हरियाणा के पलवल जिले में शुक्रवार की रात बारिश के साथ कई स्थानों पर जमकर ओलावृष्टि भी हुई। जिससे जहां फसलों को नुकसान हुआ है, वहीं ठंड भी बढ़ गई है। जिले का शनिवार का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। ओलावृष्टि के कारण सरसों और सब्जी की फसलों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। किसानों ने सरकार से गिरदावरी करवाकर तुरंत मुआवजे की मांग की है। सब्जियों को पहुंचा काफी नुकसान जिले के महेशपुर, नांगल जाट, अंधोप, बघौला, धतीर, सिकंदरपुर, घुघेरा, अल्लिका, राखौता व रजोल्का सहित दर्जनों गांवों में जमकर ओलावृष्टि भी हुई। ओले पड़ने से सरसों की तैयार फसल में काफी नुकसान हुआ। वहीं सब्जियों की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचा है। जिले में लगभग 90 हजार हेक्टेयर भूमि में गेहूं तथा पांच हेक्टेयर भूमि में सरसों की फसल की इस वर्ष बिजाई की गई है। छह हजार हेक्टेयर में गन्ने की बिजाई हुई है। जिले में हुई बारिश और ओलावृष्टि के बाद ठंड भी बढ़ गई। इससे लोग शनिवार को अपने घरों में दुबके रहे। वहीं पूरे दिन बादल छाए रहे। बहीन में सबसे अधिक बारिश कृषि विशेषज्ञ डॉ. महावीर सिंह मलिक ने बताया कि हल्की बारिश जहां फसलों के लिए फायदेमंद है, वहीं जिन स्थानों पर ओले गिरे हैं वहां नुकसान हुआ है। सरसों और सब्जी की फसल में अधिक नुकसान है। पलवल में 8 एमएम, होडल में 3 एमएम, बहीन में 12 व हथीन 10 और हसनपुर में 5 एमएम बारिश नोट की गई है। क्या कहते है कृषि अधिकारीकृषि विभाग के सहायक तकनीकी प्रबंधक अतुल कुमार ने बताया कि हथीन इलाके में बरसात के साथ ओले बरसे हैं, जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। कृषि विभाग की टीम नुकसान के आकलन में लगी हुई है, पूरे आकलन के बाद ही पता चलेगा कि कितना नुकसान हुआ है। हरियाणा के पलवल जिले में शुक्रवार की रात बारिश के साथ कई स्थानों पर जमकर ओलावृष्टि भी हुई। जिससे जहां फसलों को नुकसान हुआ है, वहीं ठंड भी बढ़ गई है। जिले का शनिवार का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। ओलावृष्टि के कारण सरसों और सब्जी की फसलों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। किसानों ने सरकार से गिरदावरी करवाकर तुरंत मुआवजे की मांग की है। सब्जियों को पहुंचा काफी नुकसान जिले के महेशपुर, नांगल जाट, अंधोप, बघौला, धतीर, सिकंदरपुर, घुघेरा, अल्लिका, राखौता व रजोल्का सहित दर्जनों गांवों में जमकर ओलावृष्टि भी हुई। ओले पड़ने से सरसों की तैयार फसल में काफी नुकसान हुआ। वहीं सब्जियों की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचा है। जिले में लगभग 90 हजार हेक्टेयर भूमि में गेहूं तथा पांच हेक्टेयर भूमि में सरसों की फसल की इस वर्ष बिजाई की गई है। छह हजार हेक्टेयर में गन्ने की बिजाई हुई है। जिले में हुई बारिश और ओलावृष्टि के बाद ठंड भी बढ़ गई। इससे लोग शनिवार को अपने घरों में दुबके रहे। वहीं पूरे दिन बादल छाए रहे। बहीन में सबसे अधिक बारिश कृषि विशेषज्ञ डॉ. महावीर सिंह मलिक ने बताया कि हल्की बारिश जहां फसलों के लिए फायदेमंद है, वहीं जिन स्थानों पर ओले गिरे हैं वहां नुकसान हुआ है। सरसों और सब्जी की फसल में अधिक नुकसान है। पलवल में 8 एमएम, होडल में 3 एमएम, बहीन में 12 व हथीन 10 और हसनपुर में 5 एमएम बारिश नोट की गई है। क्या कहते है कृषि अधिकारीकृषि विभाग के सहायक तकनीकी प्रबंधक अतुल कुमार ने बताया कि हथीन इलाके में बरसात के साथ ओले बरसे हैं, जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। कृषि विभाग की टीम नुकसान के आकलन में लगी हुई है, पूरे आकलन के बाद ही पता चलेगा कि कितना नुकसान हुआ है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
