पंजाब में मानसून के सामान्य पोजीशन पर आने से मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक सूबे के 13 जिलों में झमाझम बारिश हुई। इससे दिन का तापमान भी 32 डिग्री से लेकर 36 डिग्री तक ही रिकॉर्ड हुआ है। न्यूनतम तापमान 23 से लेकर 26 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं, हिमाचल में भी बीते 24 घंटों में हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। लाहौल की चोटियों में मंगलवार रात को हल्की बर्फबारी से ठंड लौट आई है। उधर, कुल्लू के पतलीकूहल के हलाण में देर रात बादल फटने से सड़क पर मलबा आ गया। इससे वाहनों की आवाजाही बाधित हुई। बुधवार को पंजाब में 12 एमएम बारिश हुई। 1 अगस्त से लेकर 28 अगस्त तक 131 मिली मीटर बारिश रिकॉर्ड हो चुकी है, जो सामान्य से महज 5 फीसदी ही कम है। पंजाब में जून और जुलाई का महीना कम बारिश वाला गुजारा है और दोनों महीना में 50 फीसदी भी बारिश पूरी तरह से नहीं हो पाई थी। सीजन की बारिश में 1 जून से लेकर 28 अगस्त तक 250 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हो चुकी है जो सामान्य से अभी 29 फीसदी कम है। कहां कितना रहा तापमान आगे ऐसा रहेगा मौसम पंजाब में अगले दो दिनों तक कुछ जिलों में हल्की बारिश के आसार हैं। हिमाचल में 3 सितंबर तक बारिश का पूर्वानुमान बताया गया है। 29 अगस्त को कुछ जगहों पर भारी बारिश का अलर्ट है। लाहौल की ऊंची चोटियों में हुआ हल्का हिमपात। पंजाब में मानसून के सामान्य पोजीशन पर आने से मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक सूबे के 13 जिलों में झमाझम बारिश हुई। इससे दिन का तापमान भी 32 डिग्री से लेकर 36 डिग्री तक ही रिकॉर्ड हुआ है। न्यूनतम तापमान 23 से लेकर 26 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं, हिमाचल में भी बीते 24 घंटों में हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। लाहौल की चोटियों में मंगलवार रात को हल्की बर्फबारी से ठंड लौट आई है। उधर, कुल्लू के पतलीकूहल के हलाण में देर रात बादल फटने से सड़क पर मलबा आ गया। इससे वाहनों की आवाजाही बाधित हुई। बुधवार को पंजाब में 12 एमएम बारिश हुई। 1 अगस्त से लेकर 28 अगस्त तक 131 मिली मीटर बारिश रिकॉर्ड हो चुकी है, जो सामान्य से महज 5 फीसदी ही कम है। पंजाब में जून और जुलाई का महीना कम बारिश वाला गुजारा है और दोनों महीना में 50 फीसदी भी बारिश पूरी तरह से नहीं हो पाई थी। सीजन की बारिश में 1 जून से लेकर 28 अगस्त तक 250 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हो चुकी है जो सामान्य से अभी 29 फीसदी कम है। कहां कितना रहा तापमान आगे ऐसा रहेगा मौसम पंजाब में अगले दो दिनों तक कुछ जिलों में हल्की बारिश के आसार हैं। हिमाचल में 3 सितंबर तक बारिश का पूर्वानुमान बताया गया है। 29 अगस्त को कुछ जगहों पर भारी बारिश का अलर्ट है। लाहौल की ऊंची चोटियों में हुआ हल्का हिमपात। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
अमृतसर में पकड़ा तस्कर छुट्टी पर आया फौजी निकला, सेना की जानकारियां पाक भेजता था
अमृतसर में पकड़ा तस्कर छुट्टी पर आया फौजी निकला, सेना की जानकारियां पाक भेजता था देहाती पुलिस अमृतसर ने नशा तस्करी के मामले में एक फौजी को गिरफ्तार किया है। वह तस्करी के साथ-साथ सेना की जुड़ी अहम जानकारियां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों को भेजता था। एसएसपी देहाती चरणजीत सिंह ने बताया कि पहले मामले में थाना घरिंडा पुलिस को 4 फरवरी को गुप्त सूचना मिली थी कि अमृतपाल सिंह निवासी चंबा, राजबीर सिंह निवासी पट्टी (दोनों फौजी), मनदीप सिंह निवासी मकबरे वाली गली और माधव शर्मा निवासी राजस्थान पाकिस्तान से हेरोइन, असलाह मंगवाकर आगे सप्लाई करते हैं और पैसा हवाला के जरिए पाकिस्तान को भेजते हैं। अमृतपाल सिंह और राजबीर सिंह भारतीय सेना में नौकरी करते हैं और यह सेना के गुप्त दस्तावेज और अन्य जानकारियों भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को भेजते हैं।

पंजाब में तीन नगर परिषदों के चुनाव 2 मार्च को:EC ने जारी किया शेड्यूल, 17 फरवरी से नामांकन, हाईकोर्ट से लगी थी फटकार
पंजाब में तीन नगर परिषदों के चुनाव 2 मार्च को:EC ने जारी किया शेड्यूल, 17 फरवरी से नामांकन, हाईकोर्ट से लगी थी फटकार पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की सख्ती के बाद पंजाब स्टेट निर्वाचन आयोग ने तरनतारन, डेरा बाबा नानक और तलवाड़ा नगर परिषद के चुनाव दो मार्च को करवाने का फैसला लिया है। चुनाव के तुरंत बाद मतगणना होगी। इस संबंधी आदेश स्टेट इलेक्शन कमिश्नर राज कमल चौधरी की तरफ से जारी किए गए हैं। तीनों जगह पर चुनाव को निष्पक्ष रूप से करवाने की जिम्मेदारी जिला निर्वाचन अधिकारियों की रहेगी। चुनाव प्रक्रिया पर कैमरे की नजर भी रहेगी। इसके अलावा पुलिस की तरफ से कड़े इंतजाम किए जांएंगे। 17 फरवरी से शुरू होगी नामांकन प्रक्रिया आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम संबंधी अधिसूचना सोमवार को जारी की जाएगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 फरवरी 2025 से 20 फरवरी 2025 (दोनों दिन शामिल) तक होगी। इन तीनों नगर परिषदों के संबंधित राजस्व अधिकार क्षेत्रों में अधिसूचना जारी होने की तिथि से आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी। वहीं, चुनाव संबंधी वोटर सूचियां तैयार करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। शनिवार को ही वोटर सूचियों की अंतिम प्रकाशना की गई । ऐसे अदालत में पहुंचा था यह मामला दरअसल पंजाब की करीब 43 नगर काउंसिलों व पांच नगर निगमों के चुनाव तय समय नहीं हुए थे। इस वजह से लोगों को दिक्कत उठानी पड़ रही थी। क्योंकि किसी तरह के काम नहीं हो रहे थे। इसके बाद यह मामला पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचा था। लेकिन इसके बाद हाईकोर्ट ने तुरंत चुनाव करवाने के आदेश जारी किए थे। इसके खिलाफ सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली थी। सुप्रीम कोर्ट ने 11 नवंबर को पंजाब सरकार को कुल 10 हफ्तों में चुनाव करवाने को कहा था। शीर्ष अदालत ने 15 दिनों में चुनाव की नोटिफिकेशन और अगले 8 हफ्तों में चुनाव की प्रक्रिया पूरी करने के आदेश दिए थे। इसके बाद दिसंबर में चुनाव हो गए थे। लेकिन इसके बाद भी इन तीन नगर परिषदों के चुनाव नहीं हुए थे। फिर एडवोकेट भीष्म किंगर की तरफ से इसके खिलाफ उच्च अदालत में जनहित याचिका दायर की गई थी। गत सुनवाई पर हाईकोर्ट ने पंजाब व राज्य निर्वाचन आयोग को सख्त फटकार लगाते हुए कहा था कि इस तरह लोकतंत्र का मजाक न उड़ाया जाए। इसके बाद निर्वाचन आयोग ने अपना जवाब दाखिल किया था। आयोग ने अदालत बताया था 10 मार्च तक चुनाव करवाए जाएंगे। इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि यह सीधे तौर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की उल्लंघना है।

बरनाला में 3 भाई-बहनों को मिली सरकारी नौकरी:बड़ा सब-इंस्पेक्टर, छोटा बेटा और बेटी टीचर बने; मेहनतकश परिवार में खुशी
बरनाला में 3 भाई-बहनों को मिली सरकारी नौकरी:बड़ा सब-इंस्पेक्टर, छोटा बेटा और बेटी टीचर बने; मेहनतकश परिवार में खुशी पंजाब के बरनाला जिले के कालेका गांव में एक परिवार ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। शिक्षा विभाग में ईटीटी शिक्षक के रूप में कार्यरत महेंदरपाल सिंह के तीनों बेटा-बेटी ने सरकारी नौकरी प्राप्त की है। शुरुआत में तीनों का चयन शिक्षा विभाग में हुआ। बाद में बड़े बेटे गुरिंदरपाल सिंह ने पंजाब पुलिस में सब-इंस्पेक्टर की पोस्ट हासिल की। छोटा बेटा बिक्रमपाल सिंह और बेटी अमृतपाल कौर अभी भी शिक्षा विभाग में सेवारत हैं। महेंद्रपाल सिंह ने अपने बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए अपनी पदोन्नति तक त्याग दी। सभी दोनों बेटों और बेटी ने ईटीटी और टीईटी परीक्षाएं अच्छे अंकों से पास कीं। छोटे बेटे ने जेल वार्डन की भर्ती में पूरे पंजाब में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। बड़े बेटे का क्लर्क की नौकरी के लिए दो बार चयन हुआ। तीनों बच्चों की सफलता से पूरा गांव गौरवान्वित है। कड़ी मेहनत से ही सफलता संभव : महेंदरपाल महेंदरपाल सिंह के अनुसार, उनके बच्चों की कड़ी मेहनत ने इस सफलता को संभव बनाया है। उन्होंने कहा कि यह हमारे परिवार के लिए बहुत खुशी की बात है कि हमारे तीनों बच्चों को ये नौकरियां मिल पाई हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों का मुख्य ध्यान नौकरी पाने पर था, जिसे उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से हासिल किया है। उन्होंने कहा कि मेहनत का फल देर से मिलेगा, लेकिन मिलेगा जरूर। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए उन्होंने अपनी पदोन्नति तक छोड़ दी। उन्होंने इस उपलब्धि का समर्थन करने वाले सभी लोगों का समर्थन किया। इस अवसर पर महेंदरपाल की पत्नी सुखपाल कौर ने कहा कि बच्चों की मेहनत रंग लाई है, जिससे उन्हें बहुत खुशी है। वे बच्चों को ये नौकरियां देने के लिए सरकार को भी धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के अलावा कोई अन्य काम करने की अनुमति नहीं दी जाती। बच्चों ने बहुत मेहनत की है और उन्हें नौकरियां भी मिल गई हैं। जिसके लिए वे ईश्वर, सरकार और सभी का धन्यवाद करते हैं। दो वर्षों से पुलिस में सब इंस्पेक्टर इस अवसर पर सब इंस्पेक्टर की सरकारी नौकरी पाने वाले गुरिंदरपाल सिंह ने कहा कि वह पिछले 2 वर्षों से नौकरी कर रहे हैं। बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने की पंजाब सरकार की पहल बेहद सराहनीय है। उन्होंने कहा कि तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े होने के नाते, वह पहले से तैयारी कर रहे थे और अपने अनुभव छोटे भाई-बहनों के साथ साझा कर रहे थे। जिसका उन्हें लाभ भी मिला है। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि में हमारे माता-पिता का बहुत सहयोग रहा है। रूम में बैठे-बैठे मां उन्हें खाना, चाय आदि देती रहीं। उन्होंने कहा कि युवा अपने पद के लिए मेहनत करें, इसका लाभ सभी को मिलेगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले तीनों भाई-बहन सरकारी शिक्षक के पद पर भर्ती हुए थे और तीनों की भर्ती एक ही दिन हुई थी। इसके बाद उन्होंने अपनी शिक्षण नौकरी छोड़ दी और पुलिस विभाग में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि पूरे गांव को हमारी इस उपलब्धि पर गर्व है। जेल वार्डन की नौकरी छोड़ी इस अवसर पर बिक्रमपाल सिंह ने कहा कि वह शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं। उनके घर में तीनों भाई-बहनों को एक ही दिन नौकरी मिल गई, जो हमारे परिवार के लिए हमेशा खुशी का विषय रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे माता-पिता, पूरा गांव और रिश्तेदार हमारी उपलब्धि पर बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा हूं और मेरे बड़े भाई-बहनों ने मेरा बहुत साथ दिया और हमेशा मेरा मार्गदर्शन किया। उन्होंने बताया कि इससे पहले वे जेल वार्डन के पद पर भी कार्यरत रह चुके हैं। जिसके बाद उन्होंने वह नौकरी छोड़ दी और शिक्षा विभाग में शामिल हो गए। विदेश जाने के बजाय अपने सरकारी नौकरी को प्राथमिकता :अमृतपाल कौर बेटी अमृतपाल कौर ने बताया कि वह पंजाब शिक्षा विभाग में टीचर के पद पर कार्यरत हैं। जिस क्षेत्र में वह काम करते हैं, वहां की विधायक भी वहां पहुंची थीं और वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने भाषण में यह बात कही, जो पंजाब के मुख्यमंत्री तक पहुंच गई। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की बहुत खुशी है कि उनके तीनों भाई-बहन सरकारी नौकरी में हैं। उन्होंने कहा कि हमने विदेश जाने के बजाय यहीं रहकर नौकरी करने को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि हमारे माता-पिता ने हमें बहुत प्रोत्साहित किया, जिसका नतीजा सबके सामने है और उन्हें नौकरी मिल गई।