हरियाणा में विद्युत उपभोक्ता संरक्षण सेल शुरू:डिविजनल लेवर पर गठित होंगे शिकायत निवारण मंच, HERC मेंबर बोले- एसडीओ स्तर पर हो निपटारा

हरियाणा में विद्युत उपभोक्ता संरक्षण सेल शुरू:डिविजनल लेवर पर गठित होंगे शिकायत निवारण मंच, HERC मेंबर बोले- एसडीओ स्तर पर हो निपटारा

हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (HERC) ने बिजली उपभोक्ताओं के अधिकारों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए यमुनानगर से उपभोक्ता संरक्षण सेल (CAC) के अभियान की शुरुआत की गई। आयोग के सदस्य (विधि) मुकेश गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित पहली फील्ड मीटिंग में आयोग, वितरण निगमों के वरिष्ठ अधिकारी और उपभोक्ता संगठनों के सदस्य शामिल हुए। मुकेश गर्ग ने कहा कि, उपभोक्ताओं की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए शिकायत निवारण प्रणाली को जमीनी स्तर तक प्रभावी बनाना आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य में 21 सर्कल स्तरीय, 4 जोनल और 2 कॉर्पोरेट स्तर के उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच (CGRF) कार्यरत हैं। उपभोक्ता सुविधा को बढ़ाने के लिए अब डिविजनल स्तर पर भी CGRF गठित करने का निर्णय लिया गया है। एसडीओ लेवल पर शिकायतों का शीघ्र निपटान हो मीटिंग में गर्ग ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि उपभोक्ता शिकायतों को गंभीरता से दर्ज कर समयबद्ध तरीके से उनका समाधान किया जाए। एसडीओ स्तर पर हल हो सकने वाली शिकायतों का निपटारा प्राथमिकता से हो और अन्य शिकायतों पर संतोषजनक उत्तर दिया जाए। उपभोक्ताओं के साथ असंवेदनशील व्यवहार की किसी भी स्थिति में अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि CGRF के आदेशों की अवहेलना पर विद्युत अधिनियम, 2003 की धारा 142 और 146 के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। मीटिंग में 1912 हेल्प लाइन की जानकारी दी मीटिंग के दौरान उपभोक्ताओं को 1912 हेल्पलाइन, CGRF व्यवस्था और शिकायत निवारण प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई। उपभोक्ताओं ने अपनी समस्याएं खुलकर साझा कीं, जिन पर तुरंत संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों ने समाधान का आश्वासन दिया।गर्ग ने कहा कि उपभोक्ता संरक्षण को केवल नीति नहीं, बल्कि व्यवहार में लागू करना आवश्यक है। आयोग द्वारा CAC के नेतृत्व को स्वयं संभालना देश में अपनी तरह का पहला प्रयास है, जो उपभोक्ता अधिकारों के प्रति आयोग की गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साइबर फ्रॉड से बचने पर बल दिया मीटिंग में उन्होंने उपभोक्ताओं को साइबर धोखाधड़ी से सतर्क रहने और जागरूकता बढ़ाने पर भी बल दिया। अंत में उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पहल हरियाणा के बिजली क्षेत्र में उपभोक्ता सेवा सुधार की दिशा में एक मील का पत्थर सिद्ध होगी। मीटिंग में विद्युत लोकपाल आरके खन्ना, चीफ इंजीनियर (ऑपरेशन) चंदन सिंह, अधीक्षण अभियंता पुनीत कुंडू, संयुक्त निदेशक मनोज गर्ग, संयुक्त निदेशक (विधि) अलोका शर्मा, उप निदेशक (मीडिया) एवं CAC संयोजक प्रदीप मलिक, UHBVN के कार्यकारी अभियंता और उपभोक्ता प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (HERC) ने बिजली उपभोक्ताओं के अधिकारों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए यमुनानगर से उपभोक्ता संरक्षण सेल (CAC) के अभियान की शुरुआत की गई। आयोग के सदस्य (विधि) मुकेश गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित पहली फील्ड मीटिंग में आयोग, वितरण निगमों के वरिष्ठ अधिकारी और उपभोक्ता संगठनों के सदस्य शामिल हुए। मुकेश गर्ग ने कहा कि, उपभोक्ताओं की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए शिकायत निवारण प्रणाली को जमीनी स्तर तक प्रभावी बनाना आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य में 21 सर्कल स्तरीय, 4 जोनल और 2 कॉर्पोरेट स्तर के उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच (CGRF) कार्यरत हैं। उपभोक्ता सुविधा को बढ़ाने के लिए अब डिविजनल स्तर पर भी CGRF गठित करने का निर्णय लिया गया है। एसडीओ लेवल पर शिकायतों का शीघ्र निपटान हो मीटिंग में गर्ग ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि उपभोक्ता शिकायतों को गंभीरता से दर्ज कर समयबद्ध तरीके से उनका समाधान किया जाए। एसडीओ स्तर पर हल हो सकने वाली शिकायतों का निपटारा प्राथमिकता से हो और अन्य शिकायतों पर संतोषजनक उत्तर दिया जाए। उपभोक्ताओं के साथ असंवेदनशील व्यवहार की किसी भी स्थिति में अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि CGRF के आदेशों की अवहेलना पर विद्युत अधिनियम, 2003 की धारा 142 और 146 के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। मीटिंग में 1912 हेल्प लाइन की जानकारी दी मीटिंग के दौरान उपभोक्ताओं को 1912 हेल्पलाइन, CGRF व्यवस्था और शिकायत निवारण प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई। उपभोक्ताओं ने अपनी समस्याएं खुलकर साझा कीं, जिन पर तुरंत संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों ने समाधान का आश्वासन दिया।गर्ग ने कहा कि उपभोक्ता संरक्षण को केवल नीति नहीं, बल्कि व्यवहार में लागू करना आवश्यक है। आयोग द्वारा CAC के नेतृत्व को स्वयं संभालना देश में अपनी तरह का पहला प्रयास है, जो उपभोक्ता अधिकारों के प्रति आयोग की गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साइबर फ्रॉड से बचने पर बल दिया मीटिंग में उन्होंने उपभोक्ताओं को साइबर धोखाधड़ी से सतर्क रहने और जागरूकता बढ़ाने पर भी बल दिया। अंत में उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पहल हरियाणा के बिजली क्षेत्र में उपभोक्ता सेवा सुधार की दिशा में एक मील का पत्थर सिद्ध होगी। मीटिंग में विद्युत लोकपाल आरके खन्ना, चीफ इंजीनियर (ऑपरेशन) चंदन सिंह, अधीक्षण अभियंता पुनीत कुंडू, संयुक्त निदेशक मनोज गर्ग, संयुक्त निदेशक (विधि) अलोका शर्मा, उप निदेशक (मीडिया) एवं CAC संयोजक प्रदीप मलिक, UHBVN के कार्यकारी अभियंता और उपभोक्ता प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर