लुधियाना| उत्तराखंड सबॉर्डिनेट सर्विस सलेक्शन कमिशन (यूकेएसएसएससी) द्वारा एडिशनल प्राइवेट सेक्रेटरी, पर्सनल असिस्टेंट, डाटा एंट्री ऑपरेटर, स्टेनोग्राफर ग्रेड-2 की पोस्ट के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इसके तहत 257 पोस्टों पर भर्ती की जाएगी। जिनके लिए अप्लाई करने की आखिरी तारीख 14 अक्टूबर निर्धारित की गई है। इन पोस्ट के लिए अनरिजर्व्ड और ओबीसी श्रेणी के उम्मीदवारों को 300 रुपेय, एससी, एसटी, ईडब्ल्यूएस श्रेणी के उम्मीदवारों को 150 रुपये की फीस अदा करनी होगी। एप्लिकेशन फॉर्म में करेक्शन के लिए 18 से 21 अक्टूबर का समय दिया गया है। लिखित एग्जाम 8 दिसंबर को आयोजित करने की संभावना है। बोर्ड द्वारा फाइनल तारीख की घोषणा करनी अभी बाकी है। इन पोस्ट के लिए ग्रेजुएट उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। एडिशनल प्राइवेट सेक्रेटरी के लिए स्टेनोग्राफी में हिंदी और इंग्लिश में टाइपिंग स्पीड भी निर्धारित की गई है। डाटा एंट्री ऑपरेटर और स्टेनोग्राफर ग्रेड-2 के लिए बारहवीं पास उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं। पदों के लिए भर्ती परीक्षा दो स्तर में होगी। इसमें पहला स्तर लिखित परीक्षा होगी जोकि दो घंटे की होगी और 100 अंकों के सवाल होंगे। इसमें न्यूनतम 45 फीसदी अंक हासिल करने वालों को योग्य माना जाएगा। नियमों के तहत रिजर्व्ड श्रेणियों को राहत मिलेगी। इस एग्जाम को क्लियर करने वाले उम्मीदवारों के लिए अगला एग्जाम लिया जाएगा। इन पोस्ट के लिए 18 से 42 साल तक के उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। लुधियाना| उत्तराखंड सबॉर्डिनेट सर्विस सलेक्शन कमिशन (यूकेएसएसएससी) द्वारा एडिशनल प्राइवेट सेक्रेटरी, पर्सनल असिस्टेंट, डाटा एंट्री ऑपरेटर, स्टेनोग्राफर ग्रेड-2 की पोस्ट के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इसके तहत 257 पोस्टों पर भर्ती की जाएगी। जिनके लिए अप्लाई करने की आखिरी तारीख 14 अक्टूबर निर्धारित की गई है। इन पोस्ट के लिए अनरिजर्व्ड और ओबीसी श्रेणी के उम्मीदवारों को 300 रुपेय, एससी, एसटी, ईडब्ल्यूएस श्रेणी के उम्मीदवारों को 150 रुपये की फीस अदा करनी होगी। एप्लिकेशन फॉर्म में करेक्शन के लिए 18 से 21 अक्टूबर का समय दिया गया है। लिखित एग्जाम 8 दिसंबर को आयोजित करने की संभावना है। बोर्ड द्वारा फाइनल तारीख की घोषणा करनी अभी बाकी है। इन पोस्ट के लिए ग्रेजुएट उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। एडिशनल प्राइवेट सेक्रेटरी के लिए स्टेनोग्राफी में हिंदी और इंग्लिश में टाइपिंग स्पीड भी निर्धारित की गई है। डाटा एंट्री ऑपरेटर और स्टेनोग्राफर ग्रेड-2 के लिए बारहवीं पास उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं। पदों के लिए भर्ती परीक्षा दो स्तर में होगी। इसमें पहला स्तर लिखित परीक्षा होगी जोकि दो घंटे की होगी और 100 अंकों के सवाल होंगे। इसमें न्यूनतम 45 फीसदी अंक हासिल करने वालों को योग्य माना जाएगा। नियमों के तहत रिजर्व्ड श्रेणियों को राहत मिलेगी। इस एग्जाम को क्लियर करने वाले उम्मीदवारों के लिए अगला एग्जाम लिया जाएगा। इन पोस्ट के लिए 18 से 42 साल तक के उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में एडीजीपी और AAP विधायक के समन जारी:डीएसपी की गिरफ्तारी के वारंट जारी, 12 साल पहले मिले शव का मामला 12 साल पहले इम्प्रुवमेंट ट्रस्ट की सात नंबर 7 स्कीम में एक सिर कटा शव मिलने वाले मामले में गुरदासपुर की जिला अदालत ने एडीजीपी राम सिंह और आम आदमी पार्टी के विधायक एवं तत्कालीन आईपीएस कुंवर विजय प्रताप सिंह को अदालत में पेश होने के समन जारी किए गए हैं, जबकि उस समय में डीएसपी यादविंदर सिंह की गिरफ्तारी के वारंट अदालत द्वारा जारी किए गए हैं। इसके अलावा अन्य कई पुलिस कर्मचारियों को भी कोर्ट में पेश होने के लिए समन भेजे गए हैं। बता दें कि मामले में एक महिला की हत्या के आरोप में उसके पति व पति के परिवारिक सदस्यों को पुलिस द्वारा हिरासत में रखकर प्रताड़ित किया गया था। बाद में उक्त महिला जीवित निकली। अपने दामाद को फंसाने के लिए ससुर ने किसी अन्य महिला की हत्या करके उसे अपनी लड़की के कपड़े पहना दिए थे। शिकायतकर्ता मनोज कुमार ने बताया कि उसकी शादी गोल्डी पुत्री बुआ मसीह निवासी गांव मान चोपड़ा के साथ हुई थी। हालांकि मनोज का ससुर अपनी बेटी की शादी किसी अन्य लड़के के साथ करवाना चाहता था। इसलिए वह मनोज को किसी झूठे केस में फंसाने का इरादा रखता था। मनोज कुमार के ससुर बुआ मसीह ने उसे और उसके अन्य स्वजनों को फंसाने के लिए शिकायतकर्ता की पत्नी और उसके अन्य स्वजनों के साथ मिलीभगत करके 11 दिसंबर 2011 की रात को दर्शना उर्फ गोगन नामक एक महिला की हत्या कर दी और उसका सिर अलग कर दिया। शव से कपड़े उतार कर मनोज की पत्नी गोल्डी के कपड़े दर्शना उर्फ गोगन के शव पर डाल दिए। मनोज के ससुराल वालों का राजनीतिक प्रभाव था। उसने सिटी गुरदासपुर में झूठी शिकायत कर दी कि मनोज कुमार और उसके स्वजनों ने उसकी लड़की गोल्डी की हत्या कर दी है। राजनीतिक दबाव में थी पुलिस कथित राजनीति के दबाव में पुलिस ने पीएस सिटी गुरदासपुर ने झूठी कहानी बनाकर धारा 302, 201 और 34 आईपीसी के तहत 12 दिसंबर 2011 को झूठी एफआईआर 217 दर्ज कर दी और उसी दिन दोपहर दो बजे एएसआई जोगिंदर सिंह, एसएचओ जोगा सिंह, इंस्पेक्टर यादविंदर सिंह, डीएसपी गरीब दास और डीएसपी अजिंदर सिंह समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने उसके कवार्टर में छापेमारी की और शिकायकर्ता मनोज और उसके स्वजनों को भी हिरासत में लिया गया। उक्त पुलिस पार्टी के अधिकारियों ने शिकायतकर्ता और उसके स्वजनों को अलग अलग थानों में 10 दिनों तक नाजायज हिरासत में रखा। मनोज कुमार और उनके स्वजनों को महिला की हत्या कबूलने के लिए प्रताड़ित किया गया। उसकी पूछताछ के दौरान भी पुलिस पार्टी ने शिकायतकर्ता को अंदरुनी चोटें पहुंचाई। जिस कारण अभी तक उसकी टांगों में सूजन रहती है और उसके हाथ भी ठीक तरह से काम नहीं कर रहे।
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फरीदकोट में हनीट्रैप केस में फर्जी पत्रकार गिरफ्तार:1 लाख रुपए की कर रहा था डिमांड; रेप की झूठी खबर चलाने की दी धमकी पंजाब के फरीदकोट में पुलिस ने शहर में लोगों को हनी ट्रैप में फंसा कर उनसे पैसे ऐंठने वाले एक गिरोह को बेनकाब करते हुए इसके सरगना को गिरफ्तार कर लिया है। जो लोगों को जाल में फंसने वाले लोगों से खुद को पत्रकार बताकर पैसे की मांग करता है। आरोपी की पहचान कोटकपूरा के जलालेआना रोड स्थित कोठे चेतियावाली निवासी निर्मल सिंह उर्फ पम्मा के रूप में हुई। इस मामले पुलिस ने एक युवक और 3 अज्ञात लड़कियों के खिलाफ भी केस दर्ज किया किया है। जिनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है। नौकरी के लिए लाए थे लड़की पुलिस ने बताया कि उनके पास भान सिंह कालोनी के रहने वाले संदीप कुमार ने शिकायत दर्ज करवाई कि कुछ दिन पहले फरीदकोट निवासी दीपक नरूला उनके घर पर काम करने के लिए एक युवती को छोड़ कर गया था। जिसे वह बाद में वापस अपने साथ ले गया। इसके बाद उन्होंने संदीप कुमार पर रेप करने का आरोप लगाया और उसके बाद खुद को पत्रकार बताने वाले निर्मल सिंह ने एक लाख रुपए की डिमांड करनी शुरू कर दी। पैसे नहीं देने पर खबर चलाने की धमकी निर्मल सिंह ने पैसे नहीं देने पर चैनल पर खबर चला चलाने की धमकियां दी। शिकायतकर्ता संदीप सिंह के अनुसार आरोपी ने उसका फोन छीन लिया और उससे 10 हजार रुपए लेकर बाकी पैसे भी देने की मांग रखी। इस शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए फरीदकोट पुलिस ने दो नामजद समेत 3 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया और एक आरोपी निर्मल सिंह उर्फ पम्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस आरोपी की कार भी पुलिस द्वारा जब्त की गई है। अब तक 5 लोगों को हनी ट्रैप में फंसा चुका है गिरोह- डीएसपी डीएसपी त्रिलोचन सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ में सामने आया है कि अभी तक यह गिरोह 5 लोगों को हनी ट्रैप के जाल में फंसा कर पैसे ऐंठ चुका है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी को अदालत से रिमांड पर लेकर और सख्ती से जानकारी जुटाई जाएगी। साथ ही गिरोह में शामिल लड़कियों और अन्य आरोपियों का पता लगाया जाएगा।

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