नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) के 4 साल का बैन लगाने के बाद हरियाणा के पहलवान बजरंग पूनिया मीडिया के सामने आए। पूनिया ने कहा कि सबसे ताकतवर स्टेरॉयड लेने वाले पर इतना बैन लगता है, डोप टेस्ट वाले पर 2 ही साल का बैन होता है। हालांकि चाहे NADA 10 साल का बैन लगा ले, वह पहलवानों के आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। सोनीपत में बजरंग ने नाडा को चैलेंज दिया कि चाहे वह पूरे देश के सामने सैंपल ले ले, लेकिन मुझे पहले इस बात का जवाब चाहिए कि उनके सैंपल लेने के लिए एक्सपायरी किट क्यों भेजी गई। अगर एक ओलिंपिक लेवल एथलीट के साथ ऐसा कर सकते हैं तो फिर जूनियर्स के साथ क्या करते होंगे। ये खिलाड़ियों की जिंदगी से खेल रहे हैं। बजरंग ने कहा कि आरोप वाले बहुत से लोग तो BJP में भी हैं, लेकिन उन्हें धोकर अब साफ कर दिया है। मैं भाजपा में चला जाऊंगा तो सारी चीजें हट जाएंगी। बजरंग पूनिया की 5 अहम बातें… 1. एक्सपायरी किट लेकर आई थी टीम
नाडा से मेल आया है कि मेरे ऊपर 4 साल का बैन लगाया गया है। मैं बताना चाहता हूं कि 13 दिसंबर 2023 को नाडा की टीम मेरे पास आई थी। 2 दिन बाद 15 दिसंबर को मैंने पोस्ट डाली थी कि वह मेरे पास एक्सपायरी किट लेकर आए हैं। मैंने दिसंबर से लेकर मार्च तक 3 से 4 मेल की हैं। जिसमें कार्रवाई के बारे में जवाब मांगा था। जो डीसीओ उस दिन मेरा डोप टेस्ट लेने आया था, वह 3-4 बार पहले भी मेरा डोप टेस्ट लेकर जा चुका है। इसके बावजूद मुझे कोई जवाब नहीं दिया गया। 2. वेन्यू छोड़कर नहीं भागा, कुश्ती के बीच सैंपल लेने आए
मार्च 2024 ओलिंपिक क्वालिफाई के लिए ट्रायल हुए। उसमें मुझ पर नाडा ने आरोप लगाए कि बजरंग डोप सैंपल देने से पहले वेन्यू छोड़कर भाग गए। मैं बताना चाहता हूं कि मेरे पास सबूत है कि वे कुश्ती के बीच मेरे पास आए। उसके बाद मेरी एक और कुश्ती थी। रूल के हिसाब से कुश्ती के बीच में आपके पास कोई भी डोप टेस्ट लेने के लिए नहीं आ सकता। कुश्ती या टूर्नामेंट खत्म होने या बाहर होने के बाद सैंपल ले सकते हैं। जब वे मेरे पास आए तो मुझे कोई ID नहीं दिखाई। मैंने उन्हें कहा कि मेरी एक और बाउट है, उसके बाद आना। मैंने वहां SAI के डॉक्टर को मेडिकल देकर वेन्यू छोड़ा। उसके बाद मेरे पास कोई सूचना तक देने के लिए नहीं आया। 3. पहलवान आंदोलन के वक्त कभी सैंपल के लिए मना नहीं किया
फिर उन्होंने पैनल बनाया। जिसमें मेरी सुनवाई हुई। उसने मुझे बहाल कर दिया। उसके बाद फिर से पैनल बनाकर मुझे सस्पेंड कर दिया गया। अब मैंने फिर जवाब दिए तो उस पर जवाब आया कि आप पर 4 साल का बैन लगा रहे हैं। मैं ये पूछना चाहता हूं कि क्या यह कसूर महिला खिलाड़ियों के साथ खड़े होने का है। यह सब पहलवान आंदोलन से चल रहा है। उस समय मेरा 6 बार सैंपल लिया गया, मैंने कभी मना नहीं किया। 4. आंदोलन की वजह से हमें टारगेट किया जा रहा
हमने तब भी कहा था कि सरकार हमें टारगेट कर रही है। एक्सपायरी किट को देखकर हमने आवाज उठाई। अब साबित हो गया कि बड़े खिलाड़ियों के साथ बेहूदा हरकत करते हैं तो आप पर कौन भरोसा कर सकता है। मुझे लगता है कि प्रोटेस्ट की वजह से हमें टारगेट किया जा रहा है। 2 महिला खिलाड़ियों को भी बताया गया कि उनके पास डोप टेस्ट वाले आ रहे हैं। वैसे डोप टेस्ट लेने के बारे में किसी को पता नहीं होता, लेकिन बृजभूषण के लोगों को सब पता रहता है। उन्हें पीछे हटने की धमकी दी जाती है कि वह भी फंस सकती हैं। 5. शर्म की बात, न्याय मांगने वालों को लाठी-डंडे मिल रहे
यह बहुत शर्म की बात है कि देश की बेटियां और किसान न्याय मांगते हैं, उन्हें लाठी-डंडे मिलते हैं। रोड पर घसीटा जाता है। हमें डरा-धमकाकर पीछे करने की कोशिश की जा रही है। हम न डरेंगे और न ही पीछे हटेंगे। मैं कोर्ट में लड़ रहा हूं। मैं लास्ट तक लड़ाई लडूंगा। 6. सरकार के इशारे पर चल रही नाडा
यह बैन व्यक्तिगत द्वेष और राजनीतिक साजिश का परिणाम है। मेरे खिलाफ यह कार्रवाई उस आंदोलन का बदला लेने के लिए की गई है, जो हमने महिला पहलवानों के समर्थन में चलाया था। भाजपा सरकार और फेडरेशन ने मुझे फंसाने और मेरे करियर को खत्म करने के लिए यह चाल चली है। यह फैसला निष्पक्ष नहीं है, बल्कि मेरे और मेरे जैसे अन्य खिलाड़ियों को चुप कराने की कोशिश है। NADA की इस हरकत ने यह साबित कर दिया है कि उन्हें निष्पक्षता से कोई लेना-देना नहीं है। इस तरह के तमाम संस्थान सरकार के इशारे पर चल रहें हैं। बजरंग पूनिया से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… रेसलर बजरंग पूनिया चार साल के लिए सस्पेंड नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) ने पहलवान बजरंग पूनिया को चार साल के लिए सस्पेंड कर दिया है। पूनिया ने 10 मार्च को राष्ट्रीय टीम के सिलेक्शन ट्रायल के दौरान डोप टेस्ट के लिए सैंपल देने से इनकार कर दिया था, जिसके चलते उन पर कार्रवाई हुई। पूरी खबर पढ़ें… नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) के 4 साल का बैन लगाने के बाद हरियाणा के पहलवान बजरंग पूनिया मीडिया के सामने आए। पूनिया ने कहा कि सबसे ताकतवर स्टेरॉयड लेने वाले पर इतना बैन लगता है, डोप टेस्ट वाले पर 2 ही साल का बैन होता है। हालांकि चाहे NADA 10 साल का बैन लगा ले, वह पहलवानों के आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। सोनीपत में बजरंग ने नाडा को चैलेंज दिया कि चाहे वह पूरे देश के सामने सैंपल ले ले, लेकिन मुझे पहले इस बात का जवाब चाहिए कि उनके सैंपल लेने के लिए एक्सपायरी किट क्यों भेजी गई। अगर एक ओलिंपिक लेवल एथलीट के साथ ऐसा कर सकते हैं तो फिर जूनियर्स के साथ क्या करते होंगे। ये खिलाड़ियों की जिंदगी से खेल रहे हैं। बजरंग ने कहा कि आरोप वाले बहुत से लोग तो BJP में भी हैं, लेकिन उन्हें धोकर अब साफ कर दिया है। मैं भाजपा में चला जाऊंगा तो सारी चीजें हट जाएंगी। बजरंग पूनिया की 5 अहम बातें… 1. एक्सपायरी किट लेकर आई थी टीम
नाडा से मेल आया है कि मेरे ऊपर 4 साल का बैन लगाया गया है। मैं बताना चाहता हूं कि 13 दिसंबर 2023 को नाडा की टीम मेरे पास आई थी। 2 दिन बाद 15 दिसंबर को मैंने पोस्ट डाली थी कि वह मेरे पास एक्सपायरी किट लेकर आए हैं। मैंने दिसंबर से लेकर मार्च तक 3 से 4 मेल की हैं। जिसमें कार्रवाई के बारे में जवाब मांगा था। जो डीसीओ उस दिन मेरा डोप टेस्ट लेने आया था, वह 3-4 बार पहले भी मेरा डोप टेस्ट लेकर जा चुका है। इसके बावजूद मुझे कोई जवाब नहीं दिया गया। 2. वेन्यू छोड़कर नहीं भागा, कुश्ती के बीच सैंपल लेने आए
मार्च 2024 ओलिंपिक क्वालिफाई के लिए ट्रायल हुए। उसमें मुझ पर नाडा ने आरोप लगाए कि बजरंग डोप सैंपल देने से पहले वेन्यू छोड़कर भाग गए। मैं बताना चाहता हूं कि मेरे पास सबूत है कि वे कुश्ती के बीच मेरे पास आए। उसके बाद मेरी एक और कुश्ती थी। रूल के हिसाब से कुश्ती के बीच में आपके पास कोई भी डोप टेस्ट लेने के लिए नहीं आ सकता। कुश्ती या टूर्नामेंट खत्म होने या बाहर होने के बाद सैंपल ले सकते हैं। जब वे मेरे पास आए तो मुझे कोई ID नहीं दिखाई। मैंने उन्हें कहा कि मेरी एक और बाउट है, उसके बाद आना। मैंने वहां SAI के डॉक्टर को मेडिकल देकर वेन्यू छोड़ा। उसके बाद मेरे पास कोई सूचना तक देने के लिए नहीं आया। 3. पहलवान आंदोलन के वक्त कभी सैंपल के लिए मना नहीं किया
फिर उन्होंने पैनल बनाया। जिसमें मेरी सुनवाई हुई। उसने मुझे बहाल कर दिया। उसके बाद फिर से पैनल बनाकर मुझे सस्पेंड कर दिया गया। अब मैंने फिर जवाब दिए तो उस पर जवाब आया कि आप पर 4 साल का बैन लगा रहे हैं। मैं ये पूछना चाहता हूं कि क्या यह कसूर महिला खिलाड़ियों के साथ खड़े होने का है। यह सब पहलवान आंदोलन से चल रहा है। उस समय मेरा 6 बार सैंपल लिया गया, मैंने कभी मना नहीं किया। 4. आंदोलन की वजह से हमें टारगेट किया जा रहा
हमने तब भी कहा था कि सरकार हमें टारगेट कर रही है। एक्सपायरी किट को देखकर हमने आवाज उठाई। अब साबित हो गया कि बड़े खिलाड़ियों के साथ बेहूदा हरकत करते हैं तो आप पर कौन भरोसा कर सकता है। मुझे लगता है कि प्रोटेस्ट की वजह से हमें टारगेट किया जा रहा है। 2 महिला खिलाड़ियों को भी बताया गया कि उनके पास डोप टेस्ट वाले आ रहे हैं। वैसे डोप टेस्ट लेने के बारे में किसी को पता नहीं होता, लेकिन बृजभूषण के लोगों को सब पता रहता है। उन्हें पीछे हटने की धमकी दी जाती है कि वह भी फंस सकती हैं। 5. शर्म की बात, न्याय मांगने वालों को लाठी-डंडे मिल रहे
यह बहुत शर्म की बात है कि देश की बेटियां और किसान न्याय मांगते हैं, उन्हें लाठी-डंडे मिलते हैं। रोड पर घसीटा जाता है। हमें डरा-धमकाकर पीछे करने की कोशिश की जा रही है। हम न डरेंगे और न ही पीछे हटेंगे। मैं कोर्ट में लड़ रहा हूं। मैं लास्ट तक लड़ाई लडूंगा। 6. सरकार के इशारे पर चल रही नाडा
यह बैन व्यक्तिगत द्वेष और राजनीतिक साजिश का परिणाम है। मेरे खिलाफ यह कार्रवाई उस आंदोलन का बदला लेने के लिए की गई है, जो हमने महिला पहलवानों के समर्थन में चलाया था। भाजपा सरकार और फेडरेशन ने मुझे फंसाने और मेरे करियर को खत्म करने के लिए यह चाल चली है। यह फैसला निष्पक्ष नहीं है, बल्कि मेरे और मेरे जैसे अन्य खिलाड़ियों को चुप कराने की कोशिश है। NADA की इस हरकत ने यह साबित कर दिया है कि उन्हें निष्पक्षता से कोई लेना-देना नहीं है। इस तरह के तमाम संस्थान सरकार के इशारे पर चल रहें हैं। बजरंग पूनिया से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… रेसलर बजरंग पूनिया चार साल के लिए सस्पेंड नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) ने पहलवान बजरंग पूनिया को चार साल के लिए सस्पेंड कर दिया है। पूनिया ने 10 मार्च को राष्ट्रीय टीम के सिलेक्शन ट्रायल के दौरान डोप टेस्ट के लिए सैंपल देने से इनकार कर दिया था, जिसके चलते उन पर कार्रवाई हुई। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा | दैनिक भास्कर