पंजाब के सरकारी स्कूल बने अभिभावकों की पहली पसंद

पंजाब के सरकारी स्कूल बने अभिभावकों की पहली पसंद

<p style=”text-align: justify;”>पंजाब सरकार की शिक्षा क्रांति में हर दिन नए अध्याय जुड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार शिक्षा के क्षेत्र में लगातार काम कर रही है. स्कूल ऑफ एमिनेंस, स्कूल ऑफ ब्रिलियंस, स्कूल ऑफ एप्लाइड लर्निंग व स्कूल ऑफ हैप्पीनेस जैसी योजनाएं शुरू कर के पंजाब सरकार राज्य के सरकारी स्कूलों को बेहतर बना रही है. इसका नतीजा ये है कि अब राज्य के सरकारी स्कूलों में नामांकन के आकंड़े बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकारी स्कूलों में लगातार बढ़ रहे दाखिले</strong><br />शिक्षा विभाग के अनुसार 8905 विद्यार्थी निजी स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में वापस शिफ्ट हुए हैं. हाल ही में जारी वार्षिक शिक्षा स्थिति रिपोर्ट (ASER) के अनुसार, पंजाब के सरकारी स्कूल नामांकन के रुझान को आगे बढ़ा रहे हैं. 2022 और 2024 के बीच निजी स्कूलों की तुलना में सरकारी स्कूलों मे पढ़ने वाले बच्चों की संख्या में सुधार आया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पंजाब के सरकारी स्कूल बन रहे पहली पंसद</strong><br />पंजाब में एक सकारात्मक पैरामीटर यह है कि 85% बच्चे किसी न किसी तरह के प्रीस्कूल में नामांकित हैं. रिपोर्ट के अनुसार कोविड के बाद, पंजाब में सरकारी स्कूलों में जाने वाले बच्चों का प्रतिशत काफी बढ़ गया. कोविड से पहले पंजाब में 5212 प्रतिशत बच्चे निजी स्कूलों में और 4617 प्रतिशत सरकारी स्कूलों में नामांकित थे. कोविड के बाद यह प्रवृत्ति उलट गई. 2022 में, 4113% बच्चे निजी स्कूलों में और 58% सरकारी स्कूलों में थे. वहीं, आर्थिक मजबूती बढ़ने के बाद भी माता-पिता सरकारी स्कूलों में ही बच्चों को पढ़ा रहे हैं. नतीजन 2024 में पंजाब में 58% बच्चे सरकारी स्कूलों में हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पंजाब में शिक्षा क्रांति का उदय</strong><br />पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब तेजी से प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है. शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति देखने को मिल रही है. मान सरकार अपनी योजनाओं को माध्मय से पंजाब के छात्रों को सपनों को एक नई उड़ान देकर उनके सपने साकार करने की दिशा में लगातार काम कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिस्क्लेमर:</strong> ये फीचर आर्टिकल है. एबीपी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड और/या एबीपी लाइव किसी भी तरह से इस लेख की सामग्री और/या इसमें व्यक्त विचारों का समर्थन नहीं करता है. हम किसी भी तरह से इस लेख में कही गई सभी बातों और/या इसमें बताए गए/प्रदर्शित विचारों, राय, घोषणाओं आदि की पुष्टि नहीं करते. एबीपी न्यूज़ इसके लिए जिम्मेदार और/या उत्तरदायी नहीं होगा. दर्शकों को सलाह दी जाती है कि वह अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए फैसला लें.</p> <p style=”text-align: justify;”>पंजाब सरकार की शिक्षा क्रांति में हर दिन नए अध्याय जुड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार शिक्षा के क्षेत्र में लगातार काम कर रही है. स्कूल ऑफ एमिनेंस, स्कूल ऑफ ब्रिलियंस, स्कूल ऑफ एप्लाइड लर्निंग व स्कूल ऑफ हैप्पीनेस जैसी योजनाएं शुरू कर के पंजाब सरकार राज्य के सरकारी स्कूलों को बेहतर बना रही है. इसका नतीजा ये है कि अब राज्य के सरकारी स्कूलों में नामांकन के आकंड़े बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकारी स्कूलों में लगातार बढ़ रहे दाखिले</strong><br />शिक्षा विभाग के अनुसार 8905 विद्यार्थी निजी स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में वापस शिफ्ट हुए हैं. हाल ही में जारी वार्षिक शिक्षा स्थिति रिपोर्ट (ASER) के अनुसार, पंजाब के सरकारी स्कूल नामांकन के रुझान को आगे बढ़ा रहे हैं. 2022 और 2024 के बीच निजी स्कूलों की तुलना में सरकारी स्कूलों मे पढ़ने वाले बच्चों की संख्या में सुधार आया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पंजाब के सरकारी स्कूल बन रहे पहली पंसद</strong><br />पंजाब में एक सकारात्मक पैरामीटर यह है कि 85% बच्चे किसी न किसी तरह के प्रीस्कूल में नामांकित हैं. रिपोर्ट के अनुसार कोविड के बाद, पंजाब में सरकारी स्कूलों में जाने वाले बच्चों का प्रतिशत काफी बढ़ गया. कोविड से पहले पंजाब में 5212 प्रतिशत बच्चे निजी स्कूलों में और 4617 प्रतिशत सरकारी स्कूलों में नामांकित थे. कोविड के बाद यह प्रवृत्ति उलट गई. 2022 में, 4113% बच्चे निजी स्कूलों में और 58% सरकारी स्कूलों में थे. वहीं, आर्थिक मजबूती बढ़ने के बाद भी माता-पिता सरकारी स्कूलों में ही बच्चों को पढ़ा रहे हैं. नतीजन 2024 में पंजाब में 58% बच्चे सरकारी स्कूलों में हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पंजाब में शिक्षा क्रांति का उदय</strong><br />पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब तेजी से प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है. शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति देखने को मिल रही है. मान सरकार अपनी योजनाओं को माध्मय से पंजाब के छात्रों को सपनों को एक नई उड़ान देकर उनके सपने साकार करने की दिशा में लगातार काम कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिस्क्लेमर:</strong> ये फीचर आर्टिकल है. एबीपी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड और/या एबीपी लाइव किसी भी तरह से इस लेख की सामग्री और/या इसमें व्यक्त विचारों का समर्थन नहीं करता है. हम किसी भी तरह से इस लेख में कही गई सभी बातों और/या इसमें बताए गए/प्रदर्शित विचारों, राय, घोषणाओं आदि की पुष्टि नहीं करते. एबीपी न्यूज़ इसके लिए जिम्मेदार और/या उत्तरदायी नहीं होगा. दर्शकों को सलाह दी जाती है कि वह अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए फैसला लें.</p>  पंजाब ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना: ट्रैक बिछाने के लिए सर्वे शुरू, पर्यटन- व्यापार को मिलेगा बढ़ावा