पंजाब के सीएम भगवंत मान ने सार्वजनिक मंच से पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया की तारीफ की है। उनका कहना है कि जब से महामहिम ने पंजाब में कार्यभार संभाला है, तब से सरकार बहुत अच्छे से चल रही है। चंडीगढ़ का प्रशासन भी अच्छा काम कर रहा है। उनकी निर्णय लेने की क्षमता अच्छी है, उनके पास अनुभव है। वे विधायक, मंत्री और सांसद रह चुके हैं। यह अनुभव मेरे लिए भी फायदेमंद साबित हो रहा है। इस दौरान सीएम मोहाली जिले के डेराबस्सी के मुबारकपुर जैन समाज द्वारा आयोजित एक समारोह में शामिल होने आए थे। हालांकि पिछले राज्यपाल बीएल पुरोहित के साथ उनका विवाद चलता रहता है। पुराने गवर्नर से रिश्ते थे ज्यादा नाजुक इससे पहले पंजाब के गवर्नर बीएल पुरोहित से सीएम भगवंत मान के रिश्ते ज्यादा मधुर नहीं थे। पार्टी को सेशन तक बुलाने के लिए कोर्ट में जाना पड़ा। इसके अलावा कई बिलों को उन्होंने मंजूरी नहीं दी। इतना ही नहीं तत्कालीन गवर्नर लगातार उन्हें चिटि्ठयां लिखते रहते थे। वहीं, सार्वजनिक मंचों पर दोनों एक दूसरे पर तंज कसते रहते थे। जबकि नए गवर्नर के साथ सीएम के रिश्ते अच्छे चल रहे हैं। वहीं, सरकार ने जो भी प्रस्ताव बनाकर मंजूरी के लिए उन्हें भेजे थे, वह गवर्नर ने पास किए हैं। इसमें पंचायती राज एक्ट, पंजाब फायर इमरजेंसी बिल व पंजाब अपार्टमेंट एंड प्रॉपर्टी रेगुलेशन बिल 2025 काे मंजूरी दी। इसके अलावा दोनों तरफ से अभी तक कोई एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी नहीं की है। अस्पताल बनने से पीजीआई की बोझ खत्म होगा समारोह के दौरान सीएम ने मंच से ऐलान किया कि जैन समाज ने अस्पताल बनाने के लिए जगह की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि वह भी चाहते हैं कि पीजीआई से मरीजों का बोझ खत्म किया जाए। क्योंकि वहां पर हिमाचल, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, उत्तराखंड समेत कई राज्यों से मरीज आते हैं। अगर बढ़िया अस्पताल होगा तो यह चीज कम होगी। उन्होंने संस्था को कहा कि आप हमें जमीन के लिए प्रेजेंटेशन बनाकर दें। हम अपनी तरफ प्रोजेक्ट में पूरा सहयोग देंगे। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने सार्वजनिक मंच से पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया की तारीफ की है। उनका कहना है कि जब से महामहिम ने पंजाब में कार्यभार संभाला है, तब से सरकार बहुत अच्छे से चल रही है। चंडीगढ़ का प्रशासन भी अच्छा काम कर रहा है। उनकी निर्णय लेने की क्षमता अच्छी है, उनके पास अनुभव है। वे विधायक, मंत्री और सांसद रह चुके हैं। यह अनुभव मेरे लिए भी फायदेमंद साबित हो रहा है। इस दौरान सीएम मोहाली जिले के डेराबस्सी के मुबारकपुर जैन समाज द्वारा आयोजित एक समारोह में शामिल होने आए थे। हालांकि पिछले राज्यपाल बीएल पुरोहित के साथ उनका विवाद चलता रहता है। पुराने गवर्नर से रिश्ते थे ज्यादा नाजुक इससे पहले पंजाब के गवर्नर बीएल पुरोहित से सीएम भगवंत मान के रिश्ते ज्यादा मधुर नहीं थे। पार्टी को सेशन तक बुलाने के लिए कोर्ट में जाना पड़ा। इसके अलावा कई बिलों को उन्होंने मंजूरी नहीं दी। इतना ही नहीं तत्कालीन गवर्नर लगातार उन्हें चिटि्ठयां लिखते रहते थे। वहीं, सार्वजनिक मंचों पर दोनों एक दूसरे पर तंज कसते रहते थे। जबकि नए गवर्नर के साथ सीएम के रिश्ते अच्छे चल रहे हैं। वहीं, सरकार ने जो भी प्रस्ताव बनाकर मंजूरी के लिए उन्हें भेजे थे, वह गवर्नर ने पास किए हैं। इसमें पंचायती राज एक्ट, पंजाब फायर इमरजेंसी बिल व पंजाब अपार्टमेंट एंड प्रॉपर्टी रेगुलेशन बिल 2025 काे मंजूरी दी। इसके अलावा दोनों तरफ से अभी तक कोई एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी नहीं की है। अस्पताल बनने से पीजीआई की बोझ खत्म होगा समारोह के दौरान सीएम ने मंच से ऐलान किया कि जैन समाज ने अस्पताल बनाने के लिए जगह की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि वह भी चाहते हैं कि पीजीआई से मरीजों का बोझ खत्म किया जाए। क्योंकि वहां पर हिमाचल, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, उत्तराखंड समेत कई राज्यों से मरीज आते हैं। अगर बढ़िया अस्पताल होगा तो यह चीज कम होगी। उन्होंने संस्था को कहा कि आप हमें जमीन के लिए प्रेजेंटेशन बनाकर दें। हम अपनी तरफ प्रोजेक्ट में पूरा सहयोग देंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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