पंजाब में नगर निगम चुनाव को लेकर आज सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हो जाएगी। फगवाड़ा और पटियाला नगर निगम चुनाव में आज लोग अपना पार्षद तय करेंगे। शाम सात बजे तक क्लियर हो जाएगा कि किस वार्ड में कौन जीता और किस पार्टी का मेयर बनेगा। दोनों जगह पर चुनाव को लेकर पुलिस पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। साथ ही बाहरी जिलों से फोर्स भी बुलाई गई है। जिससे किसी प्रकार से कोई भी विवादास्पद स्थिति न बन जाए। कपूरथला में कुल 278 उम्मीदवार मैदान में कपूरथला जिले के अधीन आने वाली नगर निगम फगवाड़ा में 1 लाख 30 हजार 290 वोटर अपनी वोट का इस्तेमाल करेंगे और 278 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। नगर निगम फगवाड़ा और नगर पंचायत भुलत्थ, बेगोवाल, नडाला और ढिलवां के चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। कपूरथला पुलिस इसे लेकर अलर्ट पर है। संवेदनशील बूथों पर सुरक्षा ज्यादा तैनात की गई है। पटियाला के कुल 60 वार्डों में होंगे चुनाव पटियाला नगर निगम के 60 वार्डों में कुल वोट अपने एरिया का पार्षद तय करेंगे। वार्ड 1 से 14 तक कुल 46 मतदान केंद्र कुल 57,836 मतदाता, वार्ड 15 से 29 में (वार्ड नंबर 17 को छोड़कर) 14 स्थानों पर कुल 63 मतदान केंद्र में 39,773 पुरुष मतदाता और 36,869 महिला मतदाता तथा 5 अन्य मतदाता हैं। इस प्रकार कुल 76,647 मतदाता हैं। वहीं, वार्ड संख्या 30 से 45 में 32 मतदान केंद्र हैं और यहां कुल 39112 मतदाता हैं। इसके अलावा वार्ड 46 से 60 के में 45 मतदान केंद्र हैं, जिसमें कुल 53822 मतदाता हैं। साढ़े 21 हजार जवान तैनात, हर बूथ की वीडियोग्राफी वोटिंग में सुरक्षा के लिए पुलिस और होमगार्ड के साढ़े 21 हजार जवानों की तैनाती की गई है। हर पोलिंग बूथ की वीडियोग्राफी होगी। वोटिंग और काउंटिंग के लिए 23 हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जो पोलिंग अफसर से लेकर रिटर्निंग अफसर की जिम्मेदारी निभाएंगे। 32 IAS और IPS अफसरों को चुनाव ऑब्जर्वर लगाया गया है। वोटिंग वाले इलाकों में छुट्टी, शराब बंद, हथियार लेकर चलने पर रोक जिन इलाकों में वोटिंग है, वहां सरकारी छुट्टी है। शराब के ठेके बंद किए गए हैं। होटल–रेस्टोरेंट और क्लबों आदि में भी शराब नहीं परोसी जाएगी। 22 दिसंबर तक इन इलाकों में हथियार लेकर चलने पर पाबंदी लगाई गई है। 344 पोलिंग सेंटर अति संवेदनशील, अतिरिक्त सुरक्षा तैनात वोटिंग के लिहाज से कुल 1609 पोलिंग सेंटरों में से 344 को अति संवेदनशील और 665 को संवेदनशील घोषित किया गया है। अति संवेदनशील पोलिंग सेंटरों में 1 HC और एक कॉन्स्टेबल अतिरिक्त तैनात होगा। पंजाब में नगर निगम चुनाव को लेकर आज सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हो जाएगी। फगवाड़ा और पटियाला नगर निगम चुनाव में आज लोग अपना पार्षद तय करेंगे। शाम सात बजे तक क्लियर हो जाएगा कि किस वार्ड में कौन जीता और किस पार्टी का मेयर बनेगा। दोनों जगह पर चुनाव को लेकर पुलिस पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। साथ ही बाहरी जिलों से फोर्स भी बुलाई गई है। जिससे किसी प्रकार से कोई भी विवादास्पद स्थिति न बन जाए। कपूरथला में कुल 278 उम्मीदवार मैदान में कपूरथला जिले के अधीन आने वाली नगर निगम फगवाड़ा में 1 लाख 30 हजार 290 वोटर अपनी वोट का इस्तेमाल करेंगे और 278 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। नगर निगम फगवाड़ा और नगर पंचायत भुलत्थ, बेगोवाल, नडाला और ढिलवां के चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। कपूरथला पुलिस इसे लेकर अलर्ट पर है। संवेदनशील बूथों पर सुरक्षा ज्यादा तैनात की गई है। पटियाला के कुल 60 वार्डों में होंगे चुनाव पटियाला नगर निगम के 60 वार्डों में कुल वोट अपने एरिया का पार्षद तय करेंगे। वार्ड 1 से 14 तक कुल 46 मतदान केंद्र कुल 57,836 मतदाता, वार्ड 15 से 29 में (वार्ड नंबर 17 को छोड़कर) 14 स्थानों पर कुल 63 मतदान केंद्र में 39,773 पुरुष मतदाता और 36,869 महिला मतदाता तथा 5 अन्य मतदाता हैं। इस प्रकार कुल 76,647 मतदाता हैं। वहीं, वार्ड संख्या 30 से 45 में 32 मतदान केंद्र हैं और यहां कुल 39112 मतदाता हैं। इसके अलावा वार्ड 46 से 60 के में 45 मतदान केंद्र हैं, जिसमें कुल 53822 मतदाता हैं। साढ़े 21 हजार जवान तैनात, हर बूथ की वीडियोग्राफी वोटिंग में सुरक्षा के लिए पुलिस और होमगार्ड के साढ़े 21 हजार जवानों की तैनाती की गई है। हर पोलिंग बूथ की वीडियोग्राफी होगी। वोटिंग और काउंटिंग के लिए 23 हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जो पोलिंग अफसर से लेकर रिटर्निंग अफसर की जिम्मेदारी निभाएंगे। 32 IAS और IPS अफसरों को चुनाव ऑब्जर्वर लगाया गया है। वोटिंग वाले इलाकों में छुट्टी, शराब बंद, हथियार लेकर चलने पर रोक जिन इलाकों में वोटिंग है, वहां सरकारी छुट्टी है। शराब के ठेके बंद किए गए हैं। होटल–रेस्टोरेंट और क्लबों आदि में भी शराब नहीं परोसी जाएगी। 22 दिसंबर तक इन इलाकों में हथियार लेकर चलने पर पाबंदी लगाई गई है। 344 पोलिंग सेंटर अति संवेदनशील, अतिरिक्त सुरक्षा तैनात वोटिंग के लिहाज से कुल 1609 पोलिंग सेंटरों में से 344 को अति संवेदनशील और 665 को संवेदनशील घोषित किया गया है। अति संवेदनशील पोलिंग सेंटरों में 1 HC और एक कॉन्स्टेबल अतिरिक्त तैनात होगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
मोहाली में 12वीं के छात्र की मौत:कक्षा में खड़े-खड़े गिरा, माता-पिता का छोटा बेटा, परिवार में बड़ी बहन
मोहाली में 12वीं के छात्र की मौत:कक्षा में खड़े-खड़े गिरा, माता-पिता का छोटा बेटा, परिवार में बड़ी बहन पंजाब के मोहाली के स्कूल में 12वीं का छात्र अचानक क्लास रूम में गिर गया। इसके बाद वह बेहोश हो गया। बच्चे को जब अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्चे की पहचान जीरकपुर के गांव भुड्डा निवासी परमदीप सिंह के रूप में हुई है। घटना दोपहर करीब 12 बजे हुई जब परमदीप अपनी क्लास में मौजूद था। परमदीप अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके परिवार में उसकी एक बड़ी बहन भी है। छात्र अचानक खड़े-खड़े गिर पड़ा
स्कूल की प्रिंसिपल मीनाक्षी ने बताया कि छात्र अचानक खड़े-खड़े गिर पड़ा। इसके तुरंत बाद उसे प्राथमिक चिकित्सा दी गई और चिकित्सकीय सहायता के लिए अस्पताल भेजा गया। परमदीप को लेकर स्कूल में किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या की जानकारी पहले से नहीं थी, जिससे छात्र की अचानक मौत ने सभी को चौंका दिया। वह पढ़ाई में काफी मेधावी और प्रतिभाशाली था, जिसे सभी शिक्षक और साथी छात्र पसंद करते थे। परिवार में शोक का माहौल
इस दुखद घटना ने न केवल उसके परिवार को बल्कि उसके दोस्तों और स्कूल के शिक्षकों को भी गहरे सदमे में डाल दिया है। प्रशासनिक जांच शुरू
घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने फॉरेंसिक जांच के आदेश दिए हैं ताकि छात्र की मृत्यु के कारणों का पता लगाया जा सके। शिक्षा विभाग ने भी स्कूल प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
दिलजीत की फिल्म ‘पंजाब-95’ 7 फरवरी को रिलीज होगी:पूरी फिल्म, कोई कट नहीं, भारत में नहीं दिखाई जाएगी, जसवंत खालड़ा के संघर्ष पर आधारित
दिलजीत की फिल्म ‘पंजाब-95’ 7 फरवरी को रिलीज होगी:पूरी फिल्म, कोई कट नहीं, भारत में नहीं दिखाई जाएगी, जसवंत खालड़ा के संघर्ष पर आधारित पंजाबी सुपरस्टार दिलजीत दोसांझ की नई चर्चित फिल्म “पंजाब-95” अगले महीने 7 फरवरी को रिलीज होगी। इस बात की जानकारी खुद दिलजीत दोसांझ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर दी है। फिल्म की रिलीज की जानकारी देते हुए दिलजीत ने लिखा- फुल मूवी, नो कट्स। हालांकि यह फिल्म इंडिया में रिलीज नहीं हो रही है। फिल्म को सेंसर बोर्ड ने 120 कट लगाने के लिए कहे थे, लेकिन फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और खालड़ा के परिवार के लोग इसके लिए तैयार नहीं हुए। जिस कारण फिल्म की रिलीज इंडिया में रोक दी गई है। इस फिल्म को रिलीज होने के लिए करीब 1 साल का इंतजार करना पड़ा। सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने पहले फिल्म में 120 कट्स की मांग की थी, जिस पर विवाद खड़ा हो गया था। दिलजीत की पोस्ट से साफ है कि यह फिल्म अब बिना कट्स के रिलीज हो रही है। यह फिल्म मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता जसवंत सिंह खालड़ा के जीवन पर आधारित है और आतंकवाद के दौर को दर्शाती है। कट्स का खालड़ा के परिवार ने किया था विरोध बीते साल जब इस फिल्म की रिलीज को रोका गया तो जसवंत सिंह खालड़ा की पत्नी परमजीत कौर खालड़ा ने सेंसर बोर्ड की निंदा की थी। उन्होंने कहा कि यह फिल्म उनके पति के जीवन पर बनी एक सच्ची बायोपिक है, जिसे उनके परिवार की सहमति से बनाया गया और इसे बिना किसी कट के रिलीज किया जाना चाहिए। परमजीत कौर खालड़ा ने यह भी बताया था कि लगभग चार साल पहले उनके परिवार ने इस फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ी थी और निर्देशक हनी त्रेहन को फिल्म बनाने की अनुमति दी थी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दिलजीत दोसांझ को जसवंत सिंह खालड़ा की भूमिका निभाने के लिए चुना गया था और इस चयन से परिवार पूरी तरह संतुष्ट था। उन सिखों की कहानी, जिन्हें फर्जी मुठभेड़ में मारा गया जसवंत सिंह खालड़ा एक साहसी और समर्पित मानवाधिकार कार्यकर्ता थे। जिन्होंने 1980 और 1990 के दशक के दौरान पंजाब में सिखों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों और मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने खुलासा किया कि उस दौर में हजारों सिख युवाओं को अवैध हिरासत में लिया गया, फर्जी मुठभेड़ों में मार दिया गया और उनके शवों का गुप्त अंतिम संस्कार कर दिया गया। श्मशान घाटों से फर्जी मुठभेड़ों का लिया था आंकड़ा खालड़ा ने पंजाब पुलिस और प्रशासन द्वारा की जा रही इन गुमशुदगी और हत्याओं को उजागर किया था। उन्होंने उस समय में अमृतसर के श्मशान घाटों का दौरा कर यह जानकारी जुटाई कि वहां 6,000 से अधिक शवों का गुप्त रूप से अंतिम संस्कार किया गया था। यह जानकारी उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी साझा की, जिससे भारत के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर सवाल खड़े हुए। परिवार का आरोप- हिरासत में लेकर की हत्या खालड़ा को सिखों के हकों के लिए लड़ने का खामियाजा अपनी जान देकर चुकाना पड़ा था। परिवार का आरोप है कि 6 सितंबर 1995 को पुलिस ने खालड़ा का उनके घर से अपहरण कर लिया। इसके बाद उन्हें पुलिस हिरासत में प्रताड़ित किया गया और उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज नहीं की। जिसके बाद, जसवंत की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दी और कोर्ट ने सीबीआई को जांच का आदेश दिया था।
पटियाला में इमरजेंसी फिल्म का विरोध:सिख संगठनों का प्रदर्शन, सिनेमा हॉल में नहीं हुई स्क्रीनिंग
पटियाला में इमरजेंसी फिल्म का विरोध:सिख संगठनों का प्रदर्शन, सिनेमा हॉल में नहीं हुई स्क्रीनिंग पटियाला में कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। शुक्रवार को फिल्म की रिलीज के दिन सिख संगठनों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध के चलते शहर के दो प्रमुख सिनेमा हॉल में फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द करनी पड़ी। गांव चौरा स्थित पीवीआर मॉल के बाहर बड़ी संख्या में सिख संगठनों के सदस्य एकत्र हुए और फिल्म के प्रदर्शन का विरोध किया। इसी तरह ओमेक्स मॉल स्थित सिनेमा हॉल पर भी प्रदर्शनकारियों ने धरना दिया। दोनों सिनेमा हॉल के प्रबंधकों को सुरक्षा कारणों से फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द करनी पड़ी। फिल्म ‘इमरजेंसी’ भारत के इतिहास के एक महत्वपूर्ण काल को दर्शाती है, जिसमें कंगना रनौत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका में नजर आ रही हैं। हालांकि, स्थानीय सिख संगठनों ने फिल्म के कुछ दृश्यों और प्रस्तुतिकरण पर आपत्ति जताई है।