पर्यटकों से गुलज़ार होगा बस्तर का कोसारटेडा बांध, साढ़े 3 करोड़ की लागत से बनेगा ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट

पर्यटकों से गुलज़ार होगा बस्तर का कोसारटेडा बांध, साढ़े 3 करोड़ की लागत से बनेगा ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट

<p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh News:</strong> छत्तीसगढ़ के बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अब प्रसिद्ध कोसारटेडा जलाशय में भी पर्यटकों की सुविधाओं को &nbsp;ध्यान में रखते हुए &nbsp;लगभग साढ़े 3 करोड़ रुपये की लागत से यहां ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट का निर्माण किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब देश दुनिया से बस्तर घुमने आने वाले पर्यटक कोसारटेडा जलाशय का लुफ्त उठाने के साथ यहां बनने जा रहे ईको &nbsp;रिसोर्ट में ठहर सकेंगे. दरअसल अब तक यहां पर्यटकों के रुकने के लिए किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं थी,लेकिन लगातार इस जलाशय को देखने पहुंच रहे पर्यटकों की संख्या को देखते हुए पर्यटन विभाग ने अब यहां ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट बनाने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि आने वाले कुछ महीनों में रिजॉर्ट का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कोसारटेडा जलाशय में है सुविधाओं की कमी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल बस्तर जिले के सालेमेटा में मौजूद कोसारटेडा बांध पूरे साल भर लबालब पानी से भरा होता है. जल संसाधन विभाग ने इस जलाशय के परिसर में पार्क का भी निर्माण किया है. देश-विदेश से और छत्तीसगढ़ के दूसरे जिलों से बस्तर घूमने आने वाले पर्यटक चित्रकोट, तीरथगढ़ और कांगेर वैली नेशनल पार्क के साथ कोसारटेडा जलाशय का भी लुफ्त उठाने यहां पहुंचते हैं. लेकिन यहां पर्यटकों के लिए किसी तरह की कोई सुविधा नहीं होने की वजह से पर्यटक यहां रुक नहीं पाते हैं. वहीं कोसारटेडा जलाशय में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मोटरबोट की भी शुरुआत की गई है,लेकिन कुछ देर ठहरने के बाद पर्यटक यहां से वापस चले जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;ऐसे में पर्यटन विभाग अब कोसारटेडा जलाशय में पर्यटकों के सुविधाओं का विस्तार करने ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट का निर्माण करने जा रहा है और इसके लिए साढे 3 करोड रुपये खर्च किए जाएंगे. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक इको टूरिज्म रिसॉर्ट के लिए टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. अधिकारियों का मानना है कि कोसारटेडा में ईको रिसॉर्ट बनने से निश्चित ही यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और उन्हें यहा बेहतर सुविधा भी मिलेगी. वर्तमान में यहां पर्यटको के लिए सुविधाओं की कमी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बस्तर में ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट को मिल रहा अच्छा रिस्पांस</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं &nbsp;बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम &nbsp;का कहना है कि पर्यटन विभाग के द्वारा चित्रकोट वॉटरफॉल के नजदीक ईको टूरिज्म रिजॉर्ट का निर्माण किया गया &nbsp;है.इसे देश-विदेश के पर्यटकों का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. सीजन ही नहीं बल्कि सामान्य दिनों में भी इस रिसोर्ट में बाहर के पर्यटक ऑनलाइन बुकिंग करवाकर पहुंचते हैं. वही कोसारटेडा जलाशय में भी ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट बनने से जरूर बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और ज्यादा से ज्यादा पर्यटक बस्तर पहुंच इन प्रसिद्ध वॉटरफॉल के साथ कोसारटेडा जलाशय का भी लुत्फ़ उठा सकेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल पर्यटन सुविधाओं को प्राकृतिक वातावरण के साथ मिलान करने के लिए ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट बनाया जाता है. साथ ही पर्यटकों को स्थानीय स्तर पर आदिवसी कल्चर की &nbsp;तैयार भोजन परोसा जाता है. यही कारण है कि बाहर से आने वाले पर्यटक ईको टूरिस्ट का नाम सुनकर आकर्षित होते हैं. खासकर विदेशो से आने वाले पर्यटकों को &nbsp;ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट काफी पसंद आता है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh News:</strong> छत्तीसगढ़ के बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अब प्रसिद्ध कोसारटेडा जलाशय में भी पर्यटकों की सुविधाओं को &nbsp;ध्यान में रखते हुए &nbsp;लगभग साढ़े 3 करोड़ रुपये की लागत से यहां ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट का निर्माण किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब देश दुनिया से बस्तर घुमने आने वाले पर्यटक कोसारटेडा जलाशय का लुफ्त उठाने के साथ यहां बनने जा रहे ईको &nbsp;रिसोर्ट में ठहर सकेंगे. दरअसल अब तक यहां पर्यटकों के रुकने के लिए किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं थी,लेकिन लगातार इस जलाशय को देखने पहुंच रहे पर्यटकों की संख्या को देखते हुए पर्यटन विभाग ने अब यहां ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट बनाने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि आने वाले कुछ महीनों में रिजॉर्ट का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कोसारटेडा जलाशय में है सुविधाओं की कमी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल बस्तर जिले के सालेमेटा में मौजूद कोसारटेडा बांध पूरे साल भर लबालब पानी से भरा होता है. जल संसाधन विभाग ने इस जलाशय के परिसर में पार्क का भी निर्माण किया है. देश-विदेश से और छत्तीसगढ़ के दूसरे जिलों से बस्तर घूमने आने वाले पर्यटक चित्रकोट, तीरथगढ़ और कांगेर वैली नेशनल पार्क के साथ कोसारटेडा जलाशय का भी लुफ्त उठाने यहां पहुंचते हैं. लेकिन यहां पर्यटकों के लिए किसी तरह की कोई सुविधा नहीं होने की वजह से पर्यटक यहां रुक नहीं पाते हैं. वहीं कोसारटेडा जलाशय में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मोटरबोट की भी शुरुआत की गई है,लेकिन कुछ देर ठहरने के बाद पर्यटक यहां से वापस चले जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;ऐसे में पर्यटन विभाग अब कोसारटेडा जलाशय में पर्यटकों के सुविधाओं का विस्तार करने ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट का निर्माण करने जा रहा है और इसके लिए साढे 3 करोड रुपये खर्च किए जाएंगे. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक इको टूरिज्म रिसॉर्ट के लिए टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. अधिकारियों का मानना है कि कोसारटेडा में ईको रिसॉर्ट बनने से निश्चित ही यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और उन्हें यहा बेहतर सुविधा भी मिलेगी. वर्तमान में यहां पर्यटको के लिए सुविधाओं की कमी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बस्तर में ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट को मिल रहा अच्छा रिस्पांस</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं &nbsp;बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम &nbsp;का कहना है कि पर्यटन विभाग के द्वारा चित्रकोट वॉटरफॉल के नजदीक ईको टूरिज्म रिजॉर्ट का निर्माण किया गया &nbsp;है.इसे देश-विदेश के पर्यटकों का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. सीजन ही नहीं बल्कि सामान्य दिनों में भी इस रिसोर्ट में बाहर के पर्यटक ऑनलाइन बुकिंग करवाकर पहुंचते हैं. वही कोसारटेडा जलाशय में भी ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट बनने से जरूर बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और ज्यादा से ज्यादा पर्यटक बस्तर पहुंच इन प्रसिद्ध वॉटरफॉल के साथ कोसारटेडा जलाशय का भी लुत्फ़ उठा सकेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल पर्यटन सुविधाओं को प्राकृतिक वातावरण के साथ मिलान करने के लिए ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट बनाया जाता है. साथ ही पर्यटकों को स्थानीय स्तर पर आदिवसी कल्चर की &nbsp;तैयार भोजन परोसा जाता है. यही कारण है कि बाहर से आने वाले पर्यटक ईको टूरिस्ट का नाम सुनकर आकर्षित होते हैं. खासकर विदेशो से आने वाले पर्यटकों को &nbsp;ईको टूरिस्ट रिजॉर्ट काफी पसंद आता है.</p>  छत्तीसगढ़ Saat Nischay-2: ‘नौकरी और रोजगार देने के लक्ष्य को मिशन मोड में जल्द पूरा करें’, नीतीश कुमार का आदेश