पंजाबी रैपर शुभ को संयुक्त राष्ट्र ने क्लाइमेट एडवाइजरी का ग्लोबल ब्रांड एंबेसडर चुना है। यह घोषणा बाकू अजरबैजान में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन COP29 में की गई। संयुक्त राष्ट्र का यह फैसला शुभ की लोकप्रियता, संगीत और फैन फॉलोइंग को ध्यान में रखते हुए लिया गया। जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) का मानना है कि शुभ का संगीत न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि वह अपनी कला और मंच का उपयोग सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए भी कर सकते हैं। UNFCCC के प्रतिनिधि जिंगवेन यांग ने शुभ के योगदान और उनकी वैश्विक पहुंच की प्रशंसा करते हुए कहा – उनका संगीत और उनकी पहल जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता बढ़ाने में अत्यधिक प्रभावशाली हैं। उनकी कला भविष्य की पीढ़ियों के लिए ऐतिहासिक जलवायु जानकारी को संरक्षित करने में भी मदद करती है। शुभ ने कहा- मेरे लिए यह बड़ा अवसर शुभ ने इस अवसर पर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं और इस भूमिका को एक गंभीर जिम्मेदारी के रूप में स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि यह भूमिका उनके लिए एक बड़ा अवसर है। वे इसका उपयोग जलवायु परिवर्तन पर जागरूकता फैलाने, ज्ञान साझा करने और हमारी धरती पर सभी जीवित प्राणियों के लिए एक स्थायी भविष्य बनाने के लिए करेंगे। वैश्विक सितारों की सूची में शामिल हुए शुभ इस नई भूमिका के साथ, शुभ ने खुद को वैश्विक जलवायु पहलों का समर्थन करने वाले बड़े सितारों की सूची में शामिल कर लिया है। इनमें कोल्डप्ले, बीटीएस, बिली इलिश, लियोनार्डो डिकैप्रियो और डेविड बेकहम जैसे नाम शामिल हैं, जो पहले से ही संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न पहलों से जुड़े हुए हैं। क्यों खास है शुभ की भूमिका वैश्विक ब्रांड एंबेसडर बनने वाले शुभ से भारत के युवाओं में जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ने की उम्मीद है। उनका संगीत और उनके अनुयायियों की संख्या उन्हें एक प्रभावशाली मंच प्रदान करती है। जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर मुद्दों को युवा पीढ़ी तक ले जाने में उनका योगदान बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस बार COP29 में मुख्य रूप से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने, नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने और जलवायु अनुकूलन के उपायों पर चर्चा की गई। शुभ की नियुक्ति इस सम्मेलन की सबसे बड़ी घोषणाओं में से एक मानी जा रही है। शुभ से जुड़े विवाद पंजाबी रैपर शुभ का नाम हाल के वर्षों में न केवल उनकी लोकप्रियता बल्कि कुछ विवादों के कारण भी सुर्खियों में रहा है। उनकी सफलता के साथ-साथ उनके बयानों और सोशल मीडिया पोस्ट्स ने विवादों को जन्म दिया। आइए, शुभ से जुड़े प्रमुख विवादों पर एक नजर डालते हैं- खालिस्तान समर्थन का आरोप 2023 में शुभ पर यह आरोप लगा कि उन्होंने खालिस्तान समर्थक विचारधारा को बढ़ावा दिया। उनके एक सोशल मीडिया पोस्ट में भारत के नक्शे को बिना जम्मू-कश्मीर और पंजाब के दिखाया गया था, जिसे कई लोगों ने भारत-विरोधी माना। इस विवाद के कारण शुभ के भारत में कई शो रद्द कर दिए गए थे। खासकर उनके मुंबई कॉन्सर्ट को भारी विरोध के चलते रद्द कर दिया गया। राजनीतिक विवाद और भारतीय झंडे का अपमान कुछ आलोचकों ने शुभ पर आरोप लगाया कि उनके बयानों और पोस्ट्स में भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान किया गया। हालांकि, उन्होंने हमेशा इसे खारिज किया और कहा कि उनका मकसद सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देना है, न कि किसी देश या समुदाय का अपमान करना। इसके बाद भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनी बाजाज ने शुभ के साथ अपना कंट्रैक्ट कैंसल कर दिया था। सोशल मीडिया विवाद शुभ के इंस्टाग्राम और ट्विटर पर किए गए कई पोस्ट विवाद का विषय बने। वी स्टैंड टोगेदर पोस्ट को भारत विरोधी माना गया था। हालांकि, शुभ ने बार-बार कहा है कि उनके पोस्ट को गलत संदर्भ में लिया गया। पंजाबी रैपर शुभ को संयुक्त राष्ट्र ने क्लाइमेट एडवाइजरी का ग्लोबल ब्रांड एंबेसडर चुना है। यह घोषणा बाकू अजरबैजान में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन COP29 में की गई। संयुक्त राष्ट्र का यह फैसला शुभ की लोकप्रियता, संगीत और फैन फॉलोइंग को ध्यान में रखते हुए लिया गया। जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) का मानना है कि शुभ का संगीत न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि वह अपनी कला और मंच का उपयोग सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए भी कर सकते हैं। UNFCCC के प्रतिनिधि जिंगवेन यांग ने शुभ के योगदान और उनकी वैश्विक पहुंच की प्रशंसा करते हुए कहा – उनका संगीत और उनकी पहल जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता बढ़ाने में अत्यधिक प्रभावशाली हैं। उनकी कला भविष्य की पीढ़ियों के लिए ऐतिहासिक जलवायु जानकारी को संरक्षित करने में भी मदद करती है। शुभ ने कहा- मेरे लिए यह बड़ा अवसर शुभ ने इस अवसर पर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं और इस भूमिका को एक गंभीर जिम्मेदारी के रूप में स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि यह भूमिका उनके लिए एक बड़ा अवसर है। वे इसका उपयोग जलवायु परिवर्तन पर जागरूकता फैलाने, ज्ञान साझा करने और हमारी धरती पर सभी जीवित प्राणियों के लिए एक स्थायी भविष्य बनाने के लिए करेंगे। वैश्विक सितारों की सूची में शामिल हुए शुभ इस नई भूमिका के साथ, शुभ ने खुद को वैश्विक जलवायु पहलों का समर्थन करने वाले बड़े सितारों की सूची में शामिल कर लिया है। इनमें कोल्डप्ले, बीटीएस, बिली इलिश, लियोनार्डो डिकैप्रियो और डेविड बेकहम जैसे नाम शामिल हैं, जो पहले से ही संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न पहलों से जुड़े हुए हैं। क्यों खास है शुभ की भूमिका वैश्विक ब्रांड एंबेसडर बनने वाले शुभ से भारत के युवाओं में जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ने की उम्मीद है। उनका संगीत और उनके अनुयायियों की संख्या उन्हें एक प्रभावशाली मंच प्रदान करती है। जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर मुद्दों को युवा पीढ़ी तक ले जाने में उनका योगदान बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस बार COP29 में मुख्य रूप से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने, नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने और जलवायु अनुकूलन के उपायों पर चर्चा की गई। शुभ की नियुक्ति इस सम्मेलन की सबसे बड़ी घोषणाओं में से एक मानी जा रही है। शुभ से जुड़े विवाद पंजाबी रैपर शुभ का नाम हाल के वर्षों में न केवल उनकी लोकप्रियता बल्कि कुछ विवादों के कारण भी सुर्खियों में रहा है। उनकी सफलता के साथ-साथ उनके बयानों और सोशल मीडिया पोस्ट्स ने विवादों को जन्म दिया। आइए, शुभ से जुड़े प्रमुख विवादों पर एक नजर डालते हैं- खालिस्तान समर्थन का आरोप 2023 में शुभ पर यह आरोप लगा कि उन्होंने खालिस्तान समर्थक विचारधारा को बढ़ावा दिया। उनके एक सोशल मीडिया पोस्ट में भारत के नक्शे को बिना जम्मू-कश्मीर और पंजाब के दिखाया गया था, जिसे कई लोगों ने भारत-विरोधी माना। इस विवाद के कारण शुभ के भारत में कई शो रद्द कर दिए गए थे। खासकर उनके मुंबई कॉन्सर्ट को भारी विरोध के चलते रद्द कर दिया गया। राजनीतिक विवाद और भारतीय झंडे का अपमान कुछ आलोचकों ने शुभ पर आरोप लगाया कि उनके बयानों और पोस्ट्स में भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान किया गया। हालांकि, उन्होंने हमेशा इसे खारिज किया और कहा कि उनका मकसद सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देना है, न कि किसी देश या समुदाय का अपमान करना। इसके बाद भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनी बाजाज ने शुभ के साथ अपना कंट्रैक्ट कैंसल कर दिया था। सोशल मीडिया विवाद शुभ के इंस्टाग्राम और ट्विटर पर किए गए कई पोस्ट विवाद का विषय बने। वी स्टैंड टोगेदर पोस्ट को भारत विरोधी माना गया था। हालांकि, शुभ ने बार-बार कहा है कि उनके पोस्ट को गलत संदर्भ में लिया गया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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मुख्यमंत्री भगवंत मान का नाम AAP प्रचार लिस्ट में चाहे नीचे था, लेकिन पूरे प्रचार की कमान उन्होंने ही संभाल ली थी। अंतिम दिनों में सीएम मान ने खुद मीटिंगें करनी शुरू की। एक दिन में सीएम मान ने 4 से 5 मीटिंग्स का लक्ष्य रखा था। भीड़ के बीच आम नागरिक की तरह सीएम मान को घूमते देख वोटरों का विश्वास बढ़ा और AAP को उसका फायदा हुआ। 3. मिस CM मान ने संभाली कमान CM मान खुद फ्रंट फुट पर खेल रहे थे, लेकिन उन्हें मिस CM व अपनी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर का साथ भी इन चुनावों में मिला। चुनाव घोषणा के बाद सीएम मान के साथ डॉ. गुरप्रीत कौर भी जालंधर में शिफ्ट हो गईं। हाथ में कुछ महीनों की बेटी को पकड़ जालंधर में खरीदे घर में प्रवेश ने लोगों के दिलों में छाप छोड़ी। इसके बाद सीएम मान की गैर हाजिरी में उन्होंने कैंप ऑफिस में लोगों की मुश्किलों को सुना भी और तत्काल उनकी समस्याओं को हल भी करवाया। इतना ही नहीं, डॉ. गुरप्रीत कौर खुद नुक्कड़ मीटिंगों में पहुंची और फीमेल वोटरों का विश्वास जीता। 4. जालंधर वेस्ट में 50% से अधिक SC वोटर जालंधर लोकसभा चुनावों में सांसद बने कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी की जीत का सबसे बढ़ा कारण SC व रविदासिया समुदाय का समर्थन मिलना था। जालंधर वेस्ट की बात करें ताे यहां 50% से अधिक वोटर SC, रविदासिया व भगत समुदाय का है। चुनावों की घोषणा के बाद से ही मोहिंदर पाल भगत को भगत समुदाय ने समर्थन देने का ऐलान कर दिया था। इसके बाद रविदासिया समुदाय भी खुलकर उनके साथ चला। पूर्ण रूप से SC वोटर का साथ मिलने के बाद मोहिंदर पाल भगत की जीत लगभग तय हो चुकी थी। 5. 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