गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर केंद्र की ओर से राष्ट्रपति पदक से सम्मानित होने वाले अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के नामों की घोषणा कर दी गई है। पंजाब के कुल 17 अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को उनकी उत्कृष्ट और सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा रहा है। इनमें “विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम)” और “उत्कृष्ट सेवा पदक (एमएसएम)” शामिल हैं। पंजाब के दो एडीजी रैंक के अधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा रहा है। राजेश कुमार जायसवाल अतिरिक्त महानिदेशक और नीलाभ किशोर अतिरिक्त महानिदेशक को पीएसएम से सम्मानित किया जाएगा। मेधावी सेवा पदक (MSM) मेधावी सेवा के लिए पंजाब के निम्नलिखित पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया गया: गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर केंद्र की ओर से राष्ट्रपति पदक से सम्मानित होने वाले अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के नामों की घोषणा कर दी गई है। पंजाब के कुल 17 अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को उनकी उत्कृष्ट और सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा रहा है। इनमें “विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम)” और “उत्कृष्ट सेवा पदक (एमएसएम)” शामिल हैं। पंजाब के दो एडीजी रैंक के अधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा रहा है। राजेश कुमार जायसवाल अतिरिक्त महानिदेशक और नीलाभ किशोर अतिरिक्त महानिदेशक को पीएसएम से सम्मानित किया जाएगा। मेधावी सेवा पदक (MSM) मेधावी सेवा के लिए पंजाब के निम्नलिखित पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया गया: पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब उपचुनाव: चब्बेवाल में दलबदलुओं में मुकाबला:AAP उम्मीदवार को सांसद पिता के कामों से एज, कांग्रेस के वकील क्लोज फाइट में
पंजाब उपचुनाव: चब्बेवाल में दलबदलुओं में मुकाबला:AAP उम्मीदवार को सांसद पिता के कामों से एज, कांग्रेस के वकील क्लोज फाइट में पंजाब की जिन 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें होशियारपुर की चब्बेवाल सीट भी शामिल है। इस सीट पर मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच माना जा रहा है। AAP, कांग्रेस और भाजपा तीनों पार्टियों के उम्मीदवार दलबदलू हैं। यहां से आम आदमी पार्टी (AAP) ने सांसद डॉ. राज कुमार चब्बेवाल के बेटे इशांक को टिकट दी है। कांग्रेस ने जिला बार एसोसिएशन के प्रधान रणजीत कुमार और BJP ने पूर्व मंत्री सोहन सिंह ठंडल को मैदान में उतारा है। इशांक अभी राजनीतिक सफर की शुरुआत कर रहे हैं। वहीं रणजीत सिंह बहुजन समाजवादी पार्टी (BSP) से कांग्रेस और ठंडल अकाली दल से बीजेपी में आए हैं। अकाली दल भले ही चुनाव मैदान में न हो लेकिन हार-जीत में उनके वोट बैंक की भूमिका अहम होगी। AAP, कांग्रेस और बीजेपी अकाली दल व बसपा के वोटरों को अपनी ओर करने में लगी हुई हैं। पिछले 3 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 2 बार और अकाली दल ने एक बार जीत हासिल की है। साल 2012 का विधानसभा चुनाव शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी के उम्मीदवार रहे सोहन सिंह ठंडल ने जीता था। जिसके बाद साल 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की टिकट पर डॉ. राजकुमार चब्बेवाल ने (अब AAP के होशियारपुर से सांसद) बीजेपी-अकाली गठबंधन के उम्मीदवार रहे सोहन सिंह ठंडल को हराया था। साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में डॉ. राजकुमार चब्बेवाल ने दोबारा कांग्रेस की टिकट पर जीत दर्ज की थी। उन्होंने AAP के हरमिंदर सिंह संधू को हराया था। चब्बेवाल विधानसभा हलके में करीब 300 गांव हैं। जिनमें कुल 1 लाख 59 हजार 432 वोटर हैं। प्रशासन द्वारा 205 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसमें 83,704 पुरुष और 75,724 महिला वोटर हैं। साथ ही 4 ट्रांसजेंडर भी हैं। 6 पॉइंट्स में समझें चब्बेवाल विधानसभा सीट के समीकरण…. पिता के कामों का बेटे को फायदा मिल सकता है
चब्बेवाल सीट से सांसद डॉ. राजकुमार चब्बेवाल के बेटे डॉ. इशांक कुमार AAP के उम्मीदवार हैं। हलके के लोगों की माने तो सबसे पुख्ता उम्मीदवार इंशाक कुमार ही हैं। ऐसा आम आदमी पार्टी की वजह से नहीं, बल्कि राज कुमार चब्बेवाल की वजह से है। ज्यादातर लोगों का कहना है कि हम सांसद चब्बेवाल के बेटे को वोट दे रहे हैं, ना कि आम आदमी पार्टी को। इशांक की उम्र महज 31 साल है। उन्हें पिता के किए कामों का फायदा मिलेगा। राजकुमार पिछले 2 दशकों से हलके में एक्टिव हैं। हलके के हर घर तक पहुंच रखते हैं। यह सीट इससे पहले राजकुमार के पास ही थी। उनके सांसद बनने पर इस सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। इशांक कुमार और उनके सांसद पिता अकाली दल के वोटरों को लुभाने में लगे हुए हैं। क्योंकि अकाली दल ने चुनाव न लड़ने का ऐलान किया है। रणजीत कुमार को तैयारी का कम समय मिला
कांग्रेस प्रत्याशी रणजीत कुमार को जनता से संपर्क करने के लिए कम समय मिला। रैलियों में AAP सरकार के अधूरे वादों का जिक्र और बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए सरकार की आलोचना करते हैं। रणजीत कुमार को तैयारी के लिए काफी कम समय मिला है। बसपा के वोट बैंक पर नजर बनाए हुए हैं। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष होने के नाते उन्हें वकील समुदाय के एक वर्ग का समर्थन मिल रहा है। वहीं, AAP की ओर से टिकट की दावेदारी पेश कर चुके कुछ नेता भी कांग्रेस को फायदा पहुंचा सकते हैं। क्योंकि इशांक के अलावा 2 अन्य नेताओं ने भी दावेदारी पेश की थी। मगर आप ने इशांक को टिकट दिया। ठंडल को किसानों ने घेरा
अकाली दल छोड़कर BJP में आए सोहन सिंह ठंडल पुराने खिलाड़ी हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि शिअद और बीजेपी की सरकार में ठंडल मंत्री पद पर थे। बीजेपी ने इस बार चब्बेवाल उपचुनाव में ठंडल पर भरोसा जताया है। दो दशक से अधिक समय तक शिअद में रहे। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने शिअद के टिकट पर चुनाव लड़ा था। जिसमें उन्हें हार मिली। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए। ठंडल को किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। ठंडल शिअद के वोटरों को अपनी तरफ करने में लगे हुए हैं। जानिए क्या कहते हैं वोटर… AAP उम्मीदवार इशांक का ज्यादा रुझान
चब्बेवाल के कपड़ा कारोबारी सुरिंदर कुमार ने कहा कि इस सीट पर होशियारपुर से सांसद डॉ. राजकुमार के बेटे इशांक ही जीतेंगे। वह AAP को नहीं बल्कि राजकुमार को वोट दे रहे हैं। चब्बेवाल ने उनके गांव और एरिया में जो पिछली सरकारों में फंसे काम थे, सभी करवाए। हमारे बाजार में AAP उम्मीदवार के अलावा कोई उम्मीदवार वोट मांगने तक नहीं पहुंचा। ऐसे में चब्बेवाल में इशांक का ही ज्यादा रुझान नजर आ रहा है। कांग्रेस मुकाबले में है, लेकिन AAP को हराना बहुत मुश्किल
चब्बेवाल में चिकन की दुकान चलाने वाले परमजीत सिंह ने बताया कि हमारे एरिया में सांसद डॉक्टर राजकुमार चब्बेवाल का सबसे ज्यादा जोर है। कांग्रेस मुकाबले में है, मगर हराना बहुत मुश्किल है। क्योंकि राजकुमार ने हमारे एरिया में काफी काम किए हैं। जैसे की सड़कें, पानी और फ्लाईओवर सहित अन्य काम करवाए। वोटिंग की डेट आगे बढ़ने से कांग्रेस को फायदा मिल सकता है
चब्बेवाल में स्पेयर पार्ट का कारोबार करने वाले अवतार सिंह ने बताया कि इस वक्त चब्बेवाल में दोनों पार्टियों (AAP और कांग्रेस) के 50-50 चांस हैं। चुनाव आयोग ने जो वोटिंग की डेट आगे बढ़ाई है इससे सीधा फायदा कहीं न कहीं कांग्रेस को मिला है। क्योंकि कांग्रेस अब लोगों तक पहुंच रही है। कांग्रेस के उम्मीदवार को तैयारी के लिए कम समय मिला है। ऐसे में मुकाबला टक्कर का हो सकता है। जालंधर सांसद चरणजीत सिंह चन्नी लोगों के घरों तक जा रहे हैं। साथ ही कांग्रेस की बड़ी लीडरशिप भी मैदान में है। एक्सपर्ट बोले- कांग्रेस के रणजीत सिंह क्लोज फाइट में
राजनीति में अच्छी पकड़ रखने वाले सीनियर एडवोकेट शमशेर भारद्वाज ने कहा चब्बेवाल के रुझान इस वक्त सांसद डॉ. राजकुमार चब्बेवाल के बेटे इशांक कुमार के पक्ष में हैं। मगर मैं समझता हूं कि कांग्रेस के उम्मीदवार रणजीत सिंह क्लोज फाइट में हैं। क्योंकि वह काफी पढ़े लिखें हैं। मगर लोगों का कुछ कह नहीं सकते। अभी तक का रुझान सांसद परिवार के साथ है। …………………………………. पंजाब उपचुनाव से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें- बरनाला में तिकोना मुकाबला:AAP को बागी का नुकसान, BJP शहरी वोटर्स के भरोसे; कांग्रेस को सत्ता के विरोध से आस पंजाब में 4 सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी। यहां बरनाला सीट पिछले 10 साल से आम आदमी पार्टी (AAP) के कब्जे में रही है। दोनों बार यहां से गुरमीत मीत हेयर जीते थे। जो अब सांसद बन चुके हैं। AAP ने सीट दोबारा पाने के लिए उनके ही करीबी दोस्त हरिंदर धालीवाल को टिकट दी है। मगर, इससे पार्टी में बगावत हो गई और पार्टी के जिला प्रधान रहे गुरदीप बाठ बगावत कर चुनाव लड़ रहे हैं। जिससे AAP की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पूरी खबर पढ़ें डेरा बाबा नानक में कांग्रेस-AAP का मुकाबला:BJP काहलों फैमिली के रसूख पर निर्भर; अकाली दल का वोट बैंक डिसाइडिंग फैक्ट पंजाब में 4 सीटों पर उपचुनाव के लिए 20 नवंबर को वोटिंग होगी। इस उपचुनाव में गुरदासपुर जिले की डेरा बाबा नानक सीट सुर्खियों में है। इसकी वजह है कि यहां से कांग्रेस के मौजूदा सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा की पत्नी उपचुनाव लड़ रही हैं। वहीं रंधावा और सत्ता में बैठी आम आदमी पार्टी (AAP) के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के बीच खूब जुबानी जंग चल रही है। पूरी खबर पढ़ें
पंजाब में BJP का 2027 चुनाव पर फोकस:14 फरवरी से होगा संगठन चुनाव, 2017 से सत्ता से बाहर, लोकसभा में 9-18% वोट शेयर
पंजाब में BJP का 2027 चुनाव पर फोकस:14 फरवरी से होगा संगठन चुनाव, 2017 से सत्ता से बाहर, लोकसभा में 9-18% वोट शेयर पंजाब में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की जंग के लिए भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए सबसे पहले संगठन को मजबूत किया जा रहा है। इसके लिए बूथ अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष के चुनाव होंगे। इस पूरी प्रक्रिया को 27 फरवरी तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पंजाब भाजपा के प्रदेश चुनाव अधिकारी और पूर्व डिप्टी स्पीकर दिनेश सिंह बब्बू ने बताया कि सभी स्तरों पर काम जोरों पर चल रहा है। तय समय में प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। 14 फरवरी से शुरू होंगे चुनाव भाजपा 14 से 18 फरवरी तक 24400 बूथ समितियों के अध्यक्षों का चुनाव करेगी। 19 से 21 फरवरी तक 544 मंडल अध्यक्षों की चुनाव प्रक्रिया पूरी होगी। अंत में 25 से 27 फरवरी तक सभी 35 संगठनात्मक जिलों के अध्यक्षों की चुनाव प्रक्रिया पूरी होगी। संगठनात्मक चुनाव पार्टी संविधान के तहत निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार हों, यह सुनिश्चित करने के लिए पार्टी 5 से 7 फरवरी तक हर जिले में जिला कार्यशालाओं का आयोजन करेगी। जिसमें जिले के चुनाव अधिकारी और सह चुनाव अधिकारी के साथ मंडलों के चुनाव अधिकारी भाग लेंगे। बीजेपी के लिए पंजाब में हैं यह 4 चुनौतियां 1. पंजाब के किसानों को अभी तक बीजेपी साध नहीं पाई है। कृषि कानून भले ही वापस ले लिए गए थे, लेकिन किसानों और बीजेपी की दूरी फिर भी कम नहीं हुई है। करीब एक साल से पंजाब में किसान आंदोलन चल रहा है। इसकी वजह से भी बीजेपी को नुकसान हो रहा है। 2. बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल का गठबंधन नहीं है। यह 2020 में टूट गया था। इस वजह से पारंपरिक सिख वोट पार्टी से दूर हुआ है। 3.पंजाब की राजनीति में सिख समुदाय की अहम भूमिका है। लेकिन बीजेपी की छवि हिंदू बहुत पार्टी माना जाता है। ऐसे में भी पार्टी से लोग नहीं जुड़ते हैं। इस चीज का अन्य दल उठाते हैं। 4. बीजेपी और अकाली दल के सत्ता के बाहर होने से उस खाली हुई जगह को आम आदमी पार्टी ने भर दिया। कांग्रेस भी अब मजबूत स्थिति में है। ऐसे में सबसे बड़ा तरीका संगठन मजबूत करना है।
एक साल से लगातार निराशा हाथ लगी पंजाब में संगठन को मजबूत करना और लोगों से जुड़ना किसी चुनौती से कम नहीं है। 2017 से बीजेपी सत्ता से बाहर है। वहीं, अब शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन भी नहीं है। इस चीज का नुकसान भी दोनों दलों को हो रहा है। दोनों दल भी चाहते है कि गठबंधन हो। लेकिन इसमें अभी तक कामयाबी नहीं मिल पाई है। लोकसभा चुनाव में पार्टी नौ से 18 फीसदी वोट लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बाद तीसरे नंबर पर आ गई। लेकिन एक सीट नहीं जीत पाई। इसके बाद पंचायत चुनाव और निकाय चुनाव में उस हिसाब से मजबूती नहीं मिली।
लुधियाना में पंजाब का सबसे बड़ा रावण:125 फुट का पुतला तैयार किया गया, तलवार-आंख व मुंह से निकलेगी चिंगारी
लुधियाना में पंजाब का सबसे बड़ा रावण:125 फुट का पुतला तैयार किया गया, तलवार-आंख व मुंह से निकलेगी चिंगारी विजयादशमी पर पंजाब का सबसे बड़ा रावण लुधियाना में तैयार हो चुका है, जिसका आज शाम भगवान राम दहन करेंगे। लुधियाना के दरेसी मैदान में रावण का पुतला खड़ा किया गया है। शहर में 10 जगहों पर दशहरा मनाया जा रहा है। वहीं दशहरा पर्व को लेकर पुलिस की तरफ से भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं। दशहरे पर लुधियाना के दरेसी में सबसे विशाल समारोह होगा। दरेसी में इस बार 125 फीट का रावण खड़ा किया गया है जोकि पंजाब का सबसे बड़ा रावण का पुतला बताया जा रहा है। पिछले साल दरेसी में 120 फीट का रावण का दहन हुआ था। ब्लेक व गोल्डन रंग में सजाया पुतला दरेसी में खडे़ किए रावण के पुतले में रावण की तलवार सबसे बड़ी होगी और दहन के समय रावण की तलवार, बेल्ट, आंख और मुंह से चिंगारी निकलेगी। दशहरा पर्व प्रबंधकों की तरफ से इस बार रावण का पुतला ब्लेक व गोल्डन रंग से सजाया गया है। रावण का दहन रिमोट से किया जाएगा। रावण दहन के लिए प्रबंधकों की ओर से सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं। 10 जगहों पर होगा दशहरा समारोह दरेसी मैदान से अलावा लुधियाना में राजगुरू नगर मे 50 फीट का रावण खड़ा किया जाएगा है, वहीं हबंडा रोड पर बने गोविंद धाम में 70 फीट और सराभा नगर में नवदुर्गा मंदिर की तरफ से 70 फीट का रावण तैयार किया गया है। अग्र नगर में भी 40 फीट का रावण और उपकार नगर में भी 60 फीट का रावण खडा किया गया है। इसके अलावा कुंभकर्ण व मेघनाथ के पुतले भी रावण के साथ खडे किए गए हैं। पहले कुभकर्ण व मेघनाथ का फूंका पुतला मेला प्रबंधकों ने बताया कि कुंभकर्ण व मेघनाथ का पुतला दरेसी मैदान में भगवान राम द्वारा दोनों का वध कर दिया है।आज शनिवार को रावण का वध होगा। इस बार रावण पंजाब का सबसे बड़ा 125 फीट का तैयार किया गया है।