पंजाब के खरड़ के अंतर्गत गांव घरुआं स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र ने पानी की टंकी से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने वाले छात्र की पहचान 19 वर्षीय सुमित चकरा के तौर पर हुई है। वह हरियाणा का रहने वाला था और पढ़ने के लिए खरड़ में आया था। दोस्तों ने पुलिस को बताया कि मृतक ने ये कदम उठाने से पहले भी आत्महत्या का प्रयास किया था। घटना 15 जुलाई देर शाम की है। 19 वर्षीय सुमित अचानक खरड़ के गांव खानपुर के पास एक टंकी पर चढ़ गया। वह चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए आया था, लेकिन आर्थिक तंगी के बोझ में वे इस कदर दब गया कि उसने आत्महत्या का सहारा लिया। जैसे ही उसके दोस्तों व आसपास के लोगों ने उसे टंकी पर चढ़ा देखा तो वे उसे रोकने की कोशिश में लगे। दो व्यक्ति उसे रोकने के लिए टंकी पर भी चढ़े, लेकिन सुमित ने उन्हें चढ़ता देख टंकी से छलांग लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी। मरने से पहले भी किया था प्रयास मिली जानकारी के अनुसार सुमित आर्थिक तंगी के कारण डिप्रेशन में था। टंकी पर चढ़ने से पहले उसने अपनी कलाई काटने की कोशिश भी की थी। लेकिन वह ये कदम उठा ना सका और टंकी पर चढ़ ऊंचाई से गिर आत्महत्या करने का तरीका उसे आसान लगा। परिवार का इकलौता बेटा था सुमित दोस्तों ने सुमित के बारे में जानकारी सांझा करते हुए पुलिस को बताया कि वे हरियाण का रहने वाला था। परिवार आर्थिक मंदी से गुजर रहा था। परिवार का वे इकलौता बेटा था। परिवार का बोझ ना उठा सकने के चलते उसने ये कदम उठाया। सुमित के जाने के बाद उसके माता-पिता अकेले पढ़ गए हैं। पंजाब के खरड़ के अंतर्गत गांव घरुआं स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र ने पानी की टंकी से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने वाले छात्र की पहचान 19 वर्षीय सुमित चकरा के तौर पर हुई है। वह हरियाणा का रहने वाला था और पढ़ने के लिए खरड़ में आया था। दोस्तों ने पुलिस को बताया कि मृतक ने ये कदम उठाने से पहले भी आत्महत्या का प्रयास किया था। घटना 15 जुलाई देर शाम की है। 19 वर्षीय सुमित अचानक खरड़ के गांव खानपुर के पास एक टंकी पर चढ़ गया। वह चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए आया था, लेकिन आर्थिक तंगी के बोझ में वे इस कदर दब गया कि उसने आत्महत्या का सहारा लिया। जैसे ही उसके दोस्तों व आसपास के लोगों ने उसे टंकी पर चढ़ा देखा तो वे उसे रोकने की कोशिश में लगे। दो व्यक्ति उसे रोकने के लिए टंकी पर भी चढ़े, लेकिन सुमित ने उन्हें चढ़ता देख टंकी से छलांग लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी। मरने से पहले भी किया था प्रयास मिली जानकारी के अनुसार सुमित आर्थिक तंगी के कारण डिप्रेशन में था। टंकी पर चढ़ने से पहले उसने अपनी कलाई काटने की कोशिश भी की थी। लेकिन वह ये कदम उठा ना सका और टंकी पर चढ़ ऊंचाई से गिर आत्महत्या करने का तरीका उसे आसान लगा। परिवार का इकलौता बेटा था सुमित दोस्तों ने सुमित के बारे में जानकारी सांझा करते हुए पुलिस को बताया कि वे हरियाण का रहने वाला था। परिवार आर्थिक मंदी से गुजर रहा था। परिवार का वे इकलौता बेटा था। परिवार का बोझ ना उठा सकने के चलते उसने ये कदम उठाया। सुमित के जाने के बाद उसके माता-पिता अकेले पढ़ गए हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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