे और पुलिस उनका पीछा कर रही थी। इस दौरान भागने के चक्कर में बदमाशों ने पुलिस के बैरिकेड्स और कर्मियों को टक्कर मारने की भी कोशिश की। साथ ही पुलिस पर गोलियां भी चलाईं। 2 बदमाशों को किया काबू बदमाशों की गोलीबारी में किसी पुलिसकर्मी को नुकसान नहीं पहुंचा। वहीं अपने बचाव और बदमाशों को पकड़ने के लिए जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 2 बदमाश काबू कर लिए। कुछ बदमाश इस दौरान फरार हुए बताए जा रहे हैं। जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस दबिश दे रही है। नाकेबंदी कर पंचकूला किया सील बताया जाता है कि बुधवार तड़के पुलिस का डीटैक्टिव स्टाफ गुप्त सूचना पाकर वाहन चोरी करने वाले इन बदमाशों की गाड़ी का पीछा कर रहा था। पुलिस को सूचना मिली थी कि बादमाश चोरी की गाड़ी में सवार हैं। सूचना के बाद पूरे पंचकूला को नाकेबंदी कर सील कर दिया गया। वहीं पुलिस नारायणगढ़, अंबाला और यमुनानगर पुलिस को बदमाशों की सूचना देकर ठिकानों पर दबिश दे रही थी। बदमाशों को लेकर पूछताछ के लिए पुलिस रवाना इस बीच जब पुलिस कर्मियों ने बदमाशों की घेरा बंदी की, तो उन्होंने गाड़ी से बैरिकेड्स तोड़ कर्मियों को टक्कर मारने की भी कोशिश की। बदमाशों ने भागने के लिए पुलिस पर फायरिंग तक कर दी। पुलिस ने भी डट कर बदमाशों की फायरिंग के जवाब में अपनी कार्रवाई की और दो बदमाशों को धर दबोचा। बदमाशों को लेकर पुलिस पूछताछ के लिए रवाना हो गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कुमारी सैलजा बोलीं-हरियाणा में दलित CM क्यों नहीं:कहा- विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं; हाईकमान की चेतावनी के बाद हुड्डा संग टिकट बंटवारे पर राजी
कुमारी सैलजा बोलीं-हरियाणा में दलित CM क्यों नहीं:कहा- विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं; हाईकमान की चेतावनी के बाद हुड्डा संग टिकट बंटवारे पर राजी हरियाणा चुनाव के बीच सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कांग्रेस सरकार बनने पर CM कुर्सी पर दावा ठोक दिया है। कुमारी सैलजा ने एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा- ”लोगों की व्यक्तिगत और जातीय आधार पर महत्वकांक्षा होती है, मेरी भी है। मैं राज्य में काम करना चाहती हूं। विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं। हालांकि अंतिम फैसला हाईकमान करेगा।” कुमारी सैलजा प्रदेश में कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा हैं। उनकी इस दावेदारी से पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा ग्रुप की टेंशन बढ़ा दी है। अभी हुड्डा सैलजा के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद आश्वस्त थे कि कांग्रेस सरकार बनने की सूरत में CM कुर्सी को लेकर उनकी राह में कोई रोड़ा नहीं होगा। वहीं कांग्रेस हाईकमान ने भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा के बीच टिकट बंटवारे को लेकर नाराजगी जताई। जिसके बाद वे एक-दूसरे के समर्थक उम्मीदवारों को टिकट देने को लेकर सहमत हो सकते हैं। हालांकि खुले तौर पर हरियाणा में दोनों के बीच अभी मतभेद बरकरार हैं। दोनों की एक-दूसरे के कार्यक्रम में जाना तो दूर, अपने प्रोग्रामों में दूसरे की फोटो तक नहीं लगाई जा रही। सैलजा ने कहा- पार्टी ने CM चेहरा घोषित नहीं किया
सैलजा ने सीएम कुर्सी की दावेदारी को लेकर कहा कि कांग्रेस कभी सीएम चेहरा घोषित नहीं करती। सरकार में होने पर सीएम रहा व्यक्ति पार्टी की अगुआई करता है। मगर, विपक्ष में रहने पर पार्टी किसी को सीएम चेहरा नहीं बनाती। सैलजा ने कहा कि देश में अनुसूचित जातियों ने कांग्रेस को बड़ा समर्थन दिया है। जब दूसरी जातियों के नेता मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो फिर अनुसूचित जातियों से क्यों नहीं। सैलजा ने सीधे तौर पर हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने पर दलित सीएम की दावेदारी पेश कर दी। करीबियों के टिकट आवंटन पर ऐसे बनीं सहमति
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक टिकट बंटवारे में हुड्डा और सैलजा की लड़ाई हाईकमान को रास नहीं आई। इसी वजह से हाईकमान ने टिकट बंटवारे का पूरा काम अपने हाथ में ले लिया। हाईकमान ने दोटूक कह दिया कि अगर उनकी सहमति नहीं बनती तो फिर हाईकमान अपने हिसाब से फैसला लेगा। जिससे हुड्डा और सैलजा के करीबियों को बड़ा झटका लग सकता था। इसे देखते हुए अब दोनों पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा में टिकट बांटने को लेकर सहमति बनने की चर्चा है। सूत्रों के मुताबिक दोनों नेता इस बात पर राजी हो गए हैं कि वह एक दूसरे के करीबियों के टिकट आवंटन में कुछ नहीं बोलेंगे। बताया जा रहा है कि सैलजा हुड्डा को अधिक सीट देने पर राजी हो गई हैं। वहीं हुड्डा भी सैलजा को 20 से 25 सीटें देने पर राजी हो गए हैं। इनमें वे सीटें शामिल हैं जिन पर बीजेपी मजबूत है। दोनों नेताओं की दिल्ली में बैठक हो चुकी है। अब दोनों नेता एक-दूसरे को अपनी-अपनी पसंद की सीटों की लिस्ट शेयर करने वाले हैं। इसको लेकर हुड्डा और सैलजा दोनों के ही समर्थकों ने दिल्ली में डेरा डाल लिया है। एक मंच पर नजर आएगी पूरी कांग्रेस
जल्द ही पूरी कांग्रेस एक मंच पर भी नजर आएगी। टिकटों पर नेताओं की बनी आपसी सहमति लोगों को भी दिखाई देगी। दोनों नेताओं में सहमति होने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से तय किया गया है कि गुटबाजी की चर्चाओं को थामने के लिए बड़े नेता एक मंच पर आएंगे। प्रदेश स्तरीय जितने कार्यक्रम होंगे, सब एक साथ रहेंगे। वहीं अगर नेता अपने इलाकों में कोई प्रोगाम करना चाहते हैं तो वह कर सकते हैं, मगर जब बात प्रदेश ही होगी तो नेताओं को एक मंच पर आना ही होगा। इससे जनता में मैसेज जाएगा कि कांग्रेस में किसी तरह की गुटबाजी नहीं है। गुटबाजी के कारण कांग्रेस 10 साल से सत्ता से बाहर
कांग्रेस में गुटबाजी नई नहीं है। कांग्रेस के हरियाणा में 10 साल सत्ता से बाहर रहने के पीछे गुटबाजी को बड़ी वजह माना जाता है। 2014 में कांग्रेस 15 और 2019 में 31 सीटें ही जीत पाई थी। 2019 में भाजपा ने बहुमत की सरकार बनाई तो 2019 में जजपा के साथ गठबंधन कर सरकार बना कांग्रेस केा झटका दे दिया। कांग्रेस का इन सीटों पर फोकस
कांग्रेस आगामी चुनाव में इन सीटों पर फोकस कर रही है। पानीपत, अंबाला, करनाल, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों पर कांग्रेस ज्यादा ध्यान दे रही है। कांग्रेस सितंबर के पहले सप्ताह में घोषित करेगी उम्मीदवार
कांग्रेस की 26 अगस्त से स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक शुरू हो रही है। यह बैठक 4 से 5 दिन तक चलेगी। वहीं दिल्ली में इससे पहले अलग-अलग बैठकों का दौर हरियाणा विधानसभा चुनावों को लेकर शुरू हो गया है। मेनिफेस्टों कमेटी की बैठक समांतर चल रही है। माना जा रहा है कि यह सभी बैठकें खत्म होने के बाद ही सितंबर के पहले सप्ताह में कांग्रेस की पहली सूची जारी होगी। इस सूची के बाद कांग्रेस की दूसरी और तीसरी सूची जारी होगी। सबसे अंत में उन विधानसभा की सूची जारी होगी जिनका पेंच फंसेगा।
फरीदाबाद में बीके अस्पताल में फर्श पर गिरा शव:परिजनों को दिया 3 पहियों का टूटा स्ट्रैचर; स्टाफ पर भड़के, करंट से हुई मौत
फरीदाबाद में बीके अस्पताल में फर्श पर गिरा शव:परिजनों को दिया 3 पहियों का टूटा स्ट्रैचर; स्टाफ पर भड़के, करंट से हुई मौत हरियाणा के फरीदाबाद में बादशाह खान सिविल अस्पताल में अव्यवस्था खत्म नहीं हो रही। शुक्रवार शाम को यहां एक व्यक्ति के शव को ले जाने के लिए अस्पताल स्टाफ ने टूटा हुआ स्ट्रैचर दे दिया। कुछ देर बाद ही शव इससे जमीन पर जा गिरा। इस घटना के बाद परिजन गुस्सा उठे। अस्पताल में आने वाले लोगों का कहना है कि इस तरह की अव्यवस्थाएं यहां आम बात हैं। अधिकारी इनको लेकर कोई कदम नहीं उठा रहे। जानकारी के अनुसार नवादा गांव का रहने वाला 29 जितेंद्र कुमार शुक्रवार शाम को अपने पड़ोस में विनोद के घर पर वॉशिंग मशीन ठीक करने के लिए गया था। चचेरे भाई राहुल ने बताया कि जितेंद्र को मशीन ठीक करते समय बिजली का करंट लगा। वे उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जब वे जितेंद्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए बीके अस्पताल की मोर्चरी में ले जाने लगे तो उनको टूटा हुआ स्ट्रैचर दिया गया। राहुल ने बताया कि स्ट्रैचर में केवल तीन पहिए थे, उसका एक पहिया गायब था। इसके चलते जब स्ट्रैचर को धक्का मारा गया तो जितेंद्र का शव धड़ाम से फर्श पर जा गिरा। इसके चलते जितेंद्र के परिजनों का गुस्सा भड़क उठा। उन्होंने अस्पताल स्टाफ की इस लापरवाही पर उन्हें काफी खरी खोटी सुनाई। जैसे तैसे परिजनों को समझा बुझा कर शांत किया गया। इसके बाद वह इमरजेंसी वार्ड के बाहर रखे दूसरे स्ट्रैचर को लेने गए। वहां पर केवल एक ही स्ट्रैचर रखा हुआ था और वह भी टूटा हुआ था। उसके भी तीन ही पहिए थे। उन्होंने हालात को देखते हुए शव को बड़ी मुश्किल से मोर्चरी तक पहुंचाया। बीके अस्पताल के पीएमओ दारा सिंह राठी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वे इसकी जांच कराएंगे। इसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
करनाल में विवाहिता के साथ जुल्म:दो लाख लाने की रखी मांग, डिमांड पूरी न होने पर मारपीट, 2 साल पहले हुई थी शादी
करनाल में विवाहिता के साथ जुल्म:दो लाख लाने की रखी मांग, डिमांड पूरी न होने पर मारपीट, 2 साल पहले हुई थी शादी हरियाणा में करनाल के सेक्टर 32-33 थाना क्षेत्र में की एक कालोनी में विवाहिता ने अपने ससुराल पर दहेज प्रताड़ना और मारपीट के गंभीर आरोप लगाए है। विवाहिता का आरोप है कि उसके ससुराल वालो ने उससे 2 लाख रुपए की मांग की। जब वह पैसे नहीं लापाई तो मारपीट की गई। इतना ही नहीं पीड़िता को पंचायत में तलाक के लिए भी मजबूर किया गया। इसके साथ ही पीड़िता को जान से मारने की धमकी मिली। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को की और अपने पति, ससुराल पक्ष और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है और जांच जारी है। दो साल पहले हुई थी शादी शिकायतकर्ता विवाहिता ने बताया कि उसकी शादी नवदीप शर्मा से 7 दिसंबर 2022 को सिख रिवाजों के अनुसार शादी की थी। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष का बर्ताव उसके प्रति सही नहीं था। पीड़िता ने कहा कि शादी में उनके पिता ने अपनी हैसियत से बढ़कर दहेज दिया था और लगभग 20 लाख रुपये खर्च किए थे। इसके बावजूद ससुराल पक्ष उनसे लगातार दहेज की मांग करता रहा और उन्हें ताने मारता था कि वह उनकी उम्मीदों के अनुसार दहेज नहीं लाई। 2 लाख रुपये की मांग, मारपीट और धमकी विवाहिता का आरोप है कि उसकी सास और अन्य ससुराल वालों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उससे 2 लाख रुपए की मांग की, जोकि उनके जेठ द्वारा खरीदे गए फ्लैट की कमी पूरी करने के लिए था। पीड़िता के इनकार करने पर उन्हें घर से निकालने की धमकी दी गई और उनके साथ मारपीट भी की गई। सास ने यह भी कहा कि कंचन का परिवार सरकारी नौकरी में है और उनके पास पैसे की कोई कमी नहीं है, इसलिए उनकी मांगें पूरी करनी होंगी। पंचायत में तलाक के लिए मजबूर किया शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने मिलकर एक षड्यंत्र रचा, जिसके तहत उसे पंचायत के सामने मजबूर किया गया कि वह तलाक के लिए सहमति दें। ब्राह्मण सभा में हुई पंचायत में ससुराल पक्ष ने यह स्वीकार किया कि पीड़िता को 6.5 लाख रुपये और उनका स्त्रीधन वापस किया जाएगा और तलाक आपसी सहमति से लिया जाएगा। लेकिन कंचन का कहना है कि इस समझौते के लिए उन्हें धमकाया गया और बिरादरी से बेदखल करने की धमकी भी दी गई। वीजा लग चुका है तलाक की जरूरत नहीं पीड़िता का आरोप है कि जब उन्होंने बीती 29 मई को तलाक के लिए बात की, तो उनके ससुराल पक्ष ने तलाक देने से इनकार कर दिया और कहा कि नवदीप का वीजा लग चुका है, इसलिए अब तलाक की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही, उनके देवर हन्नी ने उन्हें लाइसेंसी गन दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने पंचायत के फैसले को भी अस्वीकार किया है, जिसमें उन्हें 6.5 लाख रुपये देने और तलाक के लिए मजबूर किया गया था। वह चाहती हैं कि आरोपियों के खिलाफ एक्शन हो। पुलिस ने किया मामला दर्ज सेक्टर 32,33 थाना के जांच अधिकारी कुसुम ने बताया कि विवाहिता ने अपने ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना के आरोप लगाए है। शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।