पंजाब में AAP विधायकों के आवास के सामने किसानों का प्रदर्शन, 19 मार्च की कार्रवाई का किया विरोध

पंजाब में AAP विधायकों के आवास के सामने किसानों का प्रदर्शन, 19 मार्च की कार्रवाई का किया विरोध

<p style=”text-align: justify;”><strong>Punjab Farmers Protest:</strong> कुछ समय पहले पंजाब में प्रदर्शनकारी किसानों को शंभू और खनौरी बॉर्डर से हटाया गया था. अब इसके विरोध में किसानों ने आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों के आवास के बाहर सोमवार (31 मार्च) को प्रदर्शन किया. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में यह प्रदर्शन किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>किसानों ने पंजाब पुलिस द्वारा 19 मार्च को की गई कार्रवाई की आलोचना की. पुलिस ने 19 मार्च को किसान नेताओं को उस समय हिरासत में ले लिया था, जब वे चंडीगढ़ में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक करने के बाद वापस आ रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एमएसपी की मांग पर हुई थी मीटिंग</strong><br />प्रदर्शनकारी किसानों की मांग, खासकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी पर चर्चा करने के लिए उस बैठक का आयोजन किया गया था. जैसे ही किसान मोहाली में दाखिल हुए, उन्हें भारी अवरोधकों का सामना करना पड़ा और कुछ किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से प्रदर्शनकारी किसानों और उनके अस्थायी ढांचों को भी हटा दिया था. इसके बाद शंभू-अंबाला और संगरूर-जींद हाईवे पर वाहनों का आवागमन फिर से शुरू हो गया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकार पर किसानों का आरोप</strong><br />किसान मजदूर संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा है कि 17 जिलों में सात मंत्रियों और 21 विधायकों के घरों के बाहर प्रदर्शन किया गया. किसान नेताओं ने <a title=”भगवंत मान” href=”https://www.abplive.com/topic/bhagwant-mann” data-type=”interlinkingkeywords”>भगवंत मान</a> सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत केंद्र सरकार के साथ मिलीभगत करके शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटाने का काम किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चोरी हुए सामान के मुआवजे की मांग</strong><br />केएमएम के नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि वे पुलिस द्वारा अस्थायी ढांचों को हटाए जाने के बाद विरोध स्थलों से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और अन्य सामान की चोरी के लिए भी मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. किसान चाहते हैं कि विरोध स्थल से उनका सामान चुराने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शंभू और खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन करने वाले कई किसानों ने दावा किया कि ट्रॉलियों सहित उनका सामान गायब है और हो सकता है कि वह चोरी हो गया हो. जालंधर में कुछ किसान पुलिस अधिकारियों से भिड़ गए और मंत्री मोहिंदर भगत की ओर बढ़ने के लिए अवरोधकों को जबरन पार करने की कोशिश की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मोगा के धर्मकोट में आप विधायक दविंदरजीत सिंह लड्डी डोस के आवास के बाहर बैठे प्रदर्शनकारी किसानों ने आरोप लगाया कि विधायक का एक सुरक्षा गार्ड कथित तौर पर उनके वाहन को प्रदर्शन स्थल से भगा ले गया था.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Punjab Farmers Protest:</strong> कुछ समय पहले पंजाब में प्रदर्शनकारी किसानों को शंभू और खनौरी बॉर्डर से हटाया गया था. अब इसके विरोध में किसानों ने आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों के आवास के बाहर सोमवार (31 मार्च) को प्रदर्शन किया. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में यह प्रदर्शन किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>किसानों ने पंजाब पुलिस द्वारा 19 मार्च को की गई कार्रवाई की आलोचना की. पुलिस ने 19 मार्च को किसान नेताओं को उस समय हिरासत में ले लिया था, जब वे चंडीगढ़ में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक करने के बाद वापस आ रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एमएसपी की मांग पर हुई थी मीटिंग</strong><br />प्रदर्शनकारी किसानों की मांग, खासकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी पर चर्चा करने के लिए उस बैठक का आयोजन किया गया था. जैसे ही किसान मोहाली में दाखिल हुए, उन्हें भारी अवरोधकों का सामना करना पड़ा और कुछ किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से प्रदर्शनकारी किसानों और उनके अस्थायी ढांचों को भी हटा दिया था. इसके बाद शंभू-अंबाला और संगरूर-जींद हाईवे पर वाहनों का आवागमन फिर से शुरू हो गया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकार पर किसानों का आरोप</strong><br />किसान मजदूर संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा है कि 17 जिलों में सात मंत्रियों और 21 विधायकों के घरों के बाहर प्रदर्शन किया गया. किसान नेताओं ने <a title=”भगवंत मान” href=”https://www.abplive.com/topic/bhagwant-mann” data-type=”interlinkingkeywords”>भगवंत मान</a> सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत केंद्र सरकार के साथ मिलीभगत करके शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटाने का काम किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चोरी हुए सामान के मुआवजे की मांग</strong><br />केएमएम के नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि वे पुलिस द्वारा अस्थायी ढांचों को हटाए जाने के बाद विरोध स्थलों से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और अन्य सामान की चोरी के लिए भी मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. किसान चाहते हैं कि विरोध स्थल से उनका सामान चुराने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शंभू और खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन करने वाले कई किसानों ने दावा किया कि ट्रॉलियों सहित उनका सामान गायब है और हो सकता है कि वह चोरी हो गया हो. जालंधर में कुछ किसान पुलिस अधिकारियों से भिड़ गए और मंत्री मोहिंदर भगत की ओर बढ़ने के लिए अवरोधकों को जबरन पार करने की कोशिश की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मोगा के धर्मकोट में आप विधायक दविंदरजीत सिंह लड्डी डोस के आवास के बाहर बैठे प्रदर्शनकारी किसानों ने आरोप लगाया कि विधायक का एक सुरक्षा गार्ड कथित तौर पर उनके वाहन को प्रदर्शन स्थल से भगा ले गया था.</p>  पंजाब दिल्ली कांग्रेस ने शीला दीक्षित की जयंती पर AAP पर साधा निशाना, ‘सिर्फ विज्ञापनबाजी की’