पटियाला के गांव अदालतीवाला से धान का सीजन लगाने गए 35 साल के युवक का छत्तीसगढ़ में कत्ल होने का आरोप लगाया गया। मृतक जसपाल सिंह को अपने साथ लेकर जाने वालों ने चोट लगने की बात कहते हुए डेड बॉडी को गांव में छोड़ दिया था। जहां परिवार के लोगों ने बॉडी को देखा तो खुलासा हुआ कि जसपाल सिंह के साथ मारपीट कर उसे टॉर्चर किया गया था। जिस वजह से 35 साल के जसपाल सिंह की मौत हो गई। जुल्का पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने घटना छत्तीसगढ़ के जिला बिलासपुर का होने की वजह से जीरो एफआईआर रजिस्टर करते हुए केस छत्तीसगढ़ भेज दिया है। पुलिस ने इस मामले में मृतक जसपाल सिंह के छोटे भाई लखबीर सिंह की स्टेटमेंट के आधार पर नरेंद्र सिंह उसके पिता सोहन सिंह मोहन सिंह के अलावा अंग्रेज सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 1 साल से काम पर जा रहा था जसपाल सिंह लखबीर सिंह ने बताया की उसका छोटा भाई जसपाल सिंह पिछले 1 साल से कंबाइन मशीन पर आरोपियों के साथ काम पर जाता था इस महीने वह धान का सीजन लगाने के लिए आरोपी नरेंद्र सिंह वगैरा की मशीन लेकर छत्तीसगढ़ उनके साथ गया था। 28 मई को नरेंद्र सिंह ने फोन करके बताया कि जसपाल सिंह के चोट लगी है और उसे वापस लेकर आ रहे हैं लेकिन इन लोगों ने मौत होने के बारे में नहीं बताया। जसपाल सिंह को गाड़ी में डालने के बाद यह लोग गांव में पहुंचे और डेड बॉडी को चुपचाप रखकर वापस लौट गए। लखबीर सिंह ने कहा कि जब उन्होंने अपने बड़े भाई की बॉडी देखी तो पीठ पर मारपीट के निशान देखे। शरीर पर कई जगह पर मारपीट के निशान थे, जिसे देखकर साफ तौर पर पता लग रहा था कि उनके भाई जसपाल सिंह के साथ बुरी तरह से मारपीट की गई और उनके गुदा में लाठी या लोहे की रॉड घुसाने कोशिश की गई थी। कत्ल केस दर्ज करें आरोपियों पर
उन्होंने भाई की डेड बॉडी को राजेंद्र अस्पताल में रखा है और उनकी मांग है कि जब तक कत्ल केस दर्ज नहीं होता वह पोस्टमॉर्टम नहीं करवाएंगे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन कत्ल का मामला दर्ज किया है जबकि उनकी मांग है कत्ल का मामला दर्ज किया जाए। पटियाला के गांव अदालतीवाला से धान का सीजन लगाने गए 35 साल के युवक का छत्तीसगढ़ में कत्ल होने का आरोप लगाया गया। मृतक जसपाल सिंह को अपने साथ लेकर जाने वालों ने चोट लगने की बात कहते हुए डेड बॉडी को गांव में छोड़ दिया था। जहां परिवार के लोगों ने बॉडी को देखा तो खुलासा हुआ कि जसपाल सिंह के साथ मारपीट कर उसे टॉर्चर किया गया था। जिस वजह से 35 साल के जसपाल सिंह की मौत हो गई। जुल्का पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने घटना छत्तीसगढ़ के जिला बिलासपुर का होने की वजह से जीरो एफआईआर रजिस्टर करते हुए केस छत्तीसगढ़ भेज दिया है। पुलिस ने इस मामले में मृतक जसपाल सिंह के छोटे भाई लखबीर सिंह की स्टेटमेंट के आधार पर नरेंद्र सिंह उसके पिता सोहन सिंह मोहन सिंह के अलावा अंग्रेज सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 1 साल से काम पर जा रहा था जसपाल सिंह लखबीर सिंह ने बताया की उसका छोटा भाई जसपाल सिंह पिछले 1 साल से कंबाइन मशीन पर आरोपियों के साथ काम पर जाता था इस महीने वह धान का सीजन लगाने के लिए आरोपी नरेंद्र सिंह वगैरा की मशीन लेकर छत्तीसगढ़ उनके साथ गया था। 28 मई को नरेंद्र सिंह ने फोन करके बताया कि जसपाल सिंह के चोट लगी है और उसे वापस लेकर आ रहे हैं लेकिन इन लोगों ने मौत होने के बारे में नहीं बताया। जसपाल सिंह को गाड़ी में डालने के बाद यह लोग गांव में पहुंचे और डेड बॉडी को चुपचाप रखकर वापस लौट गए। लखबीर सिंह ने कहा कि जब उन्होंने अपने बड़े भाई की बॉडी देखी तो पीठ पर मारपीट के निशान देखे। शरीर पर कई जगह पर मारपीट के निशान थे, जिसे देखकर साफ तौर पर पता लग रहा था कि उनके भाई जसपाल सिंह के साथ बुरी तरह से मारपीट की गई और उनके गुदा में लाठी या लोहे की रॉड घुसाने कोशिश की गई थी। कत्ल केस दर्ज करें आरोपियों पर
उन्होंने भाई की डेड बॉडी को राजेंद्र अस्पताल में रखा है और उनकी मांग है कि जब तक कत्ल केस दर्ज नहीं होता वह पोस्टमॉर्टम नहीं करवाएंगे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन कत्ल का मामला दर्ज किया है जबकि उनकी मांग है कत्ल का मामला दर्ज किया जाए। पंजाब | दैनिक भास्कर