पंजाब के पटियाला के बनूड़ में स्थित अजीजपुर टोल प्लाजा पर चंडीगढ़ डिपो की बस के ड्राइवर ने एक महिला कर्मचारी को थप्पड़ मार दिया। पूरी घटना टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। बस की पहचान उसके नंबर से हो गई है। अब सीसीटीवी पटियाला पुलिस को सौंप दिया गया है, जिसके आधार पर बनूड़ पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना कल दोपहर करीब 1 बजे की है। टोल प्लाजा पर काफी देर तक ट्रैफिक रहा। इस दौरान उक्त बस के कंडक्टर ने टोल प्लाजा का बैरिकेड हटा दिया और इस दौरान तीन से चार वाहन टोल से गुजरे। जिसके बाद उक्त बस टोल से निकलने लगी तो बस के कंडक्टर द्वारा एक महिला कर्मी को जाते जाते थप्पड़ जड़ दिया गया। जिसके बाद मौके पर विवाद बढ़ा तो उक्त बस चालक ने उक्त जगह से बस भगा ली। हालांकि टोल पर मौजूद मुलाजिमों द्वारा मौके पर पत्थर भी फेंका गया। पटियाला पुलिस जल्द मामले की जांच के बाद अगली कार्रवाई करेगी। मिली जानकारी के अनुसार बस पटियाला से चंडीगढ़ की ओर जा रही थी। पंजाब के पटियाला के बनूड़ में स्थित अजीजपुर टोल प्लाजा पर चंडीगढ़ डिपो की बस के ड्राइवर ने एक महिला कर्मचारी को थप्पड़ मार दिया। पूरी घटना टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। बस की पहचान उसके नंबर से हो गई है। अब सीसीटीवी पटियाला पुलिस को सौंप दिया गया है, जिसके आधार पर बनूड़ पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना कल दोपहर करीब 1 बजे की है। टोल प्लाजा पर काफी देर तक ट्रैफिक रहा। इस दौरान उक्त बस के कंडक्टर ने टोल प्लाजा का बैरिकेड हटा दिया और इस दौरान तीन से चार वाहन टोल से गुजरे। जिसके बाद उक्त बस टोल से निकलने लगी तो बस के कंडक्टर द्वारा एक महिला कर्मी को जाते जाते थप्पड़ जड़ दिया गया। जिसके बाद मौके पर विवाद बढ़ा तो उक्त बस चालक ने उक्त जगह से बस भगा ली। हालांकि टोल पर मौजूद मुलाजिमों द्वारा मौके पर पत्थर भी फेंका गया। पटियाला पुलिस जल्द मामले की जांच के बाद अगली कार्रवाई करेगी। मिली जानकारी के अनुसार बस पटियाला से चंडीगढ़ की ओर जा रही थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद ढेसी को बड़ी जिम्मेदारी:ब्रिटेन की रक्षा समिति के चेयरमैन बने, 563 में से 320 वोट मिले; जालंधर में हुई स्कूलिंग
भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद ढेसी को बड़ी जिम्मेदारी:ब्रिटेन की रक्षा समिति के चेयरमैन बने, 563 में से 320 वोट मिले; जालंधर में हुई स्कूलिंग ब्रिटेन के पहले पगड़ीधारी सिख सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी को नई संसद की रक्षा समिति का अध्यक्ष चुना गया है। तनमनप्रीत सिंह मूल रूप से पंजाब के अमृतसर और जालंधर के रहने वाले हैं। कल मतदान के बाद ढेसी का चयन किया गया। लेबर पार्टी के सांसद को 563 में से 320 वोट मिले। उनके प्रतिद्वंद्वी लेबर पार्टी के सांसद डेरेक ट्विग को केवल 243 वोट ही मिल सके। मतदान में जीत के बाद उन्हें रक्षा समिति का अध्यक्ष चुना गया। ढेसी बोले- ये ओहदा मेरे लिए सम्मान की बात ढेसी ने इसकी जानकारी अपने एक्स अकाउंट पर भी शेयर की थी। जिसमें उन्होंने कहा- हाउस द्वारा रक्षा समिति के अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर मुझे बहुत सम्मानित महसूस हो रहा है। हमें यह सुनिश्चित करने के लिए सभी दलों के साथ मिलकर काम करना चाहिए कि सरकार हमारे देश को सुरक्षित रखने के अपने प्राथमिक कर्तव्य को पूरा करे और वैश्विक सुरक्षा और स्थिरता के लिए जटिल खतरों से मिलकर निपटे। रक्षा समिति के अध्यक्ष के रूप में, मैं यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करूंगा कि हमारा देश इन चुनौतियों का सामना करें। मैं सशस्त्र बलों के कर्मियों और हमारी सुरक्षा में बहुत योगदान देने वाले बहादुर लोगों के लिए संसद में अपनी आवाज उठाऊंगा। भारत आने पर अमृतसर एयरपोर्ट पर रोका गया था UK में सिख सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी को 3 अगस्त 2023 में इंग्लैंड से लौटने अमृतसर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रोका गया था। उनके एयरपोर्ट पर करीब दो घंटे तक पूछताछ हुई थी। जिसके बाद उन्हें जाने दिया गया था। वह एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI-118 में बर्मिंघम से अमृतसर पहुंचे थे। जब उन्होंने अमृतसर एयरपोर्ट से चेक-आउट किया तो इमिग्रेशन अधिकारियों की तरफ से उन्हें रोक लिया गया था। अमृतसर पहुंचे तनमनजीत सिंह ढेसी के पास पर्याप्त डॉक्यूमेंट नहीं थे। उनके पास ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड नहीं था। इसी के चलते उन्हें रोका गया था। यूके में तीन कार्यकाल से सांसद हैं ढ़ेसी तनमनजीत सिंह ढेसी ब्रिटिश लेबर पार्टी से संबंधित हैं। सलोग हलके से 8 जून 2017 से UK में सांसद चुने जा रहे हैं। ढेसी UK सांसद में पहले पगड़ीधारी सिख थे। तब से लेकर अभी तक UK में सिखों के मुद्दों को उठाते आए हैं। इस बार भी उन्होंने चुनाव जीता और तीसरी बार वह यूके में सांसद बने हैं। यूके में कंस्ट्रक्शन कंपनी चलाते थे ढेसी के पिता तनमनजीत सिंह ढेसी का जन्म 17 अगस्त 1978 को यूके के स्लो में भारतीय माता-पिता के घर हुआ था। उन्होंने अपने शुरुआती साल चाल्वे, स्लो में बिताए। उनके पिता जसपाल सिंह यूके में एक निर्माण कंपनी चलाते हैं और केंट के ग्रेवेसेंड में गुरु नानक दरबार गुरुद्वारा के अध्यक्ष थे। जो देश का सबसे प्रमुख गुरुद्वारा है। ढेसी ने बचपन में भारत के पंजाब के जालंधर में प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई की। उनके अनुसार इस कदम ने उन्हें अपने चरित्र को मजबूत करने और अनुशासन की भावना विकसित करने में मदद की। इसके अलावा वह दुनिया भर में दक्षिण एशियाई लोगों से जुड़ने की अपनी क्षमता का श्रेय पंजाब में अपनी शुरुआती स्कूली शिक्षा को देते हैं। क्योंकि इससे उन्हें अपनी जातीयता के बारे में मजबूत जागरूकता विकसित करने में मदद मिली। इसके बाद ढेसी नौ साल की उम्र में यूके लौट आए और ग्रेवेसेंड में अपनी स्कूली शिक्षा जारी रखी। उन्होंने वहां हेड बॉय के रूप में भी काम किया। बाद में उन्होंने यूके के तीन सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज और यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में पढ़ाई की। तनमनजीत सिंह पंजाबी, हिंदी, उर्दू, फ्रेंच और अंग्रेजी सहित आठ भाषाओं में पारंगत हैं। इसके अलावा, उन्हें जर्मन, इतालवी और लैटिन का भी अच्छा ज्ञान है।
कपूरथला में एक NRI के घर के बाहर पर फायरिंग:गरीब लड़कियों का कराया था विवाह, सोशल मीडिया पर डाली थी वीडियो
कपूरथला में एक NRI के घर के बाहर पर फायरिंग:गरीब लड़कियों का कराया था विवाह, सोशल मीडिया पर डाली थी वीडियो कपूरथला में देर रात गांव कोट करार खां में देर रात एक एनआरआई के घर के बाहर फायरिंग की गई। पुलिस टीम जांच में जुट गई है।सूत्रों की माने तो फायरिंग करने वाले आरोपियों ने फिरौती के लिए एक पर्ची भी फेंकी है। जिसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है। देर रात लगभग 11:30 बजे गांव कोट करार खां में एक एनआरआई के घर के बाहर कुछ अज्ञात लोगों द्वारा फायरिंग की गई है। जिसके बाद DSP सब डिवीज़न दीप करण सहित थाना सदर की पुलिस टीम ने घटना स्थल पर पहुंची और जांच की। बताया जाता है किNRI परिवार ने कुछ दिन पहले कुछ निर्धन लड़कियों के विवाह करवाए थे। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल की गई थी। उसी वीडियो के बाद यह हरकत की गई है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है। रंजिश सहित कई पहलुओं पर जांच वहीं, डीएसपी सबडिवीजन दीपकरण ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि फायरिंग मामले में रंजिश के साथ साथ कई अन्य बिंदुओं के आधार पर गंभीरता से जांच की जा रही है। फिरौती के मामले की उन्होंने पुष्टि नहीं की है। बता दें कि 7 अक्टूबर को कपूरथला के एक मोबाइल शोरूम पर फायरिंग कर फिरौती मांगने की घटना घटी थी। जिसके बाद से क्षेत्र के बड़े व्यापारिक घराने अभी तक खौफ में है। हालांकि उक्त मामले में पुलिस ने फायरिंग करने वाले दो आरोपियों को काबू कर मामले को सुलझा लिया है। लेकिन इस घटना से खौफ़जदा बड़े व्यापारी सोशल मीडिया से किनारा करने लगे हैं।
रवनीत बिट्टू की जीत पर आज लगेगी मोहर:राजस्थान राज्यसभा चुनाव में नामांकन वापसी का आखरी दिन, निर्विरोध जीत तय
रवनीत बिट्टू की जीत पर आज लगेगी मोहर:राजस्थान राज्यसभा चुनाव में नामांकन वापसी का आखरी दिन, निर्विरोध जीत तय पंजाब से केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का राज्यसभा में जाना लगभग फाइनल हो गया है। आज मंगलवार उस पर मोहर भी लग जाएगी। दरअसल, राज्यसभा चुनावों के नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख आज है, और इसके बाद परिणाम की घोषणा हो जाएगी। कांग्रेस की तरफ से इन उप-चुनावों में कोई उम्मीदवार ना उतारने के फैसले से बिट्टू की जीत पहले ही एकतरफा हो चुकी है। कांग्रेस की तरफ से इन उप-चुनावों में उम्मीदवार ना उतारने के बाद नामांकन पत्र दाखिल करने वालों में 3 उम्मीदवार ही बचे थे। बीजेपी के डमी उम्मीदवार सुनील कोठारी अपना नामांकन पहले ही वापस ले चुके हैं। इसके अलावा निर्दलीय उम्मीदवार बबीता वाधवानी का भी नामांकन पत्र था, जिसे जांच के बाद रद्द कर दिया गया है। अब बिट्टू ही मैदान में बचे हैं। रवनीत बिट्टू की जीत का गणित राज्यसभा के सदस्यों को विधायक चुनते हैं। राज्यसभा के चुनाव में अपनाए जाने वाले फॉर्मूले के हिसाब से जितनी सीटें खाली होती हैं, उसमें एक जोड़कर जितनी विधानसभा सीटें होती हैं, उसमें भाग दिया जाता है। भाग के परिणाम में एक जोड़ा जाता है। इससे जो रिजल्ट आता है, उतने वोट एक सीट पर जरूरी होते हैं। राजस्थान में 1 सीट पर चुनाव होगा। इसमें 1 जोड़ेंगे तो 2 होंगे। राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीटें हैं, लेकिन 6 सीटें खाली हैं। ऐसे में 194 में 2 का भाग देकर रिजल्ट में 1 जोड़ेंगे तो संख्या 98 आएगी। इस तरह राज्यसभा चुनाव में जीत के लिए 98 वोट चाहिए। बीजेपी के पास 114 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास मात्र 66 विधायक हैं। संख्या बल के हिसाब से बीजेपी की जीत तय है। जरूरत पड़ी तो ही होगी वोटिंग राजस्थान मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख भी 27 अगस्त है। इसके बाद परिणाम की घोषणा हो जाएगी। अगर जरूरत पड़ी या कोई विरोध सामने आया तो ही 3 सितंबर को वोटिंग करवाई जाएगी। इसके बाद शाम 5.00 बजे काउंटिंग भी होगी। चुनाव प्रक्रिया 6 सितंबर तक पूरी हो जाएगी। कांग्रेस ने नहीं उतारा उम्मीदवार राज्यसभा सीट को लेकर कांग्रेस ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि पार्टी इस बार राज्यसभा सीट के चुनाव को लेकर कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी, क्योंकि बीजेपी के पास इस सीट को जीतने के लिए पर्याप्त संख्या बल है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस को जीत की कोई गुंजाइश नहीं दिखने के कारण उन्होंने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था। दूसरी बार भी अन्य राज्य से चुनाव लड़ेंगे बिट्टू कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल के लोकसभा सदस्य चुने जाने के बाद खाली हुई सीट पर ये उपचुनाव हो रहा है। इस सीट पर सदस्यता का कार्यकाल 21 जून 2026 तक रहेगा। बता दें राजस्थान में कुल 10 राज्यसभा सीटें हैं। मौजूदा समय में बीजेपी के पास 4 और कांग्रेस के पास 5 सीटें हैं। ऐसे में रवनीत बिट्टू की सदस्यता जून 2026 में खत्म हो जाएगी। जिसके बाद केंद्रीय राज्यमंत्री बने रहने के लिए बिट्टू को दोबारा राज्यसभा का ही रुख करना होगा। पंजाब की बात करें तो यहां की 7 में से कोई भी सीट 2028 से पहले खाली नहीं होगी। वहीं, अगले लोकसभा चुनाव भी 2029 में ही होंगे।