पंजाब में धान की सरकारी खरीद हड़ताल के चलते 1 अक्टूबर से रुकी हुई थी। आज चंडीगढ़ में सीएम भगवंत मान की आढ़तियों संग हुई मीटिंग के बाद हड़ताल समाप्त हो गई। धान की सरकारी खरीद शुरू कर दी गई। एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना से इसकी शुरूआत की गई। लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर जितेंद्र जोरवाल उद्घाटन करने आए। डीसी ने हाथ जोड़ किसानों का स्वागत किया और पहली ढेरी की बोली लगाने के बाद किसान का मुंह मीठा कराया। प्रबंध मुकम्मल हैं, कोई परेशानी नहीं आने देंगे डीसी जोरवाल ने कहा कि सरकार ने धान की खरीद के प्रबंध पूरे कर लिए हैं और किसानों को मंडियों में कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मंडियों में बिजली, पानी आदि सहित शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है और मंडियों के मुख्य द्वारों पर भी धान की नमी जांचने के लिए मुलाजिमों की ड्यूटी लगाई जाएगी। डीसी जितेंद्र जोरवाल ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार वे जिला लुधियाना की अनाज मंडियों का दौरा करेंगे और वहां चल रही धान खरीद व्यवस्था की जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और जिला प्रशासन ने अनाज मंडियों में धान की खरीद के लिए बहुत अच्छे प्रबंध किए हैं। उन्होंने कहा कि मंडी में धान लाने वाले किसी भी किसान को कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने किसानों से मंडियों में सूखा धान लाने की भी अपील की ताकि तुरंत खरीद की जा सके। प्रधान रोशा ने सीएम भगवंत मान का आभार जताया वहीं, इस दौरान आढ़ती एसोसिएशन खन्ना के प्रधान हरबंस सिंह रोशा ने सीएम भगवंत मान का आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने किसानों, आढ़तियों तथा शेलर मालिकों की समस्याओं को देखते हुए लगातार मीटिंगें करके जो फैसले लिए हैं वो सराहनीय हैं। आढ़तियों को भरोसा दिलाया गया है कि केंद्र सरकार द्वारा उनकी फ्रीज की गई आढ़त की रकम दिलाने के लिए पूरी कोशिश की जाएगी। अगर केंद्र सरकार ने पैसे नहीं दिए तो पंजाब सरकार इसकी भरपाई करेगी। रोशा ने कहा कि किसानों का दाना दाना खरीदा जाएगा। उन्होंने बताया कि खन्ना मंडी में पहली ढेरी बदीनपुर के किसान की बिकी। पनग्रेन की तरफ से सरकारी रेट 2320 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बोली लगाकर फसल खरीदी गई। पंजाब में धान की सरकारी खरीद हड़ताल के चलते 1 अक्टूबर से रुकी हुई थी। आज चंडीगढ़ में सीएम भगवंत मान की आढ़तियों संग हुई मीटिंग के बाद हड़ताल समाप्त हो गई। धान की सरकारी खरीद शुरू कर दी गई। एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना से इसकी शुरूआत की गई। लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर जितेंद्र जोरवाल उद्घाटन करने आए। डीसी ने हाथ जोड़ किसानों का स्वागत किया और पहली ढेरी की बोली लगाने के बाद किसान का मुंह मीठा कराया। प्रबंध मुकम्मल हैं, कोई परेशानी नहीं आने देंगे डीसी जोरवाल ने कहा कि सरकार ने धान की खरीद के प्रबंध पूरे कर लिए हैं और किसानों को मंडियों में कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मंडियों में बिजली, पानी आदि सहित शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है और मंडियों के मुख्य द्वारों पर भी धान की नमी जांचने के लिए मुलाजिमों की ड्यूटी लगाई जाएगी। डीसी जितेंद्र जोरवाल ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार वे जिला लुधियाना की अनाज मंडियों का दौरा करेंगे और वहां चल रही धान खरीद व्यवस्था की जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और जिला प्रशासन ने अनाज मंडियों में धान की खरीद के लिए बहुत अच्छे प्रबंध किए हैं। उन्होंने कहा कि मंडी में धान लाने वाले किसी भी किसान को कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने किसानों से मंडियों में सूखा धान लाने की भी अपील की ताकि तुरंत खरीद की जा सके। प्रधान रोशा ने सीएम भगवंत मान का आभार जताया वहीं, इस दौरान आढ़ती एसोसिएशन खन्ना के प्रधान हरबंस सिंह रोशा ने सीएम भगवंत मान का आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने किसानों, आढ़तियों तथा शेलर मालिकों की समस्याओं को देखते हुए लगातार मीटिंगें करके जो फैसले लिए हैं वो सराहनीय हैं। आढ़तियों को भरोसा दिलाया गया है कि केंद्र सरकार द्वारा उनकी फ्रीज की गई आढ़त की रकम दिलाने के लिए पूरी कोशिश की जाएगी। अगर केंद्र सरकार ने पैसे नहीं दिए तो पंजाब सरकार इसकी भरपाई करेगी। रोशा ने कहा कि किसानों का दाना दाना खरीदा जाएगा। उन्होंने बताया कि खन्ना मंडी में पहली ढेरी बदीनपुर के किसान की बिकी। पनग्रेन की तरफ से सरकारी रेट 2320 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बोली लगाकर फसल खरीदी गई। पंजाब | दैनिक भास्कर
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चंडीगढ़ में अगले 2 दिन बारिश की चेतावनी:पूरे दिन छाए रहेंगे बादल, बिजली की चमक के साथ तूफान की आशंका चंडीगढ़ में मौसम विभाग ने अगले दो दिन के लिए बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार चंडीगढ़ और आसपास के कुछ इलाकों में बादल छाए रहेंगे। कुछ जगह पर तेज हवाओं के साथ आंधी तूफान भी देखा जाएगा। वहीं बिजली की गरज और चमक की भी आशंका है। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार आज शहर का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। हल्की बारिश के कारण तापमान में गिरावट मौसम विभाग ने चंडीगढ़ में पिछले 24 घंटे में 1.1 एमएम बारिश दर्ज की है। इसके कारण अधिकतम तापमान में 1.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई है। वहीं न्यूनतम तापमान में भी एक डिग्री सेल्सियस तक की कमी आई है। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि कल 21 अगस्त को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। 22 और 23 अगस्त को तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी देखी जाएगी। अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। वहीं 24 अगस्त को भी फिर से तापमान बढ़ेगा और 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। न्यूनतम तापमान भी 27 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। 18.5 % कम हुई बारिश मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार इस सीजन में 18.5% बारिश कम हुई है। 1 जून से अब तक मौसम विभाग ने कुल 511.8 एमएम बारिश दर्ज की है। जो कि सामान्य से कम है। वहीं वायु में नमी की अधिकतम आर्द्रता 89% और न्यूनतम आर्द्रता 76% तक दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने मोहाली में अधिकतम 32.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 28.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया है। लेकिन मोहाली में पिछले 24 घंटे में कोई बारिश रिकॉर्ड नहीं की गई है।
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गिद्दड़बाहा उप-चुनाव में AAP प्रत्याशी के खिलाफ SAD का प्रचार:डिंपी के पोस्टर बाजारों में लगाए; पार्टी को धोखा देने वाला बताया गिद्दड़बाहा में उप-चुनाव के दौरान शिरोमणि अकाली दल प्रतिस्पर्धा में नहीं है। इसके बावजूद अकाली दल के गिद्दड़बाहा के बाजारों में लगे पोस्टर चर्चा का विषय बने हुए हैं। इनमें पार्टी अपना कोई प्रचार तो नहीं कर रही, लेकिन पूर्व अकाली व AAP प्रत्याशी डिंपी ढिल्लों पर निशाना साधा गया है। इन पोस्टरों पर अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल की डिंपी ढिल्लों के साथ तस्वीर भी लगी हुई है। गिद्दड़बाहा में पोस्टर अभियान के माध्यम से अकाली दल ने यह संकेत दिया है कि डिंपी ढिल्लों के प्रति नाराजगी और असंतोष है। पोस्टरों पर लिखा है- जो नहीं हो सका भाई जैसे परिवार का, वे क्या मूल्य डालेगा गिद्दड़बाहा के सत्कार का। हालांकि, इन पोस्टरों पर जारी करने वाले का कोई नाम नहीं लिखा है, लेकिन पोस्टर पर शिरोमणि अकाली दल व पार्टी सिंबल लगाया गया है। पोस्टरों का मकसद यह दिखाना है कि डिंपी ढिल्लों, जो पहले अकाली दल में थे, अब पार्टी के साथ नहीं हैं और AAP के उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए हैं। पोस्टरों में ढिल्लों की अकाली दल के साथ पुरानी तस्वीर का इस्तेमाल कर यह जताने की कोशिश की गई है कि उन्होंने पार्टी को छोड़ने का निर्णय लिया है, जो उनके प्रति अकाली दल के समर्थकों में असंतोष की भावना को बढ़ावा दे सकता है। पोस्टर में सुखबीर व डिंपी एक साथ
इन पोस्टरों में सुखबीर बादल के साथ डिंपी ढिल्लों की तस्वीर का उपयोग किया गया है, जो यह दिखाने का प्रयास कर रही है कि एक समय में ढिल्लों अकाली दल के करीबी और समर्थक थे। इसके जरिए अकाली दल यह संदेश देना चाहता है कि उन्होंने पार्टी को छोड़कर AAP का रास्ता अपनाया, जिसे पार्टी ‘विश्वासघात’ के रूप में देख रही है। इस तरह के पोस्टर गिद्दड़बाहा में चर्चा का विषय बन गए हैं और मतदाताओं का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। चर्चा का विषय बने पोस्टर
बाजारों में लगे इन पोस्टरों के कारण स्थानीय लोगों में काफी हलचल मची हुई है। लोग चर्चा कर रहे हैं कि अकाली दल का चुनाव में प्रत्यक्ष भागीदारी न होने के बावजूद, पार्टी ने इन पोस्टरों के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है और चुनावी समीकरणों को प्रभावित करने का प्रयास किया है। मतदाताओं के बीच इस तरह के पोस्टर की प्रतिक्रिया अलग-अलग है; कुछ लोग इसे डिंपी ढिल्लों की छवि को प्रभावित करने की कोशिश मानते हैं, जबकि कुछ इसे अकाली दल की ‘प्रचार रणनीति’ मान रहे हैं। परिवारवाद का आरोप लगा छोड़ी थी पार्टी
तकरीबन तीन महीने पहले डिंपी ढिल्लों ने अकाली दल को अलविदा कहा था। तब उन्होंने सुखबीर बादल पर परिवारवाद का आरोप लगाया था। डिंपी ने कहा था कि चुनावों से पहले मनप्रीत बादल गिद्दड़बाहा में एक्टिव हो गए। जिस पर सुखबीर बादल ने उन्हें दोबारा पार्टी जॉइन करवाने और गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ाने की बात कही थी। वे दोनों भाइयों के बीच रोड़ा बन रहे थे, जिसके चलते पार्टी छोड़ने का फैसला किया। कुछ दिनों बाद ही डिंपी ने आम आदमी पार्टी को जॉइन कर लिया था।
बठिंडा में धान खरीद के दौरान विवाद:किसानों ने तहसीलदार व खरीद निरीक्षक को बंधक बनाया; छुड़ाने पहुंची पुलिस से झड़प, दर्जन घायल
बठिंडा में धान खरीद के दौरान विवाद:किसानों ने तहसीलदार व खरीद निरीक्षक को बंधक बनाया; छुड़ाने पहुंची पुलिस से झड़प, दर्जन घायल पंजाब के बठिंडा जिले के रायके कलां गांव में धान की खरीद में हो रही देरी और अन्य समस्याओं के बीच सोमवार देर शाम पुलिस और किसानों में झड़प हो गई। किसानों ने तहसीलदार व खरीद निरीक्षक को बंधक बना लिया था। पुलिस पहुंची तो उन पत्थर चलाए गए, अंत में लाठीचार्ज हुआ। वहीं, पुलिस ने अब भारतीय किसान यूनियन के नेताओं के खिलाफ दो मामले दर्ज कर लिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, किसानों का धान बिना नमी जांचे ही खरीदने से प्रशासन ने इनकार कर दिया था, जिसके बाद किसानों का गुस्सा भड़क उठा। 3:30 बजे के आसपास, भारतीय किसान यूनियन के लगभग 20-25 कार्यकर्ता रायके कलां गांव स्थित मंडी में एकत्र हुए। दोनों पक्षों की बहस के बाद मौजूदा तहसीलदार और खरीद निरीक्षक को बंधक बना लिया गया। जिसके बाद पुलिस को मौके पर आना पड़ा। शाम 5.30 बजे पुलिस ने किया हस्ताक्षेप भड़के किसानों ने तहसीलदार और खरीद निरीक्षक को कई घंटे तक बंधक बनाए रखा। पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। स्थिति तब और गंभीर हो गई जब पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। शाम 5:30 बजे पुलिस मंडी में पहुंच गई। पहले तो किसान नेताओं को समझाने का प्रयास किया गया। लेकिन कुछ उग्र किसान नेताओं ने धक्का मुक्की व पत्थराव शुरू कर दिया। जिसके बाद मामले को शांत कराने के लिए लाठीचार्ज किया गया। जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की तैयारी में पुलिस पुलिस प्रशासन का कहना है कि मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है। दोषियों के खिलाफ उचित कदम उठाए जाएंगे। दूसरी ओर, किसानों का कहना है कि धान की नमी जांच के नाम पर उनकी फसल को खरीदा नहीं जा रहा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हो रही है। किसानों ने मांग रखी है कि सरकार धान की खरीद को पारदर्शी बनाए और बिना नमी की जांच के भी खरीद प्रक्रिया को तेजी से पूरा करे। उनका आरोप है कि नमी जांच के नाम पर खरीद में देरी हो रही है, जिससे उनकी फसल खराब हो सकती है। किसान नेताओं ने किया विरोध बठिंडा में हुई घटना का अन्य किसान संगठनों ने भी विरोध शुरू कर दिया है। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सरवन सिंह पंधेर ने इसका घटना का विरोध किया है। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान भी केंद्र की सरकार के साथ मिल गए हैं और बड़े घरानों का किसानों की मंडियों पर कब्जा करवाना चाहते हैं।