हरियाणा के पलवल में नेशनल हाईवे-19 पर मितरोल गांव के पास एक व्यक्ति की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। पलवल में एक दूसरा व्यक्ति रेलवे स्टेशन पर मृत अवस्था में पड़ा हुआ मिला। पुलिस व जीआरपी ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया, जबकि स्टेशन पर मिले शव की पहचान नहीं हो सकी है। मुंडकटी थाना प्रभारी सुंदरपाल ने बताया कि मितरोल निवासी ब्रजेश ने दी शिकायत में कहा है कि वह जिला मथुरा के वृंदावन का रहने वाला है, लेकिन फिलहाल अपने परिवार के साथ मितरोल गांव में रहता है। उसका भाई बिट्टू मितरोल गांव से सुबह घूमने के लिए घर से निकाला था। मितरोल गांव के सामने से हाईवे को पार करने लगा। इसी दौरान एक कार तेज गति से आई और उसके भाई बिट्टू को सीधी टक्कर मार दी। बिट्टू की हादसे में मौत हो गई। रेलवे स्टेशन पर मिला शव पलवल जीआरपी चौकी में तैनात देवरतन डागर ने बताया कि रेलवे स्टेशन पलवल के मुख्य गेट पर स्थित हनुमान मंदिर के सामने एक व्यक्ति (बाबाजी जैसा) मृत अवस्था में पड़ा हुआ मिला। जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पहचान कराने का प्रयास किया, लेकिन पहचान नहीं हो सकी। मृतक ने भगवा रंग की हाफ बाजू की कमीज, धौती पीले रंग की व पैरों में चप्पल पहनी हुई है। उसकी उम्र करीब 50-52 वर्ष है। हरियाणा के पलवल में नेशनल हाईवे-19 पर मितरोल गांव के पास एक व्यक्ति की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। पलवल में एक दूसरा व्यक्ति रेलवे स्टेशन पर मृत अवस्था में पड़ा हुआ मिला। पुलिस व जीआरपी ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया, जबकि स्टेशन पर मिले शव की पहचान नहीं हो सकी है। मुंडकटी थाना प्रभारी सुंदरपाल ने बताया कि मितरोल निवासी ब्रजेश ने दी शिकायत में कहा है कि वह जिला मथुरा के वृंदावन का रहने वाला है, लेकिन फिलहाल अपने परिवार के साथ मितरोल गांव में रहता है। उसका भाई बिट्टू मितरोल गांव से सुबह घूमने के लिए घर से निकाला था। मितरोल गांव के सामने से हाईवे को पार करने लगा। इसी दौरान एक कार तेज गति से आई और उसके भाई बिट्टू को सीधी टक्कर मार दी। बिट्टू की हादसे में मौत हो गई। रेलवे स्टेशन पर मिला शव पलवल जीआरपी चौकी में तैनात देवरतन डागर ने बताया कि रेलवे स्टेशन पलवल के मुख्य गेट पर स्थित हनुमान मंदिर के सामने एक व्यक्ति (बाबाजी जैसा) मृत अवस्था में पड़ा हुआ मिला। जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पहचान कराने का प्रयास किया, लेकिन पहचान नहीं हो सकी। मृतक ने भगवा रंग की हाफ बाजू की कमीज, धौती पीले रंग की व पैरों में चप्पल पहनी हुई है। उसकी उम्र करीब 50-52 वर्ष है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
प्रदेश में हिंदी शिक्षकों के 1681 पद खाली, स्कूलों में हिंदी पढ़ना कैसे सीखेंगे बच्चे?
प्रदेश में हिंदी शिक्षकों के 1681 पद खाली, स्कूलों में हिंदी पढ़ना कैसे सीखेंगे बच्चे? भास्कर न्यूज | रोहतक अपनी खूबियों से समृद्ध और राष्ट्रभाषा का गौरव प्राप्त िंहंदी की दुर्दशा कम नहीं हो रही है। इसकी वजह शासन-प्रशासन की तरफ से इसको लेकर लगातार किया जा रहा उपेक्षा का व्यवहार है। देश की सांस्कृतिक धरोहर संजोने वाली इस भाषा के प्रति समाज का भी नजरिया हीन भावना वाला है, जबकि आमजन की ओर से सर्वाधिक प्रयोग की जाने वाली भाषा यही हिंदी है। इसके बावजूद हिंदी भाषा की उन्नति पर संकट बरकरार है। सार्वजनिक स्थलों पर मार्गदर्शन के लिए लगे बैनर पोस्टरों पर भी आम बोलचाल के लिखे शब्दों में त्रुटियां देखने को मिलती हैं। यही नहीं, शहर में विभिन्न प्रमुख विभागों और सरकारी कार्यालयों में जहां तहां लिखे हिंदी के वाकयों में गलती मिलती हैं। यह समस्या हिंदी के प्रति उदासीनता को दर्शाती है। क्योंकि हिंदी के आम बोलचाल चाल के शब्दों में भी त्रुटियां मिल रही हैं। यहां तक की आमजन को सतर्क और मार्गदर्शन करने वाले बैनर व पोस्टर के शब्दों में अशुद्धियां देखने को मिलती हैं। इतना ही नहीं, विभिन्न विभागों के नामों में गलतियां अकसर प्रशासनिक दस्तावेजों और सार्वजनिक सूचनाओं में देखने को भी मिलती हैं। सरकारी विभागों में अंग्रेजी शब्दों का हो रहा प्रयोग प्रदेश के सरकारी स्कूलों हिंदी विषय के कुल 7381 हैं। इनमें से जिले में 4487 नियमित शिक्षक, 922 अतिथि शिक्षक, 185 एचकेआरएन शिक्षक कार्यरत हैं। वहीं, लगभग 1681 पद अभी भी खाली हैं। प्रदेश भर में कक्षा 12वीं के 186815 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। इनमें से 185329 विद्यार्थी पास हुए हैं। यानी हिंदी विषय का कुल परीक्षा पास प्रतिशत 99.20 रहा। कक्षा 10वीं में 286714 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। इनमें से 277913 विद्यार्थी पास हुए हैं, जोकि 96.93 % रहा है।
हरियाणा में निगम के चेयरमैन होंगे पावरफुल:20 लाख का होगा निजी कोष; सिक्योरिटी के लिए बॉडीगार्ड मिलेगा
हरियाणा में निगम के चेयरमैन होंगे पावरफुल:20 लाख का होगा निजी कोष; सिक्योरिटी के लिए बॉडीगार्ड मिलेगा हरियाणा के सरपंचों की तरह अब निकाय चेयरमैन व वाइस चेयरमैनों की भी पावर बढ़ने वाली है। शहरी निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने जनप्रतिनिधियों के वित्तीय अधिकारों में बढ़ोतरी का खाका तैयार कर लिया है। इस खाका में जहां बिल पास करने के लिए चेयरमैन, वाइस चेयरमैन और सचिव की कमेटी में से 2 को साइन की पॉवर दी जाएगी तो वहीं सरकारी काम के लिए अब वह खुद की गाड़ी इस्तेमाल कर सकेंगे। इसके एवज में उन्हें विभाग की ओर से 16 रुपए प्रति किलोमीटर के तहत पैसों की अदायगी की जाएगी। हर महीने वह 2500 किलोमीटर तक गाड़ी का इस्तेमाल कर सकेंगे। दरअसल, निकाय चेयरमैनों की ओर से लंबे समय से वित्तीय पावर बढ़ाने सहित अन्य अधिकार देने की मांग की जा रही। इस संबंध में महीनों पहले शहरी निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने प्रदेश भर के चेयरमैनों के साथ बैठक की थी जिसमें उनकी मांगों को उचित बताते हुए प्रस्ताव तैयार करने के आदेश दिए थे। फिलहाल मंत्री की ओर से मुख्यमंत्री कार्यालय को फाइल भेजी जा चुकी है जहां से मुख्यमंत्री की स्वीकृति का इंतजार है। पेमेंट अप्रूवल कमेटी में मिलेगी जगह निकाय एसोसिएशन की ओर से महीनों पहले निकाय मंत्री सुभाष सुधा के साथ हुई बैठक में 5 सूत्रीय एजेंडे को लागू करने की मांग की गई थी। निकाय एसोसिएशन की प्रदेशाध्यक्ष रजनी विरमानी ने मंत्री को बताया है कि पेमेंट अप्रूवल कमेटी में जिन-जिन सदस्यों को रखा गया है उनके बीच विवाद होने की संभावना ज्यादा है, इसलिए इस कमेटी में सिर्फ निर्वाचित अध्यक्ष व जो भी अधिकारी हो तथा जिस वार्ड में काम होना हो वहां के निर्वाचित मेंबर को ही शामिल किया जाए। 20 लाख तक का होगा निजी कोष सभी निकायों में निर्वाचित अध्यक्ष के पास भी कम से कम 15-20 लाख रुपए तक के काम करवाने के लिए हर महीने निजी कोष में बजट दिया जाए। सभी शहरों में काफी सामुदायिक केंद्र व धर्मशालाएं लंबे समय से बनी हैं जो जर्जर हालत में पहुंच गई है लेकिन उनके पास मलकीयत के दस्तावेज नहीं है। ऐसी धर्मशालाओं के जीर्णोद्वार का काम निकायों को देना चाहिए।
इसके अलावा सभी चेयरमैनों को सिक्योरिटी के तहत अंगरक्षक उपलब्ध करवाने के साथ ही अफसरों पर प्रधानों का नियंत्रण स्थापित करने की पॉवर देनी चाहिए। सरपंचों की सरकार बढ़ा चुकी पावर कुरुक्षेत्र में पंचायती राज सम्मेलन के दौरान सीएम नायब सैनी सरपंचों की पावर बढ़ाने का ऐलान कर चुके हैं। जिसके बाद अब सरपंच ई-टेंडरिंग के बगैर 21 लाख तक के काम करा सकेंगे। खट्टर के CM रहते यह लिमिट 5 लाख कर दी गई थी।जिसका सरपंच लगातार विरोध कर रहे थे। वह ई-टेंडरिंग को ही खत्म करने की मांग कर रहे थे। इसके विरोध में यूनियन तक बनाई गई और खट्टर का सीएम रहते खूब विरोध भी किया गया।हालांकि सीएम ने अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव को देखते हुए फिलहाल काम कराने की लिमिट में ही राहत दी है।
हरियाणा के सभी जिले तप रहे, लू का अलर्ट:नूंह सबसे गर्म; 46.5 डिग्री पहुंचा पारा, 18 की रात से बदलेगा मौसम
हरियाणा के सभी जिले तप रहे, लू का अलर्ट:नूंह सबसे गर्म; 46.5 डिग्री पहुंचा पारा, 18 की रात से बदलेगा मौसम हरियाणा के सभी जिलों में आज लू चलने का अलर्ट जारी किया गया है। 24 घंटे के आंकड़ों पर नजर डालें तो नूंह प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 46.5 डिग्री पहुंच गया। यह सामान्य से 7.5 डिग्री अधिक है। दिन के साथ-साथ रातें भी गर्म हो रही हैं। पलवल में रात का न्यूनतम तापमान 36.6 डिग्री पहुंच गया। मौसम विभाग का कहना है कि 18 तारीख तक प्रदेश में गर्मी को लेकर स्थिति ऐसी ही रहेगी। उसी रात मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। 19 तारीख की सुबह प्री-मानसून की बारिश गर्मी से राहत दे सकती है। उत्तरी हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश, दक्षिणी और पश्चिमी हरियाणा में हल्की बारिश की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 27 जून से 3 जुलाई के बीच मानसून आने की संभावना है। हरियाणा में 87% कम बारिश हरियाणा में जून में अब तक सामान्य से 87 % कम बारिश हुई है। प्रदेश में सिर्फ 2.3 मिमी ही बारिश अब तक रिकॉर्ड की गई है। प्रदेश में 1 से 15 जून तक सामान्य के मुकाबले 87 फीसदी कम बारिश हुई है। इस अवधि में 17.2 मिलीमीटर बारिश सामान्य मानी जाती है, लेकिन सिर्फ 2.3 मिलीमीटर हुई है। सूबे के चार जिले ऐसे हैं, जहां बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई। इनमें फरीदाबाद, फतेहाबाद, झज्जर व पलवल शामिल है। बिजली भी करेगी परेशान भीषण गर्मी में अब बिजली भी परेशान करेगी। इसकी वजह है कि अब धान रोपाई के लिए खेतों में भी 8 घंटे बिजली दी जाएगी। इससे रोज 1.5 करोड़ यूनिट की खपत बढ़ेगी। बिजली विभाग का कहना है कि खेतों में 8 घंटे बिजली सप्लाई होगी। इसके लिए 3 शिफ्टों में शेड्यूल है। बिजली अधिकारियों का कहना है कि धान रोपाई का सीजन शुरू होने से रोज करीब 1.5 करोड़ यूनिट बिजली की खपत बढ़ेगी। प्रदेश के खेतों में करीब 6.63 लाख टयूबवेल कनेक्शन हैं।