सुखबीर बादल का इस्तीफा नए साल में स्वीकार होगा:14 दिसंबर को कार्यकाल समाप्त हुआ; सदस्यता अभियान की तैयारियां शुरू

सुखबीर बादल का इस्तीफा नए साल में स्वीकार होगा:14 दिसंबर को कार्यकाल समाप्त हुआ; सदस्यता अभियान की तैयारियां शुरू

अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल का इस्तीफा जनवरी के पहले सप्ताह में स्वीकार किया जा सकता है। इसके साथ ही पार्टी नए साल में सदस्यता अभियान शुरू करने की योजना बना रही है। कल ही सुखबीर बादल के सेक्टर-9 स्थित आवास पर अकाली दल की कोर कमेटी, कार्यकारिणी, जिला अध्यक्षों और हलका इंचार्जों के साथ बैठक हुई थी। कार्यकारिणी ने जमीनी स्तर पर नेताओं से विचार-विमर्श के बाद इस्तीफे को लेकर फैसला लिया है। सूत्रों के अनुसार सुखबीर बादल ने पार्टी के जमीनी हालात और मौजूदा राजनीतिक हालात पर नेताओं से चर्चा की और उनकी राय ली। ज्यादातर नेताओं ने सुखबीर का समर्थन किया और उनके साथ खड़े होने का भरोसा जताया। इस्तीफे पर लंबी चर्चा सुखबीर बादल पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश के तहत कार्यकारिणी को इस्तीफा स्वीकार कर अकाल तख्त सचिवालय को सूचित करने के निर्देश दिए गए थे। हालांकि, अकाली नेताओं ने धार्मिक सेवाओं का हवाला देते हुए कार्यकारिणी की बैठक के लिए समय मांगा था, जिसे मंजूर कर लिया गया। बैठक में सुखबीर बादल के इस्तीफे पर लंबी चर्चा हुई। बैठक के दौरान साफ ​​तौर पर संकेत दिए गए कि नए साल में सदस्यता अभियान शुरू किया जाएगा और ऐसे कार्यकर्ताओं और व्यक्तियों को सदस्य बनाया जाएगा जो जमीनी स्तर पर भरोसेमंद हैं और पार्टी नेतृत्व के प्रति वफादार हैं। श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश का होगा पालन कार्यसमिति ने फैसला किया है कि जनवरी के पहले सप्ताह में सुखबीर बादल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाएगा। यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि श्री अकाल तख्त साहिब ने इस्तीफा स्वीकार करने का आदेश दिया है। अगर इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया तो इससे जनता और पंथक हलकों में यह संदेश जाएगा कि अकाली नेतृत्व श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का पालन नहीं कर रहा है। दूसरी ओर, सुखबीर बादल का अध्यक्ष पद का कार्यकाल 14 दिसंबर को समाप्त हो चुका है। अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल का इस्तीफा जनवरी के पहले सप्ताह में स्वीकार किया जा सकता है। इसके साथ ही पार्टी नए साल में सदस्यता अभियान शुरू करने की योजना बना रही है। कल ही सुखबीर बादल के सेक्टर-9 स्थित आवास पर अकाली दल की कोर कमेटी, कार्यकारिणी, जिला अध्यक्षों और हलका इंचार्जों के साथ बैठक हुई थी। कार्यकारिणी ने जमीनी स्तर पर नेताओं से विचार-विमर्श के बाद इस्तीफे को लेकर फैसला लिया है। सूत्रों के अनुसार सुखबीर बादल ने पार्टी के जमीनी हालात और मौजूदा राजनीतिक हालात पर नेताओं से चर्चा की और उनकी राय ली। ज्यादातर नेताओं ने सुखबीर का समर्थन किया और उनके साथ खड़े होने का भरोसा जताया। इस्तीफे पर लंबी चर्चा सुखबीर बादल पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश के तहत कार्यकारिणी को इस्तीफा स्वीकार कर अकाल तख्त सचिवालय को सूचित करने के निर्देश दिए गए थे। हालांकि, अकाली नेताओं ने धार्मिक सेवाओं का हवाला देते हुए कार्यकारिणी की बैठक के लिए समय मांगा था, जिसे मंजूर कर लिया गया। बैठक में सुखबीर बादल के इस्तीफे पर लंबी चर्चा हुई। बैठक के दौरान साफ ​​तौर पर संकेत दिए गए कि नए साल में सदस्यता अभियान शुरू किया जाएगा और ऐसे कार्यकर्ताओं और व्यक्तियों को सदस्य बनाया जाएगा जो जमीनी स्तर पर भरोसेमंद हैं और पार्टी नेतृत्व के प्रति वफादार हैं। श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश का होगा पालन कार्यसमिति ने फैसला किया है कि जनवरी के पहले सप्ताह में सुखबीर बादल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाएगा। यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि श्री अकाल तख्त साहिब ने इस्तीफा स्वीकार करने का आदेश दिया है। अगर इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया तो इससे जनता और पंथक हलकों में यह संदेश जाएगा कि अकाली नेतृत्व श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का पालन नहीं कर रहा है। दूसरी ओर, सुखबीर बादल का अध्यक्ष पद का कार्यकाल 14 दिसंबर को समाप्त हो चुका है।   पंजाब | दैनिक भास्कर