ट्रेडिंग में पैसा लगाने के बहाने पंचकूला के सेक्टर-12ए निवासी 77 वर्षीय रमेश कुमार के साथ 19.75 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। सेक्टर-12 साइबर थाना पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार रमेश कुमार 4 अप्रैल 2024 को एक ऐप के जरिए मास्टर ट्रस्ट ट्रेडिंग कंपनी के संपर्क में आए थे। कंपनी ने उन्हें स्टॉक ट्रेडिंग के लिए एक लिंक भेजा और मास्टर ट्रस्ट ऐप डाउनलोड करने को कहा। ऐप डाउनलोड करने के बाद उनका अकाउंट खुल गया और उनसे पैसे जमा करवाने को कहा गया। साइबर क्राइम पोर्टल पर केस रमेश कुमार ने मास्टर ट्रस्ट के विभिन्न खातों में अलग-अलग समय पर कुल 19 लाख 75 हजार रुपए ऑनलाइन जमा करवाए। वह अपने अकाउंट में ट्रेडिंग का लाभ और हानि दोनों देखते थे। लेकिन जब उन्होंने पैसे निकालने की कोशिश की तो वह असफल रहे। इसके बाद रमेश कुमार ने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई। ट्रेडिंग में पैसा लगाने के बहाने पंचकूला के सेक्टर-12ए निवासी 77 वर्षीय रमेश कुमार के साथ 19.75 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। सेक्टर-12 साइबर थाना पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार रमेश कुमार 4 अप्रैल 2024 को एक ऐप के जरिए मास्टर ट्रस्ट ट्रेडिंग कंपनी के संपर्क में आए थे। कंपनी ने उन्हें स्टॉक ट्रेडिंग के लिए एक लिंक भेजा और मास्टर ट्रस्ट ऐप डाउनलोड करने को कहा। ऐप डाउनलोड करने के बाद उनका अकाउंट खुल गया और उनसे पैसे जमा करवाने को कहा गया। साइबर क्राइम पोर्टल पर केस रमेश कुमार ने मास्टर ट्रस्ट के विभिन्न खातों में अलग-अलग समय पर कुल 19 लाख 75 हजार रुपए ऑनलाइन जमा करवाए। वह अपने अकाउंट में ट्रेडिंग का लाभ और हानि दोनों देखते थे। लेकिन जब उन्होंने पैसे निकालने की कोशिश की तो वह असफल रहे। इसके बाद रमेश कुमार ने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में फर्नीचर कारोबारी की अश्लील वीडियो बनाई:काम कराने के बहाने घर बुलाया, कपड़े उतारकर रेप केस की धमकी; 5 लाख मांगे
हरियाणा में फर्नीचर कारोबारी की अश्लील वीडियो बनाई:काम कराने के बहाने घर बुलाया, कपड़े उतारकर रेप केस की धमकी; 5 लाख मांगे हरियाणा के सोनीपत में 3 महिलाओं ने फर्नीचर कारोबारी की अश्लील वीडियो बना ली। इसके बाद रेप केस में फंसाने की धमकी देते हुए उससे 5 लाख रुपए की डिमांड की। दुकानदार को फर्नीचर का काम कराने के बहाने घर बुलाया गया था। इसके बाद महिला ने अपने कपड़े उतारे और दुकानदार को रेप केस में फंसाने की धमकी दी। इसके बाद पैसे मांगने शुरू कर दिए। पानीपत में उरलाना कलां के रहने वाले कुलदीप ने सोनीपत पुलिस को बताया कि फिलहाल वह अपनी ससुराल सोनीपत के लहराड़ा में रह रहा है। शहजानपुर गढ़ गांव में उसकी फर्नीचर की दुकान है। उसके मोबाइल पर महिला की कॉल आई। उसने खुद का नाम प्रीति बताते हुए कहा कि उसका ककरोई रोड पर मकान है। उसे फर्नीचर का काम करवाना है। 3 महिला और एक आदमी मिला इसके बाद 30 जून की दोपहर को वह महिला द्वारा बताए गए पते पर पहुंच गया। मकान में उसे 3 महिलाएं व एक आदमी मिला। वे उसे कमरे के अंदर ले गए और फिर चारों ने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया। उसका आरोप है कि इसके बाद वे जबरदस्ती उसके कपड़े उतारने लगे। उसने विरोध किया और शोर मचाने लगा। सभी लोग एक महिला को प्रीति नाम से पुकार रहे थे। तभी उसे अपने सारे कपड़े उतार लिए। तभी दूसरी महिला ने कहा कि मंदीप, प्रीति के साथ इसकी वीडियो बना दो। इसके बाद सभी ने उसे बलात्कार के केस मे फंसाकर जेल मे डलवा देंगे। खाते में ट्रांसफर कराए रुपए कुलदीप ने कहा कि वह गरीब आदमी है। उसके पास पैसे नहीं हैं। इसके बाद उन्होंने उसकी जेब से 10 हजार 500 रुपए जबरदस्ती निकाल लिए। फिर और रुपए की मांग की। इसके बाद उसने अपने खाते से गूगल पे द्वारा उनके मोबाइल नंबर पर 14 हजार 500 रुपए ट्रांसफर कर दिए इस नंबर पर पूनम नाम लिखा हुआ आया था। इसके बाद वह किसी तरह उनके चंगुल से छूट कर घर आ गया। डरते-डरते घरवाली को बताई पूरी बात कुलदीप ने बताया कि फिर उसके पास दोबारा से फोन आया कि अभी बाकी रुपए दे दे, नहीं तो तुझे बलात्कार के केस मे फंसवा देंगे। उसके पास जितने रुपए थे, वो दे दिए, अब उसके पास कुछ नहीं है। उसने इसके बाद सारी बातें डरते डरते अपनी घरवाली को बता दी। इसके बाद उसने 18 जुलाई काे इस वारदात की सूचना थाने में दी। सोनीपत सिटी थाना के जांच अधिकारी ASI बृजपाल ने बताया कि पुलिस ने कुलदीप की शिकायत पर तीन महिलाओं व एक व्यक्ति के खिलाफ धारा 388,34 IPC के तहत 18 जुलाई को केस दर्ज किया है। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
करनाल विधानसभा सीट पर कांग्रेस की रणनीति:4 प्रमुख दावेदारों पर राजनीतिक विशेषज्ञों की राय, भाजपा के लिए होगा चुनौतीपूर्ण मुकाबला
करनाल विधानसभा सीट पर कांग्रेस की रणनीति:4 प्रमुख दावेदारों पर राजनीतिक विशेषज्ञों की राय, भाजपा के लिए होगा चुनौतीपूर्ण मुकाबला करनाल विधानसभा सीट हरियाणा की सबसे हॉट सीटों में से एक बनी हुई है। भाजपा के लिए इस सीट पर अपनी पकड़ बनाए रखने की चुनौती है, जबकि कांग्रेस इसे जीतने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। कांग्रेस के 23 दावेदारों में से 4 प्रमुख चेहरे उभर कर सामने आए है। मनोज वाधवा, सुमिता सिंह, तरलोचन सिंह, और अशोक खुराना। इन चारों नेताओं के राजनीतिक करियर और उनकी संभावनाओं पर राजनीतिक विशेषज्ञों ने अपनी राय दी है। मनोज वाधवा: सबसे बड़ा पंजाबी चेहरा और राजनीतिक सक्रियता मनोज वाधवा का करनाल के पंजाबी समाज में गहरा प्रभाव है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत INLD से की थी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था। पूर्व डिप्टी मेयर और मेयर चुनाव में उनकी पत्नी की उम्मीदवारी ने उन्हें करनाल की राजनीति में एक महत्वपूर्ण चेहरा बना दिया है। वाधवा का कांग्रेस में शामिल होना और उनकी सक्रियता उन्हें इस चुनाव में एक बड़ा उम्मीदवार बनाती है। राजनीतिक विश्लेषक प्रोफेसर आरपी सैनी का कहना है कि मनोज वाधवा कांग्रेस के सबसे बड़े पंजाबी चेहरे के रूप में उभर सकते हैं। उनका राजनीतिक अनुभव और पंजाबी समाज में पकड़ कांग्रेस के लिए बेहद लाभकारी हो सकती है। वाधवा का नाम कांग्रेस के लिए एक मजबूत दावेदारी पेश करता है और यह भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। सुमिता सिंह: अनुभवी नेतृत्व और करनाल की राजनीति में प्रभाव सुमिता सिंह करनाल की राजनीति में एक अनुभवी और जाना-पहचाना नाम हैं। उन्होंने 10 वर्षों तक विधायक के रूप में सेवा की है और करनाल की राजनीतिक और सामाजिक स्थितियों पर गहरी पकड़ रखती हैं। सुमिता सिंह का नाम कांग्रेस के संभावित उम्मीदवारों में सबसे आगे है, क्योंकि उनका पंजाबी समाज के साथ-साथ अन्य समुदायों में भी अच्छा खासा वोट बैंक है। वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक एडवोकेट संजीव मंगलोरा का मानना है कि सुमिता सिंह का करनाल की राजनीति में एक अलग ही स्थान है। उनका अनुभव और स्थानीय जुड़ाव कांग्रेस के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। पंजाबी समाज और अन्य समुदायों में उनकी लोकप्रियता कांग्रेस की जीत की संभावनाओं को मजबूत करती है। अशोक खुराना: लंबा अनुभव और सामाजिक जुड़ाव अशोक खुराना ने 1994 में पार्षद के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और तब से करनाल की राजनीति में सक्रिय रहे हैं। उन्होंने अपनी पंजाबी बिरादरी में मजबूत पकड़ बनाई है और उनके पास स्थानीय राजनीति का लंबा अनुभव है। उनकी गिनती कांग्रेस के हुड्डा खेमे के वफादार कार्यकर्ताओं में होती है। राजनीतिक विश्लेषक संजीव मंगलोरा ने कहा कि अशोक खुराना का करनाल की राजनीति में लंबा अनुभव और पंजाबी बिरादरी में उनकी पकड़ कांग्रेस के लिए एक मजबूत स्थिति तैयार कर सकती है। खुराना की गिनती हुड्डा के वफादार कार्यकर्ताओं में होती है, जिससे उनकी दावेदारी और मजबूत हो जाती है। तरलोचन सिंह: दो बार सीएम के सामने लड़ चुके हैं चुनाव तरलोचन सिंह करनाल से कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। उन्होंने दो बार मुख्यमंत्रियों (मनोहरलाल खट्टर और नायब सिंह सैनी) के खिलाफ चुनाव लड़ा है और उनके पास करनाल की राजनीति का गहरा अनुभव है। कांग्रेस के पुराने सिपाही होने के नाते उन्होंने पार्टी के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है। राजनीतिक विशेषज्ञ अनुज सैनी का मानना है कि तरलोचन सिंह कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। दो बार मुख्यमंत्रियों के सामने चुनाव लड़ चुके तरलोचन का अनुभव कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति है। उनकी लोकल पहचान और पार्टी के प्रति निष्ठा उन्हें एक प्रमुख उम्मीदवार बनाते हैं। भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण मुकाबला राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि करनाल विधानसभा सीट पर कांग्रेस के 4 प्रमुख दावेदार भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं। खासकर, पंजाबी मतदाताओं पर इन नेताओं की पकड़ भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ा सकती है। करनाल में 63,000 से अधिक पंजाबी मतदाता इस चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं, और कांग्रेस की सक्रिय रणनीति भाजपा के लिए मुकाबला कठिन बना सकती है। कुल मिलाकर, राजनीतिक विशेषज्ञों की नजर में करनाल विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है। किसका चेहरा जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगा और कौन सी पार्टी करनाल में जीत हासिल करेगी, यह चुनाव के नतीजे ही बताएंगे।
पानीपत में हेराफरी के आरोपी के घर पहुंची सीबीआई:भनक लगते ही परिवार छत के रास्ते बैग लेकर फरार; हरियाणा भर में खरीदी करोड़ों की संपत्ति
पानीपत में हेराफरी के आरोपी के घर पहुंची सीबीआई:भनक लगते ही परिवार छत के रास्ते बैग लेकर फरार; हरियाणा भर में खरीदी करोड़ों की संपत्ति हरियाणा के पानीपत में मंगलवार को सीबीआई की टीम ने रेड़ की। ऑनलाइन ट्रेडिंग, ज्यादा ब्याज देने का लालच, शेयर मार्केटिंग में पैसे लगवाने जैसे बहानों का लालच देकर करोड़ों रुपए की हेराफेरी करने वाले एक युवक के घर पर टीम ने दस्तक की। लेकिन टीम के पहुंचने की भनक आरोपी के परिवार वालों को लग गई। जिसके चलते वे घर से बैग लेकर छत के रास्ते फरार हो गए। लेकिन टीम ने फिर भी घर को खंगाला। यहां से मिले दस्तावेजों की रात भर चेकिंग की। देर रात बाद टीम यहां से वापस लौट गई। ये रेड वार्ड 16 के विकास नगर स्थित गली नंबर तीन में स्थित जितेंद्र दहिया के मकान पर की गई। हालांकि सीबीआई की टीम का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे। सीबीआई ने आसपास के लोगों से युवक के ठिकाने, उसके रिश्तेदार, उसके कामकाज की जानकारी जुटाई। सीबीआई ने घर को बंद कर कार्रवाई की। देर रात सीबीआई की टीम की कार्रवाई खत्म हो गई। लोगों को ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच देकर करता था ठगी
जानकारी के अनुसार आरोपी जितेंद्र दहिया पिछले डेढ़ साल से कंपनी बनाकर लोगों के पैसे शेयर मार्केट में लगवाने का काम करता था। लोगों को ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच देकर उनसे ऑनलाइन बैंक खातों के जरिए पैसे लेता था। उसके सेविंग और कंपनी के नाम के कंरट खातों में करोड़ों रुपए का हिसाब किताब है। इसे लेकर सीबीआई ने उसके सभी खातों को सीज कर दिया है। वहीं, जितेंद्र पर कई प्रकार के आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। इनको लेकर उसे कई बार पुलिस ने हिरासत में लिया तो पिछले दिनों ही वह किसी मामले में जेल से बाहर आया था। आरोपी ने हरियाणा भर में खरीदी करोड़ों की संपत्ति
सीबीआई से अधिकारी अखिलेश पांडेय अपने सात करीब 20 सदस्यों की टीम लेकर पहुंचे। इनमें पुरुष और महिला अधिकारी भी शामिल रही। उन्होंने युवक के हर संभावित ठिकाने पर रेड की, लेकिन युवक का कोई सुराग नहीं लगा। बताया जा रहा है कि युवक ने पिछले डेढ़ साल में अचानक ही प्रदेश भर में अलग अलग जगहों पर करोड़ों रुपए की संपत्ति खरीदी है। ये संपत्ति उसने परिवार के सदस्यों के साथ अपने रिश्तेदारों के नाम भी करवा रखी है।