मोहाली में एक मामूली विवाद ने भयंकर रूप ले लिया, जब दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर तलवारों, ईंटों और पत्थरों से हमला कर दिया, जिसमें दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों ने युवकों को नशा बेचने से रोका था, जिससे उन पर हमला किया गया। घटना गांव जगतपुरा की गुरु नानक कॉलोनी की है, जहां रमेश के सिर पर तलवार से वार किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके अलावा मनी नामक एक अन्य युवक भी इस हिंसक झड़प में घायल हुआ। दोनों घायलों को तत्काल सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। फेज-11 थाना पुलिस ने घायल रमेश के बयान के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में जगतपुरा निवासी अक्षय, मोहाली निवासी हिम्मत सिंह और पटियाला निवासी जोध सिंह शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से हमले में इस्तेमाल की गई तलवार भी बरामद कर ली है। डीएसपी सिटी-2 हरसिमरन सिंह बल के अनुसार, घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों गुट एक-दूसरे पर हमला करते नजर आ रहे हैं। फेज-11 थाना प्रभारी गगनदीप सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम वायरल वीडियो के आधार पर अन्य आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए छानबीन कर रही है। मोहाली में एक मामूली विवाद ने भयंकर रूप ले लिया, जब दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर तलवारों, ईंटों और पत्थरों से हमला कर दिया, जिसमें दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों ने युवकों को नशा बेचने से रोका था, जिससे उन पर हमला किया गया। घटना गांव जगतपुरा की गुरु नानक कॉलोनी की है, जहां रमेश के सिर पर तलवार से वार किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके अलावा मनी नामक एक अन्य युवक भी इस हिंसक झड़प में घायल हुआ। दोनों घायलों को तत्काल सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। फेज-11 थाना पुलिस ने घायल रमेश के बयान के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में जगतपुरा निवासी अक्षय, मोहाली निवासी हिम्मत सिंह और पटियाला निवासी जोध सिंह शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से हमले में इस्तेमाल की गई तलवार भी बरामद कर ली है। डीएसपी सिटी-2 हरसिमरन सिंह बल के अनुसार, घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों गुट एक-दूसरे पर हमला करते नजर आ रहे हैं। फेज-11 थाना प्रभारी गगनदीप सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम वायरल वीडियो के आधार पर अन्य आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए छानबीन कर रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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एक ही गांव में शादी नहीं कर सकेंगे लड़का-लड़की:मानसा में पंचायत ने सुनाया फरमान, अंतिम अरदास में मिठाई बनाने पर लगेगा जुर्माना पंजाब के मानसा के एक गांव में गांव की लड़की द्वारा गांव के लड़के या प्रवासी से विवाह करने पर रोक लगा दी गई है। यदि किसी ने प्रवासी से विवाह किया तो उसे गांव में ना रहने देने का फरमान भी सुनाया गया है। इसके अलावा गांव के गुरुद्वारा साहिब में अंतिम अरदास में सिर्फ सादा भोजन बनवाने का मता (प्रस्ताव) डाला गया। मामला गांव जवाहरके ग्राम पंचायत का है। पंचायत द्वारा एकल माता डाला गया है। जिसमें गांव की लड़की द्वारा गांव के लड़के से ही शादी करने या फिर किसी प्रवासी लड़के से शादी करने की बात पर उन्हें गांव से निकालने का फरमान जारी किया गया है। यहां देखें पारित किए गए प्रस्ताव की कॉपी अंतिम अरदास में बनेगा सादा भोजन प्रस्ताव में यह भी कहा है कि वह अंतिम अरदास पर गुरुद्वारा साहिब में सिर्फ सादा भोजन बनेगा। अगर कोई मिठाई बनाएगा तो उसे 31000 पहले पंचायत को जमा करवाने पड़ेंगे। इसके अलावा एक अन्य प्रस्ताव में कहा गया कि यदि कोई व्यक्ति गांव नशा बेचता है तो नशा बेचने वालों की कोई भी जमानत नहीं करवाई जाएगी। कोई पंचायत का सदस्य भी उनके जमानत के लिए जाएगा तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गांव के नौजवानों को चेतावनी देते हुए कहा गया कि विनय बजे गांव की बस स्टैंड पर कोई भी युवक नहीं खड़ेगा। क्या कहते हैं सरपंच और पंच गांव के सरपंच रणबीर कौर, पंच बलबीर सिंह, गुरविंदर सिंह, राजिंदर सिंह, किरजीत कारै, बेअंत सिंह, लजीत कौर, परमजीत कौर और नछत्तर सिंह नंबरदार ने बताया कि आज गांव जवाहरके में ग्राम पंचायत की ओर से कुछ मता (प्रस्ताव) पास किए हैं। जिनमें कहा गया कि गांव में प्रवासी से विवाह करने वाले को गांव में नहीं रहने दिया जाएगा और गांव में विवाह करवाने वाले को भी गांव में नहीं रहने दिया जाएगा, दूसरा मता नशे के खिलाफ है, जिसमें कहा गया कि अगर कोई भी हेरोइन या और अन्य नशा बचेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोई भी व्यक्ति ऐसे लोगों का सहयोग नहीं करेगा।
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पंजाब के दो चहरे पद्म श्री से होंगे सम्मानित:भाई हरजिंदर सिंह का कला, एवन साइकिल के ओंकार पाहवा का उद्योगिक क्षेत्र में अतुलनीय योगदान सरकार द्वारा घोषित प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों में इस वर्ष पंजाब के दो दिग्गजों को शामिल किया गया है। गुरबानी कीर्तन के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान देने वाले भाई हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले और उद्योग व सामाजिक कल्याण में उत्कृष्ट योगदान देने वाले ओंकार सिंह पाहवा को पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा। खास बात है कि दोनों ही चेहरे राज्य के लुधियाना से संबंधित हैं। 2025 के लिए राष्ट्रपति ने कुल 139 पद्म पुरस्कारों को मंजूरी दी है। इनमें 7 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। इस वर्ष की सूची में 23 महिलाएं, 10 विदेशी/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई श्रेणी के लोग और 13 मरणोपरांत पुरस्कार शामिल हैं। इसके अलावा, इस सूची में एक युगल (द्वय) मामला भी है, जिसे एक पुरस्कार के रूप में गिना गया है। भाई हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले भाई हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले सिख धर्म की गुरबानी कीर्तन परंपरा के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं। उन्होंने भावनात्मक और मधुर कीर्तन के माध्यम से गुरबानी और साहिबजादों के बलिदान की कहानियों को जीवंत किया है। उनका जन्म 1958 में पंजाब के गुरदासपुर जिले के गांव बलडवाल में हुआ। उनके पिता भी रागी थे, और उनके छोटे भाई भाई मनिंदर सिंह श्रीनगर वाले भी एक प्रसिद्ध रागी हैं। भाई हरजिंदर सिंह ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अंतर्गत अमृतसर के शहीद सिख मिशनरी कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की। 1980 के दशक में उन्होंने गुरबानी कीर्तन के क्षेत्र में कदम रखा और जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर क्षेत्र के एक गुरुद्वारे में कीर्तन करना शुरू किया। 1983 में, वे लुधियाना चले गए और कुछ समय तक स्थानीय गुरुद्वारे में कीर्तन करते रहे। वर्तमान में, वे लुधियाना में रह रहेहैं। श्रीनगर से आने के कारण उनके नाम के साथ ‘श्रीनगर वाले’ जोड़ा गया ताकि उनकी पहचान अलग हो सके। भाई हरजिंदर सिंह ने 100 से अधिक एल्बम जारी किए हैं और 650 से अधिक गुरबानी शबद रिकॉर्ड किए हैं। उनकी एल्बम ‘गल्लां जोग न होए’ और ‘वाटां लंबियां ते रास्ता पहाड़ दा’ साहिबजादों पर आधारित उनकी प्रसिद्ध कविताओं में से एक हैं। ओंकार सिंह पाहवा ओंकार सिंह पाहवा, जो एवन साइकिल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं, ने भारतीय साइकिल उद्योग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। 1952 में जन्मे श्री पहवा ने 1974 में पारिवारिक व्यवसाय में कदम रखा और 2002 में कंपनी के प्रबंध निदेशक बने। उनके नेतृत्व में एवन साइकिल्स का वार्षिक उत्पादन 1.4 मिलियन से बढ़कर 2.5 मिलियन हो गया। उन्होंने कंपनी के उत्पादों की रेंज को 25-30 मॉडलों से बढ़ाकर 170+ मॉडल तक पहुंचाया और इसे विश्व स्तर पर लोकप्रिय बनाया। श्री पहवा ने कंपनी को पर्यावरण की दिशा में भी आगे बढ़ाया, जिसमें पवन ऊर्जा और सौर ऊर्जा में निवेश किया।उनकी सामाजिक सेवा की पहल, जिसमें स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में चैरिटी शामिल है, भी सराहनीय हैं।
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