पंजाब के मेरिटोरियस स्कूलों में 11वीं कक्षा में खाली पड़ी सीटों को भरने के लिए शिक्षा विभाग ने तीसरी बार काउंसिलिंग करने का फैसला लिया है। काउसलिंग दो दिन आज और कल चलेगी। काउंसिलिंग के लिए राज्य के 23 जिलों में सेंटर बनाए गए है। स्टूडेंट्स किसी भी सेंटर पर सुविधा अनुसार डाक्यूमेंट्स लेकर पेश होना होगा। काउंसलिंग में देरी से आने आने वाले को गैर हाजिर माना जाएगा। विभाग ने स्टूडेंट्स को हिदायत दी है कि वह विभाग की वेबसाइट को देखते रहे। क्योंकि काउंसिलिंग में किसी भी तरह का कोई बदलाव होता है तो उसे वेबसाइट पर अपडेट किया जाएगा। 2 दिन में स्कूल नहीं पहुंचे तो सीट कैंसिल काउंसिलिंग में सीट अलॉट होने के बाद स्टूडेंट्स के दो दिनों के अंदर अलॉट हुए स्कूल में रिपोर्ट करनी होगी। अगर वह दो दिनों में वहां पर रिपोर्ट नहीं करता है, तो विभाग द्वारा समझ लिया जाएगा कि वह वहां दाखिला लेने का इच्छुक नहीं है। ऐसी स्थिति में उस सीट को खाली समझा जाएगा। बाद में स्टूडेंट द्वारा इस सीट पर कोई दावा पेश नहीं किया जा सकेंगा। पूरे राज्य में इन स्कूलों में 4600 सीटें हैं। मेरिटोरियस स्कूल तलवाड़ा, अमृतसर, बठिंडा, फिरोजपुर, गुरदासपुर, जालंधर, मोहाली, पटियाला, संगरूर स्थापित हैं। ऐसे होगी काउंसिलिंग विभाग की तरफ काउंसिलिंग के लिए 1736 लड़कों और 931 लड़कियों को बुलाया गया है। । दाखिला पूरी तरह से मेरिट के आधार पर ही किया जाएगा। 60 फीसदी सीटें लड़कों व 40 फीसदी सीटें लड़कियों के लिए तय की गई हैं। पंजाब के मेरिटोरियस स्कूलों में 11वीं कक्षा में खाली पड़ी सीटों को भरने के लिए शिक्षा विभाग ने तीसरी बार काउंसिलिंग करने का फैसला लिया है। काउसलिंग दो दिन आज और कल चलेगी। काउंसिलिंग के लिए राज्य के 23 जिलों में सेंटर बनाए गए है। स्टूडेंट्स किसी भी सेंटर पर सुविधा अनुसार डाक्यूमेंट्स लेकर पेश होना होगा। काउंसलिंग में देरी से आने आने वाले को गैर हाजिर माना जाएगा। विभाग ने स्टूडेंट्स को हिदायत दी है कि वह विभाग की वेबसाइट को देखते रहे। क्योंकि काउंसिलिंग में किसी भी तरह का कोई बदलाव होता है तो उसे वेबसाइट पर अपडेट किया जाएगा। 2 दिन में स्कूल नहीं पहुंचे तो सीट कैंसिल काउंसिलिंग में सीट अलॉट होने के बाद स्टूडेंट्स के दो दिनों के अंदर अलॉट हुए स्कूल में रिपोर्ट करनी होगी। अगर वह दो दिनों में वहां पर रिपोर्ट नहीं करता है, तो विभाग द्वारा समझ लिया जाएगा कि वह वहां दाखिला लेने का इच्छुक नहीं है। ऐसी स्थिति में उस सीट को खाली समझा जाएगा। बाद में स्टूडेंट द्वारा इस सीट पर कोई दावा पेश नहीं किया जा सकेंगा। पूरे राज्य में इन स्कूलों में 4600 सीटें हैं। मेरिटोरियस स्कूल तलवाड़ा, अमृतसर, बठिंडा, फिरोजपुर, गुरदासपुर, जालंधर, मोहाली, पटियाला, संगरूर स्थापित हैं। ऐसे होगी काउंसिलिंग विभाग की तरफ काउंसिलिंग के लिए 1736 लड़कों और 931 लड़कियों को बुलाया गया है। । दाखिला पूरी तरह से मेरिट के आधार पर ही किया जाएगा। 60 फीसदी सीटें लड़कों व 40 फीसदी सीटें लड़कियों के लिए तय की गई हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना के सरकारी अस्पतालों में आज OPD सेवाएं बंद:कोलकाता में डॉक्टर से रेप और हत्या का विरोध, इमरजेंसी और मेडिको-लीगल में विरोध प्रदर्शन जारी पंजाब सिविल मेडिकल सर्विस (पीसीएमएसए) एसोसिएशन पंजाब द्वारा आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, कोलकाता में एक रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के विरोध में आज 16 अगस्त को सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से बंद रहेंगी। अस्पतालों में केवल आपातकालीन और मेडिको-लीगल सेवाएं ही जारी रहेंगी। रेजिडेंट डॉक्टर को न्याय दिलाने की मांग एसोसिएशन के पंजाब प्रधान डॉ. अखिल सरीन ने जानकारी देते हुए बताया कि रेजिडेंट डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना बेहद निंदनीय है। पीसीएमएसए पंजाब ने रेजिडेंट डॉक्टर को न्याय दिलाने की मांग को लेकर आज सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद रखने का फैसला किया है। हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स के खिलाफ बढ़ रही हिंसक घटनाएं आज बात सिर्फ रेजिडेंट डॉक्टर के इंसाफ की नहीं बल्कि सेहत प्रोफेशनल्स से जुड़े लोगों की सुरक्षा की भी है। सभी राज्य सरकारों को सरकारी संस्थानों में काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा को यकीनी बनाना चाहिए। PCMSA के सदस्यों ने हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स के खिलाफ हिंसक घटनाएं बढ़ रही है। हिंसा की घटनाओं के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की एसोसिएशन सरकार से मांग करती है। उन्होंने कहा कि कई बार वह मांग कर चुके है कि सरकारी सेहत संस्थानों में सुरक्षा को पुख्ता किया जाए लेकिन कोई सख्त कदम नहीं उठाया जा रहा। PCMSA के द्वारा सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट की भी मांग की जाती है।
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स्कूल की प्रिंसिपल मीनाक्षी ने बताया कि छात्र अचानक खड़े-खड़े गिर पड़ा। इसके तुरंत बाद उसे प्राथमिक चिकित्सा दी गई और चिकित्सकीय सहायता के लिए अस्पताल भेजा गया। परमदीप को लेकर स्कूल में किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या की जानकारी पहले से नहीं थी, जिससे छात्र की अचानक मौत ने सभी को चौंका दिया। वह पढ़ाई में काफी मेधावी और प्रतिभाशाली था, जिसे सभी शिक्षक और साथी छात्र पसंद करते थे। परिवार में शोक का माहौल
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