मोहाली पुलिस ने हथियार सप्लाई करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है जो यू.पी. स्थित अलीगढ़ से सस्ते दामों पर अवैध हथियार लाकर पंजाब के विभिन्न सप्लाई करता था। आरोपी की पहचान डेराबस्सी स्थित मुबारकपुर के रहने वाले सोनू कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने सोनू की निशानदेही पर .32 बोर की एक पिस्टल, 315 बोर के 3 देसी कट्टे, 2 जिंदा कारतूस और एक दुनाली आरोपी की निशानदेही पर बरामद की है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी को काबू किया है। डेराबस्सी थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 12 जुलाई को आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार किया था। पुलिस ने सोनू के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। एस.एस.पी. ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपी ने बताया कि वह यह अवैध हथियार अलीगढ़ से सस्ते दामों पर लेकर आता था और पंजाब में महंगे दामों पर बेच देता था। लोरस बिश्नोई के नाम पर मांगी थी फिरौती पुलिस जांच में सामने है कि आरोपी सोनू के खिलाफ उत्तराखंड के नैनीताल एरिया में हल्द्वानी थाने में एक ज्वेलर्स से व्हाट्सएप कॉल कर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर फिरौती मांगने का केस दर्ज है। जिसको लेकर पुलिस ने हल्द्वानी थाना पुलिस से भी संपर्क साध लिया है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि आरोपी से गहनता से पूछताछ के बाद अवैध हथियारों की सप्लाई और फिरौती मांगे जाने से संबंधित अन्य मामलों के भी खुलासे होंगे। मोहाली पुलिस ने हथियार सप्लाई करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है जो यू.पी. स्थित अलीगढ़ से सस्ते दामों पर अवैध हथियार लाकर पंजाब के विभिन्न सप्लाई करता था। आरोपी की पहचान डेराबस्सी स्थित मुबारकपुर के रहने वाले सोनू कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने सोनू की निशानदेही पर .32 बोर की एक पिस्टल, 315 बोर के 3 देसी कट्टे, 2 जिंदा कारतूस और एक दुनाली आरोपी की निशानदेही पर बरामद की है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी को काबू किया है। डेराबस्सी थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 12 जुलाई को आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार किया था। पुलिस ने सोनू के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। एस.एस.पी. ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपी ने बताया कि वह यह अवैध हथियार अलीगढ़ से सस्ते दामों पर लेकर आता था और पंजाब में महंगे दामों पर बेच देता था। लोरस बिश्नोई के नाम पर मांगी थी फिरौती पुलिस जांच में सामने है कि आरोपी सोनू के खिलाफ उत्तराखंड के नैनीताल एरिया में हल्द्वानी थाने में एक ज्वेलर्स से व्हाट्सएप कॉल कर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर फिरौती मांगने का केस दर्ज है। जिसको लेकर पुलिस ने हल्द्वानी थाना पुलिस से भी संपर्क साध लिया है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि आरोपी से गहनता से पूछताछ के बाद अवैध हथियारों की सप्लाई और फिरौती मांगे जाने से संबंधित अन्य मामलों के भी खुलासे होंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में संदिग्ध परिस्थितियों में व्यक्ति की मौत:पत्नी बोली-फैक्ट्री मालिक ने लगाया था चोरी का आरोप,गुंडों ने मारपीट कर छत्त से फेंका पंजाब के लुधियाना में छत्त से गिरने के बाद एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में देर रात सीएमसी अस्पताल उपचार दौरान मौत हो गई। मृतक व्यक्ति की पत्नी ने फैक्ट्री मालिक पर गंभीर आरोप लगाए है। उसने कहा कि फैक्ट्री मालिक ने उसके पति पर चोरी के आरोप लगाए थे। मृतक का नाम राजू (32) है। उसके दो बेटियां है। राजू होजरी फैक्ट्री में सुपरवाइज़र था। फैक्ट्री मालिक ने खुलवाया था राजू के नाम पर खाता पत्नी सोनम ने कहा कि वह जस्सियां रोड के रहने वाले है। उसके पति राजू के नाम पर फैक्ट्री मालिक ने कोई खाता खुलवाया था। उस खाता में करीब 80-90 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन भी हुआ है। उसके पति ने ये सारी बात शिव सेना भारत वंशी के नेता विशाल को बताई थी। सोनम मुताबिक राजू ने जब फैक्ट्री मालिक को काम छोड़ने के बारे कहा तो उसने उसके साथ मारपीट की। मंगलवार घर पर थार, फॉर्च्यूनर कार और बाइक पर कुछ लोग आए। जिन्होंने राजू के साथ मारपीट की और उसे छत्त से गिरा दिया। बिना मामला दर्ज किए 4 दिन राजू को थाना में था रखा शिव सेना नेता विशाल ने कहा कि राजू ने उसे बताया था कि उसके नाम पर खाता खुलवाकर फैक्ट्री मालिक हेर-फेर कर रहा है। जब उसने काम छोड़ने की बात उससे की तो उसने उससे मारपीट की। उस पर चोरी के आरोप लगाकर उसे थाना जोधेवाल बस्ती में 4 दिन तक बंद रखा। राजू पर कोई मामला उस समय दर्ज नहीं हुआ था। 3 करोड़ की चोरी के मालिक ने लगाए थे आरोपी विशाल मुताबिक राजू ने उसे बताया था कि उसके मालिक ने उस पर 3 करोड़ रुपए की चोरी की है। फैक्ट्री मालिक राजू पर दबाव बना रहा था कि वह अपने दोनों घर उसके नाम पर कर दे नहीं तो वह उसे जान से मरवा देगा। विशाल ने कहा कि जिस वह राजू को बस्ती जोधेवाल से छुड़वा कर लाए थे उस समय की उसकी वीडियो भी उनके पास पड़ी है जिसमें राजू ने अपनी आप बीती कही है। राजू और उसके परिवार को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा था। आज राजू के घर पर थार, फॉर्च्यूनर और दो मोटरसाइकिल कुछ लोग आए थे। विशाल ने कहा कि परिवार के उन लोगों ने राजू को पीट कर छत्त से फेंका है। राजू को सिविल अस्पताल लेकर गए लेकिन हालत गंभीर देख सीएमसी दाखिल करवाया लेकिन राजू की मौत हो गई। घटना का पता चलते ही थाना सलेम टाबरी की पुलिस मौके पर पहुंची। एसएचओ बिट्टन कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
पंजाब-चंडीगढ़ में धुंध का येलो अलर्ट जारी:50 मीटर से कम हुई विजिबिलिटी; नए साल से कुछ दिन ठंड से राहत
पंजाब-चंडीगढ़ में धुंध का येलो अलर्ट जारी:50 मीटर से कम हुई विजिबिलिटी; नए साल से कुछ दिन ठंड से राहत पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के बाद पंजाब-चंडीगढ़ के समतल इलाकों में ठंड लगातार जोर पकड़ रही है। कोल्ड वेव की चेतावनी के बीच अब धुंध का अलर्ट जारी कर दिया गया है। सोमवार रात से ही पंजाब के कुछ जिलों में धुंध देखने को मिली। वहीं, सुबह होते-होते कई जगहों पर विजिबिलिटी शून्य के करीब दर्ज की गई है। वहीं, पंजाब का दिन का तापमान सामान्य से तकरीबन 5 डिग्री तक कम चल रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज पंजाब में धुंध और कोल्ड वेव को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। जिसमें पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, नवांशहर, फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर, मोगा, बठिंडा, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर और मोहाली में कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, अमृतसर, तरनतारन, कपूरथला, जालंधर, फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर, मोगा, बठिंडा, लुधियाना, बरनाला, मानसा, संगरूर और मलेरकोटला में धुंध का अलर्ट जारी किया गया है। यहां विजिबिलिटी 50 मीटर या उससे भी नीचे जा सकती है। तापमान में आएगी गिरावट मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज पंजाब और चंडीगढ़ के तापमान में अधिक बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। लेकिन 1 जनवरी से हल्की राहत मिलने के आसार हैं। लेकिन 6 जनवरी के आसपास दो पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो रहे हैं। जिनके असर वेस्टर्न हिमालयन रेंज पर देखने को मिलेगा। जिसके बाद फिर से पहाड़ों पर बर्फबारी के आसार बन रहे हैं। अनुमान है कि आने वाले दिनों में फिर से मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ेगी। चंडीगढ़ सहित पंजाब के जिलों का मौसम चंडीगढ़- घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। आज तापमान 10 से 18 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। अमृतसर- घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। आज तापमान 6 से 17 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। जालंधर- कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया गया है। आज तापमान 6 से 17 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। लुधियाना- कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया गया है। आज तापमान 7 से 16 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। पटियाला- कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया गया है। आज तापमान 9 से 17 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। मोहाली- घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। आज तापमान 11 से 19 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है।
डिंपी ढिल्लों ने SAD छोड़ा, आप में जाने की चर्चा:मनप्रीत बादल की वजह से पार्टी छोड़ी, दलजीत सिंह चीमा की सफाई
डिंपी ढिल्लों ने SAD छोड़ा, आप में जाने की चर्चा:मनप्रीत बादल की वजह से पार्टी छोड़ी, दलजीत सिंह चीमा की सफाई शिरोमणि अकाली दल (SAD) को एक और झटका लगा है। गिद्दड़बाहा के सीनियर अकाली नेता और हलका प्रभारी हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाकर इस बारे में ऐलान किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने भरे मन से यह फैसला लिया है। वह करीब 39 से चालीस सालों से पार्टी जुड़े हुए थे। बादल साहब से उनकी पुरानी दोस्ती परिवारवाद की भेंट चढ़ गई। उन्होंने मनप्रीत बादल को एक वजह बताया है। वहीं, उनके आम आदमी पार्टी जॉइन करने की चर्चा है।हालांकि उनका कहना है कि वह पार्टी वर्करों से मीटिंग कर अगला फैसला लेंगे। अकाली दल ढिल्लों का करता है समर्थन दूसरी तरफ अकाली दल के सीनियर नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि गिद्दड़बाहा हलके में किसी अन्य पार्टी के किसी भी नेता को आगामी उपचुनाव में उम्मीदवार के रूप में उतारने का कोई इरादा नहीं है। इस तरह की सभी अटकलें झूठी और निराधार हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी ने इस तरह के किसी भी कदम के बारे में किसी से चर्चा नहीं की है। डाॅ. चीमा ने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी उपचुनाव के लिए अकाली दल पूरी तरह से भरोसेमंद हरदीप सिंह ढिल्लों का समर्थन करती है। उन्होने ढिल्लों से अकाली दल की विरोधी ताकतों द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार से गुमराह न होने का भी आग्रह किया है। वरिष्ठ अकाली नेता ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने मीटिंगों में खुले तौर पर कहा है कि डिंपी ढिल्लों गिद्दड़बाहा से पार्टी के लिए सबसे अच्छे उम्मीदवार हैं। उन्होंने कहा कि ढिल्लों की उम्मीदवारी की आधिकारिक घोषणा नहीं की जा सकती, क्योंकि संसदीय बोर्ड अभी भी उपचुनाव वाले सभी चार हलकों से उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने की प्रक्रिया में है। पार्टी अध्यक्ष सहित पूरी पार्टी उनके साथ है और उनसे पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करने की उम्मीद करती है। 15 मिनट में गिनाया 38 साल का सफर डिंपी ढिल्लों पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने से पहले फेसबुक पर लाइव हुए। उन्होंने कहा जिस पार्टी से आदमी 37- 38 साल से जुड़ा हूं, उसे छोड़ने का फैसला बडे़ भावुक होकर लेने जा रहा हूं। सबसे बड़ा इमोशन मेरे स्व. पिता शिवराज सिंह ढिल्लों साहब थे। जो कि सारे परिवार काे बादल साहिब की बाजू पकड़ाकर गए थे। साथ ही कहकर गए थे अच्छा बुरा समय पार्टी पर आता है। लेकिन पार्टी का साथ नहीं छोड़ना है। 1989 से पार्टी से जुड़े थे, पीछे मुड़कर नहीं देखा डिंपी ने कहा 1989 में पार्टी में पहली बार भाई शमिंदर सिंह चुनाव लड़े थे, तो मैंने काम किया। 1992 में पार्टी ने चुनाव का बायॅकाट किया था। 1995 में पार्टी ने गिद्दड़बाहा उपचुनाव जीता था। 1997 में पार्टी की पंजाब में सरकार बनी। बादल साहब पंजाब के मुख्यमंत्री बने। 2002 तक सरकार का लाभ उठाया। 2002 में कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार की सरकार बनी। उनकी वजह से हमारा भी काफी नुकसान हुआ। लेकिन हम बादल परिवार के साथ खड़े । हमने मनप्रीत की बजाए सुखबीर बादल को चुना डिंपी ने कहा कि जब भी बादल साहब या सुखबीर जी का जो भी मैसेज आता था। हमेशा उस फैसले काे स्वीकार करते थे। पांच साल की कड़ी मशक्त बाद 2007 में अकाली दल की सरकार बनी । सब कुछ ठीक चल रहा था। 2010 में पार्टी पर संकट आया। मनप्रीत बादल ने एक और पार्टी बना ली। फिर हमारे लिए दो रास्ते बन गए। एक रास्ता मनप्रीत बादल की तरफ जाता था तो दूसरा सुखबीर सिंह बादल की तरफ जाता था। हमने सुखबीर बादल का रास्ता चुना। 2012 में ऐसा लग रहा था पीपीपी की सरकार बनेगी, मनप्रीत बादल मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन हम ढोले नहीं है। लेकिन अकाली दल पार्टी की डटकर सेवा की और हमारी सरकार बनी। सरकार बनने के बाद हलके की सेवा मुझे दी गई। कभी बादल साहब की पगड़ी को दाग नहीं लगने दिया। पांच साल काम किया। 2017 में पहला चुनाव लड़ा। उस समय पार्टी का स्तर काफी नीचे गिर गया था, बेअदबी व नशों के चलते पार्टी का ग्राफ काफी नीचे था। लेकिन 49 हजार वोट मिले। चुनाव हार गया। पर्चे हुए, लेकिन पार्टी के वर्करों के साथ खड़े रहे डिंपी ने कहा कि फिर कांग्रेस की सरकार आई। कांग्रेस सरकार में बड़े पर्चे हमारे ऊपर करवाए गए। वर्करों को कभी पीठ नहीं दिखाई। 2022 के चुनाव भी डकटर चुनाव लड़े। 50 हजार के करीब वोट पड़े। आम आदमी पार्टी की हवा के बीच 1300 वोटों से चुनाव हार गए। अचानक जनवरी में बादल साहब से मैंने पूछा मनप्रीत ने गिद्दड़बाहा सरगर्मियां बढ़ा दी हैं। क्या आपके ध्यान में है। उन्होंने कहा कि वह अपनी पार्टी जॉइन करना चाहता है। उसका कहना है कि गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ेगा। इसके बाद बादल ने मुझे कहा कि डिंपी सियासत करनी है या नहीं। यह बात मुझे बड़ी चुबी। फिर कहा कि सियासत करनी है तो तू तलवंडी साबो चला जा। मैंने कहा कि मैं वहां नहीं जाऊंगा। मैं घर पर बैठ गया। फिर सुखबीर का फोन आया और कहा मैं तो वैसे ही मजाक किया था, तू तो सीरियस हो गया। तू मेरी किचन कैबिनेट का मेंबर हो, हलका संभाल। फिर दोबारा उपचुनाव की स्थिति बनी तो पूछा प्रधान जी क्या आदेश है। उन्होंने कहा कि तैयारियां शुरू करो। मैंने पूछा कि इलेक्शन कौन लड़ेगा,बता देंगे। एक दिन बीबा जी ने एनाउंस कर दिया कि सुखबीर बादल इलेक्शन लड़ेंगे। हालांकि अगले दिन सुखबीर बादल ने कहा कि मैं चुनाव नहीं लडूंगा। तू इलेक्शन लड़ेगा। फिर मैंने उन्हें कहा कि स्थिति साफ करो। मनप्रीत बादल बोले हम घी खिचड़ी डिंपी ने कहा कि मनप्रीत सिंह बादल साहब फिर एक्टिव हो गए। वह बीजेपी के नेता है। मनप्रीत बीजेपी में शामिल किसी को करवाते नहीं है। मेरे सारे समर्थक कहने लगे पडे़ कि धोखा न हो जाए। गांवों के प्रोग्राम बने गए हैं। फिर मैंने सुखबीर को कहा कि मनप्रीत बादल के बारे में स्थिति साफ करो। मुझे या खुद को उम्मीदवार घोषित कर दो। आखिर में मुझे लगा कि मैं दोनों भाईयों के बीच रोड़ा बन रहा हूं। मनप्रीत बादल गांवों में कहते हैं कि सुखबीर और वह घी खिचड़ी है। ऐसे में हमने तय किया कि इस सिसासत की भेंट नहीं चड़ सकता हूं। इतनी बात जरूर बता दूं कि मैंने किसी से कोई गदारी नहीं की है। मैं घर बैठने जा रहा हूं। 36 -37 साल पुरानी परिवारवाद की भेंट चढ़ गई है।बादल साहब ने मेरे से आंखे फेर ली, लेकिन मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। 2022 में मात्र 1349 वोटों से हारे थे डिंपो ढिल्लों की गिदड़बाहा सीट पर अच्छी पकड़ है। दो बार चुनावों में उसे हार का मुंह देखना पड़ा है। साल 2012 से यहां से लगातार कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह राजा वरिंग चुनाव जीतने आ रहे है। 2017 में उन्होंने हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को राजा वड़िंग ने हराया था। चुनाव में डिंपी को 47288 को वोट मिले थे, जबकि वड़िंग को 63500 मत मिले थे। जबकि 2022 में जब पूरे राज्य में आम आदमी पार्टी की हवा थी। लेकिन इस सीट पर शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस के बीच में ही मुकाबला था। इस दौरान राजा वड़िंग के वोट कम होकर 50998 रह गए। जबकि डिंपी को 49649 वोट मिले। दोनों में जीत का अंतर 1349 वोट का था। ऐसे में डिंपी ढिल्लों खुद को काफी मजबूत दावेदर इस सीट से मानते हैं। गिद्दड़बाहा सीट SAD का गढ़ गिद्दड़बाहा सीट 1967 में बनी थी। पहला चुनाव यहां से कांग्रेस नेता हरचरण सिंह बराड़ जीते थे। इसके बाद लगातार पांच बार 1969, 72, 77, 80 और 85 में इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल जीते। 1992 में कांग्रेस नेता रघुबीर सिंह जीते। इसके बाद 1995, 97, 2002 और 2007 में सीट से शिरोमणि अकाली दल की टिकट पर मनप्रीत बादल जीतते रहे। जबकि 2012, 2017 और 2022 में इस सीट से कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग जीते हैं। लेकिन अब वह लुधियाना से लोकसभा सांसद हैं। उन्होंने इस सीट के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। इस वजह से यह सीट खाली हुई है।