पंजाब में अपराधियों और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नकेल कसने के लिए पंजाब पुलिस ने अब नई रणनीति बनाई है। पुलिस ने अब मॉडर्न बीट बॉक्स बनाने का प्रोजेक्ट शुरू किया है। इन बीट बॉक्स पर रियल टाइम हाईटेक कैमरे लगाए जाएंगे। साथ ही फ्लैशर लाइट, इमरजेंसी नंबर, इमरजेंसी सूचना एलईडी लगाई जा रही हैं। उम्मीद है कि इससे आम लोगों को फायदा होगा। साथ ही अपराधियों पर भी लगाम लगाने में सफलता मिलेगी। फिलहाल ये बीट बॉक्स ग्रामीण इलाकों और सीमावर्ती इलाकों में बनाए जा रहे हैं, जहां लोगों का आना-जाना लगा रहता है। सूचना मिलते ही बीट पर डिस्प्ले हो जाएगी न्यू चंडीगढ़ के अंतर्गत आने वाले इलाके में अपनी तरह का यह पहला बीट बॉक्स लगाया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अगर कोई अपराधी गाड़ी लेकर निकलता है तो पुलिस को सूचना मिलते ही इसकी जानकारी तुरंत बीट बॉक्स पर डिस्प्ले हो जाएगी। ऐसी स्थिति में समय रहते पुलिस और लोग सतर्क हो जाएंगे। साथ ही आरोपी को आसानी से पकड़ा जा सकेगा। इसी तरह अगर कोई रास्ता बंद है या कोई अन्य सूचना है तो उसे वहां डिस्प्ले करने से वहां से गुजरने वाले लोगों को पता चल सकेगा। हालांकि यह काम पहले अनाउंसमेंट करके किया जाता है। दूसरा यह बीट बॉक्स देखने में काफी आकर्षक है। ऐसे में लोगों का ध्यान उधर जाएगा। इसके अलावा इलाके के पीसीआर सिस्टम को भी इससे जोड़ा गया है। तस्करों और आरोपियों पर रहेगी कैमरों की नजर इससे पहले पंजाब में बने बीट बॉक्स की हालत काफी खराब थी। हालत ऐसी है कि उनमें बैठना भी मुश्किल है। बरसात के दिनों में दिक्कत ज्यादा होती है। जबकि इस प्रोजेक्ट को पुलिस ने पीपीपी मोड पर शुरू किया है। पहले चरण में इसे राजधानी से सटे बॉर्डर इलाकों में लगाया गया है। यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि बॉर्डर इलाकों में शराब तस्करी और माइनिंग आदि की ज्यादा दिक्कतें हैं। ऐसे में पुलिस के पास सारी अपडेट रहेगी। इसके अलावा पुलिस और लोगों के बीच रिश्ता भी मजबूत होगा। इससे पहले 26 जनवरी से मोहाली समेत पांच शहरों में लगे कैमरे शुरू हो चुके हैं। इसके साथ ही लोगों को चालान भेजने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। पंजाब में अपराधियों और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नकेल कसने के लिए पंजाब पुलिस ने अब नई रणनीति बनाई है। पुलिस ने अब मॉडर्न बीट बॉक्स बनाने का प्रोजेक्ट शुरू किया है। इन बीट बॉक्स पर रियल टाइम हाईटेक कैमरे लगाए जाएंगे। साथ ही फ्लैशर लाइट, इमरजेंसी नंबर, इमरजेंसी सूचना एलईडी लगाई जा रही हैं। उम्मीद है कि इससे आम लोगों को फायदा होगा। साथ ही अपराधियों पर भी लगाम लगाने में सफलता मिलेगी। फिलहाल ये बीट बॉक्स ग्रामीण इलाकों और सीमावर्ती इलाकों में बनाए जा रहे हैं, जहां लोगों का आना-जाना लगा रहता है। सूचना मिलते ही बीट पर डिस्प्ले हो जाएगी न्यू चंडीगढ़ के अंतर्गत आने वाले इलाके में अपनी तरह का यह पहला बीट बॉक्स लगाया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अगर कोई अपराधी गाड़ी लेकर निकलता है तो पुलिस को सूचना मिलते ही इसकी जानकारी तुरंत बीट बॉक्स पर डिस्प्ले हो जाएगी। ऐसी स्थिति में समय रहते पुलिस और लोग सतर्क हो जाएंगे। साथ ही आरोपी को आसानी से पकड़ा जा सकेगा। इसी तरह अगर कोई रास्ता बंद है या कोई अन्य सूचना है तो उसे वहां डिस्प्ले करने से वहां से गुजरने वाले लोगों को पता चल सकेगा। हालांकि यह काम पहले अनाउंसमेंट करके किया जाता है। दूसरा यह बीट बॉक्स देखने में काफी आकर्षक है। ऐसे में लोगों का ध्यान उधर जाएगा। इसके अलावा इलाके के पीसीआर सिस्टम को भी इससे जोड़ा गया है। तस्करों और आरोपियों पर रहेगी कैमरों की नजर इससे पहले पंजाब में बने बीट बॉक्स की हालत काफी खराब थी। हालत ऐसी है कि उनमें बैठना भी मुश्किल है। बरसात के दिनों में दिक्कत ज्यादा होती है। जबकि इस प्रोजेक्ट को पुलिस ने पीपीपी मोड पर शुरू किया है। पहले चरण में इसे राजधानी से सटे बॉर्डर इलाकों में लगाया गया है। यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि बॉर्डर इलाकों में शराब तस्करी और माइनिंग आदि की ज्यादा दिक्कतें हैं। ऐसे में पुलिस के पास सारी अपडेट रहेगी। इसके अलावा पुलिस और लोगों के बीच रिश्ता भी मजबूत होगा। इससे पहले 26 जनवरी से मोहाली समेत पांच शहरों में लगे कैमरे शुरू हो चुके हैं। इसके साथ ही लोगों को चालान भेजने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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