पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल व अन्य जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए करनाल व घरौंडा में बाजार बंद का आह्वान किया गया। दोपहर एक बजे तक करनाल में बाजार पूरी तरह बंद रहा। इस दौरान दुकानदारों ने भी अपनी दुकानें बंद रखकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। घरौंडा में भी बंद का असर दोपहर 12 बजे तक देखने को मिला, हालांकि कुछ दुकानदारों ने आंशिक रूप से अपनी दुकानें खोली और कारोबार जारी रखा। शहीदों को नमन करने के लिए खुद आगे आए दुकानदार करनाल के अधिकतर इलाकों में व्यापारिक प्रतिष्ठान सुबह से ही बंद दिखे। दुकानदारों ने किसी संगठन के दबाव के बजाय स्वयं निर्णय लेकर अपनी दुकानें बंद रखीं। स्थानीय लोगों ने भी इस कदम को सराहते हुए कहा कि यह शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि देने का तरीका है। घरौंडा में कुछ दुकानदारों ने शटर झुकाकर अंदर से किया व्यापार घरौंडा में बंद का मिला-जुला असर रहा। अधिकतर दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे, लेकिन कुछ दुकानदार ऐसे भी रहे जिन्होंने शटर आधा खोलकर ग्राहकों को अंदर बुलाया और सामान बेचा। इस पर युवाओं में नाराजगी भी देखने को मिली। व्यापार मंडल के युवा सदस्यों ने इस रवैये पर कड़ा एतराज जताया। सरकार को अब ठोस कदम उठाना होगा युवाओं ने कहा कि जो लोग शहीद हुए हैं, वे हमारे बीच के ही भाई, बहन, बेटे थे। उनके साथ जो हुआ, वह किसी के भी साथ हो सकता है। अब समय आ गया है कि सरकार पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा और निर्णायक एक्शन लें ताकि भविष्य में कोई जवान इस तरह आतंकवाद का शिकार न बने। दोषियों को सख्त सजा दे सरकार करनाल के दुकानदारों ने कहा कि बाजार बंद करके हमने विनय नरवाल और अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि दी है। हम चाहते हैं कि सरकार इस घटना का गंभीरता से संज्ञान ले और जो भी इसके पीछे हैं, उन्हें जल्द से जल्द पकड़कर ऐसी सजा दी जाए जिससे आगे कोई इस तरह का दुस्साहस न कर सके। पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल व अन्य जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए करनाल व घरौंडा में बाजार बंद का आह्वान किया गया। दोपहर एक बजे तक करनाल में बाजार पूरी तरह बंद रहा। इस दौरान दुकानदारों ने भी अपनी दुकानें बंद रखकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। घरौंडा में भी बंद का असर दोपहर 12 बजे तक देखने को मिला, हालांकि कुछ दुकानदारों ने आंशिक रूप से अपनी दुकानें खोली और कारोबार जारी रखा। शहीदों को नमन करने के लिए खुद आगे आए दुकानदार करनाल के अधिकतर इलाकों में व्यापारिक प्रतिष्ठान सुबह से ही बंद दिखे। दुकानदारों ने किसी संगठन के दबाव के बजाय स्वयं निर्णय लेकर अपनी दुकानें बंद रखीं। स्थानीय लोगों ने भी इस कदम को सराहते हुए कहा कि यह शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि देने का तरीका है। घरौंडा में कुछ दुकानदारों ने शटर झुकाकर अंदर से किया व्यापार घरौंडा में बंद का मिला-जुला असर रहा। अधिकतर दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे, लेकिन कुछ दुकानदार ऐसे भी रहे जिन्होंने शटर आधा खोलकर ग्राहकों को अंदर बुलाया और सामान बेचा। इस पर युवाओं में नाराजगी भी देखने को मिली। व्यापार मंडल के युवा सदस्यों ने इस रवैये पर कड़ा एतराज जताया। सरकार को अब ठोस कदम उठाना होगा युवाओं ने कहा कि जो लोग शहीद हुए हैं, वे हमारे बीच के ही भाई, बहन, बेटे थे। उनके साथ जो हुआ, वह किसी के भी साथ हो सकता है। अब समय आ गया है कि सरकार पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा और निर्णायक एक्शन लें ताकि भविष्य में कोई जवान इस तरह आतंकवाद का शिकार न बने। दोषियों को सख्त सजा दे सरकार करनाल के दुकानदारों ने कहा कि बाजार बंद करके हमने विनय नरवाल और अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि दी है। हम चाहते हैं कि सरकार इस घटना का गंभीरता से संज्ञान ले और जो भी इसके पीछे हैं, उन्हें जल्द से जल्द पकड़कर ऐसी सजा दी जाए जिससे आगे कोई इस तरह का दुस्साहस न कर सके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
