पंजाब के एडवोकेट जनरल (एजी) गुरमिंदर सिंह गैरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा सरकार को सौंपा है। हालांकि, इस संबंध में आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है और ना ही एजी की तरफ से इसे लेकर कोई बयान आया है। गौरतलब है कि गुरमिंदर सिंह गैरी ने अक्टूबर 2023 में एडवोकेट जनरल का पदभार संभाला था। उनकी नियुक्ति वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद घई के इस्तीफे के बाद हुई थी। विनोद घई ने भी निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया था। फरवरी में 232 लॉ ऑफिसर्स से लिया था इस्तीफा पंजाब सरकार ने हाल ही में अपने सभी 232 लॉ ऑफिसर्स से इस्तीफा मांगा था। जिसे कार्यालय के पुनर्गठन और कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए एक नियमित प्रक्रिया बताया गया था। अब, एडवोकेट जनरल के इस्तीफे के बाद, सरकार को नए एजी की नियुक्ति करनी होगी। दो साल में 5वां इस्तीफा पिछले दो वर्षों में, पंजाब में एडवोकेट जनरल के पद पर कई बदलाव हुए हैं। इससे पहले अनमोल रतन सिद्धू और विनोद घई इस पद पर रह चुके हैं। बीते दो सालों में पंजाब ने पांच एडवोकेट जनरल के इस्तीफे देखे हैं, जिनमें से एक ने केवल एक महीने तक पद संभाला था। हालांकि इस इस्तीफे पर अभी अधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह बदलाव राज्य की कानूनी प्रणाली में अस्थिरता को दर्शाता है। पंजाब के एडवोकेट जनरल (एजी) गुरमिंदर सिंह गैरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा सरकार को सौंपा है। हालांकि, इस संबंध में आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है और ना ही एजी की तरफ से इसे लेकर कोई बयान आया है। गौरतलब है कि गुरमिंदर सिंह गैरी ने अक्टूबर 2023 में एडवोकेट जनरल का पदभार संभाला था। उनकी नियुक्ति वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद घई के इस्तीफे के बाद हुई थी। विनोद घई ने भी निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया था। फरवरी में 232 लॉ ऑफिसर्स से लिया था इस्तीफा पंजाब सरकार ने हाल ही में अपने सभी 232 लॉ ऑफिसर्स से इस्तीफा मांगा था। जिसे कार्यालय के पुनर्गठन और कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए एक नियमित प्रक्रिया बताया गया था। अब, एडवोकेट जनरल के इस्तीफे के बाद, सरकार को नए एजी की नियुक्ति करनी होगी। दो साल में 5वां इस्तीफा पिछले दो वर्षों में, पंजाब में एडवोकेट जनरल के पद पर कई बदलाव हुए हैं। इससे पहले अनमोल रतन सिद्धू और विनोद घई इस पद पर रह चुके हैं। बीते दो सालों में पंजाब ने पांच एडवोकेट जनरल के इस्तीफे देखे हैं, जिनमें से एक ने केवल एक महीने तक पद संभाला था। हालांकि इस इस्तीफे पर अभी अधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह बदलाव राज्य की कानूनी प्रणाली में अस्थिरता को दर्शाता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
