पंजाब में बस सफर मंहगा हो गया है। सरकार द्वारा डीजल पर VAT 92 पैसे प्रति लीटर बढ़ाने के साथ ही बस किराया भी बढ़ाने का फैसला लिया गया है। बस किराए में 23 पैसे लेकर 46 पैसे तक प्रति किमी तक बढ़ोतरी की गई है। पंजाब ट्रांसपोर्ट विभाग की तरफ से इस संबंधी नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है। वहीं, यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करने के लिए कम से कम 15 रुपए का भुगतान करना होगा, भले ही वे केवल एक किलोमीटर की दूरी तय करें। बस किराए में बढ़ोतरी से सरकार को 150 करोड़ रुपए जुटाने में मदद मिलेगी। महिलाओं की निशुल्क दी जाने वाली यात्रा सुविधा में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वह पहले की तरह जारी रहेगी। इस तरह बढ़ाया गया किराया विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक किराए में करीब चार साल बाद बढ़ोतरी की गई है। बढ़ोतरी सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों पर लागू होगी। हीट वेंटिलेशन एंड एयर कंडीशन (HSVAC) की सामान्य बसों में 23 पैसे प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया बढ़ाया गया। पहले प्रति किमोमीटर का किराया 1.22 प्रति किलाेमीटर था, जो कि अब 1.45 प्रति किलोमीटर होगा। एसी बसों का किराया 28 पैसे बढ़ाकर 1.74 रुपए प्रति यात्री प्रति किलोमीटर कर दिया गया है। इंटीग्रल कोच का किराया 41 पैसे बढ़ाकर 2.61 रुपए प्रति किलोमीटर और सुपर इंटीग्रल कोच का किराया 46 पैसे बढ़ाकर 2.90 रुपए कर दिया गया है। चार हजार से अधिक हैं सरकारी बसें पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (PRTC) के बेड़े में 1200 बसे शामिल हैं। इनमें 40 एसी बसे हैं। इनमें से 20 वोल्वो और 20 एचवीएसी हैं। जबकि पनबस और पंजाब रोडवेज के पास लगभग 1700 बसों का बेड़ा है। जिनमें से केवल 50 AC बसें चल रही हैं। निजी क्षेत्र में, जो 6000 बसें शामिल है। इनमें लगभग 100 एसी बसें शामिल हैं। पंजाब में बस सफर मंहगा हो गया है। सरकार द्वारा डीजल पर VAT 92 पैसे प्रति लीटर बढ़ाने के साथ ही बस किराया भी बढ़ाने का फैसला लिया गया है। बस किराए में 23 पैसे लेकर 46 पैसे तक प्रति किमी तक बढ़ोतरी की गई है। पंजाब ट्रांसपोर्ट विभाग की तरफ से इस संबंधी नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है। वहीं, यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करने के लिए कम से कम 15 रुपए का भुगतान करना होगा, भले ही वे केवल एक किलोमीटर की दूरी तय करें। बस किराए में बढ़ोतरी से सरकार को 150 करोड़ रुपए जुटाने में मदद मिलेगी। महिलाओं की निशुल्क दी जाने वाली यात्रा सुविधा में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वह पहले की तरह जारी रहेगी। इस तरह बढ़ाया गया किराया विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक किराए में करीब चार साल बाद बढ़ोतरी की गई है। बढ़ोतरी सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों पर लागू होगी। हीट वेंटिलेशन एंड एयर कंडीशन (HSVAC) की सामान्य बसों में 23 पैसे प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया बढ़ाया गया। पहले प्रति किमोमीटर का किराया 1.22 प्रति किलाेमीटर था, जो कि अब 1.45 प्रति किलोमीटर होगा। एसी बसों का किराया 28 पैसे बढ़ाकर 1.74 रुपए प्रति यात्री प्रति किलोमीटर कर दिया गया है। इंटीग्रल कोच का किराया 41 पैसे बढ़ाकर 2.61 रुपए प्रति किलोमीटर और सुपर इंटीग्रल कोच का किराया 46 पैसे बढ़ाकर 2.90 रुपए कर दिया गया है। चार हजार से अधिक हैं सरकारी बसें पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (PRTC) के बेड़े में 1200 बसे शामिल हैं। इनमें 40 एसी बसे हैं। इनमें से 20 वोल्वो और 20 एचवीएसी हैं। जबकि पनबस और पंजाब रोडवेज के पास लगभग 1700 बसों का बेड़ा है। जिनमें से केवल 50 AC बसें चल रही हैं। निजी क्षेत्र में, जो 6000 बसें शामिल है। इनमें लगभग 100 एसी बसें शामिल हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना के 25 नामी कारोबारियों पर केस दर्ज:करोड़ों रुपए का टैक्स चोरी, करते थे बोगस बिलिंग, सभी हो गए फरार
लुधियाना के 25 नामी कारोबारियों पर केस दर्ज:करोड़ों रुपए का टैक्स चोरी, करते थे बोगस बिलिंग, सभी हो गए फरार लुधियाना में टैक्स की चोरी करने वाले 25 बडे़ और नामी कारोबारियों पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। एसएचओ का कहना है कि कुछ कारोबारियों ने जीएसटी के साथ साथ विभिन्न प्रकार के टैक्सों की चोरी करते थे। केस दर्ज होने के बाद सभी कारोबारी फरार हो गए है। जिनकी पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है। स्टेट टैक्स विभाग के अधिकारियों को शिकायत मिली थी कि शहर के कुछ कारोबारियों की लिस्ट मिली थी। सूचना मिली थी कि कुछ कारोबारी कई प्रकार के टैक्स चोरी कर सरकार को चूना लगा रहे हैं। कारोबारी बोगस बिलिंग कर टैक्स चोरी करते थे। यह कारोबारी अब तक सरकार को करोडों का चूना लगा चुके हैं। लिखित शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इन कारोबारियों पर दर्ज हुआ केस पुलिस ने शहर के नामी कारोबारी चंदर भूषण, जय कुमार, सतीश कुमार, मनीष बांसल, सागर गुप्ता, मलकीत सिंह, गुरचरन दास, जगमोहन सिंह, मुकेश कुमार, अरविंदर पाल सिंह, बलजीत सिंह, अशोक पुरी, वितेश वशिष्ठ, रणधीर सिंह, सुरिंदर शर्मा, रोहित कपूर, प्रीतपाल सिंह, जसवंत राय, जगरूप सिंह, विकास कुमार, दविंदर अरोडा, कुलविंदर सिंह और अनुज अरोडा शामिल है। सभी दोषी फरार, तलाश जारी- एसएचओ थाना डिवीजन नंबर-5 के एसएचओ बलवंत सिंह ने बताया कि कर विभाग के कमिश्नर राज की शिकायत पर पुलिस ने 25 नामी कारोबारियों पर केस दर्ज किया है। जो सरकार को करोडों का चूना लगा रहे थे। पुलिस ने अगली कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। सभी दोषी फरार हैं जिन्हें जल्द हिरासत में ले लिया जाएगा।
चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना रनोट को थप्पड़ मारा,VIDEO:CISF की लेडी कॉन्स्टेबल सस्पेंड; महिला किसान को 100 रुपए में धरने वाली कहने से नाराज थी
चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना रनोट को थप्पड़ मारा,VIDEO:CISF की लेडी कॉन्स्टेबल सस्पेंड; महिला किसान को 100 रुपए में धरने वाली कहने से नाराज थी बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर महिला CISF जवान ने थप्पड़ मार दिया। कंगना हाल ही में हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से BJP की टिकट पर सांसद चुनी गई हैं। जिसके बाद वह दिल्ली जा रही थी। थप्पड़ मारने का पता चलते ही CISF अधिकारियों ने महिला जवान को हिरासत में ले लिया। जिसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया है। आगे की कार्रवाई के लिए CISF के कमांडैंट ने पुलिस को बुला लिया है। जिस महिला जवान ने कंगना को थप्पड़ मारा, उसका नाम कुलविंदर कौर बताया जा रहा है। उसके खिलाफ अब FIR दर्ज की जा सकती है। यह वाक्या उस वक्त हुआ, जब कंगना गुरूवार दोपहर 3.30 बजे चंडीगढ़ एयरपोर्ट से दिल्ली जा रही थी। इस घटना के बाद कंगना दिल्ली रवाना हो गई। दिल्ली पहुंचकर कंगना रनोट ने CISF की महानिदेशक नीना सिंह को शिकायत की है। जिसमें कंगना ने कहा कि एयरपोर्ट के कर्टन एरिया में कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उनसे बहस की और थप्पड़ मारा। कंगना ने महिला जवान को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की है। वहीं इस घटना से एयरपोर्ट पर 10 से 15 मिनट तक हंगामा चलता रहा। इस पूरे मामले की डिपार्टमैंटल इन्क्वायरी के लिए CISF के 4 अधिकारियों की टीम बनाई गई है। जो चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच कर रही है। सीआईएसएफ सूत्रों के मुताबिक सिक्योरिटी चेक के दौरान कंगना ने मोबाइल ट्रे में रखने से इनकार कर दिया। वहीं कंगना रनोट से बहस का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें कंगना सिक्योरिटी चेकइन के पास है। तब एक आवाज सुनाई दे रही है कि मैडम इंतजार करो। वहीं कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर कह रही है कि जिस वक्त किसानों को लेकर कंगना रनोट ने बयानबाजी की, मेरी मां वहां आंदोलन में बैठी हुई थी। कंगना रनोट को थप्पड़ मारने से जुड़े PHOTOS.. कुलविंदर का भाई बोला- उसका पति भी CISF में
थप्पड़ मारने वाली किसान कुलविंदर कौर कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी की माहीवाल की रहने वाली है। उनके भाई शेर सिंह ने कहा कि अभी हमें पूरे मामले का पता नहीं कि उसने ऐसा क्यों किया?। कुलविंदर से बात करने के बाद ही मैं कुछ कह सकता हूं। वह करीब 2 साल से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर तैनात हैं। उन्होंने कहा कि मैं सरवण पंधेर और सतनाम पन्नू की किसान मजदूर संघर्ष कमेटी से जुड़ा हुआ हूं। कुलविंदर के पति भी CISF में हैं। उसके 2 छोटे बच्चे (बेटा-बेटी) हैं। वहीं कुलविंदर कौर के थप्पड़ मारने का पता चलते ही किसान संगठन सम्मानित करने के लिए एयरपोर्ट की तरफ रवाना हो गए हैं। सिक्योरिटी चेकइन के वक्त हुआ वाक्या
शुरूआती जानकारी के मुताबिक नवनिर्वाचित सांसद कंगना रनोट फ्लाइट संख्या UK707 से चंडीगढ़ से दिल्ली जा रही थी। सिक्योरिटी चेकइन के बाद जब वह बोर्डिंग के लिए जा रही थी, इसी दौरान चंडीगढ़ एयरपोर्ट की CISF यूनिट की लेडी कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उन्हें थप्पड़ मारा। इसके बाद कंगना रनोट के साथ यात्रा कर रहे मयंक मधुर नाम के व्यक्ति ने कुलविंदर कौर को थप्पड़ मारने की कोशिश की। कंगना बोली- मुझे हिट गया, गालियां दी
कंगना रनोट ने वीडियो जारी कर कहा- ”चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर जो हादसा हुआ, वह सिक्योरिटी चेक के साथ में हुआ। वहां पर मैं जैसे ही सिक्योरिटी चेक करके निकली, दूसरे केबिन में जो महिला थी, सीआईएसएफ की कर्मचारी था। उसने साइड से आकर मेरे फेस पर हिट गया और गालियां देने लगी। जब मैंने पूछा कि ऐसा क्यों किया तो उसने कहा कि मैं फार्मर प्रोटेस्ट को सपोर्ट करती हूं। मैं सेफ हूं लेकिन मेरी चिंता यह है कि जो आतंकवाद और उग्रवाद पंजाब में बढ़ रहा है, उसे हम कैसे हैंडल करेंगे।” DSP एयरपोर्ट बोले- गलत व्यवहार की सूचना मिली, CISF जांच कर रही
इस बारे में पंजाब पुलिस के डीएसपी (एयरपोर्ट) कुलजिंदर सिंह ने बताया कि उनके पास अभी थप्पड़ मारने की शिकायत नहीं आई है। मगर, CISF की एक महिला जवान ने कंगना रनोट के साथ गलत व्यवहार किया है। इसकी सूचना आई है। इस मामले में अभी CISF जांच कर रही है। जो महिला कर्मचारी है, उससे पूछताछ कर रही है। यह मामला किसान आंदोलन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। जब इस मामले में कोई शिकायत आएगी तो वह इस पर कार्रवाई करेंगे। थाना प्रभारी बोले- लिखित शिकायत आएगी तो कार्रवाई करेंगे
एयरपोर्ट थाना प्रभारी पैरी बिंकल ने बताया कि उनके पास लिखित में इस तरह की कोई शिकायत नहीं है। मगर, उन्हें जानकारी मिली है। उस जानकारी के हिसाब से वह इस मामले की जांच कर रहे हैं। अगर कोई लिखित शिकायत आती है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के CM बोले- जांच के बाद कार्रवाई होगी
सीएम नायब सैनी ने कहा कि उसकी जांच चल रही है। जिस किसी ने भी इस घटना को अंजाम दिया है, उसके खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के अंदर लगा हुआ व्यक्ति अगर इस तरह की घटना को अंजाम देता है तो वह दुर्भाग्यपूर्ण है। यह ठीक बात नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी हुआ, गलत हुआ है। किसानों के कुलविंदर कौर को समर्थन के सवाल पर सीएम सैनी ने कहा कि इस तरह की बातें नहीं होनी चाहिए। हिमाचल के मंत्री बोले- दुर्भाग्यपूर्ण, कार्रवाई हो
कंगना रनोट को थप्पड़ मारने के मामले में हिमाचल के मंत्री विक्रमादित्य ने कहा- “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए, खासकर उस महिला के साथ जो अब संसद सदस्य है। CISF कॉन्स्टेबल की किसानों के प्रदर्शन को लेकर कुछ शिकायतें थी लेकिन इस तरह किसी के साथ मारपीट करना दुर्भाग्यपूर्ण है और सरकार को इसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए”। कंगना रनोट विक्रमादित्य सिंह को हराकर ही मंडी से सांसद बनी है। हिमाचल के पूर्व CM बोले- किसी को हाथ उठाने का हक नहीं
इस मामले में हिमाचल के पूर्व CM जयराम ठाकुर ने कहा कि किसी को भी किसी के ऊपर हाथ उठाने का हक नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। मंडी सीट पर चुनाव के दौरान जयराम ठाकुर ने कंगना रनोट की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। महिला किसान को 100-100 रुपए में धरनेवाली कहा था
कंगना ने पंजाब की बुजुर्ग महिला मोहिंदर कौर से जुड़ी एक पोस्ट शेयर की थी। जिसमें लिखा था, “हाहाहा वह वही दादी है, जिसे टाइम मैगजीन के कवर पर सबसे पावरफुल इंडियन बताया गया था और वह 100 रुपए में उपलब्ध है। कंगना ने बिना नाम लिए मोहिंदर कौर को शाहीन बाग में CAA और NRC के विरोध में शामिल हुईं बिलकिस बानो बताया था। जिसके बाद बठिंडा की रहने वाली मोहिंदर कौर ने कोर्ट में मानहानि का केस दायर किया था।
अमृतपाल सिंह को लेकर अमेरिका में पैरवी:भारतीय मूल के सिख वकील ने की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात, गिरफ्तारी को बताया गलत
अमृतपाल सिंह को लेकर अमेरिका में पैरवी:भारतीय मूल के सिख वकील ने की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात, गिरफ्तारी को बताया गलत असम की डिब्रूगढ़ जेल से लोकसभा का चुनाव जीतने वाले खालिस्तान समर्थक नेता अमृतपाल सिंह को जेल से बाहर निकालने के लिए अमेरिका में रहने वाले एक सीख वकील ने उप राष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात की है। भारतीय मुल के अमेरिका में रहने वाले सिख वकील जसप्रीत सिंह द्वारा हैरिस से लेकर अमृतपाल सिंह की रिहाई की मांग की गई है। वकील ने अमृतपाल को जेल से बाहर निकलाने के लिए यूएसए से मांग कि है कि वह अपना हस्तक्षेप करे, जिससे अमृतपाल को इंसाफ मिल सके। वकील ने अमृतपाल की गिरफ्तारी को बताया गलत अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मिलकर वकील जसप्रीत सिंह ने कहा- अमृतपाल की गिरफ्तारी भारत में गलत ढ़ंग से की गई है। अमृतपाल इलेक्शन लड़ने के बाद चुनाव गया एक सिख नेता है। जिसे भारत में अवैध रूप से हिरासत में रखा गया है। अमेरिका भारत सरकार से मामले में अमृतपाल की रिहाई पर बातचीत करे। कौन है अमृतपाल सिंह, उसका सारा बैकग्राउंड अमृतपाल मूल रूप से अमृतसर के जल्लू खेड़ा गांव के रहने वाले हैं। अमृतपाल दुबई में रहते थे। वे लाल किला हिंसा से चर्चा में आए पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की मौत के बाद 2022 में पंजाब लौटे। यहां आकर दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब दे के चीफ बन गए। इसके बाद अमृतपाल ने भड़काऊ और खालिस्तान समर्थित बयानबाजी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने अमृतपाल के एक साथी को हिरासत में ले लिया। उसे छुड़ाने के लिए अमृतपाल ने साथियों के साथ अजनाला पुलिस थाने में धरना दिया। अमृतपाल पर आरोप लगे कि उन्होंने थाने पर हमला किया। पुलिस से टकराव हुआ। इसी दौरान अमृतपाल ने नशा छुड़ाओ मुहिम भी शुरू की। हालांकि इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर केस दर्ज कर घेराबंदी शुरू कर दी। कई दिनों की फरारी के बाद अमृतपाल को जनरैल सिंह भिंडरावाले के गांव रोडे से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अमृतपाल पर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (NSA) के तहत केस दर्ज कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया। अमृतपाल की जीत कैसे हुई? अमृतपाल को असम जेल भेजने को लेकर पंजाब में अंदरखाते विरोध शुरू हुआ। इसके बाद अचानक अमृतपाल ने चुनाव लड़ने का फैसला ले लिया। अमृतपाल ने जेल में रहकर अपना नामांकन भरा। अमृतपाल ने कोई प्रचार नहीं किया। अमृतपाल के माता-पिता ने पूरी कमान संभाली। अमृतपाल को लेकर युवाओं में पंजाब की AAP सरकार के प्रति भारी नाराजगी थी। इसी वजह से अमृतपाल को खडूर साहिब सीट पर युवाओं का खूब समर्थन मिला। युवाओं ने अमृतपाल की गैरमौजूदगी में खुद प्रचार कर वोटिंग कराई। जिसके बाद अमृतपाल को जीत मिल गई। बता दें कि फरीदकोट सीट से खालिस्तान समर्थक और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले बेअंत सिंह के पोते सर्बजीत सिंह खालसा भी चुनाव जीते हैं।