शिरामणि अकाली दल के विधानसभा क्षेत्र बठिंडा शहरी इंचार्ज इकबाल सिंह बबली ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि, पंजाब के बाद अब आम आदमी पार्टी द्वारा अब हरियाणा विधानसभा चुनाव जीतने के लिए महिलाओं को प्रति माह 1000 रूपए देने का झूइा वादा किया गया है, जिससे साफ हो गया है कि आम आदमी पार्टी सत्ता हासिल करने के लिए किसी भी हद तक गिर सकती है। इकबाल सिंह बबली ढिल्लों ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान साहब ने पंजाब में सरकार बनाने से पहले महिलाओं को प्रति माह 1000 रूपए प्रति महिला देने की गारंटी दी थी और इस गारंटी के कारण पंजाब की महिलाओं ने पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार का गठन कराया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान साहब को पंजाब में सरकार चलाते हुए दो वर्ष से भी अधिक का समय हो गया, परंतु सरकार द्वारा महिलाओं को दी गई गारंटी पूरी नहीं की गई। पंजाब की महिलाओं को नहीं मिले रुपए अकाली नेता ने कहा कि अब आम आदमी पार्टी द्वारा हरियाणा की महिलाओं को लुभाने के लिए प्रति माह 1000 रूपए प्रति महिला देने की गारंटी दी गई है, जिससे आप पार्टी की सत्ता लोलुपता सामने आ गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार से कहा कि हरियाणा में गारंटी देने से पहले पंजाब की महिलाओं को 1000 रूपए देने वाली गारंटी तो पूरी कर दो। उन्होंने कहा कि आप सरकार को पंजाब में करीब अढ़ाई साल हो गए और इस हिसाब से अगर गारंटी की बात करें, तो 1000 रूपए प्रति माह के हिसाब से प्रति महिला का 30 हजार रूपए आप सरकार पर बकाया है। पंजाब सरकार ने गारंटियों को कूडे़ में फेंका हलका इंचार्ज बबली ढिल्लों ने कहा कि आम आदमी पार्टी को यह समझना होगा कि हर बार झूठ और झूठी गारंटी से सरकार नहीं बनती, अगर गारंटी दी गई है, तो उसे पूरा करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि ऐसी ही कई गारंटियां पंजाब के लोगों को आम आदमी पार्टी ने दी थी, परंतु सरकार बनाने के बाद उक्त गारंटियों को सरकार ने कूड़े में फेंक दिया। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल द्वारा आम आदमी पार्टी की पंजाब में दी गई झूठी गारंटी बाबत हरियाणा की जनता को जागरूक किया जाएगा, ताकि इस झूठी पार्टी को सबक सिखाया जा सके। शिरामणि अकाली दल के विधानसभा क्षेत्र बठिंडा शहरी इंचार्ज इकबाल सिंह बबली ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि, पंजाब के बाद अब आम आदमी पार्टी द्वारा अब हरियाणा विधानसभा चुनाव जीतने के लिए महिलाओं को प्रति माह 1000 रूपए देने का झूइा वादा किया गया है, जिससे साफ हो गया है कि आम आदमी पार्टी सत्ता हासिल करने के लिए किसी भी हद तक गिर सकती है। इकबाल सिंह बबली ढिल्लों ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान साहब ने पंजाब में सरकार बनाने से पहले महिलाओं को प्रति माह 1000 रूपए प्रति महिला देने की गारंटी दी थी और इस गारंटी के कारण पंजाब की महिलाओं ने पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार का गठन कराया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान साहब को पंजाब में सरकार चलाते हुए दो वर्ष से भी अधिक का समय हो गया, परंतु सरकार द्वारा महिलाओं को दी गई गारंटी पूरी नहीं की गई। पंजाब की महिलाओं को नहीं मिले रुपए अकाली नेता ने कहा कि अब आम आदमी पार्टी द्वारा हरियाणा की महिलाओं को लुभाने के लिए प्रति माह 1000 रूपए प्रति महिला देने की गारंटी दी गई है, जिससे आप पार्टी की सत्ता लोलुपता सामने आ गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार से कहा कि हरियाणा में गारंटी देने से पहले पंजाब की महिलाओं को 1000 रूपए देने वाली गारंटी तो पूरी कर दो। उन्होंने कहा कि आप सरकार को पंजाब में करीब अढ़ाई साल हो गए और इस हिसाब से अगर गारंटी की बात करें, तो 1000 रूपए प्रति माह के हिसाब से प्रति महिला का 30 हजार रूपए आप सरकार पर बकाया है। पंजाब सरकार ने गारंटियों को कूडे़ में फेंका हलका इंचार्ज बबली ढिल्लों ने कहा कि आम आदमी पार्टी को यह समझना होगा कि हर बार झूठ और झूठी गारंटी से सरकार नहीं बनती, अगर गारंटी दी गई है, तो उसे पूरा करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि ऐसी ही कई गारंटियां पंजाब के लोगों को आम आदमी पार्टी ने दी थी, परंतु सरकार बनाने के बाद उक्त गारंटियों को सरकार ने कूड़े में फेंक दिया। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल द्वारा आम आदमी पार्टी की पंजाब में दी गई झूठी गारंटी बाबत हरियाणा की जनता को जागरूक किया जाएगा, ताकि इस झूठी पार्टी को सबक सिखाया जा सके। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गोल्डी बराड़ का नया ऑडिया वायरल:मूसेवाला परिवार को बताया कांग्रेस का एजेंट; खुद को बताया सिख धर्म का हमदर्द
गोल्डी बराड़ का नया ऑडिया वायरल:मूसेवाला परिवार को बताया कांग्रेस का एजेंट; खुद को बताया सिख धर्म का हमदर्द सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मुख्य आरोपी गोल्डी बराड़ का नया ऑडियो वायरल हुआ है। ये ऑडियो खालिस्तानी समर्थक हरदीप निज्जर के कत्ल मामले में गिरफ्तार करण बराड़ की गोल्डी बराड़ से नजदीकियां सामने आने के बाद सामने आया है। 15 मिनट 22 सेकेंड की इस ऑडियो में गोल्डी खुद को सिख पंथ का हिमायती जताने का प्रयास कर रहा है। हालांकि दैनिक भास्कर इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता, लेकिन इसमें बोलने वाला शख्स खुद को गोल्डी बराड़ बता रहा है। गोल्डी ने इस ऑडियो में सिद्धू मूसेवाला को सिख विरोधी बताने का प्रयास किया है। इसके साथ ही वे सिद्धू मूसेवाला व उसके पिता बलकौर सिंह को कांग्रेस का एजेंट बता रहा है। जबकि अपनी छवी को सुधारने के लिए खाडकू खालिस्तानी लहर का समर्थक और सिख धर्म का हिमायती बनने का भी गोल्डी ने प्रयास किया है। जांच एजेंसी को गोल्डी व लॉरेंस पर शक जिक्र योग्य है कि हरीप सिंह निज्जर के कत्ल मामले में कनाडाई एजेंसियों का दावा है कि इसमें गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का हाथ है। अभी तक हुई 4 गिरफ्तारियों में एक करण बराड़ भी है, जिसकी गोल्डी बराड़ से काफी नजदीकियां हैं। दरअसल, जब वे कनाडा आया था तो गोल्डी बराड़ के पिता ने उसे संभालने की जिम्मेदारी निभाई थी। जानें क्या है ऑडियो में वायरल ऑडियो में गोल्डी ने कहा- सिद्धू की हत्या के बाद पंजाब के लोग सिद्धू के परिवार का खूब साथ दे रहे हैं। सिद्धू को शहीद कहकर सिख शहीदों के बेइज्जती न करें। हम भी आम लोग थे, आम लोगों की तरह जिंदगी जी रहे थे। मैं आम लोगों की तरह आम लोगों के बीच एक साधारण युवक होता था। मैंने भी कड़ी मेहनत से 40-40 घंटे तक ट्रक चलाया। कभी किसी का हक नहीं मारा। मेरे भाई की मौत 12 अक्टूबर 2020 को हो गई। उसकी मौत में सिद्धू का हाथ था। इसके बाद हमने गुनाह का रास्ता चुना। रवनीत सिद्धू मूसेवाला पंथक मानसिकता का मालिक है। सिख समुदाय को अच्छे पक्ष में रख रहा है, लेकिन उनके पिता लोगों को गुमराह कर रहे हैं और युवाओं का ध्यान भटका रहे हैं। सिखों का खून पीने वाली पार्टी कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं। कई लोग कह रहे हैं कि वह अपने बेटे की सोच के खिलाफ जा रहे हैं। सिद्धू का परिवार 1984 से कांग्रेस के समर्थन में गोल्डी ने कहा कि सिद्धू के पिता कई बार कह चुके हैं कि शुरू से हमने कांग्रेस को वोट डाले हैं। मतलब 1984 में भी इसका परिवार कांग्रेस का समर्थन कर रहा था। गोल्डी ने कहा, ‘सिद्धू मूसेवाला आने वाले समय में पंजाब के पूर्व CM बेअंत सिंह की तरह होने वाला था, जिन्होंने सिखों के साथ गलत किया था। रवनीत बिट्टू को बुलाकर मानसा में ऑफिस का उद्घाटन करवाया था।’ गोल्डी ने कहा कि आप इसे शहीद कैसे कह सकते हैं। इसकी मौत 29 मई 2022 को हुई थी, जबकि 5 जून को दिल्ली में इसका शो था। 5 जून को ऑपरेशन ब्लू स्टार की सालगिरह है, जिसमें संत भिंडरावाले सहित 6 से 7 हजार निहत्थे लड़के-लड़कियां मारे गए। इन दिनों यदि किसी बच्चे का जन्मदिन होता है तो परिवार उसे अगले सप्ताह मनाता है। हमने मूसेवाला को इसलिए मारा क्योंकि हम उसे वह शो नहीं करने देना चाहते थे। फिर वह विश्व भ्रमण पर निकल जाता और कब आता, नहीं पता। हम किसी अच्छे व्यक्ति को नहीं मारते ऑडियो में गोल्डी कह रहा है कि हम पंजाब में रहे हैं तो पंजाब के विरुद्ध हम कभी नहीं जा सकते। जिंदगी में कभी किसी अच्छे व्यक्ति को हमने नहीं मारा और न ही कभी ऐसा करेंगे। अगर हमारे खिलाफ कोई भी व्यक्ति कोई गतिविधि करता है तो हम उसे छोड़ेंगे। गोल्डी ने कहा, ‘हम खालिस्तान के खिलाफ नहीं हैं। पंजाब के साथ हैं हम और हमेशा रहेंगे।’
पंजाब के अग्निवीर को मुआवजे का वेरिफिकेशन पूरा:67 लाख बाकी, इसी साल राजौरी में शहादत, राहुल गांधी ने उठाया था मुद्दा
पंजाब के अग्निवीर को मुआवजे का वेरिफिकेशन पूरा:67 लाख बाकी, इसी साल राजौरी में शहादत, राहुल गांधी ने उठाया था मुद्दा भारतीय सेना के ‘अग्निवीर’ अजय कुमार सिंह के परिवार को अब जल्द ही मुआवजा मिलने की उम्मीद जगी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा किया गया सत्यापन पूरा हो चुका है। जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा मौत के कारणों का सत्यापन न किए जाने के कारण लुधियाना के एक गांव में रहने वाले अग्निवीर के परिवार को 67.30 लाख रुपये का मुआवजा नहीं मिल पाया। अग्निवीर अजय कुमार सिंह 18 जनवरी को राजौरी में हुए माइन विस्फोट में शहीद हो गए थे। 13 फरवरी को परिवार को 50 लाख रुपये का भुगतान किया गया। यह बैंक द्वारा अग्निवीर को दी गई बीमा राशि थी। इसके बाद 10 जून को अग्निवीर के परिवार को सरकार द्वारा ली गई बीमा पॉलिसी से 48 लाख रुपये भी मिल गए। लेकिन, सत्यापन प्रमाण पत्र के कारण शहीद सैनिक के परिवार को करीब 67 लाख रुपए पाने के लिए चक्कर लगाने पड़े। इस राशि में 44 लाख रुपए अनुग्रह राशि, 13 लाख रुपए चार साल के कार्यकाल का वेतन, 8 लाख रुपए सेना कल्याण कोष और 2.30 लाख रुपए सेवा निधि पैकेज शामिल है। एक सप्ताह तक चर्चा का कारण बनी रही अग्निवीर की शहादत पिछले सप्ताह मुआवजे का पूरा भुगतान न मिलने पर राजनीतिक तूफान मचा था। मृतक के पिता चरणजीत सिंह ने 3 जुलाई को एक टिप्पणी की थी। जिसमें दावा किया गया था कि परिवार को कोई मुआवजा नहीं मिला है। एक दिन बाद पिता ने अपना बयान बदलते हुए कहा कि उन्हें बीमा की राशि मिल गई है। सेना को देनी पड़ी सफाई लोकसभा सत्र के दौरान विपक्षी नेता राहुल गांधी ने चरणजीत सिंह के बयान पर कहा था कि सैनिक को कोई मुआवजा नहीं दिया गया। राहुल गांधी के बयान के बाद भारतीय सेना ने बुधवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अग्निवीर अजय कुमार के परिवार को मुआवजा न दिए जाने के दावों को खारिज किया और कहा कि 98.39 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। सफाई में कहा गया कि दी जाने वाली कुल राशि करीब 1.65 करोड़ रुपए होगी।
बठिंडा में 7 इमारतों को किया सील:हाईकोर्ट के 2008 के फैसले को किया लागू, अवैध रुप से संचालित थी कॉमर्शियल एक्टीविटी
बठिंडा में 7 इमारतों को किया सील:हाईकोर्ट के 2008 के फैसले को किया लागू, अवैध रुप से संचालित थी कॉमर्शियल एक्टीविटी बठिंडा की अफीम वाली गली में स्थित अवैध कॉमर्शियल गोदाम बंद करने के पंजाब एंड हरियाणा हाइकोर्ट द्वारा 2008 को दिए आदेश को नगर निगम ने 16 साल बाद लागू किया है। आज रिहायशी इमारतों में चल रहे 7 गोदाम और दुकानों के मालिकों को नोटिस जारी कर सील कर दिया गया। आपको बता दें कि, हाईकोर्ट के आदेश लागू कराने के लिए तत्कालीन कमिश्नर से लेकर निकाय मंत्री तक को पत्र लिखे गए। इन दुकानों- गोदामों को साल 2019 में एक बार सील भी किया गया था, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते यह अवैध गोदाम कुछ ही दिन बाद फिर खुल गए, जो अब तक चल रहे हैं। सोमवार को एमटीपी सुरिंदर बिंदरा ने एक बार फिर मौका-मुआयना कर दुकानदारों को नोटिस जारी किए हैं। लंबे समय तक चर्चा में रहा मामला बता दें कि, नगर निगम दफ्तर से मात्र 100 मीटर दूर अफीम वाली गली में अवैध निर्माण का मुद्दा लंबे समय से चर्चा में रहा है। लेकिन अवैध तरीके से चल रहे 6 कॉमर्शियल गोदामों को बिल्डिंग ब्रांच ने हाईकोर्ट के इसी फैसले का हवाला देते हुए 10 सितंबर 2019 को सील किया था। एक सप्ताह बाद ही यह गोदाम फिर खुल गए। इससे पहले भी 17 जुलाई 2016 को तत्कालीन निगम कमिश्नर ने अफीम वाली गली में कॉमर्शियल निर्माण को तोड़ने का आदेश दिए थे, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते इसे अमल में नहीं लाया जा सका था। हाईकोर्ट ने करार दी थी ब्लाइंड स्ट्रीट साल 2006 में डॉ. वितुल गुप्ता और सुरिंदर काटिया ने हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी जिसमें अफीम वाली गली में चल रहे अवैध गोदामों को बंद करने की मांग उठाई थी। हाईकोर्ट ने 3 नवंबर 2008 को सुनाए फैसले में अफीम वाली गली को ब्लाइंड स्ट्रीट करार दिया। लेकिन हाईकोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करके इस गली में कॉमर्शियल एक्टिविटी चलती रही। डॉ. वितुल गुप्ता ने हाईकोर्ट के आदेश को लागू नहीं करने का हवाला देते हुए निकाय मंत्री व निगम कमिश्नर को लिखित शिकायत भी दी थी। निगम अधिकारियों की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं करने पर उन्होंने 2017 में तत्कालीन निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिंद्धू को भी शिकायत भेजी। इसके बाद 4 नवंबर 2019 को तत्कालीन निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा को भेजी गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। 10 सितंबर 2019 को सील की गई थी सहायक टाउन प्लानर के 4 अगस्त 2024 को दुकान मालिकों को जारी नोटिस के अनुसार अफीम वाली गली में 4 सितंबर 2023 को मुआयना किया गया। इस दौरान पाया गया कि मास्टर प्लान का उल्लंघन करके बिना नक्शा पास करवाए कॉमर्शियल दुकानें और गोदाम का निर्माण किया गया है। जोकि गैर कानूनी और पीएमसी एक्ट 1976 की धारा 258 का उल्लंघन है। अब तीन दिन में अनधिकृत निर्माण को बंद करने की हिदायत दी गई है।