पंजाब में ईडी की विशेष अदालत ने 6 हजार करोड़ रुपये के ड्रग तस्करी मामले में 17 लोगों को कुछ दिन पहले सजा सुनाई थी। दोषियों में पंजाब पुलिस के बर्खास्त डीएसपी जगदीश भेला, उनकी पत्नी और ससुर भी शामिल हैं। वहीं, इस मामले में शामिल सभी दोषियों की 12.37 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने के आदेश दिए गए हैं। यह संपत्ति ईडी ने वर्ष 2014, 2015 और 2018 में जब्त की थी। इस मामले में कुल 95 करोड़ रुपये की अटैच की गई थी। इस मामले में सुनाई थी अदालत ने सजा इस दौरान जगदीश भोला, मनप्रीत, सुखराज, सुखजीत सुखा, मनिंदर, दविंदर सिंह हैप्पी, अवतार सिंह को 10-10 साल की सजा सुनाई गई है। जबकि जगदीश भोला की पत्नी गुरप्रीत कौर, अवतार की पत्नी संदीप कौर, जगमिंदर कौर औलाख, गुरमीत कौर, आरामजीत सिंह और भोला के ससुर दिलीप मान को 3-3 साल की सजा सुनाई गई है। वहीं, गुरप्रीत सिंह, सुभाष बजाज और अंकुर बजाज को 5-5 साल की सजा सुनाई गई है। इस मामले में कुल 23 आरोपी थे। इनमें से चार की मौत हो चुकी है। भोला के पिता बलशिंदर भी इस मामले में आरोपी थे, हालांकि उनकी मौत हो चुकी है। जबकि 2 लोग इस मामले में पीओ हैं। 11 साल पहले सामने आया था मामला यह मामला साल 2013 में सामने आया था। जब पंजाब पुलिस ने इस मामले में अर्जुन अवॉर्डी पहलवान रुस्तम-ए-हिंद और पंजाब पुलिस के बर्खास्त डीएसपी जगदीश सिंह भोला को गिरफ्तार किया था। तब पता चला था कि यह रैकेट पंजाब से लेकर विदेशों तक फैला हुआ है। इस केस के सामने आने से पंजाब की राजनीति से लेकर खेल जगत में भूचाल आ गया था। वहीं, राज्य के कई नेताओं पर भी सवाल उठे थे। जांच में पता चला था कि यह ड्रग रैकेट 6 हजार करोड़ का है। साल 2019 में इस मामले में सीबीआई की अदालत ने 25 लोगों को एनडीपीएस एक्ट के तहत सजा सुनाई थी। पंजाब में ईडी की विशेष अदालत ने 6 हजार करोड़ रुपये के ड्रग तस्करी मामले में 17 लोगों को कुछ दिन पहले सजा सुनाई थी। दोषियों में पंजाब पुलिस के बर्खास्त डीएसपी जगदीश भेला, उनकी पत्नी और ससुर भी शामिल हैं। वहीं, इस मामले में शामिल सभी दोषियों की 12.37 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने के आदेश दिए गए हैं। यह संपत्ति ईडी ने वर्ष 2014, 2015 और 2018 में जब्त की थी। इस मामले में कुल 95 करोड़ रुपये की अटैच की गई थी। इस मामले में सुनाई थी अदालत ने सजा इस दौरान जगदीश भोला, मनप्रीत, सुखराज, सुखजीत सुखा, मनिंदर, दविंदर सिंह हैप्पी, अवतार सिंह को 10-10 साल की सजा सुनाई गई है। जबकि जगदीश भोला की पत्नी गुरप्रीत कौर, अवतार की पत्नी संदीप कौर, जगमिंदर कौर औलाख, गुरमीत कौर, आरामजीत सिंह और भोला के ससुर दिलीप मान को 3-3 साल की सजा सुनाई गई है। वहीं, गुरप्रीत सिंह, सुभाष बजाज और अंकुर बजाज को 5-5 साल की सजा सुनाई गई है। इस मामले में कुल 23 आरोपी थे। इनमें से चार की मौत हो चुकी है। भोला के पिता बलशिंदर भी इस मामले में आरोपी थे, हालांकि उनकी मौत हो चुकी है। जबकि 2 लोग इस मामले में पीओ हैं। 11 साल पहले सामने आया था मामला यह मामला साल 2013 में सामने आया था। जब पंजाब पुलिस ने इस मामले में अर्जुन अवॉर्डी पहलवान रुस्तम-ए-हिंद और पंजाब पुलिस के बर्खास्त डीएसपी जगदीश सिंह भोला को गिरफ्तार किया था। तब पता चला था कि यह रैकेट पंजाब से लेकर विदेशों तक फैला हुआ है। इस केस के सामने आने से पंजाब की राजनीति से लेकर खेल जगत में भूचाल आ गया था। वहीं, राज्य के कई नेताओं पर भी सवाल उठे थे। जांच में पता चला था कि यह ड्रग रैकेट 6 हजार करोड़ का है। साल 2019 में इस मामले में सीबीआई की अदालत ने 25 लोगों को एनडीपीएस एक्ट के तहत सजा सुनाई थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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किसानों के दिल्ली कूच को लेकर CM की मीटिंग:पुलिस के इनपुट पर अधिकारियों के साथ कर रहे चर्चा, पैदल मार्च पर अड़े किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर से पंजाब के किसानों के 6 दिसंबर को पैदल दिल्ली कूच के ऐलान के बाद हरियाणा सरकार अलर्ट हो गई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इसको लेकर मीटिंग शुरू कर दी है। मीटिंग में चीफ सेक्रेटरी विवेक जोशी, होम सेक्रेटरी सुमिता मिश्रा, DGP शत्रुजीत कपूर, ADGP CID आलोक मित्तल मौजूद हैं। इससे पहले सोमवार को अंबाला पुलिस के साथ संभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों की मीटिंग हो चुकी है। किसानों के द्वारा अपना दिल्ली कूच का शेड्यूल पुलिस को बता दिया गया है। पुलिस की ओर से किसानों के पूरे शेड्यूल की जानकारी सरकार के साथ साझा कर दी गई थी। इसके बाद सीएम ने यह मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग से एक दिन पहले हरियाणा के CM नायब सैनी किसानों के दिल्ली कूच को लेकर अपने इरादे स्पष्ट कर चुके हैं। उन्होंने कहा, धरना पंजाब में बनता है। कांग्रेस की जो सरकार MSP नहीं दे रही, धरना वहां बनता है। हम तो MSP दे रहे हैं। कांग्रेस ने MSP बंद होने का झूठ फैलाया था, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने MSP बढ़ाकर इसका जवाब दिया है। कूच को लेकर हरियाणा में क्या-क्या तैयारियां… 1. पंजाब से हरियाणा में ट्रैक्टर की एंट्री बैन हरियाणा-पंजाब के खनौरी और शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है। बॉर्डरों पर 24 घंटे नजर रखने के लिए पुलिस के जवानों की स्पेशल ड्यूटी लगाई गई है। ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि पंजाब की ओर से आने वाले हर वाहन की सघन चेकिंग की जाए। साथ ही ट्रैक्टर की एंट्री को पूरी तरह से बैन रखा जाए।अंबाला सहित जीटी रोड पर पड़ने वाले जिले और दिल्ली से लगते जिलों की पुलिस को अलर्ट मोड पर कर दिया गया है। किसानों के दिल्ली कूच को लेकर इन जिलों में अतिरिक्त पुलिस की तैनाती की जाएगी। 2. रूट डायवर्ट प्लान लागू किया हरियाणा के एक्सप्रेस-वे समेत दिल्ली जाने वाले बॉर्डरों पर चेकिंग के चलते यातायात प्रभावित हो रहा है। यातायात का दबाव बढ़ने की स्थिति में पुलिस की ओर से रूट डायवर्जन प्लान लागू किया गया है। पुलिस की ओर से लोगों से वैकल्पिक मार्गों और मेट्रो का यूज करने की भी अपील की गई है। यातायात पुलिस के मुताबिक यमुना एक्सप्रेस-वे से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे होकर दिल्ली जाने वाले तथा सिरसा से परी चौक होकर सूरजपुर जाने वाले मार्ग पर सभी प्रकार के माल वाहक वाहनों का आगमन प्रतिबंधित रहेगा। दिल्ली कूच को लेकर किसानों का ये प्लान… 1. प्रशासन से परमिशन मिलने के बाद ही किसान दिल्ली की और रवाना होंगे। शंभूू बॉर्डर पर किसानों का नेतृत्व कर रहे किसान नेता सरवन पंढेर बता चुके हैं, कि किसान दिल्ली की ओर जत्थों में शांतिपूर्वक जाएंगे। कहीं पर भी रोड ब्लॉकेज नहीं होगा। रात भी जहां बिताएंगे, वहां भी रोड ब्लॉक नहीं होगा। 2. पानीपत में 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री का प्रोग्राम है, लेकिन किसान वहां नहीं जाएंगे। किसान सिर्फ दिल्ली की ओर ही बढ़ेंगे। किसान नेता कह चुके हैं, कि हमारी बात दिल्ली और हरियाणा सरकार तक सही ढंग से पहुंच जाती है तो हमें ट्रैक्टर के साथ भी आगे बढ़ने की अनुमति मिल सकती है। 3. अभी किसान शंभू बॉर्डर पर ही रहेंगे। यदि आगे उन्हें दिल्ली में राम लीला मैदान या जंतर मंतर पर जगह मिल जाती है तो हम वहां की ओर ही रवाना होंगे। इसके बाद ही हम शंभू बॉर्डर का मोर्चा वहां शिफ्ट करेंगे।
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