करणी सेना प्रमुख हत्या मामले में गोल्डी बराड़ के खिलाफ चार्जशीट दायर करने के 24 घंटों के अंदर ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को पंजाब में 9 जगहों पर तलाशी अभियान चलाया। चंडीगढ़ में जबरन वसूली और फायरिंग से जुड़े एक अन्य मामले में गोल्डी बराड़ के सहयोगियों के परिसरों, आतंकवादी और उसके गिरोह के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए जनता से भी अपील की है। NIA ने कहा कि छापेमारी विदेश स्थित नामित व्यक्तिगत आतंकवादी गोल्डी बरार और उसके सहयोगियों से जुड़े लोगों के परिसरों पर की गई। NIA ने जिन जगहों की तलाशी ली उनमें पंजाब के मोहाली, पटियाला, होशियारपुर और फतेहगढ़ साहिब शामिल हैं। NIA ने जनता के लिए आतंकवादी और उसके सहयोगियों के बारे में जानकारी साझा करने या गिरोह से प्राप्त किसी भी धमकी भरे कॉल का खुलासा करने के लिए टेलीफोन नंबर भी जारी किए हैं। NIA द्वारा जारी एक घोषणा में कहा गया है कि जानकारी लैंडलाइन नंबर 0172-2682901 या मोबाइल नंबर 7743002947 (टेलीग्राम/व्हाट्सएप के लिए) पर साझा की जा सकती है। सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी। ताजा कार्रवाई चंडीगढ़ में एक पीड़ित के आवास पर जबरन वसूली की मांग और फायरिंग से संबंधित मार्च महीने में दर्ज मामले में NIA की जांच का हिस्सा थी। मामला मूल रूप से 20 जनवरी, 2024 को स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था, जिसे NIA ने 18 मार्च को अपने हाथों में ले लिया। आज तलाशी मोहाली, पटियाला, होशियारपुर और फतेहगढ़ जिले में की गई। डिजिटल डिवाइज किए जब्त NIA ने एक बयान में कहा कि रेड के दौरान डिजिटल उपकरणों सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त कर ली गई है। अब तक की जांच से पता चला है कि गोल्डी बराड़ ने राजपुरा में गोल्डी के साथ मिलकर व्यवसायियों से जबरन वसूली की साजिश रची थी। आतंकवाद विरोधी एजेंसी की जांच में भी सामने आया है कि बराड़ द्वारा गठित आतंकवादी गिरोहों के सदस्यों को हथियार और गोला-बारूद भी मुहैया कराया जा रहा था। वे इसके अलावा नशीले पदार्थों की तस्करी और बिक्री में भी शामिल थे और इन बिक्री से प्राप्त आय को चैनलाइज़ कर रहे थे। कमजोर युवाओं को भर्ती करना लक्ष्य NIA ने आगे कहा कि गोल्डी अपने गिरोह में कमजोर युवाओं को लगातार भर्ती करना, जबरन वसूली के लक्ष्यों की पहचान के लिए उनका उपयोग करना, उन टारगेट्स जो पैसे देने से मना करते हैं, के घरों के सामने फायरिंग करना और उन्हें नशीले पदार्थों व हथियार तस्करी की बिक्री व खरीद में शामिल करना जैसे काम कर रहा था। करणी सेना प्रमुख की हत्या के मामले में NIA द्वारा दायर 12 आरोपियों में नामित आतंकवादी गोल्डी बरार भी शामिल है। करणी सेना प्रमुख हत्या मामले में गोल्डी बराड़ के खिलाफ चार्जशीट दायर करने के 24 घंटों के अंदर ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को पंजाब में 9 जगहों पर तलाशी अभियान चलाया। चंडीगढ़ में जबरन वसूली और फायरिंग से जुड़े एक अन्य मामले में गोल्डी बराड़ के सहयोगियों के परिसरों, आतंकवादी और उसके गिरोह के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए जनता से भी अपील की है। NIA ने कहा कि छापेमारी विदेश स्थित नामित व्यक्तिगत आतंकवादी गोल्डी बरार और उसके सहयोगियों से जुड़े लोगों के परिसरों पर की गई। NIA ने जिन जगहों की तलाशी ली उनमें पंजाब के मोहाली, पटियाला, होशियारपुर और फतेहगढ़ साहिब शामिल हैं। NIA ने जनता के लिए आतंकवादी और उसके सहयोगियों के बारे में जानकारी साझा करने या गिरोह से प्राप्त किसी भी धमकी भरे कॉल का खुलासा करने के लिए टेलीफोन नंबर भी जारी किए हैं। NIA द्वारा जारी एक घोषणा में कहा गया है कि जानकारी लैंडलाइन नंबर 0172-2682901 या मोबाइल नंबर 7743002947 (टेलीग्राम/व्हाट्सएप के लिए) पर साझा की जा सकती है। सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी। ताजा कार्रवाई चंडीगढ़ में एक पीड़ित के आवास पर जबरन वसूली की मांग और फायरिंग से संबंधित मार्च महीने में दर्ज मामले में NIA की जांच का हिस्सा थी। मामला मूल रूप से 20 जनवरी, 2024 को स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था, जिसे NIA ने 18 मार्च को अपने हाथों में ले लिया। आज तलाशी मोहाली, पटियाला, होशियारपुर और फतेहगढ़ जिले में की गई। डिजिटल डिवाइज किए जब्त NIA ने एक बयान में कहा कि रेड के दौरान डिजिटल उपकरणों सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त कर ली गई है। अब तक की जांच से पता चला है कि गोल्डी बराड़ ने राजपुरा में गोल्डी के साथ मिलकर व्यवसायियों से जबरन वसूली की साजिश रची थी। आतंकवाद विरोधी एजेंसी की जांच में भी सामने आया है कि बराड़ द्वारा गठित आतंकवादी गिरोहों के सदस्यों को हथियार और गोला-बारूद भी मुहैया कराया जा रहा था। वे इसके अलावा नशीले पदार्थों की तस्करी और बिक्री में भी शामिल थे और इन बिक्री से प्राप्त आय को चैनलाइज़ कर रहे थे। कमजोर युवाओं को भर्ती करना लक्ष्य NIA ने आगे कहा कि गोल्डी अपने गिरोह में कमजोर युवाओं को लगातार भर्ती करना, जबरन वसूली के लक्ष्यों की पहचान के लिए उनका उपयोग करना, उन टारगेट्स जो पैसे देने से मना करते हैं, के घरों के सामने फायरिंग करना और उन्हें नशीले पदार्थों व हथियार तस्करी की बिक्री व खरीद में शामिल करना जैसे काम कर रहा था। करणी सेना प्रमुख की हत्या के मामले में NIA द्वारा दायर 12 आरोपियों में नामित आतंकवादी गोल्डी बरार भी शामिल है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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शहीद के पेरेंट्स-पत्नी को इंश्योरेंस फंड के 50-50 लाख मिले:आर्मी बोली- पेंशन पत्नी को मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था सियाचिन में सेना के टेंट में आग लगने से 19 जुलाई 2023 को शहीद हुए देवरिया के कैप्टन अंशुमान के परिवार को आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड से 1 करोड़ रुपए दिए गए। यह रकम अंशुमान के पेरेंट्स और उनकी पत्नी में आधी-आधी बांटी गई। शहीद के माता-पिता ने कहा था- बेटे को मिले मरणोपरांत कीर्ति चक्र को बहू ने छूने भी नहीं दिया। बेटे के जाने के बाद बहू सम्मान लेकर चली गई। हमारे पास कुछ नहीं बचा। आर्मी को शहीद के परिवार को मिलने वाली वित्तीय सहायता के नियमों में बदलाव करना चाहिए। इसे लेकर आर्मी के सूत्रों ने कहा है कि आर्मी की ओर से पेरेंट्स को 50 लाख और पत्नी को 50 लाख दिए जा चुके हैं। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक शहीद की पेंशन उनकी पत्नी स्मृति को ही मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था। इसके अलावा UP सरकार ने भी परिवार को 50 लाख रुपए दिए थे। इसमें से 15 लाख माता-पिता और 35 लाख रुपए पत्नी स्मृति को दिए गए थे। इसके बावजूद शहीद के पेरेंट्स ने कहा था कि वित्तीय सहायता के नियमों में बदलाव होना चाहिए। आर्मी ने कहा- शहीद के पिता रिटायर्ड JCO, उन्हें पेंशन मिलती है
आर्मी के एक अधिकारी ने कहा- कैप्टन अंशुमान मार्च 2020 में आर्मी मेडिकल कॉर्प्स में शामिल हुए थे। पत्नी स्मृति को आर्मी के ज्यादा बेनिफिट इसलिए मिल रहे हैं, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें अपना नॉमिनी बनाया था। साथ ही बताया कि अंशुमान के पिता आर्मी में रिटायर्ड JCO हैं। उन्हें पेंशन और आर्मी की अन्य सुविधाएं मिलती हैं। ऐसे मुद्दे आर्मी के सामने पहले भी आए हैं, खासकर तब जब शहीद के माता-पिता उन पर आश्रित होते हैं, लेकिन आर्मी यूनिट ऐसे मुद्दों को निपटा लेती है। अंशुमान का मामला अलग है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि उनके पिता भी सेना में रह चुके हैं। आर्मी में PF और पेंशन के नियम पत्नी ने कहा था- एक कॉल ने 50 साल के सपने तोड़ दिए
सम्मान समारोह के बाद स्मृति ने कहा- अंशुमान के शहीद होने का कॉल आया था। इस कॉल ने 50 साल के सपने तोड़ दिए थे। कैप्टन अंशुमान बहुत सक्षम थे। वे अक्सर कहा करते थे, मैं अपने सीने पर गोली खाकर मरना चाहता हूं। मैं आम आदमी की तरह नहीं मरना चाहता, जिसे कोई जान ही न पाए। इंजीनियरिंग कॉलेज के पहले दिन हमारी मुलाकात हुई थी। यह पहली नजर का प्यार था। एक महीना ही बीता था कि उनका चयन AFMC में हो गया। वे सुपर इंटेलिजेंट शख्स थे। हम सिर्फ एक महीना ही रूबरू मिले। फिर आठ साल तक दूरी रही, लेकिन रिश्ता बना रहा। फरवरी, 2023 में हमने शादी कर ली। दुर्भाग्य से शादी के दो महीने बाद ही उनकी सियाचिन में पोस्टिंग हो गई। 18 जुलाई, 2023 को हमारी लंबी बातचीत हुई थी कि अगले 50 साल में हमारी जिंदगी कैसी होगी। अपना घर होगा। हमारे बच्चे होंगे …और भी बहुत कुछ। 19 जुलाई की सुबह मैं एक फोन कॉल से उठी। उधर से आवाज आई…कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए। यह खबर भी पढ़ें… शादी के 5 महीने बाद कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद, ग्लेशियर में टेंट में आग लगने से गई थी जान सियाचिन ग्लेशियर में भारतीय सेना के कई टेंट में आग लग गई। हादसे में रेजिमेंटल मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए। अंशुमान सिंह की 5 महीने पहले 10 फरवरी को शादी हुई थी। कैप्टन अंशुमान 15 दिन पहले ही सियाचिन गए थे। अंशुमान मूल रूप से देवरिया के रहने वाले थे। पूरी खबर पढ़ें…
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पंजाब में कल से 5वीं और 8वीं के लिए रजिस्ट्रेशन:PSEB ने जारी किया शेड्यूल, चूके तो देना होगा भारी लेट फीस
पंजाब में कल से 5वीं और 8वीं के लिए रजिस्ट्रेशन:PSEB ने जारी किया शेड्यूल, चूके तो देना होगा भारी लेट फीस पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (PSEB) ने 5वीं और 8वीं कक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन शेड्यूल जारी कर दिया है। इसके तहत दोनों कक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 18 जुलाई (गुरुवार) से 18 सितंबर तक बिना किसी लेट फीस के चलेगी। इसके बाद भारी भरकम लेट फीस देनी होगी। 19 सितंबर से 16 अक्टूबर तक 500 रुपये लेट फीस देनी होगी। जबकि, 17 नवंबर से 11 नवंबर तक प्रति छात्र 1500 रुपये लेट फीस देनी होगी। 9वीं और 11वीं के लिए यह रहेगा शेड्यूल दूसरी ओर, 9वीं और 11वीं कक्षा के रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल खोल दिया गया है। इसमें ऑफलाइन चालान जनरेट करने की अवधि 16 अगस्त और ऑनलाइन फीस भरने की अवधि 21 अगस्त तय की गई। इसी तरह, 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए ऑफलाइन चालान जनरेट करने की तिथि 23 अगस्त और ऑनलाइन फीस भरने की अवधि 21 अगस्त तय की गई। इसके बाद उनकी अपनी जिम्मेदारी तय होगी। सीबीएसई की तर्ज पर काम पीएसईबी अब पूरी तरह सीबीएसई की तर्ज पर काम कर रहा है। बोर्ड की कोशिश है कि छात्रों और उनके परिजनों को किसी तरह की परेशानी न हो। इसी वजह से सभी काम तय शेड्यूल के हिसाब से किए जा रहे हैं। बोर्ड की ओर से एक अकादमिक कैलेंडर तैयार किया गया है। इसमें दिए गए मानकों का पालन किया जा रहा है। इन चार कक्षाओं में करीब दस लाख छात्र शामिल होंगे।