भास्कर न्यूज | अमृतसर वेरका स्थित मक्खन ढाबा के सामने मुंह बोली बहन के भाई और पिता सहित 13 लोगों ने झगड़े में घायल युवकों के चाचा की 6 गोलियां मारकर हत्या कर दी। घटना शुक्रवार रात 11 बजे की है। मृतक की पहचान कुलदीप सिंह उर्फ गोपी (27) निवासी कल्लू वेरका के रूप में हुई है। हालांकि सूचना मिलने के बाद वेरका पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाकर परिवार को सौंप दिया है। पुलिस ने मृतक के बड़े भाई सुखदेव सिंह का बयान दर्ज कर आरोपी काका, उसके पिता मंगल सिंह और मुंह बोली बहन राजबीर कौर को केस में नामजद किया है, जबकि 10 अज्ञात हैं। पुलिस ने शनिवार को आरोपी मंगल सिंह और राहुल को काबू कर लिया है। शुक्रवार रात साढ़े 8 बजे काका ने राजबीर से फोन करवाकर मनप्रीत सिंह उर्फ बॉबी और उसके चचेरे भाई शमशेर सिंह निवासी कल्लू वेरका को एक प्राइवेट अस्पताल के पास बुलाया। मारपीट कर घायल करने के बाद आरोपी भाग गए। परिजनों ने जब दोनों चचेरे भाइयों को अस्पताल में दाखिल करवाया तो ढाई घंटे के बाद आरोपी काका ने मनप्रीत उर्फ बॉबी को फोन करके राजीनामा संबंधी बात करने के लिए वेरका रोड स्थित मक्खन ढाबा के पास बुलाया। जख्मी होने के कारण मनप्रीत का चाचा सुखदेव अपने एक साथी रणधीर के साथ रात 11 बजे ढाबे के पास पहुंचा। आरोपी काका, उसकी बहन और पिता सहित 13 लोग वहां मौजूद थे। वह 2 गाड़ियों से आए थे। इतने में सुखदेव का भाई कुलदीप सिंह, जो मनप्रीत और शमशेर का चाचा है, वह भी वहां पहुंच गया। जहां उसकी काका के साथ बहस शुरू हो गई। काका सहित उसके पिता मंगल सिंह और अज्ञातों ने पिस्तौल से गोलियां चलानी शुरू कर दी जो कुलदीप की जांघ और छाती में 6 गोलियां लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सभी आरोपी भाग गए। मृतक के भाई सुखदेव सिंह ने बताया कि जब पहली गोली कुलदीप की जांघ में लगी तो बचाव के लिए आगे हुआ, मगर आरोपियों ने कुलदीप की छाती पर 5 गोलियां लगातार मारी, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। भास्कर न्यूज | अमृतसर वेरका स्थित मक्खन ढाबा के सामने मुंह बोली बहन के भाई और पिता सहित 13 लोगों ने झगड़े में घायल युवकों के चाचा की 6 गोलियां मारकर हत्या कर दी। घटना शुक्रवार रात 11 बजे की है। मृतक की पहचान कुलदीप सिंह उर्फ गोपी (27) निवासी कल्लू वेरका के रूप में हुई है। हालांकि सूचना मिलने के बाद वेरका पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाकर परिवार को सौंप दिया है। पुलिस ने मृतक के बड़े भाई सुखदेव सिंह का बयान दर्ज कर आरोपी काका, उसके पिता मंगल सिंह और मुंह बोली बहन राजबीर कौर को केस में नामजद किया है, जबकि 10 अज्ञात हैं। पुलिस ने शनिवार को आरोपी मंगल सिंह और राहुल को काबू कर लिया है। शुक्रवार रात साढ़े 8 बजे काका ने राजबीर से फोन करवाकर मनप्रीत सिंह उर्फ बॉबी और उसके चचेरे भाई शमशेर सिंह निवासी कल्लू वेरका को एक प्राइवेट अस्पताल के पास बुलाया। मारपीट कर घायल करने के बाद आरोपी भाग गए। परिजनों ने जब दोनों चचेरे भाइयों को अस्पताल में दाखिल करवाया तो ढाई घंटे के बाद आरोपी काका ने मनप्रीत उर्फ बॉबी को फोन करके राजीनामा संबंधी बात करने के लिए वेरका रोड स्थित मक्खन ढाबा के पास बुलाया। जख्मी होने के कारण मनप्रीत का चाचा सुखदेव अपने एक साथी रणधीर के साथ रात 11 बजे ढाबे के पास पहुंचा। आरोपी काका, उसकी बहन और पिता सहित 13 लोग वहां मौजूद थे। वह 2 गाड़ियों से आए थे। इतने में सुखदेव का भाई कुलदीप सिंह, जो मनप्रीत और शमशेर का चाचा है, वह भी वहां पहुंच गया। जहां उसकी काका के साथ बहस शुरू हो गई। काका सहित उसके पिता मंगल सिंह और अज्ञातों ने पिस्तौल से गोलियां चलानी शुरू कर दी जो कुलदीप की जांघ और छाती में 6 गोलियां लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सभी आरोपी भाग गए। मृतक के भाई सुखदेव सिंह ने बताया कि जब पहली गोली कुलदीप की जांघ में लगी तो बचाव के लिए आगे हुआ, मगर आरोपियों ने कुलदीप की छाती पर 5 गोलियां लगातार मारी, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। पंजाब | दैनिक भास्कर
