पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित इन दिनों पंजाब के बॉर्डर एरिया में के दौरे पर हैं। उनका तीन दिन का दौरा खत्म होने के बाद आज उन्होंने मीडियो के सामने आकर पंजाब में नशे के मुद्दे पर पंजाब सरकार को घेरा। पुरोहित ने कहा- मुझे पंजाब की सभी यूनिवर्सिटी का चांसलर बनाए जाने पर सीएम साहिब खुश नहीं थे। उन्होंने आगे कहा- मेरे पास सभी पार्टियों के लोग आते हैं। फिर चाहे वो बीजेपी का हो या फिर आप और कांग्रेस का। मैं सभी से मिलता हूं। मेरा किसी पार्टी से लिंक नहीं है। साथ ही पुरोहित ने कहा- मगर मुझे जरूरत पड़ती है तो मैं सीधी पीएम से बात करता हूं। पुरोहित बोले- केंद्रीय एजेंसियों और पुलिस को सख्त आदेश दिए पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने कहा- पंजाब के जिस गांव में नशा खत्म होगा, उसे हम तीन लाख रुपए देंगे। ये पैसा गवर्नर फंड से दिया जाएगा। आगे उन्होंने कहा- मैं जब बॉर्डर एरिया में जाता हूं तो मीटिंग करता हूं और गांव के लोगों से मिलता हूं। मैं एक गांव में गया वहां पर कई महिलाएं भी आई थी। ऐसे में लोगों में मोटिवेशन बढ़ेगा कि महिलाएं तक आगे आ रही हैं। पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने कहा- 3 से 4 हजार लोग हमारे साथ जुड़े हुए हैं, इससे हमें नशा खत्म करने में मदद मिलेगी। मैंने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों और जिलों के पुलिस अधिकारियों को नशे लेकर सख्त आदेश दिए हैं। उन्हें कहा गया है कि गांव के बीडीसी मेंबरों को बुलाकर खाना खिलाओ और उनके साथ उनके गांव की स्थिति पर बातचीत करो। गवर्नर बोले- मेरे हाथ में कोई काम हो तो मैं उसे जरूर करता हूं पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने कहा- लोगों ने हमसे कहा था कि सीसीटीवी लगवाए जाएं, हमें लोगों की राय के अनुसार कैमरा लगवाए। पंजाब में आने के बाद मैं कई बार बता चुका हूं कि मैं करीब 8 बार चुनाव लड़ा हूं और पांच पर चुनाव जीत चुका हूं। मेरी जीत का रिजल्ट 60 प्रतिशत है। जीत का पर्सटेज ज्यादा है। दो तीन प्रतिशत ऊपर नीच रहा है हार में भी। पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने कहा- मैं चुनाव न लड़ने का ऐलान किया था, तो मुझे गवर्नर बनाया गया। जिसके बाद मैंने हां कि क्योंकि गवर्नर पद के लिए राजनीति का कोई काम नहीं है। क्योंकि मैं सबसे मिलता हूं, हर पार्टी से मिलता हूं। मेरे लायक होने वाला काम होगा तो मैं उसे तुरंत कर देता हूं। इसलिए मैं नशा रोकने की कोशिश कर रहा हूं। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले इतने सालों से ऐसा काम नहीं कर पाए। गवर्नर बोले- सीएम को मेरा चांसलर बनना पसंद नहीं आया पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने कहा- मुझे किसी से वोट नहीं चाहिए, मैं निस्वार्थ भाव से यहां काम कर रहा हूं। मेरे अगर किसी से बात भी होती है तो सीधी बात प्रधानमंत्री या फिर होम मिनिस्टर से होती है। दिक्कतें लेकर आप, बीजेपी और कांग्रेस के लोग भी आते हैं। मैं सभी की बात सुनता हूं। पंजाब के जो काम नहीं हुए वो काम करवाना तो मेरी जिम्मेदारी है। मैं पंजाब की सभी यूनिवर्सिटियों को चांसलर हूं, मगर सीएम साहिब को ये पसंद नहीं आया। क्योंकि मैं किसी की रैकेमेंडेशन पर काम नहीं करता था। पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने कहा- पंजाब की दस यूनिवर्सिटी ऐसी हैं, जहां रैगुलर वाइस चांसलर नहीं है। यूजीसी की गाइडलाइन्स हैं कि यूनिवर्सिटी में अगर वाइस चांसलर नियुक्त करना है तो सर्च कमेटी बनाई जाए। सारा प्रोसेस पूरा होने के बाद इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता था, उसमें से सलेक्शन होती थी। पुरोहित ने आगे कहा- मैं मैरिट पर चलता हूं। पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित इन दिनों पंजाब के बॉर्डर एरिया में के दौरे पर हैं। उनका तीन दिन का दौरा खत्म होने के बाद आज उन्होंने मीडियो के सामने आकर पंजाब में नशे के मुद्दे पर पंजाब सरकार को घेरा। पुरोहित ने कहा- मुझे पंजाब की सभी यूनिवर्सिटी का चांसलर बनाए जाने पर सीएम साहिब खुश नहीं थे। उन्होंने आगे कहा- मेरे पास सभी पार्टियों के लोग आते हैं। फिर चाहे वो बीजेपी का हो या फिर आप और कांग्रेस का। मैं सभी से मिलता हूं। मेरा किसी पार्टी से लिंक नहीं है। साथ ही पुरोहित ने कहा- मगर मुझे जरूरत पड़ती है तो मैं सीधी पीएम से बात करता हूं। पुरोहित बोले- केंद्रीय एजेंसियों और पुलिस को सख्त आदेश दिए पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने कहा- पंजाब के जिस गांव में नशा खत्म होगा, उसे हम तीन लाख रुपए देंगे। ये पैसा गवर्नर फंड से दिया जाएगा। आगे उन्होंने कहा- मैं जब बॉर्डर एरिया में जाता हूं तो मीटिंग करता हूं और गांव के लोगों से मिलता हूं। मैं एक गांव में गया वहां पर कई महिलाएं भी आई थी। ऐसे में लोगों में मोटिवेशन बढ़ेगा कि महिलाएं तक आगे आ रही हैं। पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने कहा- 3 से 4 हजार लोग हमारे साथ जुड़े हुए हैं, इससे हमें नशा खत्म करने में मदद मिलेगी। मैंने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों और जिलों के पुलिस अधिकारियों को नशे लेकर सख्त आदेश दिए हैं। उन्हें कहा गया है कि गांव के बीडीसी मेंबरों को बुलाकर खाना खिलाओ और उनके साथ उनके गांव की स्थिति पर बातचीत करो। गवर्नर बोले- मेरे हाथ में कोई काम हो तो मैं उसे जरूर करता हूं पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने कहा- लोगों ने हमसे कहा था कि सीसीटीवी लगवाए जाएं, हमें लोगों की राय के अनुसार कैमरा लगवाए। पंजाब में आने के बाद मैं कई बार बता चुका हूं कि मैं करीब 8 बार चुनाव लड़ा हूं और पांच पर चुनाव जीत चुका हूं। मेरी जीत का रिजल्ट 60 प्रतिशत है। जीत का पर्सटेज ज्यादा है। दो तीन प्रतिशत ऊपर नीच रहा है हार में भी। पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने कहा- मैं चुनाव न लड़ने का ऐलान किया था, तो मुझे गवर्नर बनाया गया। जिसके बाद मैंने हां कि क्योंकि गवर्नर पद के लिए राजनीति का कोई काम नहीं है। क्योंकि मैं सबसे मिलता हूं, हर पार्टी से मिलता हूं। मेरे लायक होने वाला काम होगा तो मैं उसे तुरंत कर देता हूं। इसलिए मैं नशा रोकने की कोशिश कर रहा हूं। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले इतने सालों से ऐसा काम नहीं कर पाए। गवर्नर बोले- सीएम को मेरा चांसलर बनना पसंद नहीं आया पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने कहा- मुझे किसी से वोट नहीं चाहिए, मैं निस्वार्थ भाव से यहां काम कर रहा हूं। मेरे अगर किसी से बात भी होती है तो सीधी बात प्रधानमंत्री या फिर होम मिनिस्टर से होती है। दिक्कतें लेकर आप, बीजेपी और कांग्रेस के लोग भी आते हैं। मैं सभी की बात सुनता हूं। पंजाब के जो काम नहीं हुए वो काम करवाना तो मेरी जिम्मेदारी है। मैं पंजाब की सभी यूनिवर्सिटियों को चांसलर हूं, मगर सीएम साहिब को ये पसंद नहीं आया। क्योंकि मैं किसी की रैकेमेंडेशन पर काम नहीं करता था। पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने कहा- पंजाब की दस यूनिवर्सिटी ऐसी हैं, जहां रैगुलर वाइस चांसलर नहीं है। यूजीसी की गाइडलाइन्स हैं कि यूनिवर्सिटी में अगर वाइस चांसलर नियुक्त करना है तो सर्च कमेटी बनाई जाए। सारा प्रोसेस पूरा होने के बाद इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता था, उसमें से सलेक्शन होती थी। पुरोहित ने आगे कहा- मैं मैरिट पर चलता हूं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बहबल कलां कांड के पीड़ित ने उठाए सवाल:सुखराज सिंह बोले- सरकारी की पैरवी कमजोर, चंडीगढ़ कोर्ट में ट्रांसफर हुआ केस फरीदकोट के बहुचर्चित बरगाड़ी बेअदबी कांड से जुड़े बहबल कलां गोलीकांड के पीड़ित सुखराज सिंह ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा सरकार कि प्रदेश सरकार की कमजोर पैरवी के कारण मुकदमा फरीदकोट की अदालत से चंडीगढ़ अदालत में ट्रांसफर हुआ है। उन्होंने कहा कि कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ प्रदेश सरकार को ऊपरी अदालत में चुनौती देनी चाहिए, परंतु प्रदेश सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया। जबकि कोर्ट का यह फैसला वोटिंग से एक दिन पहले ही आया था। ऐसे में सरकार उक्त फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर करें, ताकि उक्त मुकदमे की सुनवाई चंडीगढ़ में न होकर फरीदकोट में ही हो। सुखराज ने कहा कि मुकदमे में एक आरोपी की बात को सुनकर अदालत ने फरीदकोट से चंडीगढ़ अदालत में मुकदमा स्थानांतरित कर दिया, जबकि उक्त मुकदमे में 100 से ज्यादा लोग गवाह हैं, जो कि फरीदकोट जिले से संबंधित है। इतने गवाह फरीदकोट से चंडीगढ़ कैसे जाएंगे उन्हें भी तो परेशानी होगी। विधायक के समक्ष रखी थी समस्या सुखराज सिंह ने कहा कि उक्त मुकदमे में प्रदेश सरकार की कमजोर पैरवी को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी करमजीत अनमोल और एक विधायक से भी इस मुद्दे में सहायता करने की मांग की थी, परंतु मौजूदा सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण ही ऐसा हुआ। बता दें कि, 14 अक्टूबर 2015 को बरगाडी बेअदवी कांड की घटना के विरोध में सिक्ख संगत द्वारा शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन बहिबल कलां में किया जा रहा था। इसी दौरान हुई पुलिस फायरिंग में दो सिक्ख नौजवानों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हो गए थे। मृत नौजवानों में एक भगवान कृष्ण सिंह थे जिनके भाई पीडित सुखराज सिंह हैं।