पंजाब के पटियाला में सेना के कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ और उनके बेटे के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। इस घटना के खिलाफ पूर्व सैन्यकर्मियों ने शनिवार को पटियाला के डिप्टी कमिश्नर (DC) कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने पहले कर्नल और उनके बेटे के साथ मारपीट की और फिर मामले को दबाने की कोशिश की गई। उन्होंने और कर्नल बाठ की पत्नी ने इस मामले की निष्पक्ष जांच CBI से कराने की मांग की है। पटियाला के ढाबे से शुरू हुआ विवाद पुलिस और सेना के कर्नल के बीच हुए इस विवाद की शुरुआत पटियाला के एक ढाबे से हुई थी। आरोप है कि कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ और उनके बेटे की कार पार्किंग को लेकर 12 पुलिसकर्मियों के साथ विवाद हो गया। कर्नल के परिवार का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उनके बेटे को बुरी तरह पीटा। कर्नल की पत्नी जसविंदर कौर बाठ ने बताया कि जब उन्होंने इस मामले में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, तो पुलिस अधिकारियों ने मामले को दबाने की कोशिश की और झूठी एफआईआर दर्ज की। पुलिस प्रशासन मामले को दबाने की कोशिश कर रहा कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ की पत्नी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुलिस ने इस मामले को शुरू से दबाने की कोशिश की। ये राजनैतिक मामला नहीं है। ये दो फोर्सिस के बीच का मामला है। पूरा पंजाब उनके साथ खड़ा है और उन्हें किसी एक पार्टी के साथ ना जोड़ा जाए। उन्होंने राजनैतिक पार्टियों को इससे दूर रहने के लिए कहा। जिस तरह पंजाब के लोग उनके साथ खड़े हैं, अगर किसी को जरूरत हुई तो वे उनके साथ खड़ी रहेंगी। सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों और राजनीतिक नेताओं का समर्थन इस घटना के विरोध में पंजाब के विभिन्न हिस्सों से आए सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों ने पटियाला के डीसी ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि यह मामला न केवल एक कर्नल के सम्मान से जुड़ा है, बल्कि यह पूरे सैन्य समुदाय के लिए अपमानजनक घटना है। भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने, जिसमें पूर्व सांसद परनीत कौर, कर्नल जयबंस सिंह और जयिंदर कौर शामिल थे, पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) से मुलाकात कर दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग की। CRPF जवान ने दी कड़ी चुनौती इस घटना को लेकर एक CRPF जवान का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह उन चार पुलिसकर्मियों को चुनौती दे रहा है, जिन्होंने कर्नल बाठ को मारा था। जवान ने कहा, “अगर हिम्मत है तो मेरे साथ कुपवाड़ा चलो, वहां दिखाएंगे कि असली एनकाउंटर क्या होता है। अगर वहां से बचकर निकल आए, तो फिर मेरे चेहरे पर थूक देना।” परिवार का अनिश्चितकालीन धरना शुरू, CBI जांच की मांग कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ और उनका परिवार अब पटियाला में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गया है। उन्होंने कहा कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों को सजा नहीं मिलती और इस मामले की CBI जांच नहीं होती, तब तक वे अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। पुलिस प्रशासन का रुख और सरकार की प्रतिक्रिया शुक्रवार को यह मुद्दा विधानसभा में भी उठा, वहीं कर्नल की पत्नी जसविंदर कौर बाठ ने चार पुलिस अधिकारियों का माफी मांगते हुए एक वीडियो जारी किया। इसके बाद, पुलिस ने कर्नल बाठ के बयान के आधार पर आरोपी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ नई FIR दर्ज की। निष्पक्ष जांच के लिए डीआईजी के निर्देश पर उच्च स्तरीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया, जिसमें एडीजीपी एसपीएस परमार, एसएसपी संदीप मलिक और एसपी मनप्रीत सिंह को शामिल किया गया। सरकार ने निलंबित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है और उन्हें पटियाला से बाहर स्थानांतरित करने के आदेश दिए हैं। साथ ही, कर्नल बाठ के परिवार को सुरक्षा प्रदान की गई है। पंजाब के पटियाला में सेना के कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ और उनके बेटे के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। इस घटना के खिलाफ पूर्व सैन्यकर्मियों ने शनिवार को पटियाला के डिप्टी कमिश्नर (DC) कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने पहले कर्नल और उनके बेटे के साथ मारपीट की और फिर मामले को दबाने की कोशिश की गई। उन्होंने और कर्नल बाठ की पत्नी ने इस मामले की निष्पक्ष जांच CBI से कराने की मांग की है। पटियाला के ढाबे से शुरू हुआ विवाद पुलिस और सेना के कर्नल के बीच हुए इस विवाद की शुरुआत पटियाला के एक ढाबे से हुई थी। आरोप है कि कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ और उनके बेटे की कार पार्किंग को लेकर 12 पुलिसकर्मियों के साथ विवाद हो गया। कर्नल के परिवार का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उनके बेटे को बुरी तरह पीटा। कर्नल की पत्नी जसविंदर कौर बाठ ने बताया कि जब उन्होंने इस मामले में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, तो पुलिस अधिकारियों ने मामले को दबाने की कोशिश की और झूठी एफआईआर दर्ज की। पुलिस प्रशासन मामले को दबाने की कोशिश कर रहा कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ की पत्नी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुलिस ने इस मामले को शुरू से दबाने की कोशिश की। ये राजनैतिक मामला नहीं है। ये दो फोर्सिस के बीच का मामला है। पूरा पंजाब उनके साथ खड़ा है और उन्हें किसी एक पार्टी के साथ ना जोड़ा जाए। उन्होंने राजनैतिक पार्टियों को इससे दूर रहने के लिए कहा। जिस तरह पंजाब के लोग उनके साथ खड़े हैं, अगर किसी को जरूरत हुई तो वे उनके साथ खड़ी रहेंगी। सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों और राजनीतिक नेताओं का समर्थन इस घटना के विरोध में पंजाब के विभिन्न हिस्सों से आए सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों ने पटियाला के डीसी ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि यह मामला न केवल एक कर्नल के सम्मान से जुड़ा है, बल्कि यह पूरे सैन्य समुदाय के लिए अपमानजनक घटना है। भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने, जिसमें पूर्व सांसद परनीत कौर, कर्नल जयबंस सिंह और जयिंदर कौर शामिल थे, पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) से मुलाकात कर दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग की। CRPF जवान ने दी कड़ी चुनौती इस घटना को लेकर एक CRPF जवान का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह उन चार पुलिसकर्मियों को चुनौती दे रहा है, जिन्होंने कर्नल बाठ को मारा था। जवान ने कहा, “अगर हिम्मत है तो मेरे साथ कुपवाड़ा चलो, वहां दिखाएंगे कि असली एनकाउंटर क्या होता है। अगर वहां से बचकर निकल आए, तो फिर मेरे चेहरे पर थूक देना।” परिवार का अनिश्चितकालीन धरना शुरू, CBI जांच की मांग कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ और उनका परिवार अब पटियाला में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गया है। उन्होंने कहा कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों को सजा नहीं मिलती और इस मामले की CBI जांच नहीं होती, तब तक वे अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। पुलिस प्रशासन का रुख और सरकार की प्रतिक्रिया शुक्रवार को यह मुद्दा विधानसभा में भी उठा, वहीं कर्नल की पत्नी जसविंदर कौर बाठ ने चार पुलिस अधिकारियों का माफी मांगते हुए एक वीडियो जारी किया। इसके बाद, पुलिस ने कर्नल बाठ के बयान के आधार पर आरोपी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ नई FIR दर्ज की। निष्पक्ष जांच के लिए डीआईजी के निर्देश पर उच्च स्तरीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया, जिसमें एडीजीपी एसपीएस परमार, एसएसपी संदीप मलिक और एसपी मनप्रीत सिंह को शामिल किया गया। सरकार ने निलंबित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है और उन्हें पटियाला से बाहर स्थानांतरित करने के आदेश दिए हैं। साथ ही, कर्नल बाठ के परिवार को सुरक्षा प्रदान की गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
