ऑपरेशन शील्ड के तहत शनिवार को सूबे के कई जिलों में दिन में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल और रात 8 से 9:30 बजे के बीच ब्लैकआउट का अभ्यास किया गया। इस दौरान प्रशासन ने विभिन्न विभागों और लोगों के सहयोग से आपातकालीन तैयारियों को परखा। संगरूर में शाम 6 बजे आर्मी कैंपस में मॉक ड्रिल और संगरूर और मालेरकोटला में रात 8 से 8:30 बजे ब्लैकआउट रहा। नवांशहर में शाम 5 बजे मॉक ड्रिल और रात 8 से सवा 8 बजे सायरन बजते ही ब्लैकआउट हुआ। पठानकोट में सिटी रेलवे स्टेशन पर शाम को मॉक ड्रिल की गई। रोपड़ में रात 8 से 8:30 बजे तक सभी शहरों और गांवों में ब्लैकआउट रहा। इस दौरान अस्पतालों व अन्य आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर तमाम बिजली सप्लाई बंद रही। गुरदासपुर में 6.04 बजे नए बस स्टैंड पर सायरन बजा। रात 8 से साढ़े 8 बजे तक ब्लैक आउट िकया गया। मोगा और फिरोजपुर में 9 से साढ़े 9 बजे और अमृतसर में रात 8 बजे से साढ़े 8.30 बजे तक ब्लैकआउट रहा। अमृतसर में ब्लैक आउट के दौरान एक तरफ उजाला रहा तो दूसरी ओर अंधेरा। बारह दरवाजों के अंदर मौजूद शहर के लोगों को ब्लैक आउट से छूट दी गई थी, इसलिए 8 बजकर 20 मिनट पर जगमगाता गुरुद्वारा श्री लोहगढ़ साहिब का परिसर। (नीचे की तरफ) और अंदर शहर में सड़क रोशनी से भरी, जबकि बाहरी शहर की सड़क और मकानों के ऊपर अंधेरा छाया रहा। ऑपरेशन शील्ड के तहत शनिवार को सूबे के कई जिलों में दिन में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल और रात 8 से 9:30 बजे के बीच ब्लैकआउट का अभ्यास किया गया। इस दौरान प्रशासन ने विभिन्न विभागों और लोगों के सहयोग से आपातकालीन तैयारियों को परखा। संगरूर में शाम 6 बजे आर्मी कैंपस में मॉक ड्रिल और संगरूर और मालेरकोटला में रात 8 से 8:30 बजे ब्लैकआउट रहा। नवांशहर में शाम 5 बजे मॉक ड्रिल और रात 8 से सवा 8 बजे सायरन बजते ही ब्लैकआउट हुआ। पठानकोट में सिटी रेलवे स्टेशन पर शाम को मॉक ड्रिल की गई। रोपड़ में रात 8 से 8:30 बजे तक सभी शहरों और गांवों में ब्लैकआउट रहा। इस दौरान अस्पतालों व अन्य आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर तमाम बिजली सप्लाई बंद रही। गुरदासपुर में 6.04 बजे नए बस स्टैंड पर सायरन बजा। रात 8 से साढ़े 8 बजे तक ब्लैक आउट िकया गया। मोगा और फिरोजपुर में 9 से साढ़े 9 बजे और अमृतसर में रात 8 बजे से साढ़े 8.30 बजे तक ब्लैकआउट रहा। अमृतसर में ब्लैक आउट के दौरान एक तरफ उजाला रहा तो दूसरी ओर अंधेरा। बारह दरवाजों के अंदर मौजूद शहर के लोगों को ब्लैक आउट से छूट दी गई थी, इसलिए 8 बजकर 20 मिनट पर जगमगाता गुरुद्वारा श्री लोहगढ़ साहिब का परिसर। (नीचे की तरफ) और अंदर शहर में सड़क रोशनी से भरी, जबकि बाहरी शहर की सड़क और मकानों के ऊपर अंधेरा छाया रहा। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts

हरियाणा के ट्रांसपोर्टर ने ड्राइवर के पैर तोड़े, सिर फोड़ा:डिलीवरी के वक्त माल क्रैक हुआ था; जालंधर से कार की डिग्गी में लाकर अस्पताल में फेंका
हरियाणा के ट्रांसपोर्टर ने ड्राइवर के पैर तोड़े, सिर फोड़ा:डिलीवरी के वक्त माल क्रैक हुआ था; जालंधर से कार की डिग्गी में लाकर अस्पताल में फेंका हरियाणा में कैथल के ट्रक ड्राइवर को ट्रांसपोर्टर ने कार में किडनैप कर लिया। इसके बाद 4-5 साथियों के साथ मिलकर पूरी रात उसे पीटते रहे। उसके पैर तोड़ दिए और सिर भी फोड़ दिया। फिर उसे कार की डिग्गी में डालकर जालंधर से कैथल के कलायत ले आए। यहां सुबह ड्राइवर की हालत बिगड़ी तो उसे निजी अस्पताल में फेंककर भाग निकले। दरअसल, ट्रक ड्राइवर और ट्रांसपोर्टर के बीच डिलीवरी के दौरान सामान क्रैक होने को लेकर कहासुनी हुई थी। जिसके बाद उन्होंने उससे मारपीट की। यही नहीं, उसे धमकी भी दी कि इसे एक्सीडेंट बोलना, अगर पुलिस में शिकायत की तो वे उसे जान से मार देंगे। सिलसिलेवार से तरीके से पढ़िए पूरा विवाद …. भाई के बीमार होने पर बलकार ले गया माल
कैथल के कौल गांव के रहने वाले बलकार सिंह ने बताया कि वह पेशे से ट्रक ड्राइवर है, उसका छोटा भाई मुकेश भी ट्रक ड्राइवर है। मुकेश कलायत में ट्रांसपोर्टर के पास ड्राइवर का काम करता है। उसे 13-14 दिसंबर को ट्रक लेकर गुजरात जाना था, लेकिन उसकी तबीयत खराब हो गई। उसके भाई ने अपनी जगह पर उसे ट्रक ले जाने के लिए कहा। इसके बाद वह गुजरात में माल की डिलीवरी के लिए निकला। उसने वहां ट्रक से सामान डिलीवर किया। इसके बाद ट्रक मालिक ने उसे गुजरात से पंजाब के जालंधर में माल पहुंचाने के लिए कहा। वह माल लोड करके जालंधर पहुंच गया। सामान क्रैक हुआ तो मालिक ने किराया रोक ट्रांसपोर्टर को फोन किया
बलकार ने बताया कि ट्रक में वॉश बेसिन, टॉयलेट सीट आदि सामान था। उसने उसे उतारकर पैकिंग की गिनती कराई। सामान पूरा था। मालिक ने सामान चेक किया तो उसमें कुछ क्रैक थे। जिसके कारण मालिक ने ट्रक का किराया रोक दिया। उसने ट्रक मालिक यानी ट्रांसपोर्टर को फोन करके पूरी घटना बताई। ट्रक मालिक ने बलकार से नुकसान की भरपाई करने को कहा। आखिरी डिलीवरी है, आगे काम नहीं करेगा
ट्रक ड्राइवर ने बताया कि वह गरीब है और 20 हजार रुपए की नौकरी करता है और वह इतना घाटा कैसे झेल सकता है। इस बात पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। ट्रक मालिक ने नकोदर से कलायत तक एक और डिलीवरी मांगी। बलकार ने कहा कि यह आखिरी डिलीवरी है और वह आगे काम नहीं करेगा। नकोदर से पहले ही ट्रक खड़ा किया
पीड़ित बलकार ने बताया कि ट्रक मालिक सुबह उसे लोकेशन देने वाला था। उसने नकोदर से 10 किलोमीटर दूर ट्रक रोक दिया। अपने कंडक्टर के साथ खाना खाने के बाद वह गाड़ी में ही सो गया। 20 दिसंबर की रात को अचानक ट्रक मालिक कुछ लोगों को गाड़ी में लेकर नकोदर पहुंच गया। कंडक्टर को नीचे उतारकर पीटा
पहले उन्होंने कंडक्टर को नीचे उतारकर पीटा। जिसके बाद कंडक्टर ने मौके से भागकर अपनी जान बचाई। इसके बाद ट्रक मालिक ने ड्राइवर को बुरी तरह पीटा और उसके पैरों व सिर पर हमला कर दिया। जिससे उसके पैरों की हड्डियां टूट गईं। हमलावरों ने उसे गाड़ी की डिग्गी में डाल लिया और कलायत ले आए। डॉक्टरों से कहा कि उसका एक्सीडेंट हुआ
बलकार ने बताया कि जहां भी गाड़ी रोकी गई। उसे गाड़ी से बाहर खींचकर पीटा गया। सुबह तक उसकी हालत बिगड़ गई। आरोपियों ने उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया और डॉक्टरों से कहने का दबाव बनाया कि उसका एक्सीडेंट हो गया है। वे निजी अस्पताल में छोड़कर भाग गए। मोबाइल से अपने परिजनों को कॉल किया, जिसके बाद उसके परिजन अस्पताल पहुंचे। जहां उसने अपनी आपबीती उन्हें बताई। करनाल में चल रहा इलाज
जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस से की गई और वहां से उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उसका सही से इलाज नहीं हुआ। इसलिए 23 दिसंबर को वह करनाल के एक निजी अस्पताल में पहुंचा। जहां उसका इलाज चल रहा है। शिकायत पर अब तक कोई ध्यान नहीं
बलकार का आरोप है कि पुलिस ने भी उसकी शिकायत पर अब तक कोई ध्यान नहीं दिया है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उसने बताया कि प्रदीप कुमार नाम का कोई आईओ उसके पास बयान लेने आया था लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की।

होली पर लगाए नाके पर कार ने पुलिसकर्मियों को कुचला:चंडीगढ़ में कॉन्स्टेबल-होमगार्ड समेत 3 की मौत; कंटीले तारों में जाकर फंसे शव
होली पर लगाए नाके पर कार ने पुलिसकर्मियों को कुचला:चंडीगढ़ में कॉन्स्टेबल-होमगार्ड समेत 3 की मौत; कंटीले तारों में जाकर फंसे शव चंडीगढ़ में जीरकपुर बॉर्डर पर होली के लिए शुक्रवार सुबह लगाए गए नाके पर कार ने पुलिस कर्मचारियों और एक व्यक्ति को कुचल दिया। हादसे में तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। कार की रफ्तार इतनी ज्यादा था कि तीनों लोग सुरक्षा के लिए लगाए गए कंटीले तारों में फंस गए और उनके शरीर के टुकड़े हो गए। मृतकों में कॉन्स्टेबल सुखदर्शन, होमगार्ड वॉलंटियर राजेश और एक व्यक्ति शामिल है। व्यक्ति की अभी पहचान नहीं हो पाई है। सूचना मिलते ही चंडीगढ़ की SSP कंवरदीप कौर खुद मौके पर पहुंचीं और घटना का जायजा लिया। पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ सेक्टर 31 पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। हादसे से जुड़ी 3 तस्वीरें… बलेनो गाड़ी को चेक कर रही थी पुलिस
पुलिस के मुताबिक चंडीगढ़-जीरकपुर नाके पर कॉन्स्टेबल सुखदर्शन और वॉलंटियर राजेश ने चेकिंग के लिए बलेनो गाड़ी रोकी हुई थी। तभी अचानक पीछे से तेज रफ्तार पोलो कार आई। उसने बलेनो गाड़ी और नाके पर खड़े पुलिसवालों को टक्कर मार दी। इस दौरान कार ड्राइवर भी पुलिस के साथ खड़ा था, टक्कर में तीनों लोग कार की चपेट में आ गए। पुलिस ने सुरक्षा के लिए नाके पर कंटीले तार लगाए हुए थे। तीनों उछलकर तारों में फंस गए और उनके शरीर के टुकड़े हो गए। पुलिस कर्मचारियों के हाथ और पैर तक अलग हो गए। कॉन्स्टेबल की पत्नी भी पुलिस में
मृतक कॉन्स्टेबल सुखदर्शन की पत्नी रेनू भी चंडीगढ़ पुलिस में ही हैं। वह सेक्टर-19 पुलिस स्टेशन में तैनात हैं। वहीं होमगार्ड राजेश पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले थे। वह सेक्टर-31 में ही रहते थे। इससे पहले वह ट्रैफिक पुलिस में पोस्टेड थे। CCTV से पुलिस ने आरोपी ड्राइवर पकड़ा
सूचना मिलते ही पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। आरोपी ड्राइवर अपनी कार मौके पर ही छोड़कर भाग गया। इसके बाद पुलिस ने आसपास CCTV कैमरे खंगाले शुरू किए। कार के नंबर के आधार पर पुलिस ने आरोपी की पहचान की और उसे गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

बाबा गज्जू थापर को राखियां अर्पित की और पूर्वजों के नाम की मिट्टी निकालकर उन्हें किया गया नमन
बाबा गज्जू थापर को राखियां अर्पित की और पूर्वजों के नाम की मिट्टी निकालकर उन्हें किया गया नमन भास्कर न्यूज | लुधियाना समाधि श्री बाबा गज्जू थापर बिरादरी की ओर से गुरुदेव नगर स्थित समाधि बाबा गज्जू थापर में थापर वंश के कुलदेव बाबा गज्जू थापर का वार्षिक उत्सव मेला बड़े श्रद्धा आैर धूमधाम से मनाया गया। सर्वप्रथम प्रातः काल आचार्य जय प्रकाश शास्त्री ने बाबा गज्जू की मंगला आरती कर विधिवत पूजन किया। तदुपरांत थापर बिरादरी के प्रधान गौतम थापर, महासचिव संदीप थापर, अनिल थापर, कर्ण थापर, हर्ष थापर आदि सदस्यों ने हवन यज्ञ करवाया। हवन यज्ञ में थापर परिवारों के सदस्यों ने आहुतियां डालकर बाबा गज्जू से सरबत के भले व विश्व शांति की प्रार्थना की। इस दौरान देश भर से आए थापर परिवारों ने बाबा गज्जू की समाधि स्थल पर माथा टेक कर बाबा जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। थापर परिवारों ने कुलदेव बाबा गज्जू थापर को राखियां अर्पण कर अपने पूर्वजों के नाम की पवित्र मिट्टी निकाल कर नमन किया। इस अवसर पर रमल थापर, डॉ. विजय थापर, तरसेम लाल थापर, दीपक थापर, डॉ. राजेश थापर, अश्वनी थापर, राज थापर, प्रवीण थापर, निर्मल थापर, सुखदेव थापर, प्रदीप थापर, अशोक थापर, नितिन थापर, सुमित थापर, अर्जुन थापर, मुनीष थापर, राजन थापर, अजय थापर, वरूण थापर, राजकुमार थापर, अशोक थापर, राजकुमार थापर, विपन थापर, आशीष थापर, अनूप थापर, नितिन हर्ष थापर, गौतम थापर, हर्ष थापर, अमनप्रीत थापर, सौरव थापर, ममता आशू, पंकज काका, सुनील सहित भारी संख्या में थापर परिवारों के सदस्यों ने बाबा जी को नमन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।