सिटी पातड़ां पुलिस स्टेशन में तैनात एक एएसआई ने केस में राहत देने के बदले रिश्वत मांग ली। मामला विजिलेंस विभाग के पास पहुंचा तो टीमें तैयार कर आरोपी एएसआई अमरीक सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ अरेस्ट कर लिया। आरोपी एएसआई को डा. अशोक कुमार से बीस हजार रूपए की रिश्वत हासिल करते समय दो सरकारी गवाह की मौजूदगी में अरेस्ट किया है। इस पूरे आपरेशन की सुपरविजन विजिलेंस की डीएसपी जसविंदर कौर ने की थी। 9 साल पुराना केस था डॉक्टर के खिलाफ विजिलेंस के अनुसार डॉक्टर अशोक कुमार का पातड़ां में 9 साल पहले क्लीनिक था। आरएमपी डॉक्टर अशोक कुमार के खिलाफ पुलिस थाना में केस रजिस्टर हुआ था, जो अभी तक लंबित था। इस केस में राहत देने के लिए आरोपी ने बीस हजार रुपए मांग लिए, 9 सालों के दौरान दोनों के बीच दोस्ती भी बन चुकी थी। एएसआई के रिश्वत मांगते ही डॉक्टर ने विजिलेंस को कंप्लेंट दर्ज करवा दी थी। जिसके बाद विजिलेंस ने ट्रैप लगाकर इस एएसआई को अरेस्ट कर लिया। इसकी पुष्टि सिटी पातडा़ं पुलिस स्टेशन के एसएचओ एसआई करनैल सिंह की। सिटी पातड़ां पुलिस स्टेशन में तैनात एक एएसआई ने केस में राहत देने के बदले रिश्वत मांग ली। मामला विजिलेंस विभाग के पास पहुंचा तो टीमें तैयार कर आरोपी एएसआई अमरीक सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ अरेस्ट कर लिया। आरोपी एएसआई को डा. अशोक कुमार से बीस हजार रूपए की रिश्वत हासिल करते समय दो सरकारी गवाह की मौजूदगी में अरेस्ट किया है। इस पूरे आपरेशन की सुपरविजन विजिलेंस की डीएसपी जसविंदर कौर ने की थी। 9 साल पुराना केस था डॉक्टर के खिलाफ विजिलेंस के अनुसार डॉक्टर अशोक कुमार का पातड़ां में 9 साल पहले क्लीनिक था। आरएमपी डॉक्टर अशोक कुमार के खिलाफ पुलिस थाना में केस रजिस्टर हुआ था, जो अभी तक लंबित था। इस केस में राहत देने के लिए आरोपी ने बीस हजार रुपए मांग लिए, 9 सालों के दौरान दोनों के बीच दोस्ती भी बन चुकी थी। एएसआई के रिश्वत मांगते ही डॉक्टर ने विजिलेंस को कंप्लेंट दर्ज करवा दी थी। जिसके बाद विजिलेंस ने ट्रैप लगाकर इस एएसआई को अरेस्ट कर लिया। इसकी पुष्टि सिटी पातडा़ं पुलिस स्टेशन के एसएचओ एसआई करनैल सिंह की। पंजाब | दैनिक भास्कर
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खन्ना के तरुणप्रीत का वर्कर से मंत्री बनने का सफर:केजरीवाल की किताब पढ़कर सियासत में आए, पूर्व सीएम के पोते को हराया
खन्ना के तरुणप्रीत का वर्कर से मंत्री बनने का सफर:केजरीवाल की किताब पढ़कर सियासत में आए, पूर्व सीएम के पोते को हराया विधानसभा क्षेत्र खन्ना से विधायक तरुणप्रीत सिंह सौंध ने एक आम वर्कर के तौर पर आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी। आज उन्हें पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। उनके आम वर्कर से मंत्री बनने तक का सफर मेहनत और संघर्ष से भरपूर रहा। अन्ना हजारे आंदोलन के बाद सौंध ने अरविंद केजरीवाल की लिखी स्वराज किताब पढ़कर सियासत में आने का मन बनाया था। कान्वेंट स्कूल से प्राइमरी शिक्षा 7 सितंबर 1983 को पिता भूपिंदर सिंह सौंध और माता सुखविंदर कौर के घर में जन्मे तरुणप्रीत सिंह सौंध ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा खन्ना के सेक्रेड हार्ट कान्वेंट स्कूल से प्राप्त की। जिसके बाद राधा वाटिका से 12वीं करने उपरांत सीएनसी डिप्लोमा, इंपोर्ट एक्सपोर्ट कोर्स, ऑटोकैड कोर्स कर अपने पिता के साथ व्यवसाय में हाथ बंटाया। 2004 में कमलजीत कौर के साथ शादी होने के बाद एक बेटे और एक बेटी के पिता बने। तरुणप्रीत सौंध ने सोप मैन्युफैक्चरिंग मशीन इंडस्ट्री में अपने पिता के साथ हाथ बंटाते हुए देशभर में मशीनें सप्लाई की और एक सफल उद्योगपति के रूप में अपनी पहचान बनाई। कांग्रेस का समर्थक था परिवार किसी समय कांग्रेस पार्टी का समर्थक रहा सौंध परिवार देश में कांग्रेस पार्टी की आम जन विरोधी गतिविधियों और लगातार हो रहे कथित भ्रष्टाचार से आहत था। किसी विभाग में काम होता तो व्यापारियों के साथ अधिकारियों का रूखा रवैया सौंध परिवार को हमेशा से खटकता। मन में आता कि देश के मात्र 2 फीसदी उद्योगपति टैक्स देकर भी सरकारी दरबार में नजरअंदाज किए जाते हैं और आम जनता की सरकार के दरबार में कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। मन के भीतर जारी जंग को 2012 में हुए अन्ना हजारे के आंदोलन से अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पनपी आम आदमी पार्टी से एक आशा की किरण दिखाई दी। सौंध ने अरविंद केजरीवाल की लिखी किताब स्वराज को पढ़ा। बड़ी संख्या में किताब स्वराज की लिपियां वितरित भी कीं। 2014 में आम आदमी पार्टी के पहले चुनाव में सौंध ने पार्टी का भरपूर साथ दिया। पार्टी की ओर से लगाई प्रत्येक ड्यूटी को पूरी तनदेही से निभाया। पार्टी में अलग-अलग ओहदे मिले पार्टी के प्रति सच्ची लगन और निष्ठा देखते हुए तरुणप्रीत सिंह सौंध को पार्टी ने पहले ट्रेड ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री विंग का खन्ना प्रधान बनाया। इसके बाद खन्ना के साथ साहनेवाल और समराला का प्रधान, फिर लोकसभा फतेहगढ़ साहिब का प्रधान बनाया गया। 2017 के विधानसभा चुनावों में भी सौंध ने पार्टी के हर आदेश को मानते हुए चुनावों में कड़ी मेहनत की। बेशक उन्हें पार्टी की तरफ से टिकट नहीं दी गई थी, लेकिन वे एक ऐसे कार्यकर्ता के रूप में उभरे जिन्होंने पार्टी के अस्तित्व में आने के बाद उस समय पार्टी का झंडा उठाया। जिस समय पार्टी को ऐसे कार्यकर्ताओं की बेहद अधिक जरूरत थी। सौंध के जीवन में उस समय क्रांतिकारी बदलाव आया जब पार्टी ने उनकी अथक मेहनत और नि:स्वार्थ सेवा देखते हुए उन्हें हलका खन्ना इंचार्ज की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। सौंध की कार्यकुशलता को देखते हुए उन्हें 2022 के विधानसभा चुनावों में हलका खन्ना से अपना प्रत्याशी घोषित किया। वह नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए रिकार्ड 35620 मतों से विजयी हुए। उन्हें 48.55 फीसद की दर से रिकार्ड 62 हजार 425 वोट मिले। इस चुनाव में उन्होंने पूर्व सीएम बेअंत सिंह के पोते एवं पूर्व मंत्री गुरकीरत सिंह कोटली की जमानत जब्त कराई। मंत्री बनने के बाद बोले- परिवारवाद हमारी पार्टी में नहीं शपथ ग्रहण करने के बाद बतौर कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध ने जब मीडिया से बात की तो सबसे पहले अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान का आभार जताया। उन्होंने कहा कि AAP में परिवारवाद नहीं है। कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा कुछ परिवारों के हाथों में हैं। आप में ऐसा नहीं है। उन्हें पार्टी ने मंत्री बनाकर बहुत मान सम्मान दिया है। वे पार्टी के भरोसे पर खरा उतरेंगे। पूरे पंजाब की भलाई के लिए काम किए जाएंगे।
गैंगस्टर अनमोल के ठिकाने का खुलासा, प्रत्यर्पण की तैयारी शुरू:दावा- अमेरिका में छिपा है, पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में आया था नाम
गैंगस्टर अनमोल के ठिकाने का खुलासा, प्रत्यर्पण की तैयारी शुरू:दावा- अमेरिका में छिपा है, पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में आया था नाम कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल अमेरिका में छिपा हुआ है। इसके बाद मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गैंगस्टर को अमेरिका से वापस लाने के लिए प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू कर दी है। अमेरिका ने भारत के साथ साझा की गई जानकारी में कहा है कि अनमोल बिश्नोई अमेरिका में है। उन्होंने इस बारे में भारत को अलर्ट कर दिया है। अनमोल ने बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के घर पर फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी। इसके साथ ही पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला और बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में भी उसका नाम सामने आया है। विशेष अदालत ने 16 अक्टूबर को पुलिस की अर्जी मंजूर कर ली थी और उन्हें जल्द ही जरूरी दस्तावेज मिलने की उम्मीद है। मुंबई क्राइम ब्रांच ने केंद्र सरकार को प्रत्यर्पण का अनुरोध भी सौंप दिया है। NIA ने रखा 10 लाख का इनाम
हाल ही में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गैंगस्टर लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई पर 10 लाख रुपए का इनाम रखा था। एजेंसी ने अनमोल के खिलाफ 2022 में दर्ज 2 मामलों में चार्जशीट दाखिल की है। अनमोल का नाम एनआईए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में भी शामिल है। मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, हत्या से पहले 3 संदिग्ध शूटरों ने लॉरेंस के छोटे भाई अनमोल से बात की थी। यह बातचीत स्नैपचैट के जरिए की गई थी। अनमोल ने गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर की थी हत्या
अनमोल उर्फ भानु पहली बार पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद चर्चा में आया था। पंजाब पुलिस की जांच में पता चला था कि लॉरेंस ने तिहाड़ जेल में बैठकर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश रची थी। इसके बाद उसके भाई अनमोल और भतीजे सचिन ने कनाडाई गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर पूरी साजिश को अंजाम दिया। उन्होंने मूसेवाला की रेकी की। फिर उसके लिए शूटर और हथियारों का इंतजाम किया। लॉरेंस ने हत्या से पहले उन्हें भारत से बाहर भेजा
लॉरेंस की कोशिश थी कि सचिन और अनमोल मूसेवाला की हत्या करवा दी जाए, लेकिन इसके बाद उसका नाम इस केस में न आए या पुलिस उसे गिरफ्तार न कर ले। मूसेवाला की हत्या करवाने से पहले लॉरेंस ने भाई अनमोल और भतीजे सचिन के लिए फर्जी पासपोर्ट बनवाए और उन्हें विदेश भेज दिया। इसके बाद 29 मई को मूसेवाला की हत्या कर दी गई। अनमोल केन्या के रास्ते अमेरिका पहुंचा
थापन और सचिन पहले नेपाल गए। वहां से भागे सचिन थापन को अजरबैजान में पुलिस ने पकड़ लिया, लेकिन अनमोल दुबई से केन्या, केन्या से दुबई और अब अमेरिका पहुंच गया है। करीब 2 साल पहले अनमोल अमेरिका में पंजाबी सिंगर करण औजला और शैरी मान के शो में नजर आया था। कैलिफोर्निया के बेकर्सफील्ड में आयोजित कार्यक्रम में अनमोल स्टेज पर सेल्फी लेता नजर आया था।
गुरदासपुर में वन मंत्री ने किया पौधारोपण:कटारूचक्क बोले- पंजाब में 3 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य, 60 प्रतिशत लक्ष्य पूरा
गुरदासपुर में वन मंत्री ने किया पौधारोपण:कटारूचक्क बोले- पंजाब में 3 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य, 60 प्रतिशत लक्ष्य पूरा पंजाब सरकार ने इस मानसून सीजन के दौरान राज्य में 3 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। वन विभाग ने अब तक 60 प्रतिशत लक्ष्य पूरा कर लिया गया है, जबकि जिला गुरदासपुर में 18 लाख नए पौधे लगाने के रखे गए लक्ष्य के तहत 10 लाख पौधे लगाए जा चुके हैं। यह जानकारी पंजाब के वन विभाग कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल मगरमूदियां में आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम के दौरान दी। पंजाब हेल्थ सिस्टंस कॉरपोरेशन के चेयरमैन रमन बहल, आम आदमी पार्टी के जिला गुरदासपुर शहरी प्रधान व दीनानगर हलका इंचार्ज शमशेर सिंह और जिला वन अधिकारी अतुल कुमार भी उनके साथ मौजूद रहे। नि:शुल्क दिए जा रहे हैं पौधे स्कूल प्रांगण में पौधारोपण करने के उपरांत समारोह को संबोधित करते कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता के सहयोग से इस पौधारोपण अभियान सफल बनाया जाएगा। पेड़ों के बिना मानव जीवन संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि पेड़ों की बेतहाशा कटाई और बढ़ते प्रदूषण के कारण जिस तरह से ग्लोबल वार्मिंग बढ़ी है, वह पृथ्वी पर जीवन के लिए बहुत बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने में पेड़ों का सबसे बड़ा योगदान है। इसलिए हर इंसान को अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए और उनकी देखभाल भी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वन विभाग की नर्सरियों से आम लोगों को अपने घरों और सार्वजनिक स्थानों पर लगाने के लिए निःशुल्क पौधे दिए जा रहे हैं। पौधे प्राप्त करने के लिए वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने राज्य के लोगों से अपील की कि वे पंजाब सरकार के अभियान को सफल बनाने के लिए इस मानसून सीजन के दौरान अधिक से अधिक संख्या में पेड़ लगाएं।