हरियाणा के पलवल में एक डॉक्टर ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। उसके खिलाफ एक महिला ने छेड़छाड़ की शिकायत पुलिस को दी थी। पुलिस इस मामले में जांच कर रही थी। वहीं डॉक्टर के भाई का आरोप है कि महिला द्वारा की गई झूठी शिकायत के कारण ही उसके भाई ने आत्महत्या की है। परिजनों ने पुलिस को लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। मानपुर गांव निवासी रविंद्र ने बताया कि उसका भाई बिजेंद्र करीब 20 वर्ष से अमरपुर में क्लिनिक चला रहा था। एक महिला उसके भाई के क्लिनिक पर आई और उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। उन्होंने रुपए देकर महिला को शांत कर दिया था। ऐसा दो बार हुआ। तीसरी बार फिर वह महिला अपने बच्चों के साथ क्लिनिक पर आई और इलाज कराने के बाद उसने अमरपुर पुलिस चौकी में उसके डॉक्टर भाई के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत दे दी। उन्होंने बताया कि बिजेंद्र ने उसको पूरी बात बताई। जब वे अमरपुर क्लिनिक पर भाई के पास जा रहे थे, तभी उन्हें सूचना मिली कि बिजेंद्र ने दहशत में आकर कोई जहरीला पदार्थ खा लिया है। वे उसे इलाज के लिए पलवल अस्पताल ले गए है। लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने उसके भाई को मृत घोषित कर दिया। मृतक बिजेंद्र के भाई ने कहा कि महिला व उसके पति ने बार-बार झूठी शिकायत देकर पैसे ऐंठने से परेशान होकर उसके भाई ने आत्महत्या की है। चांदहट थाना प्रभारी सुंदरपाल ने बताया कि अमरपुर गांव में क्लिनिक चलाने वाले बिजेंद्र नामक डॉक्टर ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। मृतक डॉक्टर के खिलाफ एक महिला ने छेड़छाड़ की शिकायत दी थी।जिस पर पुलिस जांच कर रही थी। अब इस मामले की भी पुलिस द्वारा गहनता से जांच की जाएगी। जांच में जो भी तथ्य पुलिस के हाथ लगते है। उसी आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा के पलवल में एक डॉक्टर ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। उसके खिलाफ एक महिला ने छेड़छाड़ की शिकायत पुलिस को दी थी। पुलिस इस मामले में जांच कर रही थी। वहीं डॉक्टर के भाई का आरोप है कि महिला द्वारा की गई झूठी शिकायत के कारण ही उसके भाई ने आत्महत्या की है। परिजनों ने पुलिस को लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। मानपुर गांव निवासी रविंद्र ने बताया कि उसका भाई बिजेंद्र करीब 20 वर्ष से अमरपुर में क्लिनिक चला रहा था। एक महिला उसके भाई के क्लिनिक पर आई और उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। उन्होंने रुपए देकर महिला को शांत कर दिया था। ऐसा दो बार हुआ। तीसरी बार फिर वह महिला अपने बच्चों के साथ क्लिनिक पर आई और इलाज कराने के बाद उसने अमरपुर पुलिस चौकी में उसके डॉक्टर भाई के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत दे दी। उन्होंने बताया कि बिजेंद्र ने उसको पूरी बात बताई। जब वे अमरपुर क्लिनिक पर भाई के पास जा रहे थे, तभी उन्हें सूचना मिली कि बिजेंद्र ने दहशत में आकर कोई जहरीला पदार्थ खा लिया है। वे उसे इलाज के लिए पलवल अस्पताल ले गए है। लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने उसके भाई को मृत घोषित कर दिया। मृतक बिजेंद्र के भाई ने कहा कि महिला व उसके पति ने बार-बार झूठी शिकायत देकर पैसे ऐंठने से परेशान होकर उसके भाई ने आत्महत्या की है। चांदहट थाना प्रभारी सुंदरपाल ने बताया कि अमरपुर गांव में क्लिनिक चलाने वाले बिजेंद्र नामक डॉक्टर ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। मृतक डॉक्टर के खिलाफ एक महिला ने छेड़छाड़ की शिकायत दी थी।जिस पर पुलिस जांच कर रही थी। अब इस मामले की भी पुलिस द्वारा गहनता से जांच की जाएगी। जांच में जो भी तथ्य पुलिस के हाथ लगते है। उसी आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा CM और BJP अध्यक्ष आमने-सामने:बड़ौली ने कहा- मुख्यमंत्री लाडवा से लडेंगे; सैनी बोले- मैं करनाल से ही लड़ूंगा, उसको ज्यादा जानकारी हरियाणा में BJP उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होने से पहले घमासान मचा है। शुक्रवार को करनाल में रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि मैं करनाल से चुनाव लड़ूंगा। जबकि सुबह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा था कि मुख्यमंत्री नायब सैनी लाडवा से चुनाव लड़ेंगे। नायब सैनी ने कहा, ‘ मोहन लाल बड़ौली प्रदेश अध्यक्ष हैं, उसको मेरे से ज्यादा जानकारी है। पार्लियामेंट बोर्ड के सामने जिन दावेदारों ने अप्लाई किया था, उसे लिस्टिंग करके केंद्रीय नेतृत्व के सामने रख दिया है। अगला निर्णय पार्लियामेंट्री बोर्ड का है। करनाल से मैं ही चुनाव लड़ूंगा। सैनी के करनाल सीट छोड़ने के 3 बड़े कारण 1. पंजाबी वोट बैंक की नाराजगी करनाल सीट पर पंजाबी समुदाय के सबसे ज्यादा 64 हजार वोट हैं। सैनी समुदाय के यहां सिर्फ 5800 वोट हैं। इसके अलावा अगर कुल OBC वोटरों की बात करें तो करीब 35 हजार वोट है। चूंकि पिछली बार करनाल से मनोहर लाल खट्टर लड़े, वह पंजाबी समुदाय से थे। इसलिए उन्हें पंजाबी वोटरों का समर्थन मिला। सैनी OBC वर्ग से आते हैं। उनके समुदाय और OBC वर्ग की भी बहुत कम वोट हैं। ऐसे में उनको इसका नुकसान हो सकता है। वहीं अब पंजाबी वर्ग भी मुखर रूप से लगातार प्रतिनिधित्व की मांग कर रहा है। इसे भांपते हुए कुछ दिन पहले कांग्रेस भी करनाल में पंजाबी महासम्मेलन कर चुकी है। हुड्डा ने यहां तक वादा किया कि कांग्रेस सरकार बनी तो वह पंजाबी विस्थापित कल्याण बोर्ड बनाएंगे। इससे भी भाजपा को पंजाबी वोट खिसकने का डर है। 2. एंटी इनकंबेंसी का खतरा करनाल 10 साल से सीएम सिटी है। सीएम का गृह क्षेत्र होने से भाजपा को फायदे की उम्मीद जरूर हो, लेकिन इसको लेकर यहां एंटी इनकंबेंसी का खतरा भी ज्यादा है। सीएम सिटी की वजह से धरने-प्रदर्शन के अलावा लोगों की आम विधायक के तौर पर सीएम के साथ सीधी कनेक्टिविटी नहीं हो पाती। चूंकि खट्टर ने पहले ही सबको साध लिया था लेकिन सैनी के लिए अंत के कुछ महीनों में यह संभव नहीं हो रहा। इसकी वजह 3 महीने पहले लोकसभा चुनाव और अब विधानसभा चुनाव की वजह से पर्याप्त समय न मिल पाना है। 3. भीतरघात का खतरा, लोकल दावेदारों की बगावत करनाल सीट पर सैनी को भीतरघात का भी खतरा बना हुआ है। सीएम के करीबी सूत्र बताते हैं कि यहां मनोहर लाल खट्टर के करीबी रही उनकी टीम अभी सीएम सैनी के साथ खुले दिल से नहीं चल रही। इतना अवश्य है कि खट्टर उन्हें मना लेंगे लेकिन चुनाव में वह कितने मन से मदद करेंगे, इसको लेकर सैनी के लिए रिस्क रहेगा। वहीं खट्टर के जाने के बाद लोकल नेताओं को उम्मीद थी कि अब उन्हें मौका मिलेगा लेकिन इस चुनाव में सैनी यहां से जीत गए तो फिर अगले 5 साल के लिए उनका रास्ता बंद हो जाएगा। ऐसे में उनके बगावत करने का खतरा बना रहेगा। लाडवा से सीएम की चर्चा क्यों, सैनी बिरदारी, OBC वर्ग और लोकसभा का कनेक्शन
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बहादुरगढ़ में फुटवीयर फैक्ट्री में लगी भीषण आग:कर्मियों ने भाग कर बचाई जान; सामान के साथ भवन को भी नुकसान हरियाणा के बहादुरगढ़ में आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक फुटवियर फैक्ट्री में रविवार शाम को अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग तेजी से फैल गई। देर शाम तक भी आग भड़की हुई थी। फायर ब्रिगेड कर्मी कई गाड़ियों के सहारे बचाव कार्य मे जुटे थे। जानकारी अनुसार दिल्ली के निवासी सन्नी गोयल की एमआईई पार्ट-ए में स्ट्राइकर इंडस्ट्रीज नाम से फैक्ट्री है। इसमें जूते-चप्पल आदि तैयार किए जाते हैं। रविवार शाम कंपनी में काम चल रहा था। करीब 6 बजे अचानक फैक्ट्री के एक हिस्से में आग लग गई। ज्वलनशील पदार्थ होने के चलते आग तेजी से फैलती चली गई। कर्मचारियों ने जैसे-जैसे बाहर निकल कर अपनी जान बचाई। दमकल विभाग को आग लगने की सूचना दी गई। देर रात तक आग नहीं बुझ पाई थी। आग से फैक्ट्री में रखा काफी माल जल गया। फैक्ट्री भवन को भी क्षति पहुंची। आगजनी की इस घटना में गनीमत रही की कोई जनहानि नहीं हुई। आग किन कारणों के चलते लगी इसका कारण स्पष्ट नहीं हो पाया। आग बुझने के बाद दमकल टीम आग लगने के कारणों का पता लगाने का प्रयास करेगी। जांच के बाद ही आग लगने का कारण स्पष्ट हो सकेगा। इस घटना से फैक्ट्री मालिक को काफी नुकसान हुआ है।