पटियाला में तख्त कमेटी की बैठक:अकाली दल के सदस्यता अभियान पर होगा फैसला, हरजिंदर धामी की उपस्थिति पर असमंजस

पटियाला में तख्त कमेटी की बैठक:अकाली दल के सदस्यता अभियान पर होगा फैसला, हरजिंदर धामी की उपस्थिति पर असमंजस

श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह द्वारा गठित 7 सदस्यीय समिति की बैठक आज फिर पटियाला में होने जा रही है। इस बैठक में अकाली दल द्वारा अभी तक चलाए गए सदस्यता अभियान की मान्यता को लेकर फैसला लिया जाना है। लेकिन, इस बैठक से एक दिन पहले ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी इस्तीफा दे चुके हैं। प्रधान धामी के इस्तीफे पर अभी एसजीपीसी कोर कमेटी की तरफ से फैसला लिया जाना है, लेकिन उन्होंने इस इस्तीफे के साथ-साथ 7 सदस्यता कमेटी की जिम्मेदारी छोड़ने की भी इच्छा जाहिर की थी। आज देखने वाली बात रहेगी कि एडवोकेट धामी 7 सदस्य कमेटी की बैठक का हिस्सा बनेंगे या नहीं। वे इस बैठक में मौजूद रहते हैं या नहीं, इसके बाद भी अकाली दल के लिए क्या निर्णय लिया जाता है, इस पर भी सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। इस समिति का मुख्य उद्देश्य की नई सदस्यता प्रक्रिया की निगरानी करना है। इस कमेटी में एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के अलावा पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर किरपाल सिंह बडूंगर, इकबाल सिंह झूंडा, मनप्रीत सिंह अयाली, गुरप्रताप सिंह वडाला, संता सिंह उमेदपुरी, और सतवंत कौर शामिल थे। 2 दिसंबर को गठित की गई थी कमेटी 2 दिसंबर 2024 को, अकाल तख्त साहिब ने शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और अन्य नेताओं को धार्मिक सजा सुनाई थी। जिसके बाद पार्टी के नेतृत्व में बदलाव के लिए इस समिति का गठन किया गया था। समिति को 6 महीने के भीतर सदस्यता प्रक्रिया पूरी करने और पार्टी के नए अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों का चयन करने का निर्देश दिया गया है। बार-बार बोलने पर एक्टिव हुई थी कमेटी अकाली दल ने श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से गठित इस कमेटी को कानूनी अड़चनों का हवाला देते हुए पहले मानने से मना कर दिया था। लेकिन श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह इस कमेटी के असतीत्व को लेकर अड़े रहे और 10 फरवरी को इस कमेटी की पहली बैठक बुलाई गई थी। अनुमान है कि आज की बैठक में अकाली दल द्वारा अभी तक की गई सदस्यता अभियान पर फैसला लिया जाना है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह द्वारा गठित 7 सदस्यीय समिति की बैठक आज फिर पटियाला में होने जा रही है। इस बैठक में अकाली दल द्वारा अभी तक चलाए गए सदस्यता अभियान की मान्यता को लेकर फैसला लिया जाना है। लेकिन, इस बैठक से एक दिन पहले ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी इस्तीफा दे चुके हैं। प्रधान धामी के इस्तीफे पर अभी एसजीपीसी कोर कमेटी की तरफ से फैसला लिया जाना है, लेकिन उन्होंने इस इस्तीफे के साथ-साथ 7 सदस्यता कमेटी की जिम्मेदारी छोड़ने की भी इच्छा जाहिर की थी। आज देखने वाली बात रहेगी कि एडवोकेट धामी 7 सदस्य कमेटी की बैठक का हिस्सा बनेंगे या नहीं। वे इस बैठक में मौजूद रहते हैं या नहीं, इसके बाद भी अकाली दल के लिए क्या निर्णय लिया जाता है, इस पर भी सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। इस समिति का मुख्य उद्देश्य की नई सदस्यता प्रक्रिया की निगरानी करना है। इस कमेटी में एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के अलावा पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर किरपाल सिंह बडूंगर, इकबाल सिंह झूंडा, मनप्रीत सिंह अयाली, गुरप्रताप सिंह वडाला, संता सिंह उमेदपुरी, और सतवंत कौर शामिल थे। 2 दिसंबर को गठित की गई थी कमेटी 2 दिसंबर 2024 को, अकाल तख्त साहिब ने शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और अन्य नेताओं को धार्मिक सजा सुनाई थी। जिसके बाद पार्टी के नेतृत्व में बदलाव के लिए इस समिति का गठन किया गया था। समिति को 6 महीने के भीतर सदस्यता प्रक्रिया पूरी करने और पार्टी के नए अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों का चयन करने का निर्देश दिया गया है। बार-बार बोलने पर एक्टिव हुई थी कमेटी अकाली दल ने श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से गठित इस कमेटी को कानूनी अड़चनों का हवाला देते हुए पहले मानने से मना कर दिया था। लेकिन श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह इस कमेटी के असतीत्व को लेकर अड़े रहे और 10 फरवरी को इस कमेटी की पहली बैठक बुलाई गई थी। अनुमान है कि आज की बैठक में अकाली दल द्वारा अभी तक की गई सदस्यता अभियान पर फैसला लिया जाना है।   पंजाब | दैनिक भास्कर