पटियाला के किला मुबारक में सरकार ने बनाया होटल:आज सीएम भगवंत मान करेंगे शुभारंभ, 1763 में बना था, डेस्टिनेशन वेडिंग भी होगी

पटियाला के किला मुबारक में सरकार ने बनाया होटल:आज सीएम भगवंत मान करेंगे शुभारंभ, 1763 में बना था, डेस्टिनेशन वेडिंग भी होगी

पंजाब के शाही शहर पटियाला के ऐतिहासिक किला मुबारक में स्थित होटल रनवास द पैलेस स्थापित किया गया है। सरकार का दावा है कि यह सिख महल में बना दुनिया का एकमात्र होटल है। अब राजस्थान की तर्ज पर यहां भी होटल डेस्टिनेशन वेडिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। पंजाब के सीएम भगवंत मान आज (बुधवार) को इसका शुभांरभ करेंगे। शुभारंभ सुबह साढ़े दस बजे होगा। इससे पहले साेमवार को शुभारंभ का प्रोग्राम था। लेकिन अचानक सीएम को दिल्ली जाना पड़ गया था। इस वजह से यह प्रोग्राम स्थगित कर दिया गया था। ​​​लकडी की बनी है होटल की छत सरकार कई सालों से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। दो साल पहले 2022 में इस प्रोजेक्ट ने गति पकड़ी। किला मुबारक में स्थित रनवास का इलाका, गिलौखाना और लस्सी खाना को हेरिटेज होटल में तब्दील कर दिया गया है। पुरातत्व विभाग खुद इस इमारत की मरम्मत का काम दिल्ली की एक संस्था से करवा रहा है। सरकार ने शुरुआती चरण में छह करोड़ का फंड जारी किया था। यह होटल पटियाला शहर के संस्थापक बाबा आला सिंह के घर किला मुबारक के भीतर तैयार किया गया है। होटल की छत लकड़ी से बनी है। किले में प्रवेश करते ही बाईं ओर रनवास भवन है। पटियाला रियासत की रानियां इसी भवन में रहती थीं और उन्हें शायद ही कभी भवन से बाहर जाने दिया जाता था। होटल में हैं ऐसी सुविधाएं इस दो मंजिला इमारत के ऊपरी हिस्से में 3 बेहतरीन पेंटिंग चैंबर हैं, जिनमें बेशकीमती पेंटिंग्स लगी हुई हैं। लस्सी खाना नाम की एक जगह है। जहां खाना पकाया जाता था और अंदर रहने वाली महिला नौकरानियों को बांटा जाता था।दो मंजिला इमारत के निचले हिस्से में सामने की तरफ हॉल हैं, जिन्हें पार्टीशन के ज़रिए कमरों में बदल दिया गया है। इस तरह हुआ था किला निर्माण किला मुबारक का निर्माण सबसे पहले 1763 में पटियाला राजवंश के संस्थापक सिद्धू जाट शक बाबा अला सिंह ने कच्ची गढ़ी (मिट्टी का किला) के रूप में करवाया था। बाद में इसे पक्की ईंटों से बनाया गया। कहा जाता है कि 1763 में बना मूल किला पटियाला में गवर्नर हुसैन खान द्वारा बनाए गए पहले से मौजूद मुगल किले का विस्तार था। किले का अंदरूनी हिस्सा, जिसे किला अंदरून के नाम से जाना जाता है, महाराजा अमर सिंह ने बनवाया था। पंजाब के शाही शहर पटियाला के ऐतिहासिक किला मुबारक में स्थित होटल रनवास द पैलेस स्थापित किया गया है। सरकार का दावा है कि यह सिख महल में बना दुनिया का एकमात्र होटल है। अब राजस्थान की तर्ज पर यहां भी होटल डेस्टिनेशन वेडिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। पंजाब के सीएम भगवंत मान आज (बुधवार) को इसका शुभांरभ करेंगे। शुभारंभ सुबह साढ़े दस बजे होगा। इससे पहले साेमवार को शुभारंभ का प्रोग्राम था। लेकिन अचानक सीएम को दिल्ली जाना पड़ गया था। इस वजह से यह प्रोग्राम स्थगित कर दिया गया था। ​​​लकडी की बनी है होटल की छत सरकार कई सालों से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। दो साल पहले 2022 में इस प्रोजेक्ट ने गति पकड़ी। किला मुबारक में स्थित रनवास का इलाका, गिलौखाना और लस्सी खाना को हेरिटेज होटल में तब्दील कर दिया गया है। पुरातत्व विभाग खुद इस इमारत की मरम्मत का काम दिल्ली की एक संस्था से करवा रहा है। सरकार ने शुरुआती चरण में छह करोड़ का फंड जारी किया था। यह होटल पटियाला शहर के संस्थापक बाबा आला सिंह के घर किला मुबारक के भीतर तैयार किया गया है। होटल की छत लकड़ी से बनी है। किले में प्रवेश करते ही बाईं ओर रनवास भवन है। पटियाला रियासत की रानियां इसी भवन में रहती थीं और उन्हें शायद ही कभी भवन से बाहर जाने दिया जाता था। होटल में हैं ऐसी सुविधाएं इस दो मंजिला इमारत के ऊपरी हिस्से में 3 बेहतरीन पेंटिंग चैंबर हैं, जिनमें बेशकीमती पेंटिंग्स लगी हुई हैं। लस्सी खाना नाम की एक जगह है। जहां खाना पकाया जाता था और अंदर रहने वाली महिला नौकरानियों को बांटा जाता था।दो मंजिला इमारत के निचले हिस्से में सामने की तरफ हॉल हैं, जिन्हें पार्टीशन के ज़रिए कमरों में बदल दिया गया है। इस तरह हुआ था किला निर्माण किला मुबारक का निर्माण सबसे पहले 1763 में पटियाला राजवंश के संस्थापक सिद्धू जाट शक बाबा अला सिंह ने कच्ची गढ़ी (मिट्टी का किला) के रूप में करवाया था। बाद में इसे पक्की ईंटों से बनाया गया। कहा जाता है कि 1763 में बना मूल किला पटियाला में गवर्नर हुसैन खान द्वारा बनाए गए पहले से मौजूद मुगल किले का विस्तार था। किले का अंदरूनी हिस्सा, जिसे किला अंदरून के नाम से जाना जाता है, महाराजा अमर सिंह ने बनवाया था।   पंजाब | दैनिक भास्कर