पति के हाथ बांधकर नदी में फेंका, मौत:यूपी में दवा बताकर नींद की गोलियां दीं; प्रेमी बाइक चलाता रहा, पत्नी बेहोश पति को पकड़कर बैठी रही

पति के हाथ बांधकर नदी में फेंका, मौत:यूपी में दवा बताकर नींद की गोलियां दीं; प्रेमी बाइक चलाता रहा, पत्नी बेहोश पति को पकड़कर बैठी रही

सिद्धार्थनगर में पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को पुल से राप्ती नदी में फेंककर मामले में चाैंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि पति कन्नन कश्यप (48) बीमार था, फिर भी पत्नी संगीता (35) उसे मंदिर घुमाने ले गई। बुखार की दवा के नाम पर उसे 6 से 7 नींद की गोलियां दीं, जब वह बेहोश हो गया तो बाइक पर पकड़कर बैठी और प्रेमी अनिल शुक्ला बाइक चलाता रहा। पुल पर पहुंचकर पति के दोनों हाथ बांधे फिर दोनों ने पुल से नदी में फेंक दिया था। पहले जहर देने और कार से ले जाने की बात सामने आई थी। देखें घटना से जुड़ी 2 तस्वीरें… अब पढ़िए पूरा मामला… 44 किमी तक बेहोश पति को बाइक पर पकड़कर बैठी रही
संगीता और प्रेमी अनिल शुक्ला ने पहले ही हत्या का प्लान तैयार कर लिया था। 2 जून को कन्नन की तबीयत खराब थी। उसे फीवर आ रहा था, लेकिन संगीता जिद करके उसे बलरामपुर के विभूतिनाथ मंदिर ले गई। दोनों बस से बलरामपुर बस स्टैंड पर उतरे। यहां पर प्रेमी अनिल शुक्ला पहले से ही इंतजार कर रहा था। दाेनों अनिल शुक्ला की बाइक से विभूतिनाथ मंदिर पहुंचे। यहां दर्शन करने के बाद सुनसान जगह पर संगीता ने पति कन्नन को दवा के नाम पर नींद की गोलियां दीं। कन्नन बेहोश हो गया। अनिल बाइक चला रहा था, जबकि बेहोश कन्नन को पकड़र बैठ गई। मंदिर से 44 किलोमीटर दूर बलरामपुर के कोडरी घाट (राप्ती नदी) के पुल पर ले गए। यहां पर कन्नन के हाथ बांधे और फिर नदी में फेंक दिया। हाथ इसलिए बांधे कि कन्नन होश आने के बाद तैरकर बाहर न आ सके। दूसरी बार 8 साल छोटे अनिल पर दिल आया
सिद्धार्थनगर के ढेबरुआ थाना क्षेत्र के रेहकट नजरगढ़वा गांव निवासी कन्नन कश्यप साल 2000 में दिल्ली गया था। इसी दौरान वहां संगीता मिला। दोनों में प्यार हुआ और 2006 में मंदिर में शादी कर ली। दोनों का एक 12 साल का बेटा भी है। शुरुआत में सब कुछ ठीक रहा, लेकिन 2 साल पहले संगीता की मुलाकात बलरामपुर के रहने वाले अनिल शुक्ला उर्फ विवेक (27) से ट्रेन में हुई। दोनों के बीच फोन नंबर एक्सचेंज किया। बीच अफेयर शुरू हो गया। वह ललिया थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर धर्मपुर गांव का रहने वाला है। संगीता ने अनिल की मुलाकात अपने पति कन्नन से भी करवाई। अनिल का उसके घर अक्सर आना जाना लगा रहता था। कन्नन को इसी बीच पत्नी और अनिल के रिश्ते की भनक लग गई। वह रोक-टोक करने लगा। संगीता हर बार सिर्फ दोस्ती की बात कहकर मामले को टाल देती थी। पति जब ज्यादा विरोध करने लगा तो संगीता ने प्रेमी संग मिलकर उसकी हत्या का प्लान बनाया। इधर, अनिल की 11 मई को शादी हो गई। इससे कन्नन निश्चिंत हो गया। इसी का फायदा दोनों ने उठाया और मार डाला। गुमशुदगी दर्ज कराई, देवर ने जताया शक
संगीता ने पुलिस को गुमराह करने के लिए 2 जून को सिद्धार्थनगर के ढेबरुआ थाने में पति की गुमशुदगी का आवेदन दिया। 6 जून को पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान कन्नन के भाई बाबूलाल ने संगीता और उसके प्रेमी अनिल पर शक जताया। पुलिस ने जांच की, तो पता चला कि अनिल और संगीता साथ में थे। अनिल के पास से कन्नन का मोबाइल भी मिला। पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात कबूल कर ली।
भाई बाबूलाल ने दर्ज कराई गुमशुदगी, कहा- मुझे संगीता पर पहले से ही शक था। अनिल से मिलने पर भाई विरोध करता तो लड़ाई करती थी। संगीता ने कन्नन के लापता होने की कहानी बताई तो विश्वास नहीं हुआ। मैंने 9 जून को ढेबरुआ थाने में दोबारा कन्नन की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने संगीता से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात स्वीकारी। फिर पुलिस ने बलरामपुर के कोड़ारी पुल से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर कन्नन का कंकाल बरामद किया। 12 साल का बेटा बोला- मां, पापा को ले गई और मार दिया
संगीता के 12 साल के बेटे रवि कश्यप ने बताया- 2 जून को पापा, मम्मी के साथ गए थे। मम्मी तो लौट आईं, पर पापा नहीं लौटे। मम्मी ने वहीं पर पापा को मारकर फेंक दिया। ट्रेन में हुई थी मुलाकात, आए दिन प्रेमी से मिलने लगी कन्नन के परिजनों ने बताया- 2 साल पहले दिल्ली जाते समय ट्रेन में संगीता की मुलाकात अनिल से हुई थी। अनिल बलरामपुर के तुलसीपुर स्थित एक होटल में मैनेजर था। दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया। संगीता अक्सर बलरामपुर जाकर तुलसीपुर में अनिल से मिलती थी। इस बात का कन्नन को पता चला गया था। कन्नन गांव में ही खेती करता था। अनिल की भी बीते 11 मई को शादी हुई थी। इसके बाद भी संगीता से उसके रिलेशन बने रहे। ……………………………. ये खबर भी पढ़ें… कानपुर में 3 साल की रेप पीड़ित बच्ची की मौत, प्राइवेट पार्ट पर चोट के 6 निशान; बांदा में पड़ोसी ने की थी वारदात बांदा की 3 वर्षीय रेप पीड़िता की कानपुर में मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। मासूम 7 दिन से मेडिकल कॉलेज के ICU में भर्ती थी। मासूम के सिर, चेहरा, पेट और हाथ समेत पूरे शरीर पर 24 से ज्यादा चोट के निशान थे। प्राइवेट पार्ट पर भी 6 चोट के निशान मिले हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची के यूरिन में इन्फेक्शन फैल गया था। बच्ची को 3 जून को रात में कानपुर लाया गया था। बच्ची की हालत गंभीर थी। 6 डॉक्टरों की टीम मासूम को बचाने के लिए मशक्कत कर रही थी। पढ़ें पूरी खबर… सिद्धार्थनगर में पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को पुल से राप्ती नदी में फेंककर मामले में चाैंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि पति कन्नन कश्यप (48) बीमार था, फिर भी पत्नी संगीता (35) उसे मंदिर घुमाने ले गई। बुखार की दवा के नाम पर उसे 6 से 7 नींद की गोलियां दीं, जब वह बेहोश हो गया तो बाइक पर पकड़कर बैठी और प्रेमी अनिल शुक्ला बाइक चलाता रहा। पुल पर पहुंचकर पति के दोनों हाथ बांधे फिर दोनों ने पुल से नदी में फेंक दिया था। पहले जहर देने और कार से ले जाने की बात सामने आई थी। देखें घटना से जुड़ी 2 तस्वीरें… अब पढ़िए पूरा मामला… 44 किमी तक बेहोश पति को बाइक पर पकड़कर बैठी रही
संगीता और प्रेमी अनिल शुक्ला ने पहले ही हत्या का प्लान तैयार कर लिया था। 2 जून को कन्नन की तबीयत खराब थी। उसे फीवर आ रहा था, लेकिन संगीता जिद करके उसे बलरामपुर के विभूतिनाथ मंदिर ले गई। दोनों बस से बलरामपुर बस स्टैंड पर उतरे। यहां पर प्रेमी अनिल शुक्ला पहले से ही इंतजार कर रहा था। दाेनों अनिल शुक्ला की बाइक से विभूतिनाथ मंदिर पहुंचे। यहां दर्शन करने के बाद सुनसान जगह पर संगीता ने पति कन्नन को दवा के नाम पर नींद की गोलियां दीं। कन्नन बेहोश हो गया। अनिल बाइक चला रहा था, जबकि बेहोश कन्नन को पकड़र बैठ गई। मंदिर से 44 किलोमीटर दूर बलरामपुर के कोडरी घाट (राप्ती नदी) के पुल पर ले गए। यहां पर कन्नन के हाथ बांधे और फिर नदी में फेंक दिया। हाथ इसलिए बांधे कि कन्नन होश आने के बाद तैरकर बाहर न आ सके। दूसरी बार 8 साल छोटे अनिल पर दिल आया
सिद्धार्थनगर के ढेबरुआ थाना क्षेत्र के रेहकट नजरगढ़वा गांव निवासी कन्नन कश्यप साल 2000 में दिल्ली गया था। इसी दौरान वहां संगीता मिला। दोनों में प्यार हुआ और 2006 में मंदिर में शादी कर ली। दोनों का एक 12 साल का बेटा भी है। शुरुआत में सब कुछ ठीक रहा, लेकिन 2 साल पहले संगीता की मुलाकात बलरामपुर के रहने वाले अनिल शुक्ला उर्फ विवेक (27) से ट्रेन में हुई। दोनों के बीच फोन नंबर एक्सचेंज किया। बीच अफेयर शुरू हो गया। वह ललिया थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर धर्मपुर गांव का रहने वाला है। संगीता ने अनिल की मुलाकात अपने पति कन्नन से भी करवाई। अनिल का उसके घर अक्सर आना जाना लगा रहता था। कन्नन को इसी बीच पत्नी और अनिल के रिश्ते की भनक लग गई। वह रोक-टोक करने लगा। संगीता हर बार सिर्फ दोस्ती की बात कहकर मामले को टाल देती थी। पति जब ज्यादा विरोध करने लगा तो संगीता ने प्रेमी संग मिलकर उसकी हत्या का प्लान बनाया। इधर, अनिल की 11 मई को शादी हो गई। इससे कन्नन निश्चिंत हो गया। इसी का फायदा दोनों ने उठाया और मार डाला। गुमशुदगी दर्ज कराई, देवर ने जताया शक
संगीता ने पुलिस को गुमराह करने के लिए 2 जून को सिद्धार्थनगर के ढेबरुआ थाने में पति की गुमशुदगी का आवेदन दिया। 6 जून को पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान कन्नन के भाई बाबूलाल ने संगीता और उसके प्रेमी अनिल पर शक जताया। पुलिस ने जांच की, तो पता चला कि अनिल और संगीता साथ में थे। अनिल के पास से कन्नन का मोबाइल भी मिला। पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात कबूल कर ली।
भाई बाबूलाल ने दर्ज कराई गुमशुदगी, कहा- मुझे संगीता पर पहले से ही शक था। अनिल से मिलने पर भाई विरोध करता तो लड़ाई करती थी। संगीता ने कन्नन के लापता होने की कहानी बताई तो विश्वास नहीं हुआ। मैंने 9 जून को ढेबरुआ थाने में दोबारा कन्नन की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने संगीता से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात स्वीकारी। फिर पुलिस ने बलरामपुर के कोड़ारी पुल से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर कन्नन का कंकाल बरामद किया। 12 साल का बेटा बोला- मां, पापा को ले गई और मार दिया
संगीता के 12 साल के बेटे रवि कश्यप ने बताया- 2 जून को पापा, मम्मी के साथ गए थे। मम्मी तो लौट आईं, पर पापा नहीं लौटे। मम्मी ने वहीं पर पापा को मारकर फेंक दिया। ट्रेन में हुई थी मुलाकात, आए दिन प्रेमी से मिलने लगी कन्नन के परिजनों ने बताया- 2 साल पहले दिल्ली जाते समय ट्रेन में संगीता की मुलाकात अनिल से हुई थी। अनिल बलरामपुर के तुलसीपुर स्थित एक होटल में मैनेजर था। दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया। संगीता अक्सर बलरामपुर जाकर तुलसीपुर में अनिल से मिलती थी। इस बात का कन्नन को पता चला गया था। कन्नन गांव में ही खेती करता था। अनिल की भी बीते 11 मई को शादी हुई थी। इसके बाद भी संगीता से उसके रिलेशन बने रहे। ……………………………. ये खबर भी पढ़ें… कानपुर में 3 साल की रेप पीड़ित बच्ची की मौत, प्राइवेट पार्ट पर चोट के 6 निशान; बांदा में पड़ोसी ने की थी वारदात बांदा की 3 वर्षीय रेप पीड़िता की कानपुर में मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। मासूम 7 दिन से मेडिकल कॉलेज के ICU में भर्ती थी। मासूम के सिर, चेहरा, पेट और हाथ समेत पूरे शरीर पर 24 से ज्यादा चोट के निशान थे। प्राइवेट पार्ट पर भी 6 चोट के निशान मिले हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची के यूरिन में इन्फेक्शन फैल गया था। बच्ची को 3 जून को रात में कानपुर लाया गया था। बच्ची की हालत गंभीर थी। 6 डॉक्टरों की टीम मासूम को बचाने के लिए मशक्कत कर रही थी। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर