भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने पंजाब के डीजीपी को एक पत्र लिखकर अमृतसर-ऊना राजमार्ग परियोजना के दौरान हुई हिंसक घटना को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। यह घटना अमृतसर से मेहता, श्री हरगोबिंदपुर, टांडा और होशियारपुर को जोड़ने वाले सड़क निर्माण कार्य की साइट पर 27 नवंबर 2024 को हुई थी। NHAI अधिाकरियों ने इस घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी है। घटना के दौरान हथियारबंद गिरोह ने निर्माण साइट पर काम कर रहे मजदूरों पर बर्बर हमला किया। हमलावर तलवारों, डंडों और अन्य हथियारों से लैस थे। हमले में मजदूरों को गंभीर चोटें आईं। हमले की क्रूरता को उजागर करने वाले फोटोग्राफ्स भी एनएचएआई ने पुलिस को सौंपे हैं। घायल मजदूरों को गुरु रामदास अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। इस हिंसक घटना ने न केवल मजदूरों बल्कि पूरे निर्माण दल में भय का माहौल पैदा कर दिया है। ठेकेदार और मजदूर अब खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, जिसके कारण परियोजना स्थल पर काम बाधित हो गया है। प्रशासनिक लापरवाही का आरोप एनएचएआई ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि इस घटना के बारे में संबंधित ठेकेदार ने तुरंत एसएसपी अमृतसर (ग्रामीण) और एसएसपी होशियारपुर को सूचित किया था। लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। यह स्थिति न केवल मजदूरों की सुरक्षा को खतरे में डालती है, बल्कि महत्वपूर्ण राष्ट्रीय विकास परियोजना को भी बाधित करती है। एनएचएआई ने सख्त कदम उठाने की रखी मांग एनएचएआई ने पंजाब पुलिस से आग्रह किया है कि वह तुरंत इस मामले में सख्त कदम उठाए। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने और परियोजना स्थल पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल की तैनाती की मांग की है। प्राधिकरण ने कहा है कि ऐसी घटनाएं केवल मजदूरों के मनोबल को नहीं गिरातीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर की परियोजनाओं को भी बाधित करती हैं। एनएचएआई ने अपने पत्र में साफ तौर पर कहा कि इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप जरूरी है। उन्होंने कहा कि मजदूरों और ठेकेदारों का विश्वास बहाल करना और सुरक्षा प्रदान करना परियोजना की सुचारू प्रगति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने पंजाब के डीजीपी को एक पत्र लिखकर अमृतसर-ऊना राजमार्ग परियोजना के दौरान हुई हिंसक घटना को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। यह घटना अमृतसर से मेहता, श्री हरगोबिंदपुर, टांडा और होशियारपुर को जोड़ने वाले सड़क निर्माण कार्य की साइट पर 27 नवंबर 2024 को हुई थी। NHAI अधिाकरियों ने इस घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी है। घटना के दौरान हथियारबंद गिरोह ने निर्माण साइट पर काम कर रहे मजदूरों पर बर्बर हमला किया। हमलावर तलवारों, डंडों और अन्य हथियारों से लैस थे। हमले में मजदूरों को गंभीर चोटें आईं। हमले की क्रूरता को उजागर करने वाले फोटोग्राफ्स भी एनएचएआई ने पुलिस को सौंपे हैं। घायल मजदूरों को गुरु रामदास अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। इस हिंसक घटना ने न केवल मजदूरों बल्कि पूरे निर्माण दल में भय का माहौल पैदा कर दिया है। ठेकेदार और मजदूर अब खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, जिसके कारण परियोजना स्थल पर काम बाधित हो गया है। प्रशासनिक लापरवाही का आरोप एनएचएआई ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि इस घटना के बारे में संबंधित ठेकेदार ने तुरंत एसएसपी अमृतसर (ग्रामीण) और एसएसपी होशियारपुर को सूचित किया था। लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। यह स्थिति न केवल मजदूरों की सुरक्षा को खतरे में डालती है, बल्कि महत्वपूर्ण राष्ट्रीय विकास परियोजना को भी बाधित करती है। एनएचएआई ने सख्त कदम उठाने की रखी मांग एनएचएआई ने पंजाब पुलिस से आग्रह किया है कि वह तुरंत इस मामले में सख्त कदम उठाए। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने और परियोजना स्थल पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल की तैनाती की मांग की है। प्राधिकरण ने कहा है कि ऐसी घटनाएं केवल मजदूरों के मनोबल को नहीं गिरातीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर की परियोजनाओं को भी बाधित करती हैं। एनएचएआई ने अपने पत्र में साफ तौर पर कहा कि इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप जरूरी है। उन्होंने कहा कि मजदूरों और ठेकेदारों का विश्वास बहाल करना और सुरक्षा प्रदान करना परियोजना की सुचारू प्रगति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
राम रहीम ने फरलो मांगी, कहा- इसी महीने चाहिए:HC ने कहा- पहले कार्यक्रम रखा, फिर शामिल होने के लिए दबाव डालते हो
राम रहीम ने फरलो मांगी, कहा- इसी महीने चाहिए:HC ने कहा- पहले कार्यक्रम रखा, फिर शामिल होने के लिए दबाव डालते हो डेरा सच्चा प्रमुख राम रहीम ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में फिर से 21 दिन की फरलो मांगी है। इसे लेकर उसने हाईकोर्ट में अर्जी लगाई। राम रहीम ने अपनी फरलो याचिका में कहा कि इसी महीने डेरा सच्चा सौदा का कार्यक्रम है, जिसमें उसे शामिल होना है। इसके जवाब में हाईकोर्ट ने कहा कि वह कार्यक्रम को स्थगित कर लें। हाईकोर्ट ने नाराजगी भरे लहजे में यह भी कहा कि पहले कार्यक्रम रख लेते हो, फिर कोर्ट में आकर याचिका लगा इसमें शामिल होने का दबाव डालते हो। एक्टिंग चीफ जस्टिस की बेंच अब इस अर्जी पर जुलाई में सुनवाई करेगी, क्योंकि यह केस उसी बेंच में चल रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले भी डेरा प्रमुख ने फरलो की मांग की थी। उसने कहा था कि मैं 14 दिन की फरलो का हकदार हूं, लेकिन कोर्ट ने अनुमति नहीं दी। पहली बार बिना राम रहीम हुए आम चुनाव
यह पहली बार हुआ है जब हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में आम चुनाव बिना राम रहीम के हुए। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार की ओर से डेरा प्रमुख राम रहीम को इस बार चुनाव में पैरोल नहीं दी गई। जबकि, अब तक वह 2022 से 6 बार फरलो और 3 पैरोल लेकर 192 दिन के लिए बाहर आ चुका है। लगभग 200 दिन डेरा प्रमुख 3 राज्यों के पंचायत चुनावों से लेकर विधानसभा चुनाव में एक्टिव रह चुका है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने हाईकोर्ट में याचिका लगाकर राम रहीम को बार-बार जेल से बाहर लाने का विरोध जताया था। इसके बाद 29 फरवरी को हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिए थे कि कोर्ट की परमिशन के बिना डेरा प्रमुख की पैरोल के आवेदन पर विचार न किया जाए। हाईकोर्ट ने सरकार को जारी किया नोटिस
हाईकोर्ट ने राम रहीम की अर्जी पर SGPC सहित हरियाणा सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। साथ ही कहा है कि जुलाई में जब छुट्टियां खत्म हो जाएंगी तो एक्टिंग चीफ जस्टिस की बेंच ही इस अर्जी पर सुनवाई करेगी। हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट में दाखिल अपने जवाब में बताया है कि डेरा मुखी की एप्लिकेशन आई है, लेकिन अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही निर्णय लिया जाएगा। इसके बाद सुनवाई 2 जुलाई तक स्थगित कर दी गई। एक केस में बरी हो चुका राम रहीम
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट डेरा प्रमुख सहित 5 लोगों को डेरा मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी कर चुका है। राम रहीम समेत 5 आरोपियों को CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी। राम रहीम इस वक्त रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। उसे 3 मामलों में सजा हुई थी। इनमें रणजीत हत्याकांड के अलावा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और साध्वियों के यौन शोषण का केस भी शामिल है। पत्रकार की हत्या में उसे उम्रकैद और यौन शोषण के 2 केसों में 10-10 साल की कैद हुई थी। इस केस में बरी होने के बावजूद राम रहीम को अभी जेल में ही रहेगा।
होशियारपुर में बदमाशों से भिड़ा कैश कलेक्टर:धारदार हथियारों से किया हमला, जमीन पर गिराकर घसीटा, नहीं छोड़ा रुपयों से भरा बैग
होशियारपुर में बदमाशों से भिड़ा कैश कलेक्टर:धारदार हथियारों से किया हमला, जमीन पर गिराकर घसीटा, नहीं छोड़ा रुपयों से भरा बैग होशियारपुर में जालंधर मेन रोड पर सिंगड़ीवाला चौक स्थित केएफसी की पार्किंग में कार सवार दो लोगों ने एक कंपनी के कर्मचारी से बैग लूटने की कोशिश की, लेकिन कर्मचारी उनके साथ भिड़ गया और कड़ा मुकाबला ला किया। कर्मचारी करीब 20 सेकेंड दोनों लुटेरों से भिड़ता रहा। वह नीचे भी गिरा, लेकिन उसने बैग नहीं छोड़ा। जिसके बाद लुटेरे कार में बैठकर फरार हो गए। जानकारी के अनुसार, गांव चुडियाल निवासी गुरदेव पुत्र जगन्नाथ कैश मैनेजमेंट कंपनी रेडियंट में कैश कलेक्टर के तौर पर काम करता है। सोमवार की सुबह वह रोजाना की तरह केएफसी बिल्डिंग स्थित सभी फेंचाइजी से करीब ढाई लाख रुपए की नकदी एकत्रित करके सुतारी रोड स्थित बैंक में पैसा जमा करने के लिए निकला था। जब वह पार्किंग में पहुंचा तो दो कार सवार बदमाश आए और उन्होंने गुरदेव से रुपए लूटने का प्रयास किया, लेकिन गुरदेव बदमाशों से भिड़ गया। 25 फीट तक घसीटते ले गए बदमाश कर्मचारी करीब 20 सेकेंड दोनों लुटेरों से भिड़ता रहा। वह नीचे भी गिरा, लेकिन उसने बैग नहीं छोड़ा। लुटेरे उसे करीब 25 फीट तक घसीटते ले गए और और तेजधार हथियार से हथियार से उसपर वार करते हैं। इसके बावजूद उसने हार नहीं मानी, और वह बदमाशों से भिड़ता रहा। हार मानकर एक लुटेरा कार में जाकर बैठ जाता है, जबकि दूसरा लुटेरा भी कुछ देर इधर-उधर घूमकर कार में बैठ जाता है। जिसके बाद दोनों फरार हो जाते हैं। कर्मचारी ने लुटेरों से करीब ढाई लाख रुपए से भरे बैग को बचा लिया। इस दौरान वहां कई लोग तमाशबीन बने रहे। मामले की सूचना मिलते ही थाना मॉडल टाउन पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई। मौके पर मौजूद सभी लोग लूट की वारदात को विफल करने वाले साहसी कर्मचारी गुरदेव की तारीफ कर रहे थे।
पंजाब के सांसद वडिंग ने अग्निवीरों का उठाया मुद्दा:संसद में बोले- दूसरे सैनिकों की तरह मिले सम्मान, केंद्र सरकार को घेरा
पंजाब के सांसद वडिंग ने अग्निवीरों का उठाया मुद्दा:संसद में बोले- दूसरे सैनिकों की तरह मिले सम्मान, केंद्र सरकार को घेरा लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने आज सांसद में अग्निवीर शहीदों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि आम सेना की तरह अग्निवीर शहीदों का भी सम्मान होना चाहिए। वहीं, उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा पंजाब से किए वाले भेदभाव का मुद्दा उठाया। आखिर में उन्होंने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री को इस बात को नहीं भूलना चाहिए कि जब वह लाल किले से राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। उस ध्वज को फहराने के लिए पंजाब के हजारों लोगों ने अपनी शहादत दी है, तब जाकर यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्हें उनकी उस शहादत पर गर्व है। हिन्दुस्तान की सरकार पंजाब को भूली राजा वडिंग ने कहा कि वह किसानों और जवानों की धरती से आते हैं। जवानों की बात राहुल गांधी ने की है। लेकिन विरोधी दल द्वारा उसे घुमाने का काम किया गया है। राहुल गांधी ने कहा है कि अग्निवीर शहीद को शहीद का दर्जा इस देश में मिलना चाहिए। वडिंग ने कहा कि मुझे कभी कभी तो लगता है कि पंजाब को हिन्दुस्तान की सरकार की भूल है। कभी कभी तो यह महसूस होता है कि हिन्दुस्तान के किसी नक्शे में पंजाब है या नहीं है। जब हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री लाल किले झंडा लहराते हैं। उस झंडे को फहराने में पंजाब के के हजारों लोगों ने शहादत दी है, तो यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्हें उन शहीदों पर गर्व है। पहले सिद्धू मूसेवाला का मुद्दा उठाया वडिंग द्वारा लगातार पंजाब से जुड़े मुद्दे संसद में उठाए जा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का मुद्दा उठाया था। उन्होंने उस समय सरकार से मांग की थी कि इस मामले में पहल के आधार पर कार्रवाई होनी चाहिए। क्योंकि हत्याकांड का एक आरोपी अभी तक विदेश में बैठा हुआ है, जबकि एक जेल में बैठकर टीवी पर इंटरव्यू दे रहा है।