हरियाणा के पंचकूला के सेक्टर 1 स्थित खड़क मंगोली में सिलेंडर फटने से झोपड़ी में आग लगने से हड़कंप मच गया। घटना की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू कर दिया। समय रहते आग पर काबू पाने से अन्य झोपड़ियों को आग से बचा लिया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस समय झोपड़ी में आग लगी उस समय झोपड़ी में कोई मौजूद नहीं था। जिस किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। आग लगने का मुख्य कारण सिलेंडर का फटना बताया जा रहा है, जो झोपड़ी में रखा था। घटना के दौरान झोपड़ी के पास खड़ी एक मोटरसाइकिल बिहार की चपेट में आ गई जो जल गई। फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। यदि समय रहते आप पर काबू नहीं पाया जाता तो आसपास की झोपड़ियां और अन्य मकान उसकी चपेट में आ सकते थे जिससे बड़ा हादसा हो सकता था। हरियाणा के पंचकूला के सेक्टर 1 स्थित खड़क मंगोली में सिलेंडर फटने से झोपड़ी में आग लगने से हड़कंप मच गया। घटना की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू कर दिया। समय रहते आग पर काबू पाने से अन्य झोपड़ियों को आग से बचा लिया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस समय झोपड़ी में आग लगी उस समय झोपड़ी में कोई मौजूद नहीं था। जिस किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। आग लगने का मुख्य कारण सिलेंडर का फटना बताया जा रहा है, जो झोपड़ी में रखा था। घटना के दौरान झोपड़ी के पास खड़ी एक मोटरसाइकिल बिहार की चपेट में आ गई जो जल गई। फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। यदि समय रहते आप पर काबू नहीं पाया जाता तो आसपास की झोपड़ियां और अन्य मकान उसकी चपेट में आ सकते थे जिससे बड़ा हादसा हो सकता था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा की रातें शिमला से भी ठंडी:हिसार में तापमान सबसे कम; 10 जिलों में कोहरे का अलर्ट, 7 शहरों की वायु गुणवत्ता खराब
हरियाणा की रातें शिमला से भी ठंडी:हिसार में तापमान सबसे कम; 10 जिलों में कोहरे का अलर्ट, 7 शहरों की वायु गुणवत्ता खराब पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश के कारण हरियाणा में ठंड तेजी से बढ़ने लगी है। यही वजह है कि हरियाणा में रातें शिमला से भी ज्यादा ठंडी दर्ज की गई हैं। 24 घंटे के दिन और रात के तापमान पर नजर डालें तो हिसार का न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री पर पहुंच गया। जबकि शिमला का तापमान 9.2 डिग्री है। वहीं, रोहतक में दिन का तापमान 23.3 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.7 डिग्री कम है। मौसम विभाग के अनुसार, आज यानी 24 नवंबर तक प्रदेश के ज्यादातर जिलों में कोहरा छाया रह सकता है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि रात के तापमान में और कमी आ सकती है। पहाड़ों में बना पश्चिमी विक्षोभ मैदानी इलाकों में अपना असर दिखा सकता है। इसका असर मैदानी इलाकों में ठंड के रूप में देखने को मिलेगा। यानी आने वाले दिनों में हरियाणा में दिन और रात के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। इन जिलों में रहेगा कोहरे का अलर्ट मौसम विभाग ने आज कई जिलों में घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। इनमें अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, सोनीपत और पानीपत शामिल हैं। फतेहाबाद, हिसार और जींद में घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां शुक्रवार को भी घने कोहरे ने लोगों को परेशान किया। कई जिलों में विजिबिलिटी 50 से 100 मीटर तक रही। 14 जिलों में बंद चल रहे स्कूल धुंध और बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए राज्य के 13 जिलों में 12 वीं और एक जिले में 5वीं कक्षा तक की छुट्टियां प्रशासन ने घोषित कर दी हैं। हरियाणा में प्रदूषण के चलते एनसीआर में शामिल 14 जिलों में से 13 रोहतक, भिवानी, पानीपत, जींद, चरखी दादरी, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, पलवल, सोनीपत, नूंह, फरीदाबाद, गुरुग्राम झज्जर में 12 वीं और करनाल में 5 वीं तक स्कूल बंद किए हैं। इन जिलों में ऑनलाइन कक्षा लगेंगी। वहीं गुरुग्राम – फरीदाबाद में 50 % कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम करने की एडवाइजरी जारी की गई है। 13 शहरों में हवा बेहद खराब रही देश के 10 प्रदूषित शहरों में हरियाणा के सात शहर शामिल हैं। सबसे प्रदूषित रहे शहरों में देश की राजधानी दिल्ली पहले नंबर पर है। यहां का एक्यूआई 395, हाजीपुर 319, हरियाणा के दादरी का 363, हिसार का 331, बहादुरगढ़ 327, नोएडा 312, सिरसा 311, सोनीपत 309, टोंक 305, जींद 304, गाजियाबाद 302, गुरुग्राम 302, ( आंकड़े 24 घंटे के औसत एक्यूआई के हैं ) वहीं सुबह साढ़े नौ बजे करीब हरियाणा का घरौंदा सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल रहा। यहां का एक्यूआई 264 तक रिकॉर्ड किया गया। वहीं चरखी दादरी का 232, कैथल का 231, बहादुरगढ़ का 209, जींद का 197, फरीदाबाद का 188, कुरुक्षेत्र का 185 और गुरुग्राम का 182 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया।
विनेश फोगाट ने खेले 3 ओलिंपिक, तीनों में वेट अलग:इस बार ट्रायल में 2 वेट कैटेगरी में लड़ीं, हंगामा भी हुआ था
विनेश फोगाट ने खेले 3 ओलिंपिक, तीनों में वेट अलग:इस बार ट्रायल में 2 वेट कैटेगरी में लड़ीं, हंगामा भी हुआ था पेरिस ओलिंपिक में केवल 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण डिस्क्वालिफाई की गईं हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट ट्रायल के समय वेट कैटेगरी में क्लैरिटी न होने के चलते 50 किलोग्राम कैटेगरी में लड़ी थीं। उन्होंने ट्रायल तो 53 किलोग्राम वेट कैटेगरी में भी दिया था, लेकिन वहां उन्हें सफलता नहीं मिली। जबकि 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में उन्हें जीत मिली थी। इसलिए उन्होंने इसी कैटेगरी में ओलिंपिक जाने का फैसला किया। इससे पहले भी विनेश फोगाट अपने करियर में कई नेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ चुकी हैं। जब वह पेरिस ओलिंपिक में वूमेन रेसलिंग की 50 किलोग्राम कैटेगरी के फाइनल में पहुंची तो देश में दीवाली जैसा माहौल बन गया था। गोल्ड नहीं तो सिल्वर पक्का था। हालांकि, कुछ ही समय में यह खुशी उदासी में बदल गई, क्योंकि विनेश फोगाट अपनी कैटेगरी में तय वजन से 100 ग्राम अधिक पाई गईं। इंटरनेशनल रेसलिंग फेडरेशन के नियम बेहद सख्त हैं। एक ग्राम वजन भी अधिक होता है तो रेसलर को अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। इसकी जानकारी विनेश को भी थी। जब उन्हें रात में ही पता चला कि उनका वजन बढ़ा है तो उन्होंने रात में ही वजन कम करने की तमाम कोशिशें कीं, लेकिन सफलता नहीं मिली। नियम के मुताबिक, महिलाओं की फ्रीस्टाइल रेसलिंग में 50, 53, 57, 62, 68 और 76 किलोग्राम की कैटेगरी होती हैं। मुकाबले से पहले सुबह रेसलर का वजन मापा जाता है। टूर्नामेंट के दोनों दिन रेसलर को अपने वजन के भीतर रहना होता है। यदि रेसलर फाइनल में पहुंचती है तो उसे सुबह अपना वजन कराना होता है। विनेश फोगाट मंगलवार को मुकाबले के लिए जब गईं तो उनका वजन तय मानक से अधिक था। लगातार तीसरा ओलिंपिक, तीनों अलग-अलग भार वर्ग में
विनेश फोगाट का यह तीसरा ओलिंपिक था। रियो ओलिंपिक 2016 में उन्होंने 48 किलोग्राम कैटेगरी में भाग लिया था। टोक्यो ओलिंपिक 2020 में वह 53 किलोग्राम कैटेगरी में खेलीं, लेकिन पेरिस ओलिंपिक में आकर उन्होंने 50 किलोग्राम कैटेगरी में खेलना तय किया। यह सही है कि 53 किलोग्राम की कैटेगरी में खेलना थोड़ा मुश्किल होता है, क्योंकि दुनिया के बेस्ट रेसलर 53 किलोग्राम की कैटेगरी में आते हैं। पटियाला कैंप में ट्रायल के दौरान हुआ था हंगामा
पटियाला में राष्ट्रीय खेल संस्थान के हॉल में 12 मार्च 2024 को हंगामा हुआ था। पहलवान विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम और 53 किलोग्राम दोनों कैटेगरी में हिस्सा लेने का विकल्प चुना। इसके बाद वह 50 किलोग्राम का ट्रायल जीतीं, जबकि 53 किलोग्राम के ट्रायल में टॉप 4 में रहीं। नियमों की क्लैरिटी न होने के कारण विनेश फोगाट को यह नहीं पता था कि वह किस कैटेगरी का हिस्सा होंगी। इसलिए उन्होंने दो कैटेगरी में हिस्सा लिया। महज 5 महीने बाद विनेश फोगाट के इस फैसले ने उन्हें 2024 पेरिस ओलिंपिक में रजत या स्वर्ण पदक दिलाने के बेहद करीब पहुंचा दिया। अंतिम पंघाल ने 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता
वहीं इस बीच अंतिम पंघाल ने 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। इससे भारत को 53 किलोग्राम वर्ग में पेरिस ओलिंपिक का कोटा मिला। भारतीय कुश्ती महासंघ के नियमों के अनुसार, कोटा विजेता को ओलिंपिक के लिए हरी झंडी मिल गई थी। अब विनेश फोगाट असमंजस में थीं। उस समय भारत में कुश्ती का संचालन एडहॉक कमेटी कर रही थी। उन्होंने उनसे वादा किया था कि 53 किलोग्राम वर्ग के लिए ट्रायल होगा, लेकिन ऐसा शायद ही हो पाता। क्योंकि रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव हो गया था। संजय सिंह नए अध्यक्ष चुन लिए गए थे। 50 किलोग्राम वर्ग या 57 किलोग्राम का विकल्प
12 मार्च आ गया। फोगाट का मानना था कि WFI की वापसी से उन्हें 53 किलोग्राम वर्ग में ओलिंपिक में हिस्सा लेने का मौका नहीं मिलेगा। उनके पास 50 किलोग्राम वर्ग या 57 किलोग्राम का विकल्प था। उन्होंने 50 किलोग्राम चुना। इस वर्ग में उन्होंने आखिरी बार 2018 में हिस्सा लिया था। इसे लेकर विनेश ने कहा था, “मुझे 53 किग्रा कोटा के लिए ट्रायल को लेकर कोई स्पष्टता नहीं थी। आमतौर पर कोटा देश को मिलता है, लेकिन उन्होंने पहले ट्रायल नहीं किए थे। उन्होंने (एडहॉक कमेटी) कहा था कि इस बार ऐसा नहीं होगा। मेरे पास ऐसा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। क्योंकि मुझे ओलिंपिक में हिस्सा लेना था।” इस दौरान विनेश फोगाट ने ये भी कहा था कि उन्होंने वजन में ये बदलाव इसलिए किया क्योंकि और कोई विकल्प नहीं था। मैं खुश हूं कि ओलिंपिक खेलने का मौका मिल रहा है। लगातार दो दिनों तक 50 तक वजन रखना काफी मुश्किल
विनेश फोगाट का वजन आमतौर पर 55-56 किलोग्राम के आसपास होता है। लगातार दो दिनों तक 50 तक वजन रखना काफी मुश्किल है। इसीलिए, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के अध्यक्ष नेनाद लालोविक ने कहा कि यह एक किलो का मामला नहीं था बल्कि 100 ग्राम के आंकड़े तक पहुंचने के लिए उन्हें पहले ही बहुत अधिक वजन कम करना पड़ा। जिसकी वजह से समस्या हुई। ये खबर भी पढ़ें… विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल की उम्मीद जगी:CAS में अब सुनवाई कल दोपहर डेढ़ बजे; ओलिंपिक से डिसक्वालिफाई होने पर संन्यास ले चुकीं पेरिस ओलिंपिक में ओवरवेट के चलते अयोग्य करार दी गईं रेसलर विनेश फोगाट की अपनी डिसक्वालीफिकेशन के खिलाफ दायर अपील पर अब 9 अगस्त (शुक्रवार) को सुनवाई होगी। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में यह सुनवाई आज यानि गुरुवार रात साढ़े 9 बजे ही होनी थी मगर विनेश के साथ मौजूद दल ने भारतीय वकील को पेश करने के लिए समय की मांग की। इसके बाद CAS ने कल सुबह 10 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर डेढ़ बजे) तक का वक्त दे दिया। (पूरी खबर पढ़ें)
जेजेपी की सभी इकाइयां भंग:जल्द होगी नए पदाधिकारियों की घोषणा; अजय चौटाला बोले- संगठन में होंगे बड़े बदलाव
जेजेपी की सभी इकाइयां भंग:जल्द होगी नए पदाधिकारियों की घोषणा; अजय चौटाला बोले- संगठन में होंगे बड़े बदलाव जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने अपनी सभी प्रमुख इकाइयों को भंग कर दिया है। जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला ने पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श के बाद यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जेजेपी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी, प्रदेश कार्यकारिणी, सभी जिला व हलका स्तर की कार्यकारिणी को तुरंत प्रभाव से भंग कर दिया है। हरियाणा के अलावा अन्य राज्यों की कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को भी उनके पदों से मुक्त कर दिया गया है। अब जेजेपी जल्द ही नए पदाधिकारियों की घोषणा करेगी। जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला ने कहा कि जेजेपी अपने संगठन में बदलाव कर नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेगी। अगली घोषणा तक क्षेत्रों में जिम्मेदारी से काम करने का निर्देश उन्होंने कहा कि संगठन पुनर्गठन के तहत जेजेपी के कर्मठ, ऊर्जावान नेताओं व कार्यकर्ताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जाएंगी। अजय चौटाला ने कहा कि जेजेपी अपने वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श के बाद संगठन के नए स्वरूप पर काम करेगी। उन्होंने सभी जेजेपी कार्यकर्ताओं से अगली घोषणा तक अपने-अपने क्षेत्रों में जिम्मेदारी से काम करते रहने को कहा।