शिरोमणि अकाली दल से अलग हुए अकाली दल सुधार लहर के नेताओं ने नई पार्टी बनाने के संकेत दिए हैं। यह फैसला शनिवार को चंडीगढ़ में हुई बैठक में सुधार लहर के नेताओं ने लिया। नेताओं के मुताबिक अगर शिरोमणि अकाली दल वर्किंग कमेटी अकाल तख्त के 2 दिसंबर के आदेश का पालन करने में विफल रहती है तो वे मार्च में होला मोहल्ला के बाद एक राजनीतिक पार्टी का गठन करेंगे। चंडीगढ़ में पूर्व सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा के आवास पर हुई बैठक के बाद नेताओं ने यह घोषणा की। बैठक में गुरप्रताप वडाला, जागीर कौर, प्रेम सिंह चंदू माजरा, परमिंदर ढींडसा, सुरजीत सिंह रखड़ा, सरवन सिंह फिल्लौर, सुरिंदर सिंह भुल्लेवाल राठां, सतविंदर सिंह टोहरा, चरणजीत सिंह बराड़ व अन्य शामिल हुए। सुखबीर बादल का इस्तीफा स्वीकार करने की मांग सिखों की सर्वोच्च धार्मिक पीठ श्री अकाल तख्त ने अपने निर्देशों में वरिष्ठ अकाली नेता सुखबीर बादल, पूर्व अकाली मंत्रियों और इसकी कोर कमेटी के सदस्यों को पार्टी के 2007-17 के 10 साल के शासन के दौरान धार्मिक दुराचार का दोषी माना है। शिअद कार्यसमिति को 3 दिन के भीतर पार्टी प्रमुख पद से बादल का इस्तीफा स्वीकार करने को कहा गया। नामांकन अभियान चलाने के लिए एक पैनल बनाने को भी कहा गया। पिछले साल असंतुष्ट शिअद नेताओं ने सुधार लहर चलाई थी। जिसमें पार्टी प्रमुख के रूप में बादल के इस्तीफे की मांग की गई थी और शिअद के संगठनात्मक ढांचे में सुधार की वकालत की गई थी। वडाला ने कहा- होला मोहल्ला के बाद लिया जाएगा फैसला बैठक के बाद वडाला ने कहा- हमें संगठन बनाने की कोई जल्दी नहीं है। होला मोहल्ला के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा। तब तक हमने अकाल तख्त के आदेशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की है। वडाला ने आगे कहा- हमारा पहला कदम माघी मेले से पहले कुछ बैठकें आयोजित करना है। हम अकाली दल के उन सभी कार्यकर्ताओं से संपर्क करने की कोशिश करेंगे जो अकाल तख्त के आदेशों का पालन न करने के कारण मुख्य नेताओं से नाखुश हैं। वे सिख बुद्धिजीवियों को साथ लेकर तीन सम्मेलनों की श्रृंखला आयोजित करेंगे। शिरोमणि अकाली दल से अलग हुए अकाली दल सुधार लहर के नेताओं ने नई पार्टी बनाने के संकेत दिए हैं। यह फैसला शनिवार को चंडीगढ़ में हुई बैठक में सुधार लहर के नेताओं ने लिया। नेताओं के मुताबिक अगर शिरोमणि अकाली दल वर्किंग कमेटी अकाल तख्त के 2 दिसंबर के आदेश का पालन करने में विफल रहती है तो वे मार्च में होला मोहल्ला के बाद एक राजनीतिक पार्टी का गठन करेंगे। चंडीगढ़ में पूर्व सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा के आवास पर हुई बैठक के बाद नेताओं ने यह घोषणा की। बैठक में गुरप्रताप वडाला, जागीर कौर, प्रेम सिंह चंदू माजरा, परमिंदर ढींडसा, सुरजीत सिंह रखड़ा, सरवन सिंह फिल्लौर, सुरिंदर सिंह भुल्लेवाल राठां, सतविंदर सिंह टोहरा, चरणजीत सिंह बराड़ व अन्य शामिल हुए। सुखबीर बादल का इस्तीफा स्वीकार करने की मांग सिखों की सर्वोच्च धार्मिक पीठ श्री अकाल तख्त ने अपने निर्देशों में वरिष्ठ अकाली नेता सुखबीर बादल, पूर्व अकाली मंत्रियों और इसकी कोर कमेटी के सदस्यों को पार्टी के 2007-17 के 10 साल के शासन के दौरान धार्मिक दुराचार का दोषी माना है। शिअद कार्यसमिति को 3 दिन के भीतर पार्टी प्रमुख पद से बादल का इस्तीफा स्वीकार करने को कहा गया। नामांकन अभियान चलाने के लिए एक पैनल बनाने को भी कहा गया। पिछले साल असंतुष्ट शिअद नेताओं ने सुधार लहर चलाई थी। जिसमें पार्टी प्रमुख के रूप में बादल के इस्तीफे की मांग की गई थी और शिअद के संगठनात्मक ढांचे में सुधार की वकालत की गई थी। वडाला ने कहा- होला मोहल्ला के बाद लिया जाएगा फैसला बैठक के बाद वडाला ने कहा- हमें संगठन बनाने की कोई जल्दी नहीं है। होला मोहल्ला के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा। तब तक हमने अकाल तख्त के आदेशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की है। वडाला ने आगे कहा- हमारा पहला कदम माघी मेले से पहले कुछ बैठकें आयोजित करना है। हम अकाली दल के उन सभी कार्यकर्ताओं से संपर्क करने की कोशिश करेंगे जो अकाल तख्त के आदेशों का पालन न करने के कारण मुख्य नेताओं से नाखुश हैं। वे सिख बुद्धिजीवियों को साथ लेकर तीन सम्मेलनों की श्रृंखला आयोजित करेंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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