पंजाब पुलिस बोली- जगजीत डल्लेवाल गिरफ्तार नहीं:SC के ऑर्डर पर हॉस्पिटल में रखा; हाईकोर्ट ने कहा- परिवार को मुलाकात करने दें

पंजाब पुलिस बोली- जगजीत डल्लेवाल गिरफ्तार नहीं:SC के ऑर्डर पर हॉस्पिटल में रखा; हाईकोर्ट ने कहा- परिवार को मुलाकात करने दें

पंजाब पुलिस ने हाईकोर्ट में कहा कि आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल को गिरफ्तार नहीं किया गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक उन्हें अस्पताल में रखा गया है। इस संबंध में पंजाब पुलिस की तरफ से पटियाला के SSP नानक सिंह ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की। इस संबंध में याचिका दायर हुई थी। जिसमें दावा किया गया था कि डल्लेवाल को अवैध हिरासत में रखा गया है। पंजाब पुलिस ने कोर्ट को यह भी बताया कि डल्लेवाल के खिलाफ न ही कोई मामला दर्ज किया गया और न ही उनकी गिरफ्तारी हुई है। इसके बाद कोर्ट ने परिवार के सदस्यों को डल्लेवाल से मिलने की अनुमति दी। इस मामले में अगले सुनवाई 26 मार्च को होगी। वहीं इस सुनवाई के बाद पंजाब पुलिस के IG (हेडक्वार्टर) सुखचैन सिंह गिल ने कहा- करीब 1400 किसानों को हिरासत में लिया गया था। पुलिस ने 800 किसानों को रिहा किया है। जिन महिलाओं की उम्र 60 साल से ज्यादा है, या उन्हें कोई मेडिकल प्रॉब्लम है, उन्हें भी रिहा किया जाएगा। करीब 450 किसान आज रिहा किए जाएंगे। बॉर्डरों पर किसानों के सामान चोरी होने पर पुलिस 3 FIR दर्ज कर चुकी है। भारतीय किसान यूनियन दोआबा के प्रधान गुरमुख सिंह ने 21 मार्च को इस याचिका को दाखिल किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि डल्लेवाल 117 दिनों से आमरण अनशन पर हैं। उन्हें कैंसर है। 19 मार्च से उनका कोई पता नहीं है। वैसे तो 400 से अधिक किसानों को हिरासत में लिया गया है। 50 किसानों के नाम की सूची उन्होंने अदालत को सौंपी थी। उधर, आंदोलनकारी संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (नॉन पॉलिटिकल) और किसान मजदूर मोर्चा (KMM) ने आज मोहाली में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। किसान नेता अगली रणनीति के बारे में बताएंगे। अब सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला…. किसान नेताओं और केंद्र के बीच 7वें दौर की वार्ता फेल हुई
19 मार्च को चंडीगढ़ में आंदोलनकारी किसानों की केंद्रीय मंत्रियों से सातवें दौर की मीटिंग हुई थी। मीटिंग में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रहलाद जोशी और पीयूष गोयल पहुंचे थे, जबकि पंजाब सरकार की ओर से वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा समेत 3 मंत्री मीटिंग शामिल हुए। बैठक में किसान संगठन न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के कानून की मांग पर अड़े रहे। मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों की ओर से जो सूची दी गई है, उससे कुछ मुद्दे उठ सकते हैं। वे कृषि से जुड़े सभी मंत्रालयों से इस बारे में चर्चा करना चाहते हैं, जिसमें समय लग सकता है। 4 घंटे चली मीटिंग में कोई हल नहीं निकला था। किसानों को हिरासत में लिया, दोनों बॉर्डर खुलवाए
मीटिंग में पंजाब सरकार ने किसानों को बॉर्डर खोलने का आग्रह किया था। किसानों ने मांगें पूरी होने तक आंदोलन खत्म करने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद किसान मीटिंग से बाहर निकल गए। मोहाली में एयरपोर्ट रोड पर पुलिस ने सरवण सिंह पंधेर को हिरासत में ले लिया। वहीं संगरूर के पास एम्बुलेंस में ही जगजीत सिंह डल्लेवाल को हिरासत में ले लिया। यहां किसानों और पुलिस में धक्कामुक्की भी हो गई। इसके बाद शाम को पुलिस दोनों बॉर्डर पर पहुंची। पुलिस ने किसानों के द्वारा लगाए गए शेड और टेंट उखाड़ दिए। 20 मार्च की सुबह हरियाणा पुलिस दोनों बॉर्डरों पर पहुंची सीमेंट की बैरिकेडिंग हटा दी। शंभू बॉर्डर पर तो शाम को ही ट्रैफिक शुरू हो गया। खनौरी बॉर्डर पर पंजाब साइड ट्रॉली खड़ी होने के कारण यहां ट्रैफिक शुरू नहीं हो पाया। 21 मार्च को पुलिस ने यहां वाहनों की आवाजाही शुरू कराई। डल्लेवाल को पहले जालंधर, फिर पटियाला ले आए
19 मार्च की रात को पंजाब पुलिस जगजीत सिंह डल्लेवाल को जालंधर के PIMS अस्पताल लेकर पहुंची थी। अगले दिन पुलिस ने उन्हें जालंधर कैंट में PWD रेस्ट हाउस में शिफ्ट कर दिया। वहां किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं थी। 23 मार्च को डल्लेवाल को पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में शिफ्ट किया गया। किसानों का कहना है कि डल्लेवाल का आमरण अनशन जारी है और उन्होंने पानी तक ग्रहण करना छोड़ दिया है। किसानों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा के शंभू-खनौरी बॉर्डर से बैरिकेड हटा रही पुलिस:13 महीने बाद खुलेगा दिल्ली-अमृतसर हाईवे; डल्लेवाल को पंजाब के आर्मी एरिया में रखा गया पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर की गई बैरिकेडिंग को 20 मार्च को हरियाणा ने हटा दिया था। शाम को खनौरी बॉर्डर पर ट्रैफिक शुरू हो गया। खनौरी बॉर्डर पर पंजाब साइड ट्रॉली खड़ी होने के कारण यहां ट्रैफिक शुरू नहीं हो पाया था। पढ़ें पूरी खबर शंभू-खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटाने की इनसाइड स्टोरी:72 घंटे पहले प्लानिंग, टकराव टालने को मीटिंग का दिन, पंधेर-डल्लेवाल की गैरमौजूदगी में एक्शन शंभू और खनौरी बॉर्डर को 13 महीने बाद पंजाब पुलिस ने खाली करा लिया है। अफसरों ने इसके लिए 72 घंटे पहले ही तैयारी शुरू कर दी थी। योजना बनाने के साथ ही 18 मार्च को पंजाब के DGP गौरव यादव और स्पेशल DGP लॉ एंड ऑर्डर अर्पित शुक्ला की अध्यक्षता में हाईलेवल मीटिंग हुई। पढ़ें पूरी खबर पंजाब पुलिस ने हाईकोर्ट में कहा कि आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल को गिरफ्तार नहीं किया गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक उन्हें अस्पताल में रखा गया है। इस संबंध में पंजाब पुलिस की तरफ से पटियाला के SSP नानक सिंह ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की। इस संबंध में याचिका दायर हुई थी। जिसमें दावा किया गया था कि डल्लेवाल को अवैध हिरासत में रखा गया है। पंजाब पुलिस ने कोर्ट को यह भी बताया कि डल्लेवाल के खिलाफ न ही कोई मामला दर्ज किया गया और न ही उनकी गिरफ्तारी हुई है। इसके बाद कोर्ट ने परिवार के सदस्यों को डल्लेवाल से मिलने की अनुमति दी। इस मामले में अगले सुनवाई 26 मार्च को होगी। वहीं इस सुनवाई के बाद पंजाब पुलिस के IG (हेडक्वार्टर) सुखचैन सिंह गिल ने कहा- करीब 1400 किसानों को हिरासत में लिया गया था। पुलिस ने 800 किसानों को रिहा किया है। जिन महिलाओं की उम्र 60 साल से ज्यादा है, या उन्हें कोई मेडिकल प्रॉब्लम है, उन्हें भी रिहा किया जाएगा। करीब 450 किसान आज रिहा किए जाएंगे। बॉर्डरों पर किसानों के सामान चोरी होने पर पुलिस 3 FIR दर्ज कर चुकी है। भारतीय किसान यूनियन दोआबा के प्रधान गुरमुख सिंह ने 21 मार्च को इस याचिका को दाखिल किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि डल्लेवाल 117 दिनों से आमरण अनशन पर हैं। उन्हें कैंसर है। 19 मार्च से उनका कोई पता नहीं है। वैसे तो 400 से अधिक किसानों को हिरासत में लिया गया है। 50 किसानों के नाम की सूची उन्होंने अदालत को सौंपी थी। उधर, आंदोलनकारी संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (नॉन पॉलिटिकल) और किसान मजदूर मोर्चा (KMM) ने आज मोहाली में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। किसान नेता अगली रणनीति के बारे में बताएंगे। अब सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला…. किसान नेताओं और केंद्र के बीच 7वें दौर की वार्ता फेल हुई
19 मार्च को चंडीगढ़ में आंदोलनकारी किसानों की केंद्रीय मंत्रियों से सातवें दौर की मीटिंग हुई थी। मीटिंग में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रहलाद जोशी और पीयूष गोयल पहुंचे थे, जबकि पंजाब सरकार की ओर से वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा समेत 3 मंत्री मीटिंग शामिल हुए। बैठक में किसान संगठन न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के कानून की मांग पर अड़े रहे। मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों की ओर से जो सूची दी गई है, उससे कुछ मुद्दे उठ सकते हैं। वे कृषि से जुड़े सभी मंत्रालयों से इस बारे में चर्चा करना चाहते हैं, जिसमें समय लग सकता है। 4 घंटे चली मीटिंग में कोई हल नहीं निकला था। किसानों को हिरासत में लिया, दोनों बॉर्डर खुलवाए
मीटिंग में पंजाब सरकार ने किसानों को बॉर्डर खोलने का आग्रह किया था। किसानों ने मांगें पूरी होने तक आंदोलन खत्म करने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद किसान मीटिंग से बाहर निकल गए। मोहाली में एयरपोर्ट रोड पर पुलिस ने सरवण सिंह पंधेर को हिरासत में ले लिया। वहीं संगरूर के पास एम्बुलेंस में ही जगजीत सिंह डल्लेवाल को हिरासत में ले लिया। यहां किसानों और पुलिस में धक्कामुक्की भी हो गई। इसके बाद शाम को पुलिस दोनों बॉर्डर पर पहुंची। पुलिस ने किसानों के द्वारा लगाए गए शेड और टेंट उखाड़ दिए। 20 मार्च की सुबह हरियाणा पुलिस दोनों बॉर्डरों पर पहुंची सीमेंट की बैरिकेडिंग हटा दी। शंभू बॉर्डर पर तो शाम को ही ट्रैफिक शुरू हो गया। खनौरी बॉर्डर पर पंजाब साइड ट्रॉली खड़ी होने के कारण यहां ट्रैफिक शुरू नहीं हो पाया। 21 मार्च को पुलिस ने यहां वाहनों की आवाजाही शुरू कराई। डल्लेवाल को पहले जालंधर, फिर पटियाला ले आए
19 मार्च की रात को पंजाब पुलिस जगजीत सिंह डल्लेवाल को जालंधर के PIMS अस्पताल लेकर पहुंची थी। अगले दिन पुलिस ने उन्हें जालंधर कैंट में PWD रेस्ट हाउस में शिफ्ट कर दिया। वहां किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं थी। 23 मार्च को डल्लेवाल को पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में शिफ्ट किया गया। किसानों का कहना है कि डल्लेवाल का आमरण अनशन जारी है और उन्होंने पानी तक ग्रहण करना छोड़ दिया है। किसानों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा के शंभू-खनौरी बॉर्डर से बैरिकेड हटा रही पुलिस:13 महीने बाद खुलेगा दिल्ली-अमृतसर हाईवे; डल्लेवाल को पंजाब के आर्मी एरिया में रखा गया पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर की गई बैरिकेडिंग को 20 मार्च को हरियाणा ने हटा दिया था। शाम को खनौरी बॉर्डर पर ट्रैफिक शुरू हो गया। खनौरी बॉर्डर पर पंजाब साइड ट्रॉली खड़ी होने के कारण यहां ट्रैफिक शुरू नहीं हो पाया था। पढ़ें पूरी खबर शंभू-खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटाने की इनसाइड स्टोरी:72 घंटे पहले प्लानिंग, टकराव टालने को मीटिंग का दिन, पंधेर-डल्लेवाल की गैरमौजूदगी में एक्शन शंभू और खनौरी बॉर्डर को 13 महीने बाद पंजाब पुलिस ने खाली करा लिया है। अफसरों ने इसके लिए 72 घंटे पहले ही तैयारी शुरू कर दी थी। योजना बनाने के साथ ही 18 मार्च को पंजाब के DGP गौरव यादव और स्पेशल DGP लॉ एंड ऑर्डर अर्पित शुक्ला की अध्यक्षता में हाईलेवल मीटिंग हुई। पढ़ें पूरी खबर   पंजाब | दैनिक भास्कर