जेल से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू मामले की आज (वीरवार को ) पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान अदालत का पंजाब के अधिकारियों से सीधा सवाल था कि इंटरव्यू के लिए जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई की गई। इस पर सरकार की तरफ से कहा गया कि हमारे पास तो इस मामले की रिपोर्ट ही नहीं थी। इस पर अदालत ने कहा पिछले ऑर्डर में बता दिया गया था कि पहला इंटरव्यू सीआईए खरड़ में हुआ है। ऐसे यह चीज तो साफ है। ऐसे आपने जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई की। इस पर सरकार की तरफ से बताया गया कि हम इस चीज की पड़ताल कर रहे है। जल्दी ही जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई कर दी जाएगी। अगली सुनवाई 23 सितंबर तय की गई। इस दौरान सरकार की तरफ से अदालत को अपनी रिपोर्ट दी जाएगी। जैमर लगाने केंद्र कर रहा है मदद इसके बाद जेलों की सुरक्षा से जुड़े जैमरों के मुद्दे पर अदालत ने पंजाब से सवाल किया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए गृह सचिव से पूछा कि आप यह बताओ कि फंड जारी करने देरी क्यों हो रही है। इस पर उनका जवाब था कि अब इस काम में देरी नहीं होगी। केंद्र सरकार ने जैमरों में जो भी मदद चाहिए। वह उनकी तरफ से की जाएगी। जल्दी ही यह काम पूरा कर लिया जाएगा। राजस्थान खुद करे दूसरे इंटरव्यू की जांच राजस्थान की जेल में हुए इंटरव्यू मामले में राजस्थान सरकार की तरफ से ऐजी पेश हुए। अदालत का कहना है कि इस मामले की जांच राजस्थान को खद करनी चाहिए। इस पर राजस्थान की तरफ से कहा गया है जैसे ही उन्हें रिपोर्ट मिल जाएगी, तो हम जांच शुरू कर देंगे। जेलों की सुरक्षा पर करोड़ों का है खर्च हालांकि गत सुनवाई के दौरान अदालत में सरकार की तरफ से बताया गया था जेलों में जैमर व अन्य सुरक्षा इंतजामों के लिए 600 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। फंड की व्यवस्था करने में समय लग रहा है। ऐसे में सरकार को थोड़ी मोहलत दी जाए। फिलहाल 15 जेलों में लो पावर्ड जैमर लगाए गए है। बठिंडा जेल में कवच जैमर लगाया गया है। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च को ब्रॉडकास्ट हुआ था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू करने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर रहा है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है। वकील बोले- पंजाब पुलिस में काली भेड़ें इंटरव्यू के खिलाफ पिटीशन दायर करने वाले वकील गौरव ने कहा कि सुनवाई में साफ हो गया गया कि पंजाब पुलिस में काली भेड़े हैं। जिन्होंने यह इंटरव्यू करवाया था। यह किसी आम आदमी का यह काम नहीं है। हालांकि इसे शुरू से ही दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि अदालत ने तय किया है कि जो भी इस मामले शामिल होंगे, उन पर सीधे कार्रवाई होगी। वहीं, इस मामले में जो भी सुपरवाइजर होंगे, उन पर भी कार्रवाई होगी। अब गुजरात जेल में बंद है लॉरेंस गैंगस्टर लॉरेंस इस समय गुजरात की जेल में नशा तस्करी से जुडे़ केस में बंद है। उसे अहमदाबाद के साबरमती में हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया है। हाल ही में उसके पाकिस्तानी डॉन से ईद की बधाई को लेकर वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई थी। जेल से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू मामले की आज (वीरवार को ) पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान अदालत का पंजाब के अधिकारियों से सीधा सवाल था कि इंटरव्यू के लिए जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई की गई। इस पर सरकार की तरफ से कहा गया कि हमारे पास तो इस मामले की रिपोर्ट ही नहीं थी। इस पर अदालत ने कहा पिछले ऑर्डर में बता दिया गया था कि पहला इंटरव्यू सीआईए खरड़ में हुआ है। ऐसे यह चीज तो साफ है। ऐसे आपने जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई की। इस पर सरकार की तरफ से बताया गया कि हम इस चीज की पड़ताल कर रहे है। जल्दी ही जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई कर दी जाएगी। अगली सुनवाई 23 सितंबर तय की गई। इस दौरान सरकार की तरफ से अदालत को अपनी रिपोर्ट दी जाएगी। जैमर लगाने केंद्र कर रहा है मदद इसके बाद जेलों की सुरक्षा से जुड़े जैमरों के मुद्दे पर अदालत ने पंजाब से सवाल किया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए गृह सचिव से पूछा कि आप यह बताओ कि फंड जारी करने देरी क्यों हो रही है। इस पर उनका जवाब था कि अब इस काम में देरी नहीं होगी। केंद्र सरकार ने जैमरों में जो भी मदद चाहिए। वह उनकी तरफ से की जाएगी। जल्दी ही यह काम पूरा कर लिया जाएगा। राजस्थान खुद करे दूसरे इंटरव्यू की जांच राजस्थान की जेल में हुए इंटरव्यू मामले में राजस्थान सरकार की तरफ से ऐजी पेश हुए। अदालत का कहना है कि इस मामले की जांच राजस्थान को खद करनी चाहिए। इस पर राजस्थान की तरफ से कहा गया है जैसे ही उन्हें रिपोर्ट मिल जाएगी, तो हम जांच शुरू कर देंगे। जेलों की सुरक्षा पर करोड़ों का है खर्च हालांकि गत सुनवाई के दौरान अदालत में सरकार की तरफ से बताया गया था जेलों में जैमर व अन्य सुरक्षा इंतजामों के लिए 600 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। फंड की व्यवस्था करने में समय लग रहा है। ऐसे में सरकार को थोड़ी मोहलत दी जाए। फिलहाल 15 जेलों में लो पावर्ड जैमर लगाए गए है। बठिंडा जेल में कवच जैमर लगाया गया है। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च को ब्रॉडकास्ट हुआ था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू करने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर रहा है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार 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