पंजाब सरकार लाएगी मेंटल हेल्थ पॉलिसी:अमेरिका से डिपोर्ट युवाओं को डिप्रेशन से बचाने का प्रयास, कर्ज में डूबे किसानों को मिलेगा लाभ

पंजाब सरकार लाएगी मेंटल हेल्थ पॉलिसी:अमेरिका से डिपोर्ट युवाओं को डिप्रेशन से बचाने का प्रयास, कर्ज में डूबे किसानों को मिलेगा लाभ

पंजाब में नशा मुक्ति, कर्ज में डूबे किसानों की आत्महत्या रोकने और अमेरिका से डिपोर्ट युवाओं को डिप्रेशन से बचाने जैसे मुद्दों पर पंजाब सरकार हरकत में आ गई है। सरकार जल्द ही मेंटल हेल्थ पॉलिसी लाएगी। इसके लिए सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। पॉलिसी बनाने के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ बैठकें की जा रही हैं। जल्द ही यह नीति तैयार कर मंजूरी के लिए कैबिनेट में लाई जाएगी। यह दावा पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने किया है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास पंजाब को रंगला पंजाब बनाना है। PGI और विभिन्न विशेषज्ञों से ली जाएगी राय स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने कहा कि नीति पर बहुत बारीकी से काम किया जाएगा। इसमें सभी विभागों के मंत्री, सचिव, नशा मुक्ति के लिए काम कर रहे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। इसके लिए पीजीआई और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के विशेषज्ञ, पंजाब के निजी चिकित्सक, एनजीओ और पुलिस अधिकारियों से सलाह ली जाएगी। इसके लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जहां से सभी की राय ली जाएगी। इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े सभी मुद्दे। चाहे वह किसानों और युवाओं में आत्महत्या हो, क्योंकि अब युवा बाहर से निर्वासित होकर आ रहे हैं। उस पर चर्चा की जाएगी। उन्हें कैसे बाहर निकाला जाए। उन्हें अवसाद से बाहर निकालने के लिए मानसिक स्वास्थ्य नीति बनाई जा रही है। पंजाब में नशा मुक्ति, कर्ज में डूबे किसानों की आत्महत्या रोकने और अमेरिका से डिपोर्ट युवाओं को डिप्रेशन से बचाने जैसे मुद्दों पर पंजाब सरकार हरकत में आ गई है। सरकार जल्द ही मेंटल हेल्थ पॉलिसी लाएगी। इसके लिए सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। पॉलिसी बनाने के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ बैठकें की जा रही हैं। जल्द ही यह नीति तैयार कर मंजूरी के लिए कैबिनेट में लाई जाएगी। यह दावा पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने किया है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास पंजाब को रंगला पंजाब बनाना है। PGI और विभिन्न विशेषज्ञों से ली जाएगी राय स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने कहा कि नीति पर बहुत बारीकी से काम किया जाएगा। इसमें सभी विभागों के मंत्री, सचिव, नशा मुक्ति के लिए काम कर रहे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। इसके लिए पीजीआई और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के विशेषज्ञ, पंजाब के निजी चिकित्सक, एनजीओ और पुलिस अधिकारियों से सलाह ली जाएगी। इसके लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जहां से सभी की राय ली जाएगी। इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े सभी मुद्दे। चाहे वह किसानों और युवाओं में आत्महत्या हो, क्योंकि अब युवा बाहर से निर्वासित होकर आ रहे हैं। उस पर चर्चा की जाएगी। उन्हें कैसे बाहर निकाला जाए। उन्हें अवसाद से बाहर निकालने के लिए मानसिक स्वास्थ्य नीति बनाई जा रही है।   पंजाब | दैनिक भास्कर